Archive | December, 2017

शैक्षणिक और शोध हेतु समझौता प्रपत्र पर हस्ताक्षर

Posted on 08 December 2017 by admin

लखनऊ। भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ और डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, फ़ैज़ाबाद के बीच शैक्षणिक और शोध में सहयोग और विस्तार हेतु आज एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते के माध्यम से दोनों संस्थाओं को ढेर सारे साझा क्षेत्रों जैसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी, कृषि, कौशल विकास , मूल्य-परक शिक्षा में शैक्षणिक और अनुसंधान में सहयोग के साथ काम करने में सहायता प्राप्त होगी । इस समझौते के द्वारा दोनों संस्थानो में कार्यरत वैज्ञानिकों, शोधार्थियों और छात्रों को एक दूसरे के यहाँ काम करने और ज्ञान के आदान-प्रदान का अवसर प्राप्त होगा । इस समझौते पर भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ के निदेशक, डॉ अश्विनी दत्त पाठक और डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, फ़ैज़ाबाद के कुलपति, प्रो मनोज दीक्षित द्वारा हस्ताक्षर किए गए।

photographसमझौते का स्वागत करते हुए भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान के निदेशक, डॉ पाठक ने कहा “ दोनों संस्थाओं के बीच सहयोग की अनंत संभावनाए हैं । गन्ना संस्थान अत्याधुनिक शोध का सम्पादन करने में अग्रणी रहा है और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के संस्थानो के साथ सहयोग करके उत्कृष्ट अनुसंधान करता रहा है और डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, फ़ैज़ाबाद के साथ सहयोग करके उत्कृष्ट अनुसंधान की इस परंपरा का विस्तार करने में भारी मदद मिलेगी और नवाचार की नयी संभावनाओं का सृजन होगा।

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नदियों के पुर्नजीवन एवं भूगर्भ जल के रिचार्ज की कार्य योजना बनाई जाए -धर्मपाल सिंह

Posted on 08 December 2017 by admin

dharam-pal-singh-e1495185096177उ0प्र0 के सिंचाई एवं यांत्रिक मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि नहरों की सिल्ट एवं टेलों तक पानी पहंुचाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अवैध कुलावों को अविलम्ब उखाड़ा जाए तथा अतिशीघ्र जल उपभोक्ता समिति का गठित किया जाए।
श्री धर्मपाल सिंह आज जनपद अलीगढ़ में सिंचाई विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कराये जा रहे कार्यों में पारदर्शिता एवं गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। श्री सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कराये जा रहे कार्योंं में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कराये जा रहे कार्यों की सूचना भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अवश्य दें। श्री सिंह ने कहा कि जो भी कार्य किया जाए उसका निरीक्षण भी स्थानीय जनप्रतिनिधि से कराना सुनिश्चित करें।
सिंचाई मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सिल्ट सफाई के अवशेष कार्यों को तत्काल पूर्ण किया जाएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सिल्ट सफाई के कार्यों का सत्यापन मौके पर जाकर करें तथा यदि मानक के अनुरुप कार्य नहीं कराया गया है तो उसका भुगतान तत्काल रोक दें। श्री सिंह ने कहा कि नदियों को पुर्नजीवित करने पर विशेष ध्यान दें तथा भूगर्भ जल को रिचार्ज करने की कार्य योजना बनाकर अतिशीघ्र प्रस्तुत करें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री,लखनऊः 08 दिसम्बर, 2017

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भाजपा जाति और धर्म में जनता को उलझा कर चुनाव प्रभावित करना चाहती है

Posted on 08 December 2017 by admin

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने गुजरात के मतदाताओं विशेषकर किसानों और नौजवानों से अपील की है कि वे अपनी नाराजगी को वोट में बदल दें ताकि उससे बदलाव आ सके। उन्होंने कहा कि देश को नोटबंदी और जीएसटी ने तबाह किया हैं। बड़े पैमाने पर नौकरियां छिन गई हैं। जिस विकास की बात गुजरात में भाजपा कह रही है वह कहीं दिखाई नहीं दे रहा हैं। गुजरात में होने वाले चुनाव के परिणामों का हमें भी इंतजार रहेगा। उन्होंने मतदाताओं से कहा कि वे सावधान रहें क्योंकि भाजपा कोई भी साजिश कर सकती हैं।
08-12-a अहमदाबाद में आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने गुजरात के साथ अपने गहरे रिश्तों का जिक्र करते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण यहां आए और यहीं के हो गए। इस रिश्ते को दुबारा जोड़ना है। जिस दिन मैं गुजरात आया सबसे पहले द्वारिकाधीश मन्दिर गया और आशीर्वाद लेने के बाद प्रचार शुरू किया। समाजवादी पार्टी के रूप में हम यहां एक छोटा पौधा लगा रहे हैं जो बड़ा होगा। उन्होंने कहा गुजरात महात्मा गांधी की और सरदार पटेल की भी भूमि है। हम उन्हें नहीं भूल सकते हैं। किसानों, महिलाओं और आम लोगों को एकता के सूत्र में जोड़ने का संदेश गुजरात से ही जाता है।
श्री यादव ने कहा कि गुजरात में भाजपा ने विकास का कोई ठोस माॅडल नहीं प्रस्तुत किया हैं। गुजरात माॅडल धोखेवाला माॅडल हैं। मैं गुजरात के गांवों में टहला और लोगों से मिला। लेकिन कहीं भी बुनियादी विकास का स्वस्थ रूप नहीं दिखा। जहां तक विकास की बात है भाजपा के नेताओं का कहना है कि हम विकास के नाम पर लड़ रहे हैं। जबकि स्थिति इसके ठीक उलट है। भाजपा जाति और धर्म में जनता को उलझा कर चुनाव प्रभावित करना चाहती है।
पूर्व मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यूपी में हम लोगों ने नारा दिया कि काम बोलता है और पूरा चुनाव विकास पर लड़े। हमने बेहतरीन एक्सप्रेस-वे बनाया जिस पर चीन के साथ दिक्कत होने पर लड़ाकू विमान भी उतर सकते हैं। यहां आज तक ऐसी सड़क नहीं बन पायी जिस पर एमरजेन्सी में भी कोई विमान उतर सके। जबकि पाकिस्तान बगल में है। यूपी की समाजवादी सरकार ने यूपी 100 डायल सबसे अच्छी व्यवस्था बनायी। जिससे कानून व्यवस्था बेहतर हुई थी।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा झूठे प्रचार में और जनता को धोखा देने में आगे हैं। यूपी में दो साल में समाजवादी सरकार में मेट्रो चल गयी। सभी जिला मुख्यालयों को जोड़ने वाली 6लेन की की सड़क एलीवटेड सड़क, 55 लाख गरीब महिलाओं को समाजवादी पेंशन, 18 लाख लैपटाॅप वितरण के बाद जब हम समाजवादी विकास की बात कर रहे थे तब भाजपा जाति-धर्म की बात कर रही थी। पूरा चुनाव भाजपा ने कब्रिस्तान और श्मशान पर केन्द्रित कर दिया। गोबर इनके चुनाव का मुख्य विषय था। भाजपा के लोग चुनाव के पहले स्लाटर हाउस का कारोबार बंद करने की बात करते थे जबकि स्लाटर हाउस बंद नहीं हुए। उनकी अपनी नीति स्लाटर हाउस के सम्बंध में स्पष्ट नही हैं। निर्यात बंद क्यों नहीं किया?
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि निकाय चुनाव में जीते 14 महापौरों को भाजपा ने गुजरात में प्रचार में लगा दिया जबकि नगर पालिका और नगर पंचायत में बड़ी संख्या में भाजपाइयों की जमानते जब्त हो गई। यह झूठ की राजनीति है। यूपी में चुनाव के समय ये लोग हर जाति का मुख्यमंत्री बना रहे थे। आरक्षण को लेकर भी भाजपा भ्रम फैलाने का काम करती हैं। समाजवादी आबादी के हिसाब से आरक्षण के पक्षधर हैं। हम सबको सम्मान और अवसर देने की बात करते हैं किसी से कुछ छीनने की नहीं। उन्होंने कहा कि पूरे देश में सबसे सुन्दर रिवरफ्रंट लखनऊ के गोमती नदी के तट पर हैं। अहमदाबाद और राजकोट में साइकिल ट्रैक हैं जबकि लखनऊ में भाजपा सरकार तोड़ने का निर्णय ले रही हैं। भाजपा ने प्रदूषण खत्म करने की बात की थी लेकिन ये समाज में प्रदूषण फैला रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ईवीएम पर सवाल समाजवादी पार्टी ने ही नहीं, अन्य दलों ने भी उठाए हैं। चुनाव आयोग मानता है कि इसमें खराबी ठीक की जा सकती है तो ठीक मशीन खराब भी की जा सकती है। ये क्या है कि बटन कहीं दबाओं वोट कमल पर जाता है। उत्तर प्रदेश में तो यही भावना है। उन्होंने कहा कि जब हम बड़े देशों की नकल करते हैं तो अमेरिका आदि में प्रचलित बैलेट प्रणाली को क्यों नहीं अपनाते हैं?
श्री यादव ने कहा कि बैंको की नोटबंदी से लाईन में लगे कई लोगों का निधन हो गया। उन परिवारों की मदद का काम समाजवादी सरकार ने किया। नोटबंदी के दौरान पैदा हुए खजांची की भाजपा ने कोई मदद नहीं की। खजांची का परिवार भी खुशहाल नहीं हो पाया। ऐसे में उसकी मदद समाजवादी पार्टी ने की।
श्री यादव ने कहा भाजपा खूब झूठ फैलाती हैं। यूपी में कहते हैं कि गुजरात में मूंगफली की फसल के लिए काम किया। गुजरात में कहते है कि यूपी में आलू किसान खुश हैं जबकि आलू, मूंगफली और कपास दोनों राज्यों के किसान परेशान है। किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ हैं। गरीब लोगों में नाराजगी बहुत है, इसलिए बदलाव गुजरात से होगा।
श्री अखिलेश यादव ने कहा देश की गति से प्रगति आती है। जहां सबसे अधिक गरीब आबादी है वहां बुलेट टेªन चलनी चाहिए। बनारस पटना होते हुए कलकत्ता तक, बुलेट टेªन चलने से आम जनता का जीवन स्तर बेहतर हो। देश की सबसे अधिक गरीब आबादी लाभान्वित होगी। सुगम आवागमन से उसको रोजगार का अवसर मिलेगा। साथ ही आम जनता का जीवन स्तर बेहतर होगा। केन्द्र सरकार को सबसे पहले बुलेट टेªन की व्यवस्था इस क्षेत्र में करनी चाहिए।
उन्होंने गुजरात के मतदाताओं को भाजपा के बहकावे में न आने और अपने मताधिकार का ईमानदारी से प्रयोग करने को कहा क्योंकि उनके मत से ही उनका और गुजरात का भविष्य तय होगा।

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गीता पढाए जाने का विरोध शर्मनाक - राकेश त्रिपाठी

Posted on 08 December 2017 by admin

लखनऊ 08 दिसम्बर 2017, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने विद्यालयों में श्रीमद्भागवत गीता पढाए जाने के निर्णय का विरोध करने वाले विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला। श्री त्रिपाठी ने कहा भारतीय सांस्कृतिक विरासतों को पूरा विश्व स्वीकार कर रहा है। भारत के योग को इस्लामिक देशों सहित विश्व के 150 से अधिक देशों ने स्वीकार किया और अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग किया। विश्व धरोहर समिति ने कुम्भ मेला को यूनेस्कों की विरासत सूची में शामिल कर भारतीय अध्यामिक पंरपरा को सम्मान दिया है। वन्दे मातरम् विश्व का दूसरा सर्वाधिक लोकप्रिय गीत है लेकिन यह दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत में ही कुछ लोग भारतीय संस्कृति, परम्परा, रीति रिवाजों पर गर्व करने की बजाय उसे कटघरे में खड़ा करते है।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि गीता का संदेश कर्मयोग की वृहद व्याख्या करता है। गीता संासारिक कर्तव्यों के पालन की प्रेरणा देता है जिनमें सम्पूर्ण मानवता का कल्याण निहित है। उत्तर प्रदेश के विद्यालयों में स्वतत्रता संग्राम सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक द्वारा लिखित ‘‘गीता रहस्य‘‘ पुस्तक पर आधारित प्रतियोगिता बच्चों के मन में कर्म प्रधानता का भाव भरेगी। लेकिन इसको मजहबी भाव से देखना और इसका विरोध करना विपक्ष की मानसिक न्यूनता को दिखता है। भाजपा सरकार के हर निर्णय और विचार का विरोध करने की आदत ने विपक्ष को मानसिक तौर पर कमजोर कर दिया है। वन्दे मातरम्, भगवा रंग, सूर्य नमस्कार और योग के विरोध के बाद अब गीता पढाए जाने का विरोध शर्मनाक व निन्दनीय है।

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संगठित अपराध के खिलाफ कठोर कानून से घबराई सपा- राकेश त्रिपाठी

Posted on 07 December 2017 by admin

लखनऊ 07 दिसम्बर 2017, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने संगठित अपराध के खिलाफ कठोर कानून बनाये जाने पर समाजवादी पार्टी के विरोध को सपा की घबराहट बताया। श्री त्रिपाठी ने कहा कि योगी सरकार संगठित अपराध के उन्मूलन के लिए संकल्पित हैं। मौजूदा कानूनों के लचीलेपन का लाभ उठाकर कुख्यात अपराधी कोर्ट से जमानत पाने में सफल हो जाते है। ऐसे अभ्यासतः अपराधियों के लिए कठोर कानून उत्तर प्रदेश में आवश्यक है। उत्तर प्रदेश सरकार महाराष्ट्र के मकोका व गुजरात के गुजकोका की तर्ज पर कठोर कानून बनाने के लिए प्रयासरत है। ऐसे कानून की सुगबुगाहट से अपरधियों के अन्दर भय व्याप्त होने लगा है लेकिन समाजवादी पार्टी का इस संभावित कानून का पहले से ही विरोध घोषित करना स्पष्ट कर रहा है कि सपा गुण्डे माफियाओं व अपराधियों की संरक्षक है। सपा को संगठित अपराध पर कठोर व प्रभावी कार्यवाही के प्रयास रास नहीं आ रहे है।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि सपा का इतिहास दागदार है। सपा शासन काल में अपराधियों-माफियाओं को सत्ता का सीधा संरक्षण था। आंतकियों को छोड़ने की वकालत भी अखिलेश सरकार ने की थी जो कोर्ट की कठोरता के कारण सम्भव नहीं हो सकी थी। बलात्कारियों के पक्ष में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव खुलकर सामने आ चुके है। अपराधियों के साथ सपा की सांठ-गांठ जगजाहिर है। कठोर कानून की आहट पर सपा का तिलमिला जाना इसकी पुष्टि भी कर रहा है।

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कांग्रेसी मानसिक दीवालियेपन के हुए शिकार- डाॅ0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय

Posted on 07 December 2017 by admin

-हार नजदीक देख बौखलाई कांग्रेस

- प्रधानमंत्री पर अशोभनीय टिप्पणी, भारत का अपमान
लखनऊ 07 दिसम्बर 2017, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मणिशंकर अय्यर की टिप्पणी पर कड़ा ऐतराज जताया। श्री पाण्डेय ने मणिशंकर अय्यर के बयान की भत्र्सना करते हुए कहा कि कांग्रेस हिमाचल और गुजरात में बुरी तरह पराजय के स्पष्ट संकेत महसूस कर चुकी है। हार नजदीक देख हताशा में कांगेस के नेताओं का मानसिक संतुलन बिगड गया है। कांग्रेसी नेता मानसिक दिवालियेपन का शिकार हो गए है। ऐसे में कांग्रेसी नेताओं को मानसिक रूग्णालय में ईलाज की सख्त जरूरत है।
श्री पाण्डेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के गौरव है। सम्प्रभु राष्ट्र के प्रमुख के प्रति दुश्मन देश देश भी ऐसी भाषा का प्रयोग नही करते है। प्रधानमंत्री के प्रति ऐसी अशोभनीय टिप्पणी भारत और सम्पूर्ण भारतवासियों का अपमान है। बौखलाई कांग्रेस की इस भाषा का माकूल जवाब गुजरात की जनता चुनावों में देगी। चुनावों में भाषा की न्यूनता पर चिंता जताते हुए डाॅ0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि भाषाई मर्यादा और संयम का पालन हमेशा होना चाहिए। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को अपने वरिष्ठ नेता के इस आपत्तिजनक बयान पर देश से माफी मांगनी चाहिए।
श्री पाण्डेय ने कहा कि कांग्रेसी हताशा में इस तरह की भाषा का प्रयोग पहले भी कर चुके है। प्रियंका गांधी ने लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री मोदी जी के प्रति इसी तरह की अशोभनीय टिप्पणी की थी जिसका जवाब जनता ने कांग्रेस को चुनावों में बुरी तरह पराजित करके दिया था।

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हस्तशिल्प सप्ताह एवं प्रदेश स्तरीय हस्तशिल्प प्रदर्शनी का आयोजन

Posted on 07 December 2017 by admin

नोडल अधिकारी उ0प्र0 इन्स्टीटयूट आफ डिजाइन श्री सर्वेश्वर शुक्ला ने बताया कि 08 दिसम्बर 2017 से 15 दिसम्बर 2017 के मध्य 8कैण्ट रोड कैसरबाग लखनऊ स्थित जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केन्द्र लखनऊ के कैम्पस में हस्तशिल्प सप्ताह एवं प्रदेशस्तरीय हस्तशिल्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है हस्त शिल्प सप्ताह में जनपद लखनऊ के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे हस्तशिल्पियों को राज्य सरकार, भारत सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान करने, विशेषज्ञ डिजाइनरों के माध्यम से शिल्प क्षेत्र में डिजाइनों की महत्ता के सन्दर्भ में जानकारी प्रदान करने व विभिन्नं टेªडो के शिल्पियो के मध्य कम्पटीशन आयोजित कर 10 उत्कृष्ट कृतियो को प्रशस्ति पत्र/मेडल प्रदान किया जायेगा।
उन्होने बताया कि शिल्प सप्ताह के साथ साथ कैम्पस में स्थित एक्सपो मार्ट में प्रदेश स्तरीय शिल्प प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है जिसमे प्रदेश के विभिन्न शिल्प क्षेत्र के कारीगरों द्वारा अपना उत्पाद विक्रय हेतु प्रदर्शित किया जायेगा।

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झण्डा दिवस का मण्डलायुक्त व जिलाधिकारी को प्रतीक चिन्ह लगाकर शुभारम्भ

Posted on 07 December 2017 by admin

unnamed1सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के अवसर पर मण्डलायुक्त श्री अनिल गर्ग , जिलाधिकारी श्री कौशलराज शर्मा एवं अन्य अधिकारियों को झण्डा दिवस का प्रतीक चिन्ह ले0कर्नल (अ0प्रा0) शरद भट्ट ने लगाया। सभी अधिकारियों ने प्रतीक चिन्ह लगवाने के साथ ही यथोष्ट धनराशि सैनिको के कल्याणार्थ प्रदान की।
मण्डलायुक्त श्री अनिल गर्ग ने कहा कि यह दिवस भारतीय सशस्त्र बलों के सैनिको के कल्याण हेतु भारत की जनता की ओर से आर्थिक योगदान के लिए समर्पित दिन है, यह धनराशि से शहीद सैनिको के आश्रितों के कल्याण पर व्यय की जाती है। यह देश की सेना के प्रति सम्मान दिखाने उन जांवाज सैनिक के प्रति एकजुटता दिखने का दिन है जो देश की सुरक्षा में बलिदान हो गये। उन्होने कहा कि आधुनिक सैन्य इतिहास में भारतीय सैनिको ने हाईफा, रेजागंला, ,खेमकरन एवं कारगिल के मैदान में जो वीरता एवं शौर्य का प्रदर्शन किया विश्व में बेमिसाल है। भारतीय सेना ने प्राकतिक आपदाओं जो बचाव राहत कार्य किये वह भी भूरि-भूरि प्रशसनीय है। ऐसे में हर नागरिक का दायित्व बनता है कि सैनिक कल्याण कोष में अपना यथा सम्भव योगदान दें।
जिलाधिकारी श्री शर्मा ने सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के अवसर पर कहा कि जनपद के समस्त सम्मानित नागरिको को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश की सुरक्षा में लगे सैनिकों, पूर्व सैनिको एवं उनक परिवार के कल्याण एवं पुनर्वास के कार्य हेतु सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के माध्यम से धन संग्रह किया जाता है। इस राष्ट्रीय पुनीत पर्व में आपकी सहभागिता सशस्त्र सेनाओं के प्रति प्रेरणादायक सिद्ध होगा इस अभियान के शुभारम्भ हेतु प्रतीक चिन्ह एवं कार झण्डे सभ्ज्ञी विभागाध्यक्ष, कार्यालयाध्यक्ष तथा शैक्षिक संस्थानों को भ्ज्ञेजे जा चुक है। उन्होने कहा कि इस वर्ष धन संग्रह अभियान के माध्यम से जनपद के समस्त नागरिकों से अपील है कि अधिक से अधिक धन संग्रहित कर प्रदेश में रोलिंग ट्राफी प्राप्त करने में जनपद लखनऊ को प्रथम स्थान प्राप् करने में सहभागी बने। उन्होने केन्द्र/राज्य सरकार/राष्ट्रीय प्रतिष्ठानों / व्यापारिक प्रतिष्ठानों/शैक्षिक संस्थानों/नागरिकों से अपील कर है कि इस अभियान के माध्यम से अधिक से अधिक धन संग्रहीत कर धनराशि चेक, ड्रफ्ट, के माध्यम से जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी लखनऊ को अधिकतम् 31 मार्च 2018 तक जमा करा दें।
जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी कर्नल शरद भट्ट ने कहा कि बैंक खाते के माध्यम से सहयोग देने वाले व्यक्ति इण्डियन ओवरसीज बैंक नारी शिक्षा निकेतन कैसरबाग लखनऊ में खाता संख्या-146801000002056 आई0एफ0सी0कोड- जेओबीए0001468 मे दे सकते है। उन्होने बताया कि दी गयी धनराशि आयकर एक्ट 1961 के सेक्शन-10(23-सी) एवं 80 जी के अन्तर्गत आयकर से छूट प्राप्त कर सकते है। दी गयी धनराशि की रशीद उनके कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है।

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उ0प्र0 सरकार ने सहकारी समितियों में प्रजातांत्रिक व्यवस्था का गला घोटा- शिवपाल सिंह यादव

Posted on 07 December 2017 by admin

राज्य सरकार द्वारा नियमों में परिवर्तन करके निर्वाचित प्रबन्ध कमेटी के स्थान पर अंतरिम प्रबन्ध कमेटी का प्राविधान करने सम्बन्धी अध्यादेश पर सहकारी क्षेत्र में तीखी प्रतिक्रिया हुयी है। यह अध्यादेश शासन द्वारा सहकारी समितियों के प्रजातांत्रिक स्वरूप को समाप्त करने के रूप में सीधा हस्ताक्षेप है। सहकारी निर्वाचन कार्यक्रम घोषित होने के उपरान्त सहकारी समितियों के आधारभूत सिद्धांत में परिवर्तन करना सरकार की विवशता एवं हताशा को दर्शाता है तथा लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति सरकार के त्रिरस्कार पूर्ण आचरण को प्रदर्शित करता है। सहकारी निर्वाचन आयोग एवं राज्य सरकार ने समय से सहकारी समितियों के निर्वाचन कराने की विफलता को छुपाने के लिए अध्यादेश के माध्यम से जनता की आवाज को दबाने व कूचलने की कुत्सित प्रयास किया ।
निकट भविष्य में विधान मंडल का सत्र आहूत किया जा चुका है। ऐसी दशा में अध्यादेश के माध्यम से नियमों में परिवर्तन राज्य सरकार द्वारा संविधान एवं विधान मंडल की उपेक्षा दर्शाता है। सरकार द्वारा जल्दबाजी में जारी अध्यादेश नियम विरूद्ध एवं औचित्यहीन है।

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चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ एकीकृत चुनाव तिथि 19 जनवरी तय

Posted on 07 December 2017 by admin

बजरंगबली गुट ने नही दर्ज कराई भागीदारी
pic-1लखनऊ 7 दिसम्बर। प्रमुख सचिव कार्मिक वं कार्मिक संघों की मान्यता निमयावली 1979 के मतानुसार उ.प्र. चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ ने पुनः 7 दिसम्बर 2017 को एकीकृत निर्वाचन हेतु बैठक बुलाई इस बैठक में एक बार पुनः आमत्रण के बावजूद इस बैठक में एक गुट के महामंत्री बजरंगबली यादव की अनुपस्थिति उपस्थिति नही हुए। इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए महासंध के अध्यक्ष रामराज दुबे ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि बजरंग गुट के बिना ही तीन गुटों का एकीकृत चुनाव 19 जनवरी 18 को राजधानी लखनऊ में होगा। बैठक को रामनरेश यादव प्रदेश महामंत्री, सुरेश सिंह यादव महामंत्री महेन्द्र पाण्डेय, जगदीश सिंह, भारत सिंह यादव, रामबदल दुबे, के.वी. जोशी, मनोज कुमार मिश्रा, शिवकुमार, श्रीकृष्ण गोस्वामी, दयाशंकर दीक्षित, मानसिंह, राजू ने सम्बोधित करते हुए 19 जनवरी के अधिवेशन को बेहतर बताया। बैठक संचालन सुरेश सिंह यादव ने किया।                         उन्होंने बताया कि उ.प्र. चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ की अति आवश्यक बैठक उ.प्र. शासन के कार्मिक अनु0-4 के पत्र दिनांक 14 अगस्त 2017 द्वारा एकीकृत कार्यकारिणी के गठन पर बल दिये जाने के दृष्टिगत 7 दिसम्बर 2017 को उ.प्र. चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंध भवन कार्यालय प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग 96 महात्मागांधी मार्ग ,गर्वनर हाउस के सामने 7 दिसम्बर वृहस्तपतिवार को अपरान्ह एक बजे बैठक रामराज दुबे प्रदेश अध्यक्ष उ.प्र. चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ की अध्यक्षता में आहूत की गयी थी।
बैठक में उपस्थित इच्छाशंकर, रामयश, दूधनाथ, छोटेलाल, रविशंकर यादव, भूपाल सिंह, श्याम सुन्दर यादव, संजय कुमार, रामस्वयंबर, सीतराम यादव, शेष निसार, वासूदेव कश्यप, नान्हू प्रसाद, राजेन्द्र दुबे, मायादेवी, मितुल सोनकर, परशुराम कश्यप, शैलेष त्यागी, नौरिष पाॅल, विनोद कुमार, रामेन्द्र श्रीवास्तव, कृष्णबहादूर, सत्यदेव वर्मा, द्वारिका पाण्डेय, अंजनी कुमार शुक्ला, जगन्नाथ सिंह जय प्रकाश आदि ने अधिवेशन के उपरान्त चतुर्थ श्रेणी भर्ती, चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की पदोन्नति में टंकण की अनिवार्यता खत्म कराये जाने जैसी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन तथा उसके उपरान्त कार्रवाई न होने पर आन्दोलन पर बल दिया।

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