बजरंगबली गुट ने नही दर्ज कराई भागीदारी
लखनऊ 7 दिसम्बर। प्रमुख सचिव कार्मिक वं कार्मिक संघों की मान्यता निमयावली 1979 के मतानुसार उ.प्र. चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ ने पुनः 7 दिसम्बर 2017 को एकीकृत निर्वाचन हेतु बैठक बुलाई इस बैठक में एक बार पुनः आमत्रण के बावजूद इस बैठक में एक गुट के महामंत्री बजरंगबली यादव की अनुपस्थिति उपस्थिति नही हुए। इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए महासंध के अध्यक्ष रामराज दुबे ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि बजरंग गुट के बिना ही तीन गुटों का एकीकृत चुनाव 19 जनवरी 18 को राजधानी लखनऊ में होगा। बैठक को रामनरेश यादव प्रदेश महामंत्री, सुरेश सिंह यादव महामंत्री महेन्द्र पाण्डेय, जगदीश सिंह, भारत सिंह यादव, रामबदल दुबे, के.वी. जोशी, मनोज कुमार मिश्रा, शिवकुमार, श्रीकृष्ण गोस्वामी, दयाशंकर दीक्षित, मानसिंह, राजू ने सम्बोधित करते हुए 19 जनवरी के अधिवेशन को बेहतर बताया। बैठक संचालन सुरेश सिंह यादव ने किया। उन्होंने बताया कि उ.प्र. चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ की अति आवश्यक बैठक उ.प्र. शासन के कार्मिक अनु0-4 के पत्र दिनांक 14 अगस्त 2017 द्वारा एकीकृत कार्यकारिणी के गठन पर बल दिये जाने के दृष्टिगत 7 दिसम्बर 2017 को उ.प्र. चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंध भवन कार्यालय प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग 96 महात्मागांधी मार्ग ,गर्वनर हाउस के सामने 7 दिसम्बर वृहस्तपतिवार को अपरान्ह एक बजे बैठक रामराज दुबे प्रदेश अध्यक्ष उ.प्र. चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ की अध्यक्षता में आहूत की गयी थी।
बैठक में उपस्थित इच्छाशंकर, रामयश, दूधनाथ, छोटेलाल, रविशंकर यादव, भूपाल सिंह, श्याम सुन्दर यादव, संजय कुमार, रामस्वयंबर, सीतराम यादव, शेष निसार, वासूदेव कश्यप, नान्हू प्रसाद, राजेन्द्र दुबे, मायादेवी, मितुल सोनकर, परशुराम कश्यप, शैलेष त्यागी, नौरिष पाॅल, विनोद कुमार, रामेन्द्र श्रीवास्तव, कृष्णबहादूर, सत्यदेव वर्मा, द्वारिका पाण्डेय, अंजनी कुमार शुक्ला, जगन्नाथ सिंह जय प्रकाश आदि ने अधिवेशन के उपरान्त चतुर्थ श्रेणी भर्ती, चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की पदोन्नति में टंकण की अनिवार्यता खत्म कराये जाने जैसी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन तथा उसके उपरान्त कार्रवाई न होने पर आन्दोलन पर बल दिया।