सैकडों किसानों के खेतों में लौटी हरियाली तो चेहरों पर दिखी मुस्कान
ओडी नदी से किसान दूर-दूर तक पाइप लाइन डालकर ले रहें हैं पानी
फसल के साथ किसान अपने खेतों में सब्जी उत्पादन का भी ले रहें हैं लाभ
मडावरा- ललितपुर।
अन्त्योदय के सपने को साकार कर रही ओडी नदी 50 हजार लोगों की जिन्दगी में बदलाव की सफल ऐतिहासिक घटना सिद्व हो चुकी है। ओडी नदी का पानी अमृत बन गया है। सूखे खेत बंजर धरती में बूंद-बूंद पानी से किसानों की लहलहाती फसलों की जिन्दगी की कहानी लिख रहा है। हजारों किसान अपने खेतों में पलेवा देकर चना, गेंहू, मटर, आदि की खेती में अब तीन पानी बार पानी की सिंचाई कर चुके हैं। ओडी नदी पुनर्जीवनी से अथाह जल भण्डार ओडी नदी में आ चुका है। अभी तक जलधार चल रही है। वर्षों से सूखी ओडी नदी खुद जिन्दा होने का प्रमाण देती है। मदनपुर, दारूतला, दिदौनियां, गोराखुर्द, हंसेरा, पहाडीकलां के हजारों किसान जनपद के लोकप्रिय विकास पुरूष जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह की मुक्तकण्ठ से प्रशंशा कर रहें हैं, उनके एवं उनके परिवार के सुखद जीवन की ईश्वर से प्रार्थना कर रहें हैं। घर-घर में किसान जिलाधिकारी को ओडी नदी को जिन्दा करने वाले जिलाधिकारी को अब भागीरथी के साथ-साथ विकास पुरूष भी कहने लगे हैं। गौवंश आश्रय कल्याणपुर और अमझराघाटी बृहद गौवंश संरक्षण केन्द्र की चर्चा जिले में ही नहीं बल्कि सम्पूर्णं उत्तर प्रदेश में फैलते ही जनपद ललितपुर के मडावरा ब्लाक क्षेत्र के गांव-गांव में और अधिक चर्चित हो गया है। ओडी नदी में पर्याप्त पानी होने के चलते इस वर्ष किसान फसल के साथ ही सब्जी उत्पादन का भी लाभ ले रहें हैं।
मडावरा में जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह और भी लोकप्रिय बन चुके हैं, क्योंकि इस क्षेत्र में विकास की किरण अब पहुंचने लगी है। अन्तिम छोर में मडावरा को अन्त्योदय समृद्वि की राह में सरकारी योजनाऐं तथा जिलाधिकारी के कार्य आगे बढा रहें हैं। विकास की किरण पहुंचने लगी है।
इनका कहना-
1. बी0पी0 शुक्ला, खण्ड विकास अधिकारी, मडावरा
ओडी नदी पुनर्जीवन के संबंध में जब खण्ड विकास अधिकारी मडावरा बी0पी0 शुक्ला से वार्ता की गयी तो उनका कहना है कि ओडी नदी में 6-7 कि.मी. कि दूरी में कार्य हुआ है इस कार्य को जिलाधिकारी के निर्देशन में किया गया। इस कार्य की सफलता गर्मी के दिनों में ही मिल गयी थी जब ओडी नदी सफाई के दौरान नदी की झिरें खुल गयीं थीं और नदी में
चार पांच फिट पानी आ गया था। गर्मी के दिनों में एक ओर जहां पानी का भीषण संकट था वहीं दूसरी ओर ओडी नदी में पानी की उपलब्धता होने पर गांव के जानवरों एवं जंगली जानवरों को पानी मिलने पर गांव वालों ने भी इस कार्य की सफलता पर प्रशन्नता व्यक्त की।
2. वासुदेव सिंह, मंत्री, बुन्देलखण्ड सेवा संस्थान ने किसानों से मिलने के बाद ओडी नदी पुनर्जीवन से होने वाले फायदे व विकास के बारे में बातचीत की। किसानों ने उन्हें बताया कि ओडी नदी में कार्य होने से पहले पिछले वर्षों में सिर्फ एक बार ही पानी दे पाते थे वह भी बडी मुश्किल से। इस वर्ष जिलाधिकारी के प्रयास से ओडी नदी की सफाई होने से एक ओर जहां नदी में गहराई हो गयी हैं वहीं दूसरी ओर बंद हो चुकी जलधाराओं के स्रोत खुलने से नदी में पानी वेपनाह पानी है जो किसानों के खेत की फसलों के लिए अमृत बनकर बंजर खेतों को हरे भरे खेतों में तब्दील कर रहा है। जल प्रबंधन व गरीबी से ऊपर उठने का मार्ग किसानों को बता रहें हैं। किसानों की मुस्कान देखी जा सकती है।
3. प्रताप सिंह, कृषक हंसेरा
ओडी नदी से अपने खेत में पानी दे रहे कृषक प्रताप सिंह से जब वार्ता की गयी तो उन्होंने बताया कि इस वर्ष ओडी नदी पानी से लबालब है। इस वर्ष किसानों को सिंचाई के लिए भरपूर पानी मिल जायेगा। उन्होनें जिलाधिकारी मानवेन्द्र की प्रशंशा करते हुए कहा कि आप पहले ऐसे जिलाधिकारी हैं जिन्होंने पुराने जलस्रोत ओडी नदी की सफाई के लिए कार्य किया है। ओडी नदी में पर्याप्त पानी होने से बंजर भूमि अब हरियाली में तब्दील हो गयी है। किसानों के चेहरों में मुस्कान साफतौर पर देखी जा सकती है। जिलाधिकारी की इस सफल मुहिम की किसान प्रशंशा करते नहीं थकते। जिलाधिकारी ऐसे ही नेक कार्य करते रहें, उनकी सलामती के लिए कृषक भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं।
4. बिन्द्रावन, कृषक, दिदौनियां
दिदौनियां गांव निवासी किसान बिन्द्रावन से जब बात की गयी तो उसने बताया कि उसका खेत ओडी नदी के पास है। बताया कि पिछले वर्ष बडी मुश्किल से खेत में एक पानी दे पाये थे इस बार नदी में पर्याप्त पानी है तीन बार पानी देने के बाद भी नदी में पानी कम नहीं हुआ है। उसने पानी पर्याप्त उपलब्ध होने से उसने टमाटर, बैंगन आदि सब्जी भी तैयार की है जिसका का उपयोग घर में खाने के लिए कर रहें हैं।
5.अच्छेलाल यादव, कृषक गोराखुर्द-
गोराखुर्द निवासी कृषक अच्छेलाल यादव का कहना है कि इस वर्ष ओडी नदी में भरपूर पानी है किसानों के लिए सिंचाई के लिए तीन चार पानी मिल जायेगा इसके बाद भी पानी की कमी नहीं होगी। डी.एम. साहब ने बहुत अच्छा काम किया है हम उनके आभारी हैं ओडी नदी में पर्याप्त पानी होने से यहां की बंजर भूमि में हरियाली लौट आयी है हम उनके आभारी हैं।
6.मलखान सिंह, कृषक, हंसेरा
हंसेरा गांव निवासी कृषक मलखान का कहना है कि इस वर्ष जिलाधिकारी के प्रयास से ओडी में नदी में सफाई का कार्य होने से ओडी नदी में जलस्तर की बृद्वि हुई है जिसके परिणाम स्वरूप इस वर्ष किसानों की सिंचाई के पानी की समस्या का समाधान हुआ है। किसान अपने खेतों में दो से तीन बार पानी दे चुके हैं इसके बाद भी ओडी नदी में पानी की कमी नहीं है। कहा कि मैं अपने खेत में सब्जी उत्पादन भी कर रहा हूं। परिवार के सभी लोगों को हरी सब्जी खाने को मिल जाती है आर्थिक बचत में ओडी नदी की भूमिका अतिमहत्वपूर्णं है। ओडी नदी में जलस्तर बृद्वि से हजारों किसानों के जीवन में खुशहाली एवं समृद्वि के अच्छे आसार दिखाई दे रहें हैं।
7. मानसिंह, सामाजिक कार्यकर्त्ता का कहना है कि मडावरा ब्लाक के ग्राम पहाडीकलां, हंसेरा, दिदौनियां, भौंती, दारूतला, मदनपुर के किसानों से मिलकर जब ओडी नदी से हो रहे फायदे के संबंध में जानकारी ली गयी तो किसानों के चेहरों में मुस्कान देखते ही बन रही थी। कहा कि कृषक पिछले वर्षों के भांति इस वर्ष काफी राहत महसूस कर रहें हैं उन्हें सिंचाई के लिए ओडी नदी से भरपूर पानी मिल रहा है। ओडी नदी के किनारे सहित काफी दूर-दूर तक तीन से चार हजार फिट का पाइन लाइन डालकर किसान सिंचाई कर रहें हैं। ओडी नदी में जलस्तर वृद्वि का पानी हजारों लोगों के जीवन में सुख समृद्वि एवं खुशहाली लेकर आया है। गांव के लोग जनपद के लोकप्रिय जिलाधिकारी के इस सराहनीय कार्य की प्रशंशा करते नहीं थक रहे।