Archive | December 9th, 2018

रमाबाई में उमड़ा ऐतिहासिक जनसैलाब

Posted on 09 December 2018 by admin

*चार लाख से अधिक की भीड़*

*50 से अधिक वर्तमान व पूर्व विधायक, सांसद व मंत्री रहे मौजूद*

सुरेन्द्र अग्निहोत्री,लखनऊshivpal-singh-yadav
समाजवादी पार्टी से अलग होकर नई पार्टी बनाने वाले शिवपाल ने लखनऊ में
अपने शक्ति प्रदर्शन के लिए जनाक्रोश रैली में भीड जोड कर जता दिया ,
जनाक्रोश रैली के सभामंच पर मुलायम सिंह यादव के पहुंचने से कार्यकर्ताओं
में जोश भर गया। लेकिन उस वक्त स्थिति अजीब हो गई, जब उनके समर्थक मुलायम
सिंह यादव की ही हूटिंग करने लगे। दरअसल, हुआ यूं कि मंच को संबोधित करने
पहुंचे मुलायम सिंह यादव बार-बार समाजवादी पार्टी का ही नाम लेते रहे,
जबकि शिवपाल सिंह यादव की नई पार्टी का नाम प्रगतिशील समाजवादी पार्टी
(लोहिया) है। रविवार को रमाबाई का मैदान ऐतिहासिक भीड़ व जनसैलाब का गवाह
बना। भीड़ का
आलम यह था कि रमाबाई और आसपास का इलाका शनिवार की रात ही घंटों जाम में रहा।
रैली में 50 से अधिक वर्तमान व पूर्व विधायक, सांसद व मंत्री रहे मौजूद रहे।
पूरे प्रदेश से जनसैलाब ट्रेन, बसों व निजी साधनों से शनिवार से ही लखनऊ में
पहुंचने लगा था। भीड़ लगातार शिवपाल यादव जिन्दाबाद, लोहिया अमर रहें व समाजवाद
अमर रहे। कार्यक्रम में नेताजी की गौरान्वित उपस्थिति ने भीड़ का जोश और बढ़ा
दिया।

शिवपाल का उद्बोधन-*

लखनऊ की सरजमीं पर आयोजित होने वाली यह रैली ऐतिहासिक है। देश के इतिहास में
शायद यह पहली बार हो रहा है, जब तमाम पिछड़ी जातियां, दलित, अल्पसंख्यक व
सामाजिक न्याय में आस्था रखने वाले सर्व समाज के लोग एक साथ एक मंच खड़े हैं।
सामाजिक न्याय का अर्थ है-उन सभी व्यक्तियों को न्याय उपलब्ध करवाना, जिन्हें
किसी भी प्रकार के सामाजिक भेद-भाव व वर्चस्व के कारण अन्याय का सामना करना पड़
रहा है।
लोहिया कहा करते थे कि सामाजिक न्याय की लड़ाई तब तक अपने मुकम्मल अंजाम तक
नहीं पहुंच सकती जब तक समाज के अंतिम पायदान पर खड़े गरीब से गरीब व्यक्ति के
जीवन में भी खुशहाली न आ जाए।
पिछले 3 दशकों में देश में सामाजिक न्याय को बहुत कामयाबी मिली है, बहुत लोगों
का जीवन सुधरा है, लेकिन अभी बहुत काम करना बाकी है। सामाजिक न्याय की यात्रा
में बहुत सी जातियां और समूह पीछे छूट गए हैं।
इस रैली का असल मकसद तब पूरा होगा जब तरक्की और खुशहाली आखिरी पायदान पर खड़े
व्यक्ति तक पहुचेगी। सामाजिक न्याय की ये लड़ाई तब सफल होगी जब बिना किसी
भेद-भाव के सभी को रोजी-रोटी-रोजगार,सुरक्षा,मुफ्त दवाई व शिक्षा मिलेगी। ये
लड़ाई इसी बात की है। समाज के हर व्यक्ति को रोजी-रोटी-रोजगार उपलब्ध कराना
सरकार की जिम्मेदारी है, हम सरकार से कोई खैरात नहीं मांग रहे हैं।
लोहियाजी कहा करते थे, ‘जिसकी जितनी भागीदारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी’। लेकिन
देश में 1931 की जनगणना में जातिगत आकडे आखिरी बार एकत्रित किए गए। मतलब 1931
के जातिगत आंकड़ो के आधार पर 2018 में आरक्षण मिल रहा है। अगर आज ईमानदारी से
जनगणना हो तो पता चल जाए कि दलित, पिछड़ों व अल्पसंख्यकों की संख्या देश की कुल
आबादी की 85 फ़ीसदी है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी जातिगत जनगणना के आधार पर
आरक्षण की पक्षधर है और यदि हमारी सरकार आई तो कानून लाकर जातिगत जनगणना व
उसपर आधारित आरक्षण को लागू किया जाएगा।shivpal-singh-yadav-rally
आज की भाजपा सरकार गरीब, पिछड़ो व दलित के नाम पर सत्ता में आई थी, लेकिन सरकार
ने इन सभी का वोट लेकर उन्हें केवल छला है। उनके हित में कोई काम नहीं किया और
यही वजह है कि आज गरीब, पिछड़ो, दलित व अल्पसंख्यक समाज का देश और प्रदेश की
तमाम पार्टियों से मोहभंग हो गया है।
पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने हर साल 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था।
लेकिन उन्हीं के आकड़ें बताते हैं कि केवल साढ़े चार लाख लोगों को रोजगार मिला।
लाखों नौजवान बीटेक और बीएड करके घर बैठे हैं मगर कहीं बहाली नहीं है। भाजपा
ने राजनीति को सोशल मीडिया पर भेजे जाने वाले प्रोपेगैंडा में ही इन छात्रों
को उलझा दिया है।
भाजपा बड़े-बड़े वादे कर सरकार में आई थी। आज बेरोजगारी का क्या आलम है यह किसी
से छुपा हुआ नहीं है। सरकार नौकरियां नहीं दे पा रही है और शिक्षकों,आंगनवाडी
महिलाओं को लाठियों से पीटा जा रहा है और दूसरी ओर उत्तरप्रदेश में प्राइवेट
इन्वेस्टमेंट भी कानून व्यवस्था एवं मूलभूत आधार रचना के आभाव में नहीं आ पा
रहा है। इस कारण युवाओं को नौकरिया नहीं मिल पा रही है। और उत्तर प्रदेश विकास
की दर में भी गिरावट आ रही है। बेरोजगार ही नहीं बल्कि सरकारी कर्मचारियों के
हितों पर भी डाका डाला जा रहा है। बुढ़ापे का सहारा छीना जा रहा है। हमारी यह
बहुत स्पष्ट मांग है कि पुरानी पेंशन की बहाली की जाए एवं 15-20 वर्षो से
संविदा पर कार्य कर रहे संविदा कर्मियों का समायोजन किया जाए।
हम सरकार से ये भी मांग करते हमारे पत्रकार साथियो की पुरानी मांगे जैसे कि
आवास हेतु भूमि एवं पेंशन योजना का लाभ भी शीघ्र नीति बनाकर उपलब्ध कराया जाए।
मैंने यह बात बार -बार दोहराई है कि हमें सबको साथ लेकर चलना है। सबको जोड़कर
समाज बदलना है और जन समर्थन के सहारे देश में सामाजिक परिवर्तन लाना है। मैंने
जीवन भर कमजोरों, पिछड़ों, बुनकरों, व्यापारियों, महिलाओं,अल्पसंख्यकों,
नौजवानों व छात्रों की लड़ाई लड़ी है। यह मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि समाज के
जो लोग कमजोर हैं, चाहे वो किसी समाज के हों, मैं उनके साथ खड़ा हूं। और यह
सिर्फ भाषण में नहीं कह रहा, सभी को पता है, जब हम सत्ता में थे, हमने हर वर्ग
के लोगो की संभव मदद की।
नौजवान दोस्तों ! अब चुनौती बिलकुल नजदीक आ गई है। यह समय लंबे वक्ताओं और
भाषणों का नहीं है, सीधी कार्यवाही का है, सीधी चुनौती स्वीकार करने का है। इस
लड़ाई में सभी वर्गों का साथ आवश्यक है। जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, नफरत
फ़ैलाने का धंधा फलने दृफूलने लगा है। सांप्रदायिक शक्तियां एक दूसरे को लड़ाने
में लग गई हैं, पूरे देश में भय का माहौल बनाया जा रहा है, कहीं भीड़ को भड़का
कर गो हत्या के नाम पर किसी की हत्या कर दी जा रही है तो कहीं किसी धर्म विशेष
के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है।
मुझे डर है कि अयोध्या के बहाने देश को साम्प्रदायिक आग में झोका जा सकता है।
क्योंकि पूर्व में भी ऐसा हो चुका है जब ऐसी ही परिस्थितियों में सर्वोच्च
न्यायालय में हलफनामा देने के बावजूद सरकार उसका पालन नहीं कर सकी और पूरा देश
दंगों की आग में जला और हजारों लोगों को जान व माल का नुकसान सहना पड़ा और देश
की अर्थव्यवस्था को भारी क्षति हुई। अयोध्या में आज स्थानीय लोगों में कोई
आपसी साम्प्रदायिक विवाद नहीं हुआ। ऐसे में अयोध्या शांतिपूर्ण यथास्थिति
सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
हमारा बहुत स्पष्ट मानना है कि किसी भी कीमत पर विवादित भूमि पर सर्वोच्च
न्यायालय के आदेश की अवहेलना नहीं होनी चाहिए। क्योंकि अब तक बातचीत और आपसी
सहमति का कोई नतीजा नहीं निकला, ऐसे में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का इंतजार
होना चाहिए।
आज भारतीय जनता पार्टी समाज को जाति और साम्प्रदायिक खांचों में बाँटने के
बाद भगवानों को भी जाति में बाँटने का काम कर रही। बताइए भगवान की भी कहीं कोई
जाति होती है? लेकिन जनता अब इनके जाल में फंसने वाली नहीं है। समाज को बांटने
वालों को अबकी बार सबक सिखाने का मन जनता ने बना लिया है।
आज भाजपा कि सरकार में भ्रष्टाचार का बोलबाला है,ललित मोदी, नीरव मोदी,मेहुल
चोकसी और विजय माल्या जैसे लोग देश का पैसा लूट कर फरार हो गए और सरकार कुछ
नहीं कर सकी। अधिकारी /कर्मचारी सरकार के काबू के बाहर हो गए हैं। जब हम सरकार
में थे हमने तब भी भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई और मैनपुरी में अगस्त 2016
में ही मंत्री परिषद से इस्तीफे की पेशकश की। हमारी लड़ाई हमेशा भ्रष्टाचार के
खिलाफ रही है उसके लिए हमने पद की भी चिंता नहीं की और उसके बाद जो हुआ वो आप
सब जानते हैं क्योंकि हमारी पुरानी पार्टी अपने मूल सिद्धांतों से भटक चुकी थी
एवं लाखों प्रतिबद्ध मेहनती समाजवादी कार्यकर्ताओं को कुछ चाटुकारों, अवसरवादी
एवं आधारहीन नेताओं के एवज में अपमानित एवं उपेक्षित किया गया।जमीनी स्तर पे
अन्याय, भ्रष्टाचार, साम्प्रदायिकता के विरुद्ध संघर्ष नहीं हो रहा था एवं
हमारी पुरानी पार्टी सोशल मीडिया पार्टी बनकर रह गई थी। अपनी मूल विचारधारा
एवं सिद्धांतों से भटकी पार्टी में रहकर सिद्धांतों से समझौता करना अब संभव
नहीं था।
जमीनी स्तर पर संघर्ष कर रहे लोगों की समस्याएं उठाने के लिए एवं उनके निराकरण
करने के लिए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन किया और आज इस विशाल रैली का
आयोजन किया गया
हमने सरकार में मंत्री रहते हुए अनेकों जन्कल्याणकारी कार्य किए, समस्त जिलों
को फोर लेन से जुडवाया। किसानो के लिए सिंचाई व्यवस्था मुफ्त की। नहरों की टेल
तक पानी पहुंचाया। किसानों के लिए हर संभव मदद दी। राजस्व कोड जारी किया एवं
बेरोजगारी पेंशन व लोहिया पेंशन जैसी योजनाओं से गरीब लोगों को सामाजिक एवं
आर्थिक न्याय दिलाने की मुहीम चलाई। आज सरकार द्वारा वे समस्त जन कल्याणकारी
योजनाएं बंद कर दी गयी है।
आज सभी देख रहे हैं कि पुरे प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं
बची है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है। प्रदेश में गुंडाराज, जंगलराज व्याप्त है।
पुलिस निर्दोष लोगों के एनकाउंटर में व्यस्त है। लखनऊ में पुलिस द्वारा मर्डर,
बुलंदशहर की हिंसा,नोएडा में पुलिस द्वारा निर्दोष जितेन्द्र यादव को गोली मार
देना, यह सब दर्शाता है कि कानून व्यवस्था का क्या हाल है। पुलिसकर्मी खुद
सुरक्षित नहीं है एवं तथाकथित गोरक्षाको द्वारा आतंक फैलाया जा रहा है ऐसा
लगता है कि भाजपा सरकार के लिए इंसानों से आधिक महत्वपूर्ण गोवंश हो गया है।
थानों व तहसीलों में खुले आम पब्लिक के साथ उगाही की जा रही है। अल्पसंख्यक
समाज में भय व्याप्त है, दलितों व पिछड़ों पर अत्याचार किया जा रहा है एवं
अल्पसंख्यकों,दलितों व पिछड़ों पर अत्याचार करने वालों को सत्ता का संरक्षण
प्राप्त है। सहारनपुर से लेकर ऊना तक की घटनाएं गवाह है।
महंगाई इस कदर बढ़ गई है कि सामान्य परिवारों को दो वक्त की रोजी रोटी का जुगाड़
कर पाना भी मुमकिन नहीं है। पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत आसमान छू रही है और
रुपया गिरता जा रहा है। भाजपा सरकार का नारा “सबका साथ सबका विकास“ कि जगह
“कुछ का विकास एवं शेष का सर्वनाश“ हो के रह गया है।
अंत में आज इस रैली को अत्यंत सफल बनाने के लिए मंच पे उपस्थित वरिष्ट साथीगण,
इस रैली में लाखो कि संख्या में उपस्थित हमारी पार्टी के नेता, कार्यकर्ता,
समर्थको एवं पत्रकार बन्धुओं का आभार व्यक्त करता हूं।

*मंच पर मौजूद सम्मानित अतिथिगणः*
1. श्री मुलायम सिंह यादव जी
2. श्री सर्वेश कटियार, बमुपा
3. श्री सुन्दर लाल लोधी, पूर्व विधायक
4. श्री रघुराज शाक्य, पूर्व सांसद
5. श्री राम सेवक यादव
6. डा० सी०पी० राय, मुख्य प्रवक्ता
7. श्री गोपाल कृष्ण वर्मा, बमुपा
8. श्री बी०एल० मातंग, बमुपा
9. श्री अन्सार रजा
10. श्री भगवती सिंह, पूर्व सांसद
11. श्री सुखराम यादव, राज्यसभा सांसद
12. श्री शारदा प्रताप शुक्ला, पूर्व मंत्री
13. श्रीमती सैय्यदा शादाब फातिमा, पूर्व मंत्री
14. श्रीमती अपर्णा यादव
15. श्री वीरपाल यादव, पूर्व सांसद
16. श्री कमाल यूसुफ मलिक, पूर्व मंत्री
17. श्री राम नरेश यादव, पूर्व सदस्य, विधान परिषद
18. श्री आदित्य यादव
19. श्री जय प्रकाश यादव, पूर्व मंत्री
20. श्री मलिक मसूद, पूर्व मंत्री
21. श्री श्याम लाल रावत, पूर्व मंत्री
22. श्री प्रमोद गुप्ता, पूर्व विधायक
23. श्री आशीष यादव आशू, पूर्व विधायक
24. श्री मानिक चंद, पूर्व विधायक
25. श्री सुभाष यादव, पूर्व सदस्य, विधान परिषद
26. श्रीमती नजीवा खान जीनत, पूर्व विधायक
27. श्री अजीम भाई, पूर्व विधायक
28. श्री विजय मिश्रा, विधायक
29. श्री अमनमणि त्रिपाठी, विधायक
30. श्री राम दर्शन यादव, पूर्व विधायक
31. श्री शराफत यार खान, पूर्व विधायक
32. श्री संगम लाल शुक्ला, पूर्व विधायक
33. श्री जय सिंह यादव, पूर्व विधायक
34. कुँवर वीरेन्द्र सिंह, पूर्व सदस्य, विधान परिषद
35. श्रीमती सुखदेवी वर्मा, पूर्व विधायक
36. सुश्री संध्या कठेरिया, पूर्व विधायक

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भाजपा की राजनीति गांव, गरीब, किसान को आगे बढाने का माध्यम, विपक्ष की राजनीति परिवार को आगे बढ़ाने के लिए - डाॅ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय

Posted on 09 December 2018 by admin

भाजपा पदयात्रा का पड़ाव दर पड़ाव हो रहा जनता से जुड़ाव
लखनऊ 09 दिसम्बर 2018। भारतीय जनता पार्टी की पदयात्रा मोदी सरकार व योगी सरकार के कामकाज का लेखा-जोखा लेकर जनता के बीच है। प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने पदयात्रा के नौंवे दिन चन्दौली संसदीय क्षेत्र के वाराणसी जनपद अन्तर्गत अजगरा विधानसभा के हरिहरपुर, धौरहरा, चैबेपुर खुर्द, अजगरा, खर्दहा तथा चाहीं में पदयात्रा कर गांव, गली, चैबारों पर जनता से सम्पर्क किया। डाॅ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने मोदी सरकार व योगी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभाथर््िायों को सम्मानित किया व गरीबों को कम्बल वितरित किये। डाॅ. पाण्डेय ने कहा कि विपक्ष अपने परिवार की समृद्धि के लिए राजनीति कर रहा है और भाजपा गांव, गरीब, किसान की समृद्धि के लिए राजनीति कर रही है। डाॅ. पाण्डेय ने कहा कि प्रदेश में 2400 से अधिक टोलियांें में दो लाख से अधिक कार्यकर्ता प्रतिदिन जनता के बीच पहुंच रहे है।
प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने पदयात्रा के दौरान मोदी सरकार व योगी सरकार की उपलब्धियों को जनता की बीच साझा करते हुए कहा कि लोकतंत्र में दो तरह की राजनीतिक विचारधाराएं व दल काम कर रहे है, एक वह दल हंै जो गठबन्धन करके, समाज को बांटकर, बैमनस्यता फैलाकर सत्ता में आने के बाद अपने परिवार को आगे बढाना व लूट-खसोट कर पैसा बनाना चाहते है। वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी की सरकारे है। अटल जी की सरकार रही हो या मोदी जी व योगी जी सरकार हो, सत्ता में आने के बाद समाज के गरीब तबके की सेवा के साथ समाज के हर वर्ग के विकास में लग जाती है। महात्मा गांधी की जयन्ती के 150वें वर्ष में 1 दिसम्बर से प्रारम्भ हुई पाक्षिक पदयात्रा पड़ाव दर पड़ाव आगे बढती हुई भाजपा सरकारोें की जनकल्याण की प्रतिबद्धता जनता तक पहुंचा रही है।

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गाजीपुर समागम

Posted on 09 December 2018 by admin

लखनऊ 09 दिसम्बर 2018। सिटी मान्टेसरी स्कूल के विशाल प्रेरक्षागृह में
गाजीपुर समागम सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में लखनऊ में रहने वाले लगभग 4000 से
ज्यादा गाजीपुर निवासियों ने शिरकत की। कार्यक्रम केे मुख्य अतिथि के रूप में
गाजीपुर के सांसद भारत सरकार में रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा जी रहे। गाजीपुर
समागम की शुरूआत सबसे पहले मुम्बई में रहने वाले गाजीपुर के निवासियों द्वारा
गाजीपुर के विकास के चेहरे के रूप में प्रचलित और पहचान बना चुके माननीय मनोज
सिन्हा जी के सम्मान के द्वारा हुई। इसके पश्चात् सूरत और फिर अब लखनऊ में यह
कार्यक्रम हुआ। जिसमें गाजीपुर के विकास और गाजीपुर की माटी के सम्मान की मुखर
अभिव्यक्ति सामने आ रही है।

manoj sinha

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मुख्य अतिथि मनोज सिन्हा जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि 2014
में इस देश में जो परिवर्तन हुआ वो महज राजनैतिक परिवर्तन नहीं था वल्कि
सामाजिक परिवर्तन भी था। उन्होंने कहा कि पहले गाजीपुर में मैंने अमित शाह जी
से कहा था मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहता लेकिन श्री अमित शाह जी ने कहा कि
गाजीपुर से आप को ही चुनाव लड़ना है। यूपी का सौभाग्य है कि मोदी जी काशी से
चुनाव लडे़। मोदी जी दो जगह से चुनाव लड़े थें। गुजरात में जीत का अंतर ज्यादा
था लेकिन मोदी जी ने बनारस को चुना। श्री सिन्हा ने कहा कि पूर्व में
पूर्वांचल काफी पिछड़ा रहा गाजीपुर जिसमें ज्यादा पिछड़ा था। भारत सरकार का पहले
कोई योगदान गाजीपुर के विकास में नहीं रहता था लेकिन अब गाजीपुर पूर्वांचल
विकास के केंद्र में आ गया है। गोरखपुर में एम्स का शिलान्यास किया गया।
गोरखपुर में यूरिया उत्पादित होगी तो पूर्वी उत्तर प्रदेश के खेत में भी
जाएगी। उन्होंने कहा कि आज से 5 महीने पहले केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी
नड्डा और मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर जी बनारस गये थें। बीएचयू
में एम्स जैसा संस्थान कायम करने का काम भारत सरकार कर रही है, इस संस्थान में
एम्स से 100 बेड ज्यादा ही होंगे। काशी में रेलवे का कैंसर इंस्टीयूट बनकर
तैयार हुआ है, जो देश के चुनिंदा संस्थानों में से एक है। काशी में लंका से
डीएलडब्ल्यू के बीच में भारत सरकार का एक और कैंसर इंस्टीयूट बन रहा है।
उन्होंने कहा कि पूरे पूर्वांचल में विकास को गति देने का काम किया गया है।
गोरखपुर से इलाहाबाद तक एक भी रेलखंड ऐसा नहीं है जिसका दोहरीकरण न हुआ हो,
कैंट से मडुआडीह का दोहरीकरण शीघ्र पूरा हो जाएगा। छपरा से बलिया दोहरीकरण का
कार्य पूरा होने जा रहा है। हमारे बाद की पीढ़ी के लिए नेक्स्ट जेनरेशन
इंफ्रास्ट्रक्चर जो देश में बन रहा है उसका श्रेय भी प्रधानमंत्री जी को जाता
हैं। श्री सिन्हा कहा कि 2022 में 320 किमी प्रति घण्टे की स्पीड से रेल चल
सकेगी जो कॉरिडोर अहमदाबाद से बन रहा है उसके लिए 3 ट्रेन आ गई हैं।
2019 में देश का कोई गाँव ऐसा नहीं होगा जहाँ हाईस्पीड ब्रॉडबैंड न हो।
गाजीपुर से गाड़ी चलेगी ऐसा मैं खुद नहीं सोच सकता था लेकिन अब दिल्ली
,कलकत्ता, वैष्णो देवी कहीं भी जाना है तो गाजीपुर से जा सकते हैं। मेमो और
डेमो सर्विस का रखरखाव जल्द ही शुरू हो जाएगा। टावर वैगन 600 हैं और भी बनने
जा रहे हैं, गाजीपुर में वर्कशॉप भी बनेगी। इसके पश्चात् श्री सिन्हा ने सभी
का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए प्रख्यात हृदय रोग विशेषज्ञ डाॅ.ए.के.
श्रीवास्तव ने कहा कि वह अपनी मिट्टी से प्रेम के कारण ही अमेरिका से नौकरी
छोडकर भारत लौट आये और इसके पश्चात् संजय गांधी आर्यर्विज्ञान संस्थान में
सहायक प्रोफेसर के तौर पर अपनी सेवाएं दी। यही पर पहली ओपन हार्ट सर्जरी एक
गाजीपुर के ही मरीज की। इसके पश्चात् स्व0 अटल जी के आशीर्वाद से लखनऊ में
डिवाइन हास्पिटल की स्थापना की।

कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रख्यात पत्रकार एवं
पूर्व कुलपति माखनलाल चर्तर्वेदी विश्वविद्यालय के श्री अच्युतानंद मिश्र जी
ने अपने समापन भाषण में कहा कि 2014 के बाद से पूर्वांचल के विकास में जिस
प्रकार के प्रगति हुई है वह पूरे देश के लिए एक उदाहरण हैं उन्होंने कहा कि
गाजीपुर पूर्वाचल के नक्शे पर विकास के केन्द्र के रूप में उभर कर आया है।
श्री मिश्र ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए प्रदेश प्रवक्ता संजय राय को
बधाई दी। इसके साथ ही उन्होंने वैभव सिंह, आशुतोष राय, अजीत सिंह को भी बधाई
दी। कार्यक्रम का संचालन पूर्व प्रचारक अजीत सिंह जी ने किया।
मंच पर मुख्य अतिथि मनोज सिन्हा जी के साथ राज्यमंत्री उपेन्द्र तिवारी,
राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार श्रीमती स्वाती सिंह, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष
दयाशंकर सिंह, भाजपा प्रदेश महामंत्री विद्यासागर सोनकर, कार्यक्रम की
व्यवस्था में मुख्यरूप से प्रशान्त राठौर, नवीन श्रीवास्तव, अभय सिंह, सौरभ
मारूदिया, अंकित चंदेल आदि भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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