Posted on 22 April 2019 by admin
मोदी जी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले अब सुप्रीम कोर्ट में मांग रहे माफी
23 मई को परिणाम आने के बाद पूरी तरह से परास्त हो जाएगा गठबंधन और महागठबंधन
लखनऊ 22 अप्रैल 2019, इलाहाबाद और फूलपुर लोकसभा सीट के प्रत्याशियों का नामांकन कराने पहुंचें डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य कांग्रेस पर जमकर बरसे। केशव प्रसाद मौर्य ने इस दौरान कहा कि कांग्रेस सत्ता के बिना बिल्कुल वैसी ही हो जाती है जैसे बिना पानी के मछली। आज कांग्रेस और विरोधी पार्टियां एकजुट होकर मोदी जी को हटाने में लगी हुई है। आज यह लोग सिर्फ इसलिए गठबंधन और महागठबंधन बना रहे हैं ताकि मोदी जी को किसी तरह से हराया जा सकें। उन्होंने कहा कि मोदी जी और भ्रष्टाचार एक साथ कभी नहीं रह सकते हैं। मोदी जी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले आज सुप्रीम कोर्ट में माफी मांग रहे हैं। उन्हें सुप्रीम कोर्ट में कहना पड़ रहा है कि आवेश में आकर हमनें चैकीदार चोर है कह दिया था।
2019 का लोकसभा चुनाव प्रत्याशी नहीं बल्कि मोदी जी पर लड़ा जा रहा है। एक तरफ गठबंधन और कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी उतार रखे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा प्रत्याशी के तौर पर मोदी जी है। जनता मोदी जी के नाम पर इस बार वोट कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अभी दो चरण के चुनावों में हम 80 प्रतिशत सीटों पर जीत रहे हैं। लोकतंत्र के पर्व का उत्सव जैसे जैसे आगे बढ़ता जा रहा है वैसे ही वैसे हम और मजबूत होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 23 मई को परिणाम आने के बाद सारे विरोधी परास्त हो जाएंगे। एक बार फिर से केंद्र में मोदी जी सरकार बनेंगी।
नामांकन सभा के दौरान केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मायावती जिस तरीके की बयानबाजी कर रही है, उसे जनता समझ रही है। उन्होंने कहा कि हम विकास के लिए काम कर रहे हैं और विकास के मुद्दे को ही लेकर चुनाव लड़ रहे हैं। हम धुवीकरण की राजनीति नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में हम लोकसभा चुनाव 2014 से भी बडे अंतर से जीत रहे हैं। इस लोकसभा चुनाव में मोदी जी की लहर नहीं बल्कि सुनामी चल रही है। केशव प्रसाद मौर्य ने दावा किया 2014 के चुनाव में 73 हम सीटों पर जीते थे, इस बार हम उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर जीतने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रायबरेली और अमेठी की जनता गांधी परिवार को हराने जा रही है। सपा भी अपने सारे गढ़ में चुनाव हारने जा रही है।
कुंभ नगरी प्रयागराज में फूलपुर एवं इलाहाबाद लोकसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशियों श्री केशरी पटेल एवं यूपी सरकार में मंत्री रीता बहुगुणा जोशी के नामांकन में जनसैलाब उमड़ पड़ा। इस दौरान दोनों ही प्रत्याशियों के समर्थन में इलाहाबाद की सड़कों पर भीड ही भीड़ नजर आ रही है। प्रत्याशियों के समर्थन में प्रयागराज की जनता ने धूप एवं उमस की कोई परवाह नहीं की। भारी संख्या में उमड़े जनसैलाब से साफ हो गया कि इस बार यहां की जनता किसे चुनना चाह रही है। इस मौके पर रोड-शो के दौरान उनके साथ में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के अलावा कैबिनेट मंत्री नंदगोपाल नंदी, इलाहाबाद की मेयर अभिलाषा गुप्ता भी मौजूद रही।
Posted on 14 March 2018 by admin
सरकार का एक वर्ष का हर्षश्भी फीका हो गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री,लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफे से रिक्त हुई गोरखपुर और फूलपुर संसदीय सीट पर उपचुनाव में भाजपा अपने बड बोलेेेपन और अहंकार के कारण चित हो गई। गोरखपुर में भाजपा के उपेंद्र दत्त शुक्ल को सपा के प्रवीण निषाद ने 21961 मत और फूलपुर में भाजपा के कौशलेंद्र पटेल को सपा के नागेंद्र पटेल ने 59613 मतों से हरा दिया। मतदाताओं को सपा और बसपा का मिलन पसंद आया। इस चुनाव परिणाम से सत्ताधारी भाजपा को इतना करारा झटका लगा कि भाजपा के प्रदेष कार्यालय में सन्नाटा पसर गया ै।गोरखपुर संसदीय सीट पर 1991 से लगातार भाजपा की जीत के रिकार्ड को समाजवादी पार्टी ने ध्वस्त कर दिया है, जबकि फूलपुर में भी भाजपा को 2014 में मिली पहली जीत का स्वाद कड़वा कर दिया। खाता खोलने के बावजूद भाजपा फूलपुर में पांच वर्ष का अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सकी और बीच उपचुनाव में बाजी उसके हाथ से निकलकर सपा के पास चली गई। गोरखपुर में 1989, 1991 और 1996 में महंत अवेद्यनाथ और 1998 से 2014 तक योगी आदित्यनाथ को कोई चुनौती नहीं मिल सकी। पिछले लोकसभा चुनाव में योगी तीन लाख 12 हजार मतों से जीते थे लेकिन, जब उनकी सर्वाधिक कठिन परीक्षा थी तब भाजपा को मुंह की खानी पड़ी। फूलपुर लोकसभा
फूलपुर सीट पर 22 उम्मीदवार मैदान में हैं। फूलपुर सीट उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य के विधान परिषद की सदस्यता ग्रहण करने के बाद त्यागपत्र देने के कारण खाली हुई थी। बता दें कि फूलपुर उपचुनाव के लिए 37.4 फीसदी मतदान हुआ है। जबकि 2014 के लोकसभा चुनाव में 50.2 फीसदी मतदान हुआ था। इस तरह इस बार 12.4 फीसदी वोटिंग कम हुई है। गौरतलब है कि आजादी के बाद पहली बार मोदी लहर में फूलपुर में भाजपा का 2014 के लोकसभा चुनाव में खाता खुला था। केशव प्रसाद मौर्य ने भाजपा प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज की थी।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में हुए लोकसभा उपचुनाव में मतदान का प्रतिशत कम रहना ही हार का सबब बना। इन लोकसभा सीटों के नतीजे न सिर्फ यूपी बल्कि केंद्र की राजनीति के सियासी समीकरणों में भी बड़ा बदलाव लाएंगे। गोरखपुर-फूलपुर उपचुनाव से परिणाम ने यूपी की राजनीति ने नई करवट पैदा कर दी है। चिर प्रतिद्वंद्वी सपा-बसपा ने हाथ मिला कर बता दिया है कि आने बाले दिन भाजपा और सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए कठिन होगे। भाजपा के मिषन 2019 पर तो ग्रहण लगा ही सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार का एक वर्ष का हर्षश्भी फीका हो गया।वही दूसरी ओर उपचुनाव में जीत को सोशल जस्टिस की जीत बताकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने देश की महत्वपूर्ण लड़ाई में उनका सहयोग देने के लिए सभी को धन्यवाद दिया। आज सुबह से ही सपा के पक्ष में रुझान देखकर कार्यकर्ता उत्साहित रहे। अखिलेश यादव के सपा मुख्यालय पहुंचते ही उनका जोरदार स्वागत किया गया। लोग जय जय जय जय जय अखिलेश के नारे लगाते सुने गए। खूब रंग गुलाल उड़ा। हर तरफ होली जैसा नजारा दिखा। उन्होंने कहा कि आज के चुनाव परिणाम से राजनीतिक संदेश है कि एक मुख्यमंत्री और दूसरे उप मुख्यमंत्री को जनता ने हराया है। दोनों लोकसभा क्षेत्र के लाखों लोगों ने जिताया है। अखिलेश ने लखनऊ में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह प्रदेश को विकास में आगे देखना चाहते हैं। 2017 में काम गिनाते रहे लेकिन भाजपा कह रही थी हमारे कारनामे बोल रहे हैं। ये भाजपा के लोग हमेशा समाज में जहर घोलने का काम करते हैं। भाजपा ने नौजवानों को रोज़गार नहीं दिया। किसानों की कर्जमाफी का ढोंग किया, उसी का जवाब जनता ने दिया है। इस मौके पर उनके गठबंधन को सांप छंछूदर कहे जाने पर दंश भी उन्हें सालता रहा। अखिलेश यादव ने अपने धन्यवाद ज्ञापन में सबको साथ लिया। सभी के प्रति आभार जताया। बोलते समय उनकी फहरिस्त काफी लंबी हो गई। इसमें गोरखपुर और फूलपुर की जनता, निषाद पार्टी, पीस पार्टी, वामदल, लोक दल, मज़दूर महिलाओं, युवाओं और बसपा नेता मायावती को भी शामिल किया। दलितो ने भी मदद की कहकर अखिलेश ने इसे सोशल जस्टिस की जीत करार दिया।