Archive | अयोध्या

हमारे 15 जवान शहीद हुए हैं, बदले में 100 नक्सली और 100 आतंकवादी ढेर होंगे - योगी आदित्यनाथ

Posted on 01 May 2019 by admin

देश की 130 करोड़ जनता वीर जवानों के साथ खड़ी है

सपा-बसपा विकास के लिए जहर और मोदी आतंकवाद के लिए कहर

कांग्रेस सपा-बसपा ने गरीबों का भला करने के बजाय उनके हक पर डकैती डाली

अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के नाम पर एक नए एयरपोर्ट का निर्माण प्रारम्भ

लखनऊ 01 मई 2019, अयोध्या/बस्ती/संत कबीरनगर/डुमरियागंज/सीतापुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अयोध्या, बस्ती, संत कबीर नगर, डुमरियागंज और सीतापुर में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने इस दौरान बीजेपी प्रत्याशियों के समर्थन में वोट देने की अपील की। उन्होंने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में हुए नक्सली हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि भी दी। योगी जी ने कहा कि यह लड़ाई पूरे देश की लड़ाई है और वीर जवानों के साथ 130 करोड़ देशवासी खड़े हैं। हमारे 15 जवान शहीद हुए हैं तो बदले में 100 नक्सली और 100 आतंकवादी ढेर होंगे। सीएम योगी ने अलग-अलग मंचों से विपक्ष पर ताबड़तोड़ वार भी किए।
बस्ती में जनसभा को सम्बोधित करते हुए योगी जी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के चार चरण सम्पन्न होने के बाद पूरे देश में ‘फिर एक बार मोदी सरकार’ के नारे की गूंज है। 55 वर्षों तक कांग्रेस ने शासन किया और देश के सम्मान को गिराया। देश की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा सुदृढ़ करने की जगह देश की सीमाओं को असुरक्षित किया। कांग्रेस सपा-बसपा ने देश में गरीब कल्याणकारी योजनाओं का लाभ देने के बजाय गरीबों के हक पर डकैती डालते हुए जातिवाद का जहर घोलते रहे।
अयोध्या में जनसभा को संबोधन करते हुए योगी जी ने सिलसिलेवार सरकार की उपलब्धियों और विकास कार्यों को गिनाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने गरीबों को मुफ्त इलाज, गैस सिलेंडर, आवास, शौचालय आदि मुहैया कराया जिसके परिणामस्वरूप लोगों के जीवन में व्यापक परिवर्तन आया है। अयोध्या में बड़े-बड़े हाइवे का निर्माण हो रहा है साथ ही यहां मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के नाम पर एक नए एयरपोर्ट का निर्माण प्रारम्भ हुआ है। अयोध्या एक वैश्विक पहचान के साथ आगे बढ़ रहा है। प्रयागराज कुम्भ की सराहना करते हुए सीएम योगी ने कहा कि भारत की आस्था का सम्मान कैसे होना चाहिए कुम्भ में आपने देखा होगा।
योगी जी ने कहा कि मुंडेरवा चीनी मिल बंद हो गई थी। हमने मुंडेरवा में नई चीनी मिल लगा दी। एक दिन में 50 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई होगी। वहां पर फाइन शुगर बनेगा साथ ही एथेनॉल, बिजली बनाने का कार्य भी शुरू होने वाला है। नौजवानों को नौकरी और किसानों को गन्ना मूल्य मिलेगा। जो चीनी मिल भुगतान नहीं करेगी उनके लिए जेल का दरवाजा खुला है। उन्होंने कहा कि सपा-बसपा विकास के लिए जहर है और मोदी जी आतंकवाद और देशद्रोहियों के लिए कहर हैं।
सीएम योगी मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार जनसभा को संबोधित करने डुमरियागंज पहुंचे। उन्होंने कहा कि जब देश के प्रधानमंत्री स्वयं को चैकीदार कहते हैं तो थाने का चैकीदार भी गौरवान्वित महसूस करता है। सिद्धार्थनगर के लोगों को हमारी सरकार ने मेडिकल कॉलेज की सौगात दी है और उसका शिलान्यास भी किया जा चुका है। यह मेडिकल कॉलेज आसपास के जनपदों के साथ-साथ हमारे पड़ोसी मित्र राष्ट्र नेपाल की जनता की भी सेवा करेगा।

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पूर्व आईएएस अधिकारी विजय शंकर पांडे ने किया नामांकन

Posted on 10 April 2019 by admin

लोक गठबंधन के प्रत्याशी हैं विजय शंकर पांडे। नाका के नीलकंठ लान से निकला नामांकन जुलुस। रोड शो करते हुए पहुंचे कलेक्ट्रेट। कलेक्ट्रेट में किया नामांकन। फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र के लिए किया नामांकन। पूर्व आईएएस अधिकारी विजय शंकर पांडे का बयान। जनता से जताई आशा। कहा जनता चुनेगी ईमानदार प्रत्याशी को। हमें जिताएगी भारी मतों से। 23 मई को जनता का मिलेगा का जवाब- विजय शंकर पांडे, पूर्व आईएएस अधिकारी

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मुख्यमंत्री ने अयोध्या में राम की पैड़ी के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया तथा उसके सौन्दर्यीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के निर्देश दिए

Posted on 12 May 2018 by admin

सरयू नदी, राम की पैड़ी तथा अन्य घाटों पर अविरल
जल प्रवाह के बारे में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की

मुख्यमंत्री ने सरयू नदी के घाटों पर पानी
की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए

133 करोड़ रु0 की लागत से निर्मित की जा रही परियोजना
के अन्तर्गत सभी कार्य इस वर्ष अक्टूबर से पहले पूर्ण करने के निर्देश

सुरेन्द्र अग्निहोत्री, लखनऊ । 12 मई, 2018

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज अयोध्या में सरयू जी की पूजा-अर्चना के पश्चात राम की पैड़ी के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया तथा उसके सौन्दर्यीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के निर्देश भी दिए। उन्होंने सरयू नदी, राम की पैड़ी तथा अन्य घाटों पर अविरल जल प्रवाह के बारे में सम्बन्धित अधिकारियों एवं अभियन्ताओं से विस्तार से जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री जी ने 133 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित की जा रही परियोजना के अन्तर्गत सभी कार्य इस वर्ष अक्टूबर माह से पूर्व पूर्ण करने के निर्देश दिए।
तत्पश्चात् मुख्यमंत्री जी ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि सरयू जी की पवित्रता एवं स्वच्छता बनाये रखने के लिये इसमें गिरने वाले सभी नालों को या तो डायवर्ट किया जाएगा या वाटर ट्रीटमेन्ट प्लान्ट लगाकर स्वच्छ जल ही नदी मंे प्रवाहित किया जाएगा, जिससे तीर्थयात्रियों को अयोध्या भ्रमण के दौरान पवित्र सरयू नदी में स्नान करने में कोई दिक्कत न आए।

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मुख्यमंत्री ने जनकपुर-अयोध्या सीधी बस सेवा के यात्रियों का अयोध्या में स्वागत किया

Posted on 12 May 2018 by admin

भारत-नेपाल संबंधों को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने नया आयाम दिया: मुख्यमंत्री

भारत व नेपाल के प्रधानमंत्रियों द्वारा शुक्रवार को नेपाल के
जनकपुर से इस ऐतिहासिक बस सेवा का शुभारंभ किया गया था

press-866 यात्रियों को लेकर यह बस आज सुबह अयोध्या के रामकथा पार्क पहुंची

मुख्यमंत्री ने अयोध्या जनकपुर सीधी बस सेवा शुरू करने
के लिए नेपाल और भारत के प्रधानमंत्रियों का आभार व्यक्त किया

मुख्यमंत्री ने ‘दीपोत्सव’ पर आधारित
डाक विभाग के ‘स्पेशल कवर’ का अनावरण किया

सुरेन्द्रअग्निहोत्री, लखनऊ: 12 मई, 2018

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जनकपुर से अयोध्या सीधी बस सेवा के यात्रियों का आज अयोध्या में पुष्प, अंगवस्त्र व नेपाली भाषा मंे अनूदित रामचरित मानस भेंट कर स्वागत किया। ज्ञातव्य है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी व नेपाल के प्रधानमंत्री श्री के0पी0 शर्मा ओली ने शुक्रवार 11 मई, 2018 को नेपाल के जनकपुर से इस ऐतिहासिक बस सेवा का शुभारंभ किया था। 66 यात्रियों को लेकर यह बस आज सुबह लगभग 9 बजे अयोध्या के रामकथा पार्क पहुंची, जहां यात्रियों का भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी भी मौजूद थीं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने अयोध्या-जनकपुर सीधी बस सेवा शुरू करने के लिए नेपाल और भारत के प्रधामंत्रियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत-नेपाल संबंधों को नया आयाम दिया है। इस बस सेवा के शुरू होने से भारत और नेपाल के बीच नए सांस्कृतिक संबंधों की भी शुरुआत हो रही है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अयोध्या-जनकपुर धाम बस सेवा दोनों राष्ट्रों के संबंधों को और मजबूत करेगी। इसके माध्यम से विकास की नई यात्रा भी आरंभ होगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने भारतीय डाक विभाग द्वारा प्रकाशित ‘स्पेशल कवर’ का अनावरण भी किया। यह स्पेशल कवर पिछले वर्ष दीपावली के अवसर पर अयोध्या में सरयू तट पर आयोजित ‘दीपोत्सव’ कार्यक्रम पर आधारित है। डाक विभाग का यह प्रकाशन अयोध्या की वैश्विक पहचान स्थापित कर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने का काम करेगा। साथ ही ‘दीपोत्सव’ के आयोजन की स्मृतियों को लंबे समय तक संरक्षित करने में भी सहायक होगा।press-1-1
अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पिछले वर्ष अयोध्या में ‘दीपोत्सव’ कार्यक्रम के दौरान 133 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास किया गया था। भारत सरकार ने राम-जानकी मार्ग को पूर्ण करने का जिम्मा भी लिया है। मार्ग बन जाने पर जनकपुर से अयोध्या पहुंचने में 10 से 12 घंटे की जगह मात्र 6 से 7 घंटे ही लगेंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह बस सेवा पड़ोसी देश नेपाल और भारत के पौराणिक समय से चले आ रहे सांस्कृतिक व आध्यात्मिक संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने में सहायक होगी। इस बस सेवा के जरिए श्रद्धालु भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या धाम तथा माता जानकी की जन्मस्थली जनकपुर धाम के बीच की 520 किलोमीटर की दूरी को सरलता और सुविधापूर्ण ढंग से तय कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दोनों देश हजारों सालों से सांस्कृतिक व सामाजिक सबन्धों से जुड़े हुयेे हैं। ये एक ऐतिहासिक क्षण है। लोग बदले लेकिन हमारे सम्बन्ध आज भी अटूट हैं। महाराज दशरथ और राजा जनक का अटूट सम्बन्ध था। अयोध्या का जनकपुर और काठमांडू का काशी के साथ अटूट सम्बन्ध है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नेपाल से आए अतिथियों को अयोध्या की संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि नेपाल से आये तीर्थ यात्रियों के स्वागत के लिये ‘अतिथि देवो भवः’ की परिकल्पना को साकार करें। यात्रियों को अयोध्या के धार्मिक स्थानों के भ्रमण तथा रात्रि विश्राम आदि में किसी प्रकार की दिक्कत न आये। उन्हांेने कहा कि राज्य सरकार ने सरयू आरती की भव्य शुरुआत की है तथा रामलीला का अनवरत मंचन भी प्रारम्भ कराया है। भगवान श्री राम की कथा का प्रसार थाईलैंड, कोरिया तथा इण्डोनेशिया आदि अनेक देशों में है तथा वहां के रामलीला दल अयोध्या में रामलीला का मंचन भी करते हंै।press-4
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरयू जी में गिर रहे नालों को बन्द किया जायेगा। अयोध्या की ख्याति के अनुसार यहां का विकास होगा, घाटांे का विस्तार किया जाएगा।
इस अवसर पर नेपाल राष्ट्र के प्रान्त संख्या-2 के मंत्री श्री सरोज कुमार कुशवाहा ने कहा कि इस बस यात्रा के प्रारम्भ होने से भारत और नेपाल के बीच रामायण कालीन सम्बन्धों का नवीनीकरण हो रहा है, इससे धार्मिक पर्यटन को बल मिलेगा। इस अवसर पर प्रांन्त संख्या-2 की मंत्री श्रीमती ऊषा यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में उप महापौर जनकपुर धाम श्रीमती रीता कुमार मिश्रा भी उपस्थित थीं।
पर्यटन मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि भारत-नेपाल के सम्बन्ध प्राचीन काल से हंै। उन्होंने आगंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि भारत से लाखांे लोग पशुपति नाथ के दर्शन के लिए नेपाल जाते हंै। इसी प्रकार लाखों लोग नेपाल से भारत आते हंै। माउण्ट ऐवरेस्ट पर जाने का रास्ता केवल भारत, नेपाल से है। अयोध्या के विकास के लिए 133 करोड़ रुपए के कार्य प्रारम्भ हो चुके हंै, जिनका हर 15 दिन पर निरीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगले दीपोत्सव तक अयोध्या चमकने लगेगी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए औद्योगिक विकास मंत्री/प्रभारी मंत्री श्री सतीश महाना ने कहा कि भारत और नेपाल के सम्बन्धांे को पुनः प्रारम्भ करने के लिये ऐतिहासिक शुरुआत हुई है।
कार्यक्रम को फैजाबाद के सांसद श्री लल्लू सिंह ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति प्राचीनतम है। इस बस सेवा के शुरू होने से अयोध्या और जनकपुर के सम्बन्ध और मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को मजबूती देने का कार्य रहे हैं।
अयोध्या भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री जी ने राम की पैड़ी के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने पवित्र सरयू नदी की पूजा-अर्चना भी की।
कार्यक्रम में महंत श्री नृत्य गोपाल दास जी, श्री सुरेश दास, श्री कन्हैया दास, श्री रामशरण दास, स्वामी रामानन्द जी महाराज, श्री कमल नयन दास, श्री राघवदास, श्री मोहनदास सहित जनप्रतिनिधिगण और शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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जानकीघाट मंदिर अयोध्या पर जनमजेय महाराज के साथ शिया धर्म गुरू कल्वे जव्वाद सुन्नी धर्म गुरू तथा लखनऊ की टीले बाली मस्जिद के अब्दुल मन्नान ने अयोध्या विवाद मे बातचीत का विकल्प तैयार करने की कोशिश

Posted on 20 September 2017 by admin

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संकल्प सभा संपन्न, अयोध्या के 40 मंदिरों में लिया गया मंदिर निर्माण का संकल्प

Posted on 19 October 2013 by admin

विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं ने पुलिस की मौजूदगी में अयोध्या के हनुमान गढ़ी व दिगम्बर अखाड़े सहित 40 मंदिरों में तय समय पर प्रात: 11 बजकर 11 मिनट पर संकल्प सभा करने में सफल हुए।
हनुमानगढ़ी मनिदर पर काशी सिथत सुमेरूपीठाधीश्वर नरेन्द्रानन्द सरस्वती  के नेतृत्व में संकल्प सभा करने के बाद एक हजार से अधिक लोगों ने गिरफ्तारियां दी। वहीं दिगम्बर अखाड़े में महंत सुरेश दास और विहिप नेता पंकज ने उन्हें राम मंदिर निर्माण का संकल्प दिलाया।
हालांकि कारसेवकपुरम से थोड़ी दूर पर सिथत दिगम्बर अखाड़े में जैसे ही तय समय पर संकल्प सभा शुरू हुर्इ, पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों के पसीने छूटने लगे। पुलिस के लाख मना करने के बावजूद विहिप कार्यकर्ताओं ने यहां संकल्प लिया।
दिगंबर अखाड़े में संकल्प सभा सम्पन्न हो जाने से बौखलाये पुलिस प्रशासन ने फिर आनन-फानन में चारों तरफ छापेमारी तेज कर दी और कारसेवकपुरम सहित सभी मंदिरों में छापेमारी शुरू कर दी।
संकल्प सभा के बाद अयोध्या में अफरा तफरी का माहौल बना । विहिप व अन्य हिन्दू संगठनों के लोग गुरिल्ला तर्ज पर पुलिस को चकमा देकर उनका हुजूम पूरे अयोध्या में फैल गया है और जगह-जगह गिरफ्तारियां दी।
इसके अलावा तमाम विहिप कार्यकर्ता सरयू तट पर शरद पूर्णिमा के स्नान पर्व का सहारा लेकर वहां भी संकल्प सभा की गर्इ। लेकिन बाद में प्रशासन को जब इसका पता चला तो?घाटों पर चौकसी तेज कर दी गर्इ। कुछ घाटों पर तो स्नान भी बंद करा दिया गया।

सभी प्रकार की बाधाओं के बावजूद संकल्प सभा पूर्णत: सफल- चंपत राय
विश्व हिन्दू परिषद के अन्तर्राष्ट्रीय महामंत्री चंपत राय ने बताया कि वाल्मीकि जयंती पर अयोध्या में आयोजित विश्व हिन्दू परिषद की संकल्प सभा सभी प्रकार की बाधाओं के बावजूद पूर्णत: सफल रही। उन्होंने बताया कि रोक के बावजूद पाँच हजार से अधिक रामभक्त अयोध्या पहुँचे और रामनगरी के 40 मंदिरोें में संकल्प लेकर रामभक्त बाहर निकलकर गिरफ्तारियाँ दी। जिसका मुख्य केन्द्र हनुमानगढ़ी मनिदर रहा। चंपत राय ने कहा कि सब प्रकार की बाधाओं के बावजूद संकल्प सभा पूर्ण होना यह दर्शाता है कि अब रामभक्त शीघ्र ही संसद में कानून बनाकर रामजन्मभूमि पर भव्य श्रीराम मनिदर निर्माण चाहते हैं।
विहिप नेता चंपत राय ने अयोध्या के सभी साधु संतों, आश्रम प्रमुखों एवं जनता का सभी प्रकार का सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया है।
शंकराचार्य व चंपत राय सहित कर्इ विहिप नेता गिरफ्तार
अयोध्या से गिरफ्तारी देने वाले प्रमुख विहिप नेताओं में काशी सुमेरू पीठ के शंकराचार्य नरेंæानंद सरस्वती, विहिप के अन्तर्राष्ट्रीय महामंत्री चंपत राय, संयुक्त महामंत्री विनायक राव देशपांडे, पूर्व सांसद डा. रामविलास दास वेदान्ती, केन्द्रीय मंत्रियों में राजेन्द्र सिंह पंकज, पुरूषोत्तम नारायण सिंह, महावीर, सह मंत्री हरिशंकर को गिरफ्तार किया गया।
इसके अलावा भाजपा विधायक रामचंæ यादव को  अयोध्या में उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह रामबल्लभाकुंज के महंत राजकुमार दास के साथ डंडैया मंदिर से अपने समर्थकों के साथ नारे लगाते हुए निकल रहे थे। बताया जाता है कि शुरू में पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने से कतरा रही थी लेकिन जब जिलाधिकारी और एसएसपी को पता चला तो वे वहां पहुंचे फिर काफी जíोजहद के बीच दोनों लोगों की गिरफ्तारी हुर्इ।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष राय के नेतृत्व में लगभग सौ कार्यकर्ताओं ने हनुमानगढ़ी से गिरफ्तारी दी। इसके पहले भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ को भी पुलिस ने गोंडा से गिरफ्तार कर लिया। वह भी संकल्प सभा में हिस्सा लेने जा रहे थे।
विहिप नेता चंपत राय के मुताबिक अयोध्या के विभिन्न स्थानों से पांच हजार और सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश से 21 हजार विहिप कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।
विहिप की अगली रणनीति अब दिल्ली में बनेगी- चंपत राय
विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) अब अपनी अगली रणनीति दिल्ली में तय करेगी। इसके लिए 19 और 20 अक्टूबर को वहां करीब सात सौ संतों का जमावड़ा होने जा रहा है। इस महत्वपूर्ण बैठक में विहिप के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक अशोक सिंहल और कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगडि़या समेत कर्इ नेता भाग लेंगे।
संकल्प सभा के मíेनजर अयोध्या में आज पुलिस हिरासत में लिये गये विहिप के अन्तर्राष्ट्रीय महामंत्री चंपत राय ने बताया कि विहिप के कार्यक्रम का पहला चरण जो चौरासी कोसी परिक्रमा से शुरू हुआ था, वह पंच कोसी परिक्रमा और आज संकल्प सभा के माध्यम से पूरा हो गया।
चंपत राय ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण हेतु अब अगले चरण की रणनीति करने हेतु दिल्ली में 19 व 20 अक्टूबर को बैठक बुलार्इ गर्इ है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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रामलला की एक इंच भूमि किसी अन्य धर्मावलमिबयों को नहीं दी जायेगी

Posted on 11 September 2012 by admin

संत-धर्माचार्य और हिन्दू समाज प्राण दे देगा लेकिन विराजमान रामलला की एक इंच भूमि किसी अन्य धर्मावलमिबयों को नहीं दी जायेगी। यह भूमि श्रीराम की है और इसकी रक्षा के लिए हिन्दू समाज लगातार संघर्श करता आ रहा है और भव्य मंदिर निर्माण तक संघर्श करता रहेगा।
यह विचार श्रीराम जन्मभूमि न्यास द्वारा आयोजित अयोध्या के संत-धर्माचार्यो की बैठक में संतों ने संकल्प व्यक्त करते हुए कहा। बैठक की अध्यक्षता करते हुए श्रीराम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष व मणि राम दास छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास महाराज ने कहा श्रीराम जन्मभूमि पर विराजमान रामलला की सम्पूर्ण क्रीडा एवं लीला भूमि की रक्षा करने के लिए हिन्दू समाज अपने प्राणों की आहुति देने में भी पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने कहा इधर कुछ दिनों से समझौता और वार्ताओं का दौर पुन: चालू हो गया है जो लोग इसमें सक्रिय हैं वह हिन्दू समाज के अकेले प्रतिनिधि नहीं हो सकते। समझौता और वार्ता का दौर बहुत पीछे छूट गया है लाखों की संख्या में हिन्दू समाज ने अपनों को बलिदान किया। अब रामलला की जन्मभूमि पर उनके भव्य और दिव्य मंदिर निर्माण के अलावा कुछ भी स्वीकार नहीं है। अयोध्या की सांस्कृतिक सीमा में हिन्दू समाज बाबर के नाम किसी मसिजद का निर्माण नहीं होने देगा।
विहिप के अन्तर्राश्ट्रीय संरक्षक व मार्गदर्षक श्री अषोक सिंहल ने कहा श्रीराम जन्मभूमि का विशय धार्मिक है। 1984 से पूज्य संतों ने इस आन्दोलन को अपने हाथों में लिया। अदालती निर्णय आया कि जहां पर रामलला विराजमान है वही राम जन्मभूमि है इसके बाद भी मुसिलम वोट के लालची हिन्दुओं एवं मुसलमानों को गुमराह करने का शडयंत्र कर रहे हैं। उन्होंने कहा श्रीराम जन्मभूमि का संघर्श राजनीति के लिए नहीं बलिक धार्मिक एवं सांस्कृति मानबिन्दुओं की पुनप्र्रतिश्ठा के लिए है। उन्हाेंने कहा 2013 में प्रयागराज में होने वाले कुम्भ के दौरान पूज्य संतों द्वारा श्रीराम जन्मभूमि की वर्तमान परिस्थतियों को देखते हुए निर्णायक निर्णय लिया जा सकता है।
श्रीराम जन्मभूमि न्यास के वरिश्ठ सदस्य डा.रामविलासदास वेदान्ती ने कहा हम अयोध्या में किसी भी शडयंत्र को सफल नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा अयोध्या के संत-धर्माचार्य वार्ता में लगे हुए कुछ तथाकथित संतों के वहिश्कार करने की चेतावनी देते हुए कहा कि जिस श्रीराम जन्मभूमि के लिए हमारों पूर्वजों ने अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया, लडाइयां लडी उसी जन्मभूमि पर मसिजद निर्माण का शडयंत्र चल रहा है। अयोध्या के संत-धर्माचार्य एवं स्थानीय हिन्दू समाज को सजग रहने की आवष्यकता है।
जगदगुरू रामानुचार्य स्वामी पुरूशोत्तमाचार्य महाराज ने कहा हिन्दू समाज में विभाजन नहीं होने दिया जायेगा। प्रभु श्रीराम के आदर्षो को आत्मसात करते हुए अयोध्या का संत और गृहस्थ श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए संकल्पबद्ध है। दिगम्बर अखाडा के महंत सुरेष दास महाराज ने कहा पवित्र संकल्प की सिद्धी के लिए हिन्दू समाज चटटान की भांति अडिग है उसे न भ्रमित किया जा सकता है और न छला जा सकता है। हरिद्वार से आये रामानन्द आश्रम के पीठाधीष्वर महामंडलेष्वर भगवान दास महाराज ने कहा देष की वर्तमान सिथति को आज देखने की आवष्यकता है आतंकवाद, घुसपैठ जैसी समस्या से हम निरन्तर जुझ रहे हैं। धार्मिक मानबिन्दुओं की रक्षा के लिए हमें कमर कसने की आवष्यकता है। इस अवसर पर महामंडलेष्वर सीताराम त्यागी, महामंडलेष्वर प्रेम षंकर दास, महंत कौषल किषोर दास, महंत गोपाल दास, महंत बृज मोहन दास, महंत बलराम दास, महंत जानकी दास, स्वामी कृश्णाचार्य, महंत पवन दास, स्वामी विजय राम दास भक्तमाल, राजीव कुमार दास, महंत मन मोहन दास, महंत प्रिया प्रीतम षरण, विहिप के केन्द्रीय मंत्री पुरूशोत्तम नारायण सिंह, कारसेवक पुरम प्रभारी प्रकाष अवस्थी, रामसखा त्रिलोकी नाथ पांडेय, धर्माचार्य सम्पर्क प्रमुख देवेन्द्र राठौर आदि सैकड़ों संत-धर्माचार्य उपसिथत रहे। संचालन उमाषकर मिश्र ने किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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2014 में हिन्दुत्ववादी संसद का गठन करना ही होगा

Posted on 11 September 2012 by admin

विष्व हिन्दू परिशद के अन्तर्राश्ट्रीय संरक्षक व मार्गदर्षक श्री अषोक सिंहल ने कहा श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का एकमेव मार्ग संसद है जिसके लिए 2014 में हिन्दुत्ववादी संसद का गठन करना ही होगा।
श्री सिंहल अयोध्या में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे उन्हाेंने कहा श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण में सबसे बड़ी बाधा तुशिटकरण है। सरकारें समय-समय पर एक पक्ष को प्रसन्न करने के लिए शडयंत्र करती रहीं है। हिन्दु समाज को इन शडयंत्रकारी षकितयों का दमन करने की आवष्यकता है और वह तभी सम्भव होगा जब 100 करोड हिन्दू समाज अपनी आस्था और सम्मान के लिए देष में सषक्त हिन्दू वोट बैंक का निर्माण करेंगे।
एक प्रष्न के उत्तर में उन्हाेंने कहा देष की राजनीति को अब हिन्दू समाज ही तय करेगा। तुशिटकरण इस देष के लिए अभिषाप है।  कंस ने तो देवकी और वसुदेव को कारागार में डाला आज की सरकार ने तो विष्व नियन्ता प्रभु राम लला को ही बन्दी बना रखा है। इस कारागार की मुकित से ही हमारे जीवन मूल्यों की रक्षा होगी।
उन्होंने कहा श्रीराम जन्मभूमि को लेकर हिन्दू समाज में भ्रम की सिथति कुछ तथाकथित लोगों द्वारा पैदा की जा रही है लेकिन अयोध्या के संतों की एकता को प्रभावित नहीं किया जा सकता। पूज्य संतों ने सदैव शडयंत्रों का जवाब एक मंच पर आकर दिया है। इतिहास साक्षी है कि सैकडों वर्शो से श्रीराम जन्मभूमि पर अधिकार जमाने एवं हिन्दू संस्कृति को नश्ट करने के प्रयत्न किए गए लेकिन अयोध्या के सतों एवं रामभक्तों के पवित्र संकल्प के कारण आज भी राम जन्मभूमि पर रामलला विराजमान है।
उन्होंने कहा केन्द्र की ढुलमुल नीति के कारण पूर्वोत्तर में बंगलादेष और पषिचम में पाकिस्तान घुसपैठ कराकर देष को असिथर करने में लगा हुआ है। जिसका परिणाम कष्मीर भोग चुका है अब आसाम सहित पूर्वोत्तर के राज्यों की बारी है। वर्तमान में आसाम में हो रही हिंसा से यह स्पश्ट होता जा रहा है कि लगभग 4 करोड़ घुसपैठिये इस देष की आन्तरिक और वाहय सुरक्षा को किस प्रकार से कुचलते जा रहे हैं। उन्होंने कहा ऐसा न हो कि पूर्वोत्तर का हाल भी कष्मीरी विस्थापितों की तरह हो जाये। श्री सिंहल ने समाज का आवाहन किया कि हिंसा से प्रभावित हुए हिन्दुओं की रक्षा तथा उनके पालन-पोशण में तन-मन-धन से अपना योगदान दें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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परम्पराओं और संस्कृति को जीवित रखने के कारण जिन्दा है

Posted on 03 May 2012 by admin

भारत अगर जीवित है तो वह अपनी संस्कृति, परम्पराओं को अक्षुण्य रखने के कारण। एक हजार वर्शो से लगातार विदेषी हमले झेलने वाला भारत अपनी संस्कृति और संस्कार को नहीं भूला है। सिकुडता तो गया लेकिन चट्टान की भाॅंति उसकी धार्मिक और सांस्कृतिक परम्परायें आज भी कायम है जिसे हिलाया तक नहीं जा सकता है।
यह विचार विष्व हिन्दू परिशद के अन्तर्राश्ट्रीय महामंत्री चम्पत राय ने कारसेवकपुरम् में दो दिन से चल रही अखिल भारतीय साध्वी षाक्ति परिशद की चिन्तन बैठक के समापन अवसर पर व्यक्त किया। उन्होनंे कहा जो समाज अपनी धरती पुरजो और परम्पराओं तथा धार्मिक जीवन मूल्यों को छोड देता है वह जड से समाप्त हो जाता है। इतिहास साक्षी है परम्पराओं को विस्मित करने वाले राश्ट्र सदा-सदा के लिए समाप्त हो गए। जब कि हिन्दूस्तान पर लगातार हजारों वर्शो से आक्रमण होते रहे और आज भी हो रहे हैं लेकिन हम अपनी परम्पराओं और संस्कृति को जीवित रखने के कारण जिन्दा है।
उन्होंने कहा भारत की धार्मिक परम्पराओं और संस्कृति को अक्षुण्य रखने में देष के पूज्य संतों और घर में माताओं का महत्वपूर्ण योगदान है। श्रीराय ने कहा हिन्दुस्तान में समाज राजाओं से कभी प्रभावित हुआ यहां का समाज संतों की ओर देखता है जब जीवन में कोई कश्ट या संकट महसूस करता है तो स्वाभावित रूप से संतों और मठ-मंदिरों की षरण में जाकर षान्ति महसूस करता है न कि सांसदों और विधायकों की षरण में। विकट परिस्थितियों में भी देष की रक्षा संतों ने ही की है। संतों ने जब जब देष और समाज का मार्गदर्षन किया समाज एक नई उर्जा के साथ उठ खडा हुआ वहीं घर में रहने वाली मातृ षक्ति ने अपनी अगली पीढी को संस्कारयुक्त बनाकर षिवाजी, महाराणा प्रताप जैसे सपूत इस धरती को दिए। मातृषक्ति का जागरण होना चाहिए ताकि संस्कारवान पीढी का निर्माण हो सके। इसमें महिला संतों को अहम भूमिका हो सकती है।
विष्व हिन्दू परिशद का गठन देष के श्रेश्ठ संतों के चिन्तन का प्रकटीकरण है इसलिए देष धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए संगठन संतो ंके मार्गदर्षन में सदैव तत्पर है। दो दिन चली इस चिन्तन बैठक में साध्वी षाक्ति ने विभिन्न प्रान्तों में संगठन को प्रभावी बनाने के लिए कार्य योजना बनाई एवं आगामी जनवरी,2013 में प्रयाग में लगने वाले महाकुम्भ के अवसर पर महिला संत-धर्माचार्यो से सम्पर्क के लिए एक समिति का भी गठन किया जिसमें प्रसिद्ध कथावाचिका साध्वी प्रज्ञा भारती को संयोजिका तथा साध्वी चरण दास, साध्वी योगश्री, साध्वी भूमा भारती व दिव्यागिरि को सदस्य नियुक्त किया।
समापन सत्र का संचालन अखिल भारतीय महिला प्रमुख मीनाक्षी ताई पिष्वे ने किया तथा इस अवसर पर केन्द्रीय मार्गदर्षक मंडल के संयेाजक जीवेष्वर मिश्र, महामंत्री कमलेष भारती, महंत साध्वी गंगा दास, साध्वी राजलक्ष्मी, महंत निर्मला दासी, सरोज सोनी, षिव दास सिंह, राधेष्याम आदि उपस्थित रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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हिन्दू समाज चाहता है कि भव्य मंदिर का निर्माण हो

Posted on 05 April 2012 by admin

विष्व हिन्दू परिशद के अन्तर्राश्ट्रीय मार्गदर्षक श्री अषोक सिंहल ने आज यहाॅं कहा श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण में मुस्लिम बाधा बनकर खडा है और उसे मुस्लिम वोट के लालची राजनीतिज्ञ क्षुद्र स्वार्थ के लिए बढ़ावा दे रहे हैं। हिन्दू समाज चाहता है कि भव्य मंदिर का निर्माण हो लेकिन वह राजनीतिक विशय पर विभाजित हो जाता है जिसका फायदा मुस्लिम जगत उठाता है और राजनीति पर हावी होता जा रहा है।
श्री सिंहल राम सेवक पुरम् में हस्तषिल्प कला एवं विकलांग प्रषिक्षण संस्थान द्वारा आयोजित राम कथा कुॅंज निर्माणार्थ श्रीगणेष प्रतिमा पूजन के अवसर पर संतो ंके बीच में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।  कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीराम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष व मणिराम दास छावनी के महन्त नृत्यगोपालदास महाराज ने की तथा संचालन उमा षंकर मिश्र ने किया। अपने उद्बोधन में श्री सिंहल ने कहा मंदिर निर्माण का फैसला संसद में ही होगा अदालत में यह संभव नहीं दिखता इसके लिए हिन्दू समाज को ही संगठित होना पडेगा उन्होंने कहा आज देष के अनेक भाग बंगलादेषी घुसपैठियों से भरे पडे हैं। 4 करोड बंगलादेषी देष को अस्थिर करने में लगे हुए है पाॅंच वर्शो में क्या परिणाम होगा इसको भोगने के लिए हिन्दू समाज तैयार रहे। 1992 में ढांचा ध्वस्त होने के उपरान्त आज 2012 तक कोई बडा आन्दोलन नहीं चला जिसके कारण हिन्दू समाज में विभाजन की खाई पुनः उत्पन्न हो गयी है। इस पर विचार करने की आवष्यकता है और 85 प्रतिषत हिन्दू समाज को संगठिन करने के लिए एक बहुत बडे कार्यक्रम की आवष्यकता महसूस की जा रही है। उन्हेाने कहा अभी तो श्रीराम कथा कुॅंज का निर्माण राम सेवक पुरम् में किया जा रहा है लेकिन श्रीराम जन्मूमि प्राप्त होते हुए राम कथा कुॅंज वहीं स्थानान्तरित कर दिया जायेगा।
पत्रकारों के एक प्रष्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री ने प्रदेष में अपराधियों पर नकेल कसने की बात कही थी लेकिन जिस प्रकार से ग्रह विभाग को पत्र लिखकर न्यायालय विस्फोट प्रकरण मे ंपकडे गए मुस्लिम आतंकियों पर से मुकदमा वापस लिए जाने की मंषा पर प्रष्न चिन्ह स्वतः लग रहा है कि किस प्रकार से यह सरकार तुश्टिकरण में अंधी होकर देष-धर्म की अस्मिता का सौदा कर रही है।
अध्यक्षता करते हुए अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में महंत नृत्यगोपालदास ने कहा देष का दुर्भाग्य है कि वाह्य षक्तियाॅं हावी होती जा रही हैं। ईसाई समाज को तो ठीक कर लेंगे लेकिन मुस्लिम समाज की गतिविधियाॅं विचारणीय हैं। जिस प्रकार से आसाम, बंगाल, उत्तर प्रदेष, बिहार की स्थित खतरनाक होती जा रही है वह चिन्तनीय है।  विरोधी षक्तियों का दमन और हिन्दू षक्ति का जागरण आवष्यक है। हिन्दू मानबिन्दुओं की रक्षा करने के लिए संगठन होने की आवष्यकता है। उन्होने कहा गर्व से कहो हम हिन्दू हैं इसका स्वाभिमान जागृत करना होगा। उन्हांेने यह भी आहवान किया कि हिन्दू मानबिन्दुओं की रक्षा करने वाले राजनीतिक दलों और व्यक्तियों का ही सहयोग करें।  उन्होंने कहा हिन्दू समाज  गुलामी काल को भूले नहीं, बॅंटें नहीं  सामना करें।
राम कथा कु    ॅंज का निर्माण मंदिर निर्माण के संकल्प का प्रथम चरण है यह कार्य अभूतपूर्व है। श्रीराम के व्यक्तित्व से संबंधित कथा कुॅंज के निर्माण से आने वाले श्रीरामभक्तों को मर्यादित जीवन जीने का संदेष मिलेगा।
कार्यक्रम को सियाराम किला के महंत करूणा निधान षरण, रंग महल के महंत राम षरण दास, अयोध्या संत समिति के अध्यक्ष मंहत कन्हैया दास, सदगुरूसदन गोलाघाट के महंत सिया किषोर षरण, महामंडलेष्वर प्रेम षंकर दास, महंत कृश्णाचार्य, रामायणी राम षंकर दास, बृजमोहन दास, राजीव कुमार दास ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर महंत गोबिन्द दास, महंत रामकृश्णदास, महंत प्रिया प्रीतम षरण, महंत निर्मल षरण, त्रिलोकी नाथ पांडेय, देवेन्द्र सिंह राठौर, प्रकाष अवस्थी, अन्नूभाई सोमपुरा आदि उपस्थित रहे

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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