विष्व हिन्दू परिशद के अन्तर्राश्ट्रीय संरक्षक व मार्गदर्षक श्री अषोक सिंहल ने कहा श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का एकमेव मार्ग संसद है जिसके लिए 2014 में हिन्दुत्ववादी संसद का गठन करना ही होगा।
श्री सिंहल अयोध्या में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे उन्हाेंने कहा श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण में सबसे बड़ी बाधा तुशिटकरण है। सरकारें समय-समय पर एक पक्ष को प्रसन्न करने के लिए शडयंत्र करती रहीं है। हिन्दु समाज को इन शडयंत्रकारी षकितयों का दमन करने की आवष्यकता है और वह तभी सम्भव होगा जब 100 करोड हिन्दू समाज अपनी आस्था और सम्मान के लिए देष में सषक्त हिन्दू वोट बैंक का निर्माण करेंगे।
एक प्रष्न के उत्तर में उन्हाेंने कहा देष की राजनीति को अब हिन्दू समाज ही तय करेगा। तुशिटकरण इस देष के लिए अभिषाप है। कंस ने तो देवकी और वसुदेव को कारागार में डाला आज की सरकार ने तो विष्व नियन्ता प्रभु राम लला को ही बन्दी बना रखा है। इस कारागार की मुकित से ही हमारे जीवन मूल्यों की रक्षा होगी।
उन्होंने कहा श्रीराम जन्मभूमि को लेकर हिन्दू समाज में भ्रम की सिथति कुछ तथाकथित लोगों द्वारा पैदा की जा रही है लेकिन अयोध्या के संतों की एकता को प्रभावित नहीं किया जा सकता। पूज्य संतों ने सदैव शडयंत्रों का जवाब एक मंच पर आकर दिया है। इतिहास साक्षी है कि सैकडों वर्शो से श्रीराम जन्मभूमि पर अधिकार जमाने एवं हिन्दू संस्कृति को नश्ट करने के प्रयत्न किए गए लेकिन अयोध्या के सतों एवं रामभक्तों के पवित्र संकल्प के कारण आज भी राम जन्मभूमि पर रामलला विराजमान है।
उन्होंने कहा केन्द्र की ढुलमुल नीति के कारण पूर्वोत्तर में बंगलादेष और पषिचम में पाकिस्तान घुसपैठ कराकर देष को असिथर करने में लगा हुआ है। जिसका परिणाम कष्मीर भोग चुका है अब आसाम सहित पूर्वोत्तर के राज्यों की बारी है। वर्तमान में आसाम में हो रही हिंसा से यह स्पश्ट होता जा रहा है कि लगभग 4 करोड़ घुसपैठिये इस देष की आन्तरिक और वाहय सुरक्षा को किस प्रकार से कुचलते जा रहे हैं। उन्होंने कहा ऐसा न हो कि पूर्वोत्तर का हाल भी कष्मीरी विस्थापितों की तरह हो जाये। श्री सिंहल ने समाज का आवाहन किया कि हिंसा से प्रभावित हुए हिन्दुओं की रक्षा तथा उनके पालन-पोशण में तन-मन-धन से अपना योगदान दें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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