लखनऊ 27 दिसम्बर , 2017
महान चिन्तक एवं राष्ट्रवादी विचार धारा के संवाहक महापुरूष एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के अजर-अमर उद्घोष ’’स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूँगा’’ के 101 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर 30 दिसम्बर 2017 को विधान भवन के तिलक हाल, लखनऊ में कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। ज्ञातब्य है कि उच्च शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश, द्वारा लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के अजर-अमर उद्घोष ’’स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूँगा’’ विषय पर उत्तर प्रदेश मेें स्थित 04 केन्द्रीय विश्वविद्यालय तथा 18 राज्य विश्वविद्यालय में से बनाये गये कुल 14 ग्रुपों में से प्रत्येक ग्रुप के विश्वविद्यालय द्वारा विश्वविद्यालय स्तर पर, अपने परिधि में आने वाले शासकीय, अशासकीय, स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों एवं तकनीकी तथा व्यावसायिक उच्च शिक्षण संस्थानों में उपरोक्त विषय पर भाषण प्रतियोगिता करायी गयी तथा सभी ग्रुपों से उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कुल 14 छात्र/छात्राओं का चयन किया गया। पुनः दिनांक 29.12.2017 को लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर लखनऊ में 14 चयनित छात्र/छात्राओं का आपस में भाषण प्रतियोगिता आयोजित किये जाने का प्रस्ताव है, जिनमें से प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर आने वाले छात्र/छात्राओं को 30 दिसम्बर, 2017 को सम्मानित किया जायेगा।
केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में भाषण प्रतियोगिता के लिए बनाये गये ग्रुप 01 से इलाहाबाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय इलाहाबाद से श्री अव्यक्त कुमार, परास्नातक, तृतीय सेमेस्टर, हिन्दी, यूइग क्रिश्चियन काॅलेज, इलाहाबाद, का सर्वाेत्कृष्ट वक्ता के रूप में चयन हुआ हैं। ग्रुप 02 से काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी से सुश्री पलक पाण्डेय, एम0ए0 द्वितीय वर्ष, का सर्वाेत्कृष्ट वक्ता के रूप में चयन हुआ है। ग्रुप 03 से बाबासाहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ, से श्री अनुपम पाठक, बी0एड0 सेमेस्टर प्रथम, डिपार्टमेन्ट आॅफ एजूकेशन, स्कूल आॅफ एजूकेशन, का सर्वाेत्कृष्ट वक्ता के रूप में चयन हुआ है। ग्रुप 04 से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़, से मो0. आसिफ अखलाक, बी0टेक0 तृतीय वर्ष, का सर्वाेत्कृष्ट वक्ता के रूप में चयन हुआ है।
जबकि राज्य विश्वविद्यालयों के ग्रुप 05 से श्री प्रशान्त पाण्डेय, बी0ए0 एल0एल0बी0 आनर्स चतुर्थ सेमेस्टर, का सर्वाेत्कृष्ट वक्ता के रूप में चयन हुआ है। ग्रुप 06 से श्री शुभेन्द्र सत्यवेद, पोस्ट ग्रेजुएट, डिजास्टर मैंनेजमेन्ट, का सर्वाेत्कृष्ट वक्ता के रूप में चयन हुआ है। ग्रुप 07 से सुश्री साधना सोनकर, एम0एड0 प्रथम सेमेस्टर, शिक्षा संकाय, का सर्वाेत्कृष्ट वक्ता के रूप में चयन हुआ है। ग्रुप 08 से कु0 अनुप्रिया कुशवाहा, बी0एस0सी0 तृतीय वर्ष, ए0एन0डी0एन0एन0एम0 काॅलेज, कानपुर का सर्वाेत्कृष्ट वक्ता के रूप में चयन हुआ है। ग्रुप 09 से डा0 भीमराव अम्बेडकर आगरा विश्वविद्यालय, आगरा, से कु0 जूही तिवारी, एम0एस0सी0 उत्तराद्र्व (भौतिक विज्ञान), आर0बी0एस0 कालेज, आगरा, का सर्वाेत्कृष्ट वक्ता के रूप में चयन हुआ है। ग्रुप 10 से बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झाँसी, से श्री अभिषेक पाठक, एल0एल0बी0 तृतीय सेमेस्टर, का सर्वाेत्कृष्ट वक्ता के रूप में चयन हुआ है। ग्रुप 11 से डा0 राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, फैजाबाद, से श्री सार्थक श्रीवास्तव, एम0एस0-सी0 प्रथम सेमेस्टर, बायोकेमिस्ट्री विभाग, आवासीय परिसर, का सर्वाेत्कृष्ट वक्ता के रूप में चयन हुआ है। ग्रुप 12 से चैधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ, से श्री विक्रान्त शुक्ला, बी0बी0एस0, फाइनल ईयर, आई0टी0एस0 काॅलेज, गाजियाबाद, का सर्वाेत्कृष्ट वक्ता के रूप में चयन हुआ हैं। ग्रुप 13 से महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली, से सुश्री श्रीति पाण्डेय, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, तृतीय वर्ष, का सर्वाेत्कृष्ट वक्ता के रूप में चयन हुआ है तथा ग्रुप 14 से वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर, से कु0 ऋचा पाण्डेय, एम0ए0, प्रथम वर्ष, इतिहास, डी0सी0एस0के0स्नातकोत्तर महाविद्यालय, मऊनाथ भंजन, मऊ, का सर्वाेत्कृष्ट वक्ता के रूप में चयन हुआ है।
इस प्रतियोगिता के आयोजन से प्रदेश के उच्च शिक्षा में अध्ययनरत छात्र/छात्राओं में जहाँ एक ओर राष्ट्रीय स्वतंत्रता के लिए सर्वस्व अर्पण करने वाले महापुरूषों केे प्रति श्रद्वा एवं उनके महान् राष्ट्रीय कृत्यों के प्रति जिज्ञासा का भाव उत्पन्न होगा, वहीं छात्र/छात्राओं में भारतीय संस्कृति एवं उसकी समृद्व परम्परा के प्रति भी झुकाव बढ़ेगा, लोक मान्य तिलक जी स्वयं भारतीय संस्कृति एवं स्वाभिमान के अप्रतिम उदाहरण हैं। इस भाषण प्रतियोगिता द्वारा ’स्वराज’ के निहितार्थ को विभिन्न रूपों में परिभाषित किया गया तथा आज के परिप्रेक्ष्य में ’स्वराज’ की प्रसंागिकता पर प्रकाश डाला गया। भागवद्गीता, रामचरित मानस, उपनिषदों, आदि अनेक ग्रन्थों के विभिन्न प्रसंगों तथा उदाहरणों द्वारा ’स्वराज’ की भावना को विस्तृत रूप में छात्र/छात्राओं द्वारा व्याख्यायित किया गया।
भाषण प्रतियोगिता तथा सम्मान समारोह कार्यक्रम की माॅनीटरिंग एवं सफल आयोजन के समन्वय हेतु डा0 राजेश कुमार चतुर्वेदी अपर सचिव, उ0प्र0 राज्य उच्च शिक्षा परिषद् को शासन स्तर पर प्रदेश को-आर्डिनेटर के रूप में तथा उच्च शिक्षा निदेशालय में प्रदेश मुख्यालय के स्तर पर ’को-आर्डिनेटर’ के रूप में डा0 इन्दु प्रकाश सिंह प्रवक्ता/सहा0प्रोफेसर दर्शनशास्त्र, काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, ज्ञानपुर भदोही, सम्बद्ध अधिकारी डिग्री विधि/विकास, अनुभाग, उच्च शिक्षा निदेशालय उ0प्र0 इलाहाबाद को नामित किया गया है।