उत्तर प्रदेश इस विकास यात्रा में मजबूती के साथ भागीदारी निभाने के लिए प्रतिबद्ध है
प्रदेश सरकार निवेश फ्रेण्डली नीतियों को लागू कर रही है
सरकार उद्योगपतियों की हर सम्भव मदद करेगी
उत्तर प्रदेश देश की राजनीति तथा आर्थिक गतिविधियों का केन्द्र बिन्दु
मुख्यमंत्री ने मुम्बई में आयोजित रोडशो को सम्बोधित किया
मुंबई रोडशो 21-22 फरवरी 2018 को लखनऊ में होने वाली
‘यू.पी. इन्वेस्टर्स समिट-2018‘ में निवेशकों, उद्योगपतियों,
उद्यमियों को आमंत्रित करने के लिए आयोजित किया गया
लखनऊ: 22 दिसम्बर, 2017
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में भारत विकास के नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। उनके नेतृत्व में देश में सकारात्मक बदलाव आ रहा है और देश अब आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है। उत्तर प्रदेश भी इस विकास यात्रा में मजबूती के साथ भागीदारी निभाने के लिए प्रतिबद्ध है और यह राज्य अब निवेश के लिए एक आकर्षक डेस्टिनेशन बन चुका है। वर्तमान प्रदेश सरकार इन प्राकृतिक स्थितियों का भरपूर लाभ उठाने के लिए निवेश फ्रेण्डली नीतियों को लागू कर रही है।
मुख्यमंत्री ने ये विचार आज मुम्बई के नरीमन प्वाइण्ट स्थित होटेल ट्रायडेण्ट में आयोजित रोडशो को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। ये रोडशो 21-22 फरवरी, 2018 को लखनऊ में होने वाली ‘यू.पी. इन्वेस्टर्स समिट-2018‘ में निवेशकों, उद्योगपतियों, उद्यमियों को आमंत्रित करने के लिए आयोजित किया गया है। उन्होंने उद्योगपतियों तथा निवेशकों को ‘यू.पी. इन्वेस्टर्स समिट-2018‘ में भाग लेने और राज्य में निवेश करने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार के नौ माह के कार्यकाल अब प्रदेश की तस्वीर बदल चुकी है। राज्य में अब कानून का राज्य स्थापित हो चुका है। राज्य सरकार की अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के प्रति ‘जीरो टाॅलरेंस‘ की नीति है।
योगी जी ने उत्तर प्रदेश के बदलते माहौल तथा इस राज्य के प्रति बढ़ते हुए विश्वास का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य सरकार की नीतियों में अब निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है। उन्होंने कनाडा के बिजनेस डेलिगेशन के सकारात्मक रुख का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश में अब विदेशी भी निवेश की इच्छा जता रहे हैं। इसके लिए राज्य सरकार ने विगत नौ माह में कड़ी मेहनत की है और निवेशक मित्रवत् नीतियाँ बनाई हैं। इसके अलावा ऐसे कानून जो निवेश में बाधा बनते थे, उन्हें खत्म किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश की राजनीति तथा आर्थिक गतिविधियों को केन्द्र बिन्दु है। राज्य में होने वाले बदलावों को उद्योगपतियों के लिए उत्साहजनक बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार उद्योगपतियों की हर सम्भव मदद करेगी, ताकि उन्हें राज्य में उद्योग स्थापित करने में कोई दिक्कत न हो। राज्य में औद्योगिक निवेश तथा रोजगार प्रोत्साहन नीति-2017 लागू की जा चुकी है। इस नीति के तहत मेगा परियोजनाओं को पुनः परिभाषित करते हुए निवेश को रोजगार सृजन के साथ लिंक किया गया है। सरकार द्वारा औद्योगिक परियोजनाओं की स्थापना के सम्बन्ध में शीघ्र निर्णय लेने के लिए राज्य निवेश प्रोत्साहन बोर्ड का गठन किया जा चुका है। इस बोर्ड में अग्रणी उद्योगपतियों को भी सदस्य बनाया गया है।
योगी जी ने कहा कि राज्य सरकार औद्योगिक पार्काें के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। क्षेत्र विशिष्ट औद्योगिक पार्क जैसे-फार्मा, फूड पार्क, आई0टी0 पार्क, लेदर पार्क, टेक्सटाइल पार्क, प्लास्टिक पार्क इत्यादि विकसित किए जा रहे हैं। भारत सरकार की ‘ईज आॅफ डूइंग बिजनेस’ की मंशा के अनुरूप राज्य सरकार ने भी जरूरी कदम उठाए हैं। इसके तहत, प्रक्रियाओं को सरल बनाया जा रहा है ताकि उद्यमियों को अपना कारोबार करने में ज्यादा से ज्यादा आसानी हो। समस्त औद्योगिक सेवाओं, स्वीकृतियों, अनुमोदनों, अनुमतियों एवं लाइसेंस को प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा, एक समर्पित सिंगल विण्डो पोर्टल विकसित किया जा रहा है, जिसकी निगरानी उनके कार्यालय द्वारा स्वयं की जाएगी। ‘मेक इन इण्डिया’ की सफलता का लाभ उठाने के लिए ‘मेक इन यू0पी0’ विभाग की स्थापना तथा बेहतर कानून व्यवस्था के लिए, औद्योगिक क्लस्टर व क्षेत्र में समर्पित पुलिस बल तैनात करने का निर्णय भी लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि पर जनसंख्या के दबाव को कम करने तथा किसानों की आमदनी में वृद्धि के लिए राज्य सरकार ने एक निवेश फ्रेण्डली खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति को भी लागू किया है। इसी प्रकार नवीन सौर ऊर्जा नीति, उत्तर प्रदेश सूचना प्रौद्योगिकी एवं स्टार्ट-अप नीति तथा उत्तर प्रदेश इलेक्ट्राॅनिक्स मैनुफैक्चरिंग नीति को भी लागू किया गया है। शीघ्र ही हैण्डलूम एवं टेक्सटाइल, पर्यटन, फिल्म तथा डेयरी से जुड़ी नीतियां भी लागू की जाएंगी।
योगी जी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के सभी क्षेत्रों को अन्य राज्यों से जोड़ने के लिए गम्भीरता से प्रयास कर रही है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के साथ-साथ पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे व बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे विकसित होने के उपरान्त लोगों को त्वरित आवागमन के साधन उपलब्ध होंगे। उत्तर प्रदेश से गुजरने वाले ‘वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट काॅरिडोर’ तथा ‘ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट काॅरिडोर’ से राज्य से माल ढुलाई के समय में बेहद कमी आएगी। इसके अलावा ‘वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट काॅरिडोर’ के दोनों तरफ दिल्ली-मुम्बई औद्योगिक गलियारा विकसित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जेवर एयरपोर्ट के लिए भारत सरकार से सहमति मिल गई है। उन्होंने उद्योगपतियों को ध्यान राज्य की सिविल एविएशन नीति की ओर आकर्षित करते हुए कहा कि राज्य में हवाई सेवाओं की असीमित सम्भावनाएँ मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एकीकृत औद्योगिक समूहों की स्थापना की जाएगी।
योगी जी ने कहा कि लगभग 22 करोड़ की आबादी वाला यह राज्य न केवल एक बड़ा बाजार है, बल्कि यह कुशल जनशक्ति भी उपलब्ध कराता है। इस राज्य में उद्योग स्थापना से न केवल बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन होगा बल्कि उद्योगपतियों को देश में अपनी औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ विदेशी मुद्रा अर्जन का भी अवसर मिल सकता है। उन्होंने उद्योगपतियों से एक बार पुनः आगामी 21-22 फरवरी को लखनऊ में आयोजित हो रही ‘इन्वेस्टर्स समिट-2018‘ में प्रतिभाग करने के लिए आमंत्रित किया ।
इससे पूर्व, कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री श्री सतीश महाना ने कहा कि राज्य सरकार उद्योगपतियों से समन्वय स्थापित करते हुए सहयोग करेगी। उन्होंने उद्योगपतियों को राज्य मंे निवेश करने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि हम उद्यमियों की सुरक्षा, समृद्धि और सम्मान के लिए कार्य करने के साथ-साथ निवेशकों के हितों की रक्षा करेंगे।
प्रदेश के मुख्य सचिव श्री राजीव कुमार ने रोडशो को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य में निवेश के इच्छुक उद्योगपतियों के प्रस्तावों का सिंगिल विण्डो सिस्टम से तीव्रता से निस्तारण किया जाएगा। उद्यमियों को कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि आगामी फरवरी तक सचिवालय में ई-गवर्नेन्स सिस्टम लागू हो जाएगा।
राज्य के अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री अनूप चंद्र पाण्डेय ने रोडशो के दौरान उत्तर प्रदेश में निवेश की सम्भावनाओं पर प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने रोडशो में आए उद्यमियों का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश देश की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश करने वालों को एमओयू पर हस्ताक्षर करने के समय ही अनापत्ति प्रमाण पत्र एवं स्वीकृतियां मौके पर ही उपलब्ध करा दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार निवेशकों को सभी सुविधाएं देने के लिए संकल्पित है। कार्यक्रम को रिन्यू पावर वेन्चर्स प्रा0लि0 के चेयरमैन श्री सुमन्त सिन्हा ने भी सम्बोधित किया।
कार्यक्रम में उ0प्र0 शासन के वरिष्ठ अधिकारियों सहित उद्योगपति श्री के.के.मोदी, श्री अशोक हिन्दुजा, टाटा केमिकल्स के प्रबन्ध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री आर मुकुन्दन, फिल्म निर्माता श्री बोनी कपूर, श्री अनुराग कश्यप, श्री राहुल मित्रा, श्री रणदीप हुड्डा सहित नामीगिरामी उद्योगपति मौजूद थे।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जी ने यू.पी. इन्वेस्टर्स समिट-2018 का ‘लोगो’ और मोबाइल एप भी लाँच किया।