सुरेन्द्र अग्निहोत्री, लखनऊ ।भारतीय जनता पार्टी के हार्डकोर हिन्दूवाद के चलते विकास के लाख प्रयास के बाद भी शर्मनाक हार के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नेता प्रतिपक्ष के पद पर पूर्व संसदीय मंत्री आजम खान के स्थान पर रामगोविन्द चौधरी को नियुक्त किया था तो किसी को तनिक भी अहसास नहीं हुआ था कि सपा विधान सभा के अन्दर एक ऐसे मजे नेता को भेज रही है जो हिन्दुधर्म के सभी क्रियाकलाप में पूरे जतन से भाग लेता है और उसी के वल पर भाजपा के लिए परेशानी का सबब बनेगा ।आज विधानसभा में कुभ को लेकर हिन्दुधर्म शास्त्र और पुराण तथा साधु-संत की बातचीत के आधार पर अर्धकुंभ को कुंभ तथा तथा कुंभ को महाकुंभ के रूप मे प्रचारित करने पर सवालिया निशान खड़े करते हुए सनातन धर्म को नुकसान पहुंचाने वाले कदम के रूप प्रस्तुत कर सरकार को आड़े हाथ लिया । कुंभ के संचालन हेतु विधान सभा मे प्रस्तुत मेला प्राधिकरण के विल का विरोध किया और सदन से बहिर्गमन किया ।वही दूसरी ओर समाजवादी पार्टी ने पूर्व विधायक स्वामी ओमवेश को पार्टी मे शामिल कर संकेत दिया है कि निकट भविष्य में कई साधु-संत को सपा में शामिल कर प्रदेश में असली हिन्दूवाद की छवि को मजबूत बनाने का प्रयास किया जाएगा ।