लखनऊ, 21 दिसम्बर 2017। विद्युत चोरी रोककर प्रदेष की विद्युत व्यवस्था को बेहतर करने के लिये आज प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं उ0प्र0 पावर कारपोरेषन के अध्यक्ष आलोक कुमार ने अधिक लाइन हानियों तथा अधिक ऊर्जा खपत वाले 35 खण्डों तथा 30 प्रतिषत से अधिक ए0टी0 एण्ड सी हानियों वाले 19 टाउनों के अधिषाशी अभियन्ता, नोडल अधिकारी, मुख्य अभियन्ताओं एवं प्रबन्ध निदेषकों से वीडियो कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से पूछताछ कि एवं व्यवस्था सुधारने हेतु कडे़ निर्देष दिये।
पूर्वांचल, पष्चिमांचल, दक्षिणांचल एवं मध्यांचल के डिस्काम के चिन्हित इन स्थानों के अधिकारियों को सम्बोधित करते हुये उन्होंने कहा कि यह अत्यंत चिंता जनक है कि आपके क्षेत्र में सर्वाधिक लाइन हानियाॅ हैं और विद्युत खपत भी अधिक है। इसलिये 15 दिन के अन्दर फीडर वाइज माइक्रो लेविल माॅनीटरिंग करके लाइन हानियाॅ कम करके राजस्व बढ़ाइये। जनवरी के द्वितीय सप्ताह में आपकी जब दूसरी वीडियों कांफ्रेन्सिंग होगी तो सुधार न दे पाने वाले अधिकारियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाई होगी। उन्होंने प्रबन्ध निदेषकों को निर्देषित किया कि आप सभी अपने स्तर से गहन मानीटरिंग करके व्यवस्था सुधारिये।
बैठक को सम्बोधित करते हुये उन्होंने निर्देषित किया कि जिन फीडरों पर लाइन हानियाॅ ज्यादा है वहाॅ सघन जाॅच अभियान चलाया जाये, उपभोक्ताओं को समय से रीडिंग का बिल दिया जाये, गलत बिलों को तत्काल ठीक किया जाये तथा उपभोक्ताओं से सम्बन्धित समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाये। प्रमुख सचिव ने बिजली चोरी राकने हेतु लेजरीकरण, मीटर लगाने, बिल वितरण बढ़ाने तथा नये कनेक्शन देने हेतु अभियान चलाने के भी निर्देश दिये। प्रमुख सचिव ने कहा कि हर हाल में हमें लाइन हानियाॅ 15 प्रतिषत से नीचे लाना है।
राजस्व वसूली बढ़ाने और लाइन हानियों को कम करने के बिन्दु पर प्रमुख सचिव ने अत्यन्त कठोर संदेश देते हुए कहा कि जो अधिकारी या कर्मचारी बेहतर रिजल्ट नहीं दे पा रहे हैं उन्हें दिसम्बर तक आखिरी मौका दिया जा रहा है जनवरी की समीक्षा में उनके विरूद्ध कार्यवाही होगी। अर्कमण्य एवं बेहतर परिणाम न देने वाला अधिकारी वितरण क्षेत्र में नहीं रहेगा।
योजना भवन में आयोजित इस वीडियों कांफ्रेन्सिंग में प्रबन्ध निदेषक अपर्णा यू, निदेषक वाणिज्य संजय कुमार सिंह मध्यांचल के प्रबन्ध निदेषक सहित अनेक अधिकारी उपस्थित थे।
अधिक हानियाॅ, अधिक ऊर्जा प्राप्त करने वाले चयनित खण्डों के नाम है।विद्युत वितरण खण्ड-मुजफ्फर नगर, वि0वि0ख0 अमरोहा, विविख-तृ0 मेरठ, विविखं सम्भल,विविखं षामली, विविखं खतौली, विविखं द्वि0 रामपुर, विविखं देवबन्द, विविखं हापुर, विविखं द्विद्ध बड़ौत, विविखं तृ0 सैफई, विविखं द्वि0 मैनपुरी, विविखं छिबरामऊ, विविखं प्र0 इटावा, विविखं द्वि0 इटावा, विविखं च0 किरावली, विविखं फिरोजाबाद, विविखं बांदा, विविखं कनौज, विविखं महोबा, विविखं ललितपुर, विविखं द्वि उरई, विविखं प्र0 रायबरेली, विविखं द्वि उन्नाव, विविखं प्र0 फैजाबाद, विविखं द्वि बरेली, विविखं द्वि बरेली, विविखं द्वि सुल्तानपुर, विविखं द्वि हरदोई, विविखं कल्याणी देवी, विविखं प्र0बलिया, विविखं द्वि बलिया, विविखं चुनार, विविखं देवरिया, विविखं प्रथम मऊ, विविखं बिजलीघर (केस्को)
चयनित 19 बड़े षहरों के 30 प्रतिषत से अधिक हानियों वाले खण्डों के नाम है। वि0न0वि0ख0-2 मेरठ, वि0न0वि0ख0-1 मुजफ्फरनगर, वि0न0वि0ख0-1 सहारनपुर, वि0न0वि0ख0-2 मुरादाबाद, वि0न0वि0ख0-3 मुरादाबाद, वि0न0वि0ख0 1-रामपुर, वि0न0वि0ख0-1 फैजाबाद, वि0न0वि0ख0 अपट्रान, वि0न0वि0ख0-3 सेस, वि0न0वि0ख0 सीतापुर रोड, वि0न0वि0ख0 चैक, वि0न0वि0ख0 ठाकुरगंज, वि0न0वि0ख0 बक्सी का तालाब, वि0न0वि0ख0 रहीम नगर, वि0न0वि0ख0-1 फिरोजाबाद, वि0न0वि0ख0-2 फिरोजाबाद, वि0न0वि0ख0 फर्रूखाबाद, वि0न0वि0ख0 रामबाग, वि0न0वि0ख0 नैनी, वि0न0वि0ख0 कल्याणीदेवी, वि0न0वि0ख0 बमरौली, वि0न0वि0ख0-1 गोरखपुर, वि0न0वि0ख0-2 गोरखपुर, वि0न0वि0ख0-2 वाराणसी, वि0न0वि0ख0-3 वाराणसी, वि0न0वि0ख0-6 वाराणसी।