13.15 करोड़ की लागत से टेस्टिंग लैब तथा डिजाइनिंग इन्स्टीट्यूट होगा स्थापित
लखनऊः 21 दिसम्बर, 2017
बने बनाये ढर्रे पर चल रहे आगरा के चर्म उद्योग को वैश्विक स्तर पर गति देने के लिए प्रदेश सरकार खास कदम उठाने जा रही है। आने वाले दिनों में आगरा के चर्म उत्पाद दिनबदिन बदल रहे फैशन से कदम ताल और विश्व बाजार के साथ होड़ करते दिखेंगे। इसके लिए उत्तर प्रदेश के हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री, श्री सत्यदेव पचैरी ने खास रणनीति तैयार की है। इसके तहत प्रदेश सरकार आगरा के चर्म उद्योग को नया कलेवर देने के लिए 13.15 करोड़ रुपये देने का मन बनाया है।
इस संदर्भ में हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री, श्री सत्यदेव पचैरी ने बताया कि राज्य के चमड़ा उद्योग को मार्डन लुक दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि आगरा के चर्म उद्योग की गहराई से पड़ताल करने के बाद तथ्य सामने आया है कि हम अभी वैश्विक प्रतिस्पर्धा में काफी पीछे चल रहे हैं। इसे बढ़ावा देने और चमड़े के उत्पाद को मार्डन लुक देने और मौजूदा देशी-विदेशी फैशन के मुताबिक बनाने के लिए आगरा में 13.15 करोड़ रुपये की लागत से टेस्टिंग लैब तथा डिजायनिंग इंस्टीट्यूट बनाने का निर्णय लिया गया है। इस संस्थान से चर्म उद्योग को न सिर्फ फैशन की अद्यतन जानकारी मिलेगी, बल्कि खुद को बदले जमाने के हिसाब से परिवर्तित करने और ढालने का सम्बल मिलेगा। सरकार की मंशा है कि चर्म उद्योग से जुड़े व्यवसायियों को कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ने में सहयोग किया जाय। श्री पचैरी ने बताया कि इस लैब के स्थापित हो जाने से अन्तर्राष्ट्रीय मार्केट की पसंद के मुताबिक चमड़े के उत्पाद को तैयार कर विदेशों में उसका निर्यात किया जा सकेगा। राज्य सरकार चर्म शिल्पियों को प्रोत्साहित करके उनकी आमदनी बढ़ाना चाहती है। साथ ही चर्म उद्योग को लोकप्रिय बनाकर आगरा को नई पहचान देना चाहती है।