टाटा, रिलायंस, बजाज जैसे बड़े औद्योगिक घराने लेंगे भाग
बड़े पैमाने पर औद्योगिक पूँजी निवेश की संभावना
युवाओं को मिलेंगे बडे़ पैमाने पर रोजगार के अवसर
लखनऊ: 21 दिसम्बर, 2017
उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने और रोजगार के अवसर सृजित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा 21 व 22 फरवरी, 2018 को लखनऊ में ‘इन्वेस्टर्स समिट-2018’ का आयोजन किया जा रहा है। समिट को सफल बनाने के दृष्टिगत और प्रदेश में औद्योगिक निवेश को आकर्षित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में 22 दिसम्बर, 2017 को मुम्बई के नरीमन प्वाइण्ट स्थित होटल ट्रायडेण्ट में प्रातः 10 बजकर 30 बजे से रोड शो का आयोजन किया जा रहा है। इस रोड शो में मुंबई के दिग्गज उद्योगपति तथा बड़े औद्योगिक घराने भाग लेंगे।
उत्तर प्रदेश में उद्योगों की स्थापना सुनिश्चित करने और युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में उद्योगों की स्थापना के लिए वातावरण का सृजन किया जा रहा है। प्रदेश में औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति, सूचना प्रौद्योगिकी एवं स्टार्ट-अप नीति, एग्रो और खाद्य प्रसंस्करण के सम्बन्ध में नीतियां लागू की गई हैं। ‘इन्वेस्टर्स समिट-2018’ में देश-विदेश के महत्वपूर्ण औद्योगिक घरानों और निवेशकों के भाग लेने की सम्भावना है।
इस रोड शो में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी सहित औद्योगिक विकास मंत्री श्री सतीश महाना जी मौजूद रहेंगे। मुख्य सचिव श्री राजीव कुमार, औद्योगिक एवं अवस्थापना विकास आयुक्त श्री अनूप चन्द्र पाण्डेय सहित राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी इसमें भाग लेंगे।
मुंबई रोड शो में जिन प्रमुख उद्योगपतियों द्वारा प्रतिभाग किया जाएगा उनमें रिलायन्स इण्डस्ट्रीज के श्री मुकेश अंबानी, टाटा ट्रस्ट्स् के श्री रतन टाटा, टाटा ग्रुप के श्री एन चंद्रशेखरन, महेन्द्रा एण्ड महेन्द्रा ग्रुप के श्री पवन गोयनका, एस्सेल ग्रुप के श्री सुभाष चंद्रा, हिन्दुजा ग्रुप के श्री अशोक हिन्दुजा, एच.डी.एफ.सी. लि0 के श्री दीपक पारेख, बजाज इलेक्ट्रिकल्स लि0 के श्री शेखर बजाज, अरविंद ग्रुप के श्री अरविन्द लालभाई, टाॅरेण्ट ग्रुप के श्री सुधीर मेहता, अजंता फार्मा के श्री मधुसूदन अग्रवाल, गीतांजलि ग्रुप के श्री मेहुल चोकसी आदि शामिल हैं।
इस रोड शो के माध्यम से बड़े पैमाने पर उत्तर प्रदेश मे औद्योगिक पूँजी निवेश आकर्षित किया जा सकेगा, जिससे प्रदेश का विकास होगा और बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार के मौके मिलेंगे।