Archive | December, 2017

लोक निर्माण विभाग हर दिन नये कदम व नयी दिशा की ओर-केशव प्रसाद मौर्य

Posted on 10 December 2017 by admin

मार्गों के उत्तरोत्तर बढ़ती आवश्यकता लगातार बढ़ते यातायात के दबाव की समस्या का समाधान करने तथा नई तकनीक का प्रयोग कर कैसे लागत में कमी करते हुये सड़क निर्माण के समय को कैसे कम करें तथा पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखकर सड़क निर्माण की नई तकनीक विषयक बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के केन्द्रीय विश्वविद्यालय के भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी सभागार में आयोजित लखनऊ काॅन्फ्रेंस तकनीकी विशेषज्ञों के विचार मंथन से प्राप्त सुझावों के साथ सम्पन्न हो गयी।
कार्यशाला सम्पन्न होने के बाद प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोक निर्माण विभाग के विश्वेश्वरैया सभागार में प्रेस वार्ता करते हुये कहा कि मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि लखनऊ काॅन्फ्रेंस में 14 राज्यों के लोक निर्माण मंत्री प्रदेश के प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रोफेसर एवं विशेषज्ञों एवं केन्द्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान से आये तकनीकी विशेषज्ञों तथा वैज्ञानिकों के साथ अन्य देशों से आये तकनीकी विशेषज्ञों व विभिन्न प्रान्तों से आये वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया, और अपने विचार व्यक्त किये तथा नई तकनीक व नई पे्रक्टिस के सम्बन्ध में अनमोल सुझाव दिये।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि विशेषज्ञों द्वारा मार्गों के निर्माण हेतु देश तथा विदेशों में अपनायी गई नई तकनीक के आयामों पर चर्चा की गयी, जिसमंे आधुनिकतम मशीनों के उपयोग से लागत में कमी लाए जानें, निर्माण का समय कम करने के साथ सड़कों के अनुरक्षण तथा मरम्मत में कैसे नई तकनीक एवं नई मशीनों का उपयोग किया जा सके, इस पर भी गहन विचार-विमर्श हुआ।
मार्गोंपर यातायात की सुरक्षा हेतु भी अनेक प्रस्ताव व सुझाव दिये गये। देश के विशषज्ञों के साथ जर्मनी, फ्रांस व नीदरलैण्ड के विशेषज्ञों द्वारा भी काॅन्फ्रेंस में भाग लिया गया व अनेक देशों में नई तकनीक के प्रयोग के सम्बन्ध में काॅन्फ्रेंस को अवगत कराया गया। इसके अतिरिक्त एव भव्य प्रदर्शनी का आयोजन लखनऊ काॅन्फ्रेंस द्वारा किया, जिसमें लगभग 30 स्टाल विभिन्न कम्पनियों तथा शोध संस्थानों द्वारा लगाये गये, कुछ विदेशी कम्पनियों द्वारा भी मशीनों एवं टेक्नोलाॅजी को प्रदर्शित करने हेतु स्टाल लगाये गये। मुख्य अतिथि मा0 नितिन गडकरी जी द्वारा इस प्रदर्शनी में विशेष रूप से रूचि ली गई तथा प्रत्येक स्टाल पर स्वयं जाकर जानकारी हासिल की गई। राजकीय निर्माण निगम एवं सेतु निगम द्वारा किये गये कार्याें का प्रदर्शन भी स्टाल के माध्यम से किया गया। मा0 केन्द्रीय मंत्री जी द्वारा उत्तर प्रदेश के निममों द्वारा किये गये प्रदर्शन का भी संज्ञान लिया गया एवं प्रशंसा की गई।
विभिन्न प्रदेशों से अये हुए प्रतिनिधियों को एक तकनीकी टूर, (राज्य राजमार्ग सं0-25, लखनऊ हरदोई मार्ग) पर भी ले जाया गया, जहां पर नवीन तकनीक द्वारा जर्मनी से आयातित रिसाइक्लर मशीन से सीमेंट ट्रीटेड बेस का कार्य प्रगति में था। सभी प्रतिनिधियों द्वारा कार्य को काफी सराहा गया।
सभी सुझावों को सम्मिलित करते हुए विशेषज्ञों द्वारा संकलित संस्तुतियां प्रस्तुत की गयी। सरकार द्वारा उन प्रस्तुतियों पर विचार किया जायेगा तथा आवश्यक निर्णय लिये जायेगें। उत्तर प्रदेश के अनेक मंत्रियों, सांसद एवं विधायकगणों द्वारा भी कान्फ्रेंस में भाग लिया गया।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नवीन तकनीकी से सड़क बनाने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की कमेटी बनायी जायेगी ताकि प्रदेश में उसको लागू कर कम समय तथा कम लागत में अधिक टिकाऊ सड़के बना सके उन्होंने बताया कि पहले सड़को की आयु 5 वर्ष आकी जाती थी। लेकिन नयी तकनीक से सड़के बनाने में आयु 20 वर्ष तक हो जाती है।
श्री मौर्य ने कहा कि अब प्रदेश में 7 मीटर से कम चैड़ी सड़के नहीं बनेगी। हमारा प्रयास है कि कम से कम दो लेन सड़क बने, इसके साथ ही ठेकेदारो की समस्याओं का निराकरण कराने हेतु कान्फ्रेंस की जायेंगी तथा सभी कार्य पूर्ण पारदर्शिता, गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ होंगे। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग हर दिन नये कदम व नयी दिशा की ओर बढ़ रहा है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री,लखनऊः 10 दिसम्बर, 2017

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हस्तशिल्प उत्पादों को अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में नई पहचान दिलायी जायेगी-पचौरी

Posted on 10 December 2017 by admin

लखनऊः 10 दिसम्बर, 2017
प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन, खादी तथा ग्रामोद्योग, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी ने कहा है कि प्रदेश सरकार उद्योगों को बढ़ावा देने हेतु बेहद गम्भीर एवं सजग है। उन्होंने कहा कि उद्योग विभाग निरन्तर इस दिशा में कार्य कर रहा है, इसी कड़ी में मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी द्वारा फैशन एवं डिजाइनिंग के लिए मशहूर इटली के मिलान शहर में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय ट्रेड फेयर का अध्ययन करने हेतु एक प्रतिनिधि मण्डल का भेजना एक महत्वपूर्ण कदम है।
श्री पचौरी ने कहा कि प्रदेश के हरतशिल्प उत्पादों को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की कड़ी प्रतिस्पर्धा में नई पहचान दिलाने हेतु यथाशीघ्र कार्य योजना बनाकर कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में हस्तशिल्प उत्पादों की मांग बहुत अधिक है। उन्होंने कहा कि मिलान शहर में उ0प्र0 के उत्पादों की काफी मात्रा में बिक्री हुई। बाजार की मांग एवं आधुनिक फैशन को दृष्टि में रखकर प्रदेश के उत्पाद का गुणवत्तापूर्ण निर्माण कराने में आधुनिक तकनीक का उपयोग सुनिश्चित किया जायेगा।
उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश के उत्पादकों एवं निर्यातकों को तकनीकी सहयोग के साथ साथ हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराकर निर्यात को और अधिक बढ़ाया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के उत्पादों को विश्व-बाजार में महत्वपूर्ण स्थान दिलाने हेतु निरन्तर सार्थक प्रयास सुनिश्चित किये जायेंगे।

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भाजपा अटल जी के जन्मदिन को सुशासन दिवस के रूप में मनाएगी - विजय बहादुर पाठक

Posted on 10 December 2017 by admin

लखनऊ 10 दिसम्बर 2017, भारतीय जनता पार्टी अटल विहारी बाजपेयी के जन्मदिन को सुशासन दिवस के रूप में मनाएगी। प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक ने क्षेत्रशः विस्तारक बैठकों के माध्यम से कार्यक्रम की योजना-रचना जिलों तथा मण्डलों तक पहुॅचाई। 15 से 20 दिसम्बर तक बूथ स्तर पर होंगी बैठके।
प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 महेेन्द्र नाथ पाण्डेय एवं प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल ने अटल जी के जन्मदिवस को बूथ स्तर तक मनाये जाने के कार्यक्रम तय किया है। 25 दिसम्बर अटल विहारी वाजपेयी के जन्मदिवस को भाजपा सुशासन दिवस के रूप में मनाएगी। हर बूथ पर अटल जी के जन्मदिन पर कार्यक्रम आयोजित होंगे। बूथ स्तर तक सुशासन दिवस की सफलता के लिए 15 से 20 दिसम्बर तक प्रदेश के 1471 मण्डलों में बैठके आयोजित होंगी। सुशासन के संकल्प के साथ जनकल्याणकारी कार्यक्रमों एवं योजनाओं को लेकर पार्टी हर बूथ तक पहुॅचेगी।
श्री पाठक ने जिला एवं महानगर स्तर पर पूर्णकालिक रूप से कार्य कर रहे विस्तारकोें की बैठकों के माध्यम से सुशासन दिवस की कार्ययोजना को बूथ स्तर तक पहुॅचाने के निर्देश दिये तथा संगठनात्मक कार्यो का फीडबैक लिया। वाराणसी में 1 दिसम्बर, कानपुर में 6 दिसम्बर, लखनऊ में 7 दिसम्बर एवं गोरखपुर में 8 दिसम्बर को विस्तारक बैठकें सम्पन्न हो चुकी है। 11 दिसम्बर को गाजियाबाद में पश्चिम क्षेत्र की विस्तार बैठक होगी।

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व्यवस्था के प्रति अनास्था न उत्पन्न होने दें युवा- राजनाथ सिंह

Posted on 09 December 2017 by admin

students-with-medals-and-degrees-with-distinguished-guests-at-convocation-of-lucknow-universitythree-books-were-released-on-60th-convocation-of-lucknow-universityगृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि स्वतंत्रता के बाद राजनीति ने अपने अर्थ और भाव को खोया है॰ लखनऊ विश्वविद्यालय के 60वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए गृहमंत्री ने कहा कि युवाओं को खुद को राजनीतिक व्यवस्था से अलग नहीं रखना चाहिए।
उन्होने कहा कि संकल्प के बल पर जीवन में कुछ भी प्राप्त किया जा सकता है। उन्होने युवा शक्ति का आहवाहन किया कि वह व्यवस्था के प्रति अनास्था न उत्पन्न होने दें। व्यवस्था के प्रति अनास्था की समाज को भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। ms-anjali-singh-conferred-with-gold-medals-during-convocation-of-lucknow-university
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत के साहित्य और संस्कृति में ज्ञान का भंडार छिपा है। इसका उपयोग वर्तमान संदर्भों में सफलता पूर्वक किया जा सकता है। उन्होने लखनऊ विश्वविद्यालय के विद्वानों से आग्रह किया कि वे भारतीय ज्ञान पर शोध कर उसे दुनिया के समक्ष लाएं।
श्री सिंह ने कहा कि शिक्षा चरित्र का निर्माण करती है। उन्होंने कहा कि राम की तुलना में कहीं अधिक धनवान, बलवान और ज्ञानवान होने के बावजूद रावण का विनाश इसलिए हुआ क्योंकि उसका चारित्रिक पतन हो गया था। union-home-minister-delivering-the-keynote-address-at-lucknow-university-convocation-on-satuday
प्रदेश के राज्यपाल और कुलाधिपति राम नाईक ने कहा कि वैश्विक स्तर पर स्पर्धा बढ़ने के कारण शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने की आवश्यकता है। नई खोजों पर बल देते हुए श्री नाईक ने कहा कि इससे शिक्षा का लाभ समाज को मिलेगा। इससे पहले अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि आज शिक्षा के व्यवसायीकरण की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि शिक्षा प्राप्त करने के बाद छात्रों को रोजगार मिलना चाहिए। union-home-minister-shri-rajnath-singh-honoured-with-honorary-dsc-degree-at-60th-convocation-of-lucknow-university
दीक्षांत समारोह के मौके पर श्री मेहंदी अग्रवाल और सुश्री अंजली सिंह सहित 192 छात्र छात्राओं को डिग्रियों और पदकों से सम्मानित किया गया। इनमें 32 छात्र और 159 छात्राएं। यानि पदक पाने वाली छात्राओं का प्रतिशत 83 रहा। इस मौके पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह को डी०एस०सी की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।

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व्प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय 10 दिसम्बर को वाराणसी, गाजीपुर एवं चंदौली में

Posted on 09 December 2017 by admin

लखनऊ 09 दिसम्बर 2017, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय 10 दिसम्बर को अपरान्ह 3ः30 बजे नई दिल्ली से वाराणसी पहुॅचेंगे। वाराणसी में ग्राम ईसीपुर बड़ागांव, शिवपुर बाबतपुर रोड, पहड़िया में विभिन्न कार्यक्रमों में उपस्थित रहेंगे। श्री पाण्डेय ख्यालगढ लांैदा चन्दौली, नई बस्ती अलीनगर चन्दौली, रामनगर कटेसर वाराणसी, गहुरा गाजीपुर तथा पक्खनपुर गाजीपुर में विभिन्न कार्यक्रम में भी उपस्थित रहेंगे।
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लखनऊ 09 दिसम्बर 2017, केन्द्रीय रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा 10 दिसम्बर को गाजीपुर एवं वाराणसी में विभिन्न कार्यक्रमों में सम्मलित होगें।
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लखनऊ 09 दिसम्बर 2017, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य 10 दिसम्बर को वाराणसी में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे।

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गुजरात के दावे छोड घर संभाले अखिलेश - राकेश त्रिपाठी

Posted on 09 December 2017 by admin

लखनऊ 09 दिसम्बर 2017, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने अखिलेश यादव के गुजरात में चुनावी पर्यटन करने पर तंज कसा। श्री त्रिपाठी ने कहा कि अखिलेश यादव गुजरात के पर्यटन स्थलों से प्रभावित होकर कुछ दिन गुजरात में गुजारने गए थे। गुजरात में चुनाव लड़कर जीतना समाजवादी पार्टी के लिए शेखचिल्ली के हसीन सपने जैसा है। अखिलेश यादव के पांच सीटों पर लड़ने और जीतने पर उनके पिता मुलायम सिंह यादव ने ही प्रश्न उठाए हैं। अखिलेश यादव पहले अपना घर सम्भालेे। गुजरात में पांच सीटंे लड़ने में सारी ऊर्जा व्यर्थ कर देंगे तो बची-खुची पांच सीटें भी आगामी लोकसभा चुनाव में गंवा बैठेगें, इसके संकेत निकाय चुनावों के परिणामों से मिल चुके है।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में राहुल गांधी और अखिलेश यादव दो अच्छे लड़के बनकर साथ लडे़ थे लेकिन गुजरात में तीन अच्छे लडकों का साथ पाकर राहुल गांधी ने पुराने साथी अखिलेश यादव को प्रचार तक के लिए नहीं बुलाया। इसी हताशा में बिना संगठन व जनसमर्थन के अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी घोषित कर चुनाव लड़ाने गुजरात जा पहुॅचे हैं। गुजरात में कांग्रेस की जातीय राजनीति से उत्साहित होकर अखिलेश यादव अपने लिए स्थान तलाश रहे है।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में जनता ने जातीय व मजहबी राजनीति को दरकिनार कर विकास के मुद्दे पर भाजपा को भरपूर समर्थन दिया था। गुजरात चुनावों में भी जनता जातीय व मजहबी राजनीति करने वालों को सबक सिखाएगी।

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गांधी जी के गुजरात में अखिलेश यादव -राजेन्द्र चौधरी

Posted on 09 December 2017 by admin

akhilesh-yadav-in-gujaratगुजरात की चर्चा आते ही इतिहास के कई पृष्ठ स्वतः खुलने लगते हैं। अतीत के पांच हजार साल पहले का दृश्य जब भगवान श्री कृष्ण रण छोड़ बनकर मथुरा से द्वारिका पहुंच गए थे। द्वारिका तो समुद्र में विलीन हो गई किन्तु द्वारिकाधीश का मन्दिर आज भी भव्यता के साथ खड़ा है। वर्तमान में कुछ पीछे चलकर मोहनदास करम चंद गांधी का त्यागलोक दिखाई देने लगता है। स्वतंत्रता आंदोलन की अनुगूंज सुनाई पड़ने लगती है। 1909 में गांधी जी ने विलायत से लौटते हुए जहाज पर ‘हिन्द स्वराज‘ नाम से एक पुस्तक लिखी थी। जिसमें विभिन्न विषयों पर उनके विचार हैं। गांधी जी ने हिन्दुस्तान में आकर पहले तो अपने गुरू गोखले जी के कहने पर भारत की यात्रा की। सन् 1917 से गांधी जी ने गुजरात में साबरमती नदी के किनारे अपने एक आश्रम की स्थापना की जहां से उनके राजनीतिक और वैयक्तिक प्रयोग भी शुरू हुए। 1930 में इसी आश्रम से उन्होंने नमक कानून तोड़ने के लिए दांडी मार्च किया था। गांधी जी 1933 तक साबरमती आश्रम में रहे। इस चर्चा में सरदार बल्लभभाई पटेल को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा जिन्होंने भारत को एकता के सूत्र में बांधने का काम किया।
तो उसी गुजरात में इन दिनों बड़ी हलचल है। राजनीति के नए प्रयोगों की यह एक नई प्रयोगशाला भी बन रही है। गांधी जी राजनीति को सामाजिक और नैतिक संदर्भ में देखते थे और यह चेतावनी भी देते थे कि ताकत (राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक) किसी भी व्यक्ति को अंधा और बहरा बना देती है। जो लोकतंत्र पक्षपातपूर्ण, अंध विश्वासी और अराजकता में रहेगा वह एक दिन स्वयं नष्ट हो जाएगा। लोकतंत्र में केवल और केवल जनता का राज होना चाहिए।akhilesh-yadav-in-gujrat
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश 5,6,7, और 8 दिसम्बर 2017 को गुजरात की यात्रा पर थे। संदर्भ चुनाव प्रचार का था किन्तु मंतव्य था गुजरात को नजदीक से जानने का, रिश्ते बनाने का और भविष्य को मजबूती देने का। स्वाभाविक था कि गुजरात की धरती पर भगवान श्री कृष्ण की ओर अखिलेश यादव जी का खिंचाव होता। सर्वप्रथम वे द्वारिकाधीश मंदिर पहुंचे और उन्होंने अपने इष्टदेव का आशीर्वाद लिया। अपने संक्षिप्त प्रवास में उन्होंने समाज के सभी वर्गो के लोगों से मुलाकात की और गुजरात के ताजा हालात की भी जानकारी ली। लेकिन सबसे ज्यादा उनका चिन्तन गांधी जी के नेतृत्व में चलनेवाले स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों-आदर्शों के इर्दगिर्द और राजनीति में आ रहे क्षरण पर ही केन्द्रित रहा।
गुजरात और सरदार बल्लभभाई पटेल की याद परस्पर जुड़ी हैं। न केवल स्वतंत्रता आंदोलन अपितु किसान आंदोलन में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। चैधरी चरण सिंह अक्सर गांजी जी की आर्थिक नीतियों की चर्चा करते रहते थे और उन्हीं विचारों को लेकर वे आजीवन संघर्ष करते रहे।
आज राजनीति के चाल चरित्र में जिस कदर बदलाव आया है और मूल्यों की विश्वसनीयता भी प्रश्नों के घेरे में आती जा रही है वह चिंताजनक है। श्री अखिलेश यादव जी ने यह प्रश्न उठाया कि क्योंकर लोकतंत्र का अवमूल्यन होता जा रहा हैं राजनीति में संकीर्ण स्वार्थों का बोलबाला होता जा रहा है। लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं को तहस नहस कर विकास को धता बताकर सांप्रदायिकता की आड़ में राजनीतिक स्वार्थों की प्राप्ति उचित नहीं। श्री यादव मानते हैं कि विकास के नाम पर धोखा नेतृत्व की साख को बट्टा लगाती है। बेरोजगार नौजवानों के सपनों को तोड़ा गया तो एक बड़े विश्वास के साथ छल होगा। किसान अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। गुजरात में उनकी बदहाली देखकर दुःख हुआ। मूंगफली और कपास के किसान अपने उत्पाद का लाभप्रद एवं उचित मूल्य भी नहीं पा रहे हैं। भाजपा ने कपास के दाम 15 सौ रूपये कुन्तल दिलाने का वादा किया किन्तु वे 800 रूपए में ही फसल बेचने को मजबूर हैं।
गुजरात जाने के पीछे यह देखना भी था कि बहुप्रचारित गुजरात माॅडल की वास्तविकता क्या है? गुुजराती लोग मानते हैं कि गुजरात में कहीं भी विकास नहीं दिखाई देता है। गुजरात के द्वारिकाधीश मंदिर में ही तीन दिन बिजली नहीं आई थी। स्वास्थ्य, शिक्षा, चिकित्सा सभी क्षेत्रों में अफरातफरी मची दिखाई दी। विकास माॅडल की बात करने वाले गुजरात के विकास पर भी नजर डाल लेते तो अच्छा होता। स्वच्छ भारत का नारा देने वालों को गुजरात में जगह-जगह गंदगी दिखाई क्यों नहीं देती है।
श्री अखिलेश यादव ने चर्चा में प्रदूषण का प्रश्न भी उठाया और कहा कि वैचारिक प्रदूषण के कारण भी भाईचारे और विकास का संकट है। सामाजिक सौहार्द और परस्पर विश्वास के आधार पर ही समाज का सर्वतोमुखी विकास व सद्भाव का माहौल हो सकता है। श्री यादव ने अहमदाबाद में एक पत्रकार वार्ता को भी सम्बोधित किया जिसमें कुछ बुनियादी प्रश्न भी उठाए गए। इस वार्ता के समय राश्ट्रीय सचिव श्री राजेन्द्र चैधरी भी उपस्थित थे। श्री अखिलेश यादव ने यहां गिरि के जंगलो में शेरो के बीच भी कुछ समय बिताया।
श्री अखिलेश यादव की चिंता आजादी के मूल्यों को बचाने की है और यही समाजवादी विचारधारा का आधार है। गांधी जी ने सत्य, अहिंसा और सहिष्णुता का जो संदेश साबरमती के तट से दिया था आज भी वह प्रासंगिक है। साबरमती आश्रम में गांधी जी के जीवन से सम्बन्धित वस्तुओं की प्रदर्शनी है जहां उकेरा गया उनका यह संदेश आज भी मार्ग दर्षक बन सकता है। गांधी जी का मत था कि ‘‘ लोकतंत्र को ऊपर से बीस तीस लोग नहीं चला सकते हैं लोकतंत्र तब तक सफल नहीं हो सकता जब तक उसमें हर व्यक्ति की भागीदारी न हो‘‘।

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मध्य प्रदेष की बिजली व्यवस्था के अध्ययन के लिये उ0प्र0 के अधिकारी पहॅुचे भोपाल

Posted on 08 December 2017 by admin

मध्य प्रदेष की अनेक अच्छी विद्युत योजनाओं को प्रदेष में भी लागू करने पर विचार किया जायेगा
-प्रमुख सचिव ऊर्जा आलोक कुमार

frz_6776भोपाल, 8 दिसम्बर 2017। उत्तर प्रदेष में विद्युत व्यवस्था और बेहतर बनें, प्रदेष की जनता एवं कृशि क्षेत्र को अधिकतम विद्युत आपूर्ति हो तथा मध्यप्रदेष की तरह सभी को 24 घण्टे विद्युत आपूर्ति हो। इसके अध्ययन के लिये आज उत्तर प्रदेष के प्रमुख सचिव ऊर्जा आलोक कुमार के नेतृत्व में उ0प्र0 पावर कारपोरेषन के एक प्रतिनिधि मण्डल ने मध्य प्रदेष के विद्युत अधिकारियों के साथ बैठक की और दोनों प्रदेषों के अधिकारियों की बैठक हुयी। बैठक में उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री आलोक कुमारए उत्तर प्रदेश पॉवर कार्पोरेशन की प्रबंध संचालक श्रीमती अपर्णा यूए निदेशक ;पर्सनल एंड एडमिनद्ध मध्यांचल विद्युत वितरण निगम श्री एसण्सीण्झाए निदेशक ;वाणिज्यद्ध श्री संजय सिंहए कंसल्टेंट श्री अरूण कंचन उपस्थित थे। मध्यप्रदेश की ओर से एमण्पीण्पॉवर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक श्री संजय कुमार शुक्लए मण्प्रण्मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक डॉण् संजय गोयलए विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी श्री मुकुल धारीवालए निदेशक ;तकनीकीद्ध श्री आरण्एसण्श्रीवास्तवए मुख्य महाप्रबंधक ;मानव संसाधन एवं प्रशासनद्ध सुश्री रूही खानए मुख्य महाप्रबंधक ;वाणिज्यद्ध श्रीमती स्वाति सिंहए मुख्य वित्तीय अधिकारी डॉण् राजीव सक्सेना सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव श्री आलोक कुमार ने बैठक में बताया कि उत्तर प्रदेश में विद्युत के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हो रहे है। बनारस सहित करीब आधा दर्जन शहरों में अंडर ग्राउंड केबलिंग का कार्य प्रगति पर है और आने वाले समय में इसे पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में 40 लाख स्मार्ट मीटर बिजली उपभोक्ताओं के परिसर में कॉलबेल लोकेशन पर लगाए जाएंगे इससे जहॉं एक ओर राजस्व नुकसान में कमी आएगी वहीं दूसरी ओर उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग संबंधी शिकायतें दूर हो सकेंगी। उन्होंने प्री.पेड मीटर को ग्रामीण क्षेत्र की आवश्यकता बताया और कहा कि इस पर उत्तर प्रदेश के बिजली वितरण निगम काम कर रहे हैं और जल्दी ही ग्रामीण क्षेत्रों में प्री.पेड मीटर लगाये जाएंगे। श्री आलोक कुमार ने बताया कि बिजली चोरी की रोकथाम के लिए 88 फ्लाइंग स्क्वाड बनाई गई हैं जिनकी संख्या पहले 37 थी। प्रमुख सचिवए ऊर्जा श्री आलोक कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश में बिलिंग दक्षता और संग्रहण दक्षता को बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। श्री आलोक कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 24 घंटे बिजली देने की दिशा में कारगर कदम उठाये जा रहे हैं। इसी दिशा में यह दल मध्यप्रदेश अध्ययन करने आया है।
उ0प्र0 में हो रहे अनेक महत्वपूर्ण कार्यो जैसे स्मार्ट मीटरिंग आदि के प्रति मध्य प्रदेष के अधिकारियों ने सराहना की और इसे खुद भी मध्य प्रदेष में अपनाने की उत्सुकता दिखाई।
मध्यप्रदेश में अटल ज्योति योजना के अंतर्गत आबादी को 24 घंटे और कृषि क्षेत्र में 10 घंटे विद्युत प्रदाय सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके लिए जहॉं एक ओर विद्युत उपलब्धता को 2003 से ही राज्य में सिलसिलेवार ढंग से बढ़ाने के प्रयास किए गए। उसी प्रकार 400 केण्वीए 220 केण्वीण् एवं 132 केण्वीण् उपकेन्द्रों की संख्या बढ़ाई गई और ट्रांसमिशन लाईनों की क्षमता में वृद्धि की गई। प्रदेश में उप.पारेषण एवं वितरण प्रणाली को मजबूती प्रदान करने के लिए पिछले एक दशक में 33ध्11 केण्वीण् उपकेन्द्रों की संख्या दोगुने से अधिक हो गई है। इसी प्रकार वितरण ट्रांसफार्मरों की संख्या ढाई गुना से भी अधिक हो गई है। इसी सब का परिणाम है कि आज मध्यप्रदेश सभी श्रेणियों के उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली उपलब्ध करा पा रहा है और कृषि क्षेत्र को 10 घंटे बिजली मिल रही है। यह बात आज मध्यप्रदेश के प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री आईण्सीण्पीण् केशरी ने उत्तर प्रदेश से आये ऊर्जा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक मंे बताई।
प्रमुख सचिवए ऊर्जा श्री केशरी ने बताया कि मध्यप्रदेश में जहॉं वर्ष 2003 में कृषि क्षेत्र में खपत 33 प्रतिशत थी जो अब बढ़कर 40 प्रतिशत हो गई है और कृषि पम्पों की संख्या बढ़कर 28 लाख से भी अधिक हो गई है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश स्टेट लोड डिस्पेच सेन्टर को आधुनिक बनाया गया है और रियल टाईम डाटा प्राप्त करने के लिए आधुनिकतम आईटी बेस्ड प्रणाली लाई गई है। प्रमुख सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री स्थाई कृषि पम्प योजना में अस्थाई कृषि पम्प उपभोक्ताओं को स्थाई कृषि पम्प कनेक्शन में बदला जा रहा है। रेवेन्यु मैनेजमेंट के लिए राज्य के कुछ संभागोंध्वितरण केन्द्रों में मैनेजमेंट आपरेटर नियुक्त किए गए हैं।
इस अवसर पर एमण्पीण्पॉवर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक श्री संजय कुमार शुक्ल ने मैनेजमेंट आपरेटर के संबंध में विस्तार से जानकारी दी एवं मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक डॉण् संजय गोयल ने कंपनी द्वारा अपनाई जा रही सूचना प्रौद्योगिकी आधारित उपभोक्ता उन्मुखी कार्योजना की जानकारी दी।

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ग्रामीण प्रौद्योगिकी के विकास से ही प्रदेश का समग्र विकास सम्भव: हेमन्त राव

Posted on 08 December 2017 by admin

उत्तर प्रदेश में ग्रामीण प्रौद्योगिकी की निरन्तर बढ़ती आवश्यकता और सुदूर गाॅवों तक आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विज्ञान प्रौद्योगिकी परिषद, उ0प्र0 द्वारा विज्ञान भवन के सर सी.वी.रमन प्रेक्षागृह में आयोजित एक दिवसीय सेमिनार के मुख्य अतिथि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव हेमन्त राव ने उद्घाटन अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि प्रदेश का समग्र विकास ग्रामीण प्रौद्योगिकी के विकास से ही सम्भव है।123
श्री राव ने सेमिनार में उपस्थिति विभिन्न उद्योगों, स्वैच्छिक संस्थाओं, तकनीकी संस्थाओं, सीएसआईआर, आईसीएआर, अंतरिक्ष विभाग सहित तमाम केन्द्रीय व राज्य सरकार के प्रतिनिधियों तथा नवअन्वेषी युवाओं का आवाह्न करते हुए कहा कि सुदूर गाॅवों में निवास करने वाले ग्रामीणों के बीच तमाम सिद्ध व उपयोगी प्रौद्योगिकियाॅ आज भी स्थानीय स्तर पर उपलब्ध हैं अतः उनका बेहतर विकास, उच्चीकरण, व्यवसाय औद्योगिकीकरण और समाज के प्रत्येक वर्ग के बीच उपयोग की निरन्तर जरूरत है। इस दिशा में ग्रामीणों द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों का उपयोग वर्तमान परिदृश्य में बढ़ रहे प्रदूषण व अन्य हानिकारक प्रभावों को रोकने में निश्चित रूप से सार्थक है। श्री राव ने बल दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा तथा स्वास्थ्य की गुणवत्ता में सुधार के लिये भी कम कीमत की ग्रामीण प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने के लिए सभी क्षेत्रों के वैज्ञानिकों, तकनीकीविदों, उद्यमियों और शहरी युवाओं को आगे आकर ग्रामीणों के साथ मिलकर काम करने की सम्भावनायें असीमित हैं। इस कार्य के लिए परिषद की ओर से जो भी सहयोग और सहायता की आवश्यकता होगी, उसे प्राथमिकता के साथ कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा।
सेमिनार के दौरान तकनीकी सत्र में विशेष रूप से बायोगैसी फायर, कृषि अपशिष्टों के उपयोग से अक्षय ऊर्जा, गाय व भैस के मल-मूत्र से ग्रेन्यूल्स, बर्मी कम्पोस्ट, बायोगैस चूल्हा, पशु शक्ति से बिजली का उत्पादन, फ्लोरीकल्चर, पेपर, बैगमेकिंग, मेडिसनल प्लान्ट कल्टीवेशन, घोड़े के घुर में पहनाने के लिए नाल, स्वच्छ पेय-जल संरक्षण, खाद्य प्रसंस्करण, आॅवला तोड़ने की तकनीक तथा जीरो एनर्जी सोलर ड्रायर आदि पर आईआईटी कानपुर, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, बायोमाॅस गैसीय फायर गोरखपुर, कानपुर गौशाला तथा यूपी नेड़ा के वैज्ञानिकों, तकनीकी विशेषज्ञों व उद्यमियों ने अपने-अपने पाॅवर प्रजेन्टेशन के माध्यम से प्रस्तुतीकरण करके प्रतिभागी विद्यार्थियों, युवाओं तथा उद्यमियों को उत्प्रेरित किया। एक दिवसीय सेमिनार में विशेष रूप से चर्चा की गयी कि ग्रामीण प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों में आवश्यक शोध, विकास, हस्तानांतरण और लोकप्रियकरण आदि को कई नये आयामों के साथ आगे बढ़ने के लिए आगे भी परिषद द्वारा बृह्द स्तर पर नयी परियोजनाओं को चलाने जाने का निर्णय लिया गया।
अतिथियों का स्वागत सम्बोधन परिषद के निदेशक डाॅ. एम.के.जे.सिद्धीकी, धन्यवाद ज्ञापन संयुक्त निदेशक, श्री आई.डी.राम तथा कार्यक्रम का संचालन डाॅ. हुमा मुस्तफा ने किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री,,लखनऊ

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सस्ती और टिकाऊ सड़कों के निर्माण की तकनीक खोजें विशेषज्ञ- नितिन गडकरी

Posted on 08 December 2017 by admin

अगले साल तक पूरी होगी वाराणसी-हल्दिया जलमार्ग परियोजना।

केंद्रीय परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि सड़कों का विकास देश के विकास से जुड़ा है। उन्होने कहा कि सड़कों के विकास से लोगों को रोजगार मिलता है और गरीबी समाप्त होती है।

union-minister-shri-nitin-gadkari-with-up-cm-at-inauguration-of-lucknow-conferenceon-new-technology-for-road-construction-here-on-fridayआज लखनऊ में आयोजित सम्मेलन में आए विशेषज्ञों से आहवाहन करते हुए श्री गडकरी ने कहा कि एक ऐसी नई तकनीक विकसित करना समय की आवश्यकता है जिससे निर्धारित समय में मानक के अनुरूप गुणवत्ता युक्त सड़कें बनाई जाएं। लोक परिवहन पर बल देते हुए उन्होने कहा कि इस दिशा में विशेष रूप से काम करने की आवश्यकता है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सड़क निर्माण में काम आने वाले डामर में आठ प्रतिशत प्लास्टिक डाली जा सकती है। उन्होने कहा कि ऐसी तकनीक पर विचार करना होगा जिसमें कूड़ा कचरे के इस्तेमाल से बेहतर और मजबूत सड़कें बनाई जा सकेंगी। उन्होने वैज्ञानिकों से पूर्व कीमत तकनीक पर भी विचार करने को कहा।union-minister-shri-nitin-gadkari-and-other-emminent-guests-released-a-book-on-this-occassion

सड़कों के निर्माण में नई तकनीक को लेकर आयोजित लखनऊ सम्मेलन में श्री गडकरी ने कहा कि सड़क, पानी, बिजली और संचार से उद्योग धंधों को बढ़ावा मिलता है। उन्होने कहा कि विकास के आधारभूत ढांचे को मजबूत बनाने में संसाधनों की अपेक्षा दृष्टिकोण, कार्य में पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त पद्धति ज्यादा कारगर होती है।

उन्होने कहा कि जब मौजूदा सरकार सत्ता में आई थी तब सड़क निर्माण का काम धीमा था। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में उनका मंत्रालय 5 साल में पच्चीस लाख करोड़ रुपये का काम करेगा।union-minister-shri-nitin-gadkari-felicitating-the-expertat-lucknow-conference-on-new-technology-fort-rioad-construction-here-in-city-on-friday

श्री गडकरी ने कहा कि सस्ती और टिकाऊ सड़कों के निर्माण में भारतीय तकनीकी संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होने उत्तर प्रदेश में सड़क विकास के लिए दो लाख करोड़ रुपये देने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में आयोजित अपने किस्म के इस पहले सम्मेलन में देश विदेश से आए विशेषज्ञों को अपने अनुभव साझा करने में मदद मिलेगी। उन्होने कहा कि उनकी सरकार को एक लाख 21 हजार किलोमीटर लंबी गड्ढायुक्त सड़कें विरासत में मिलीं थीं। उनकी सरकार ने एक सौ दिन में पचासी हजार किलोमीटर सड़कों को गड्ढामुक्त करने में सफलता प्राप्त कर ली है। इससे पहले उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अतिथियों का औपचारिक स्वागत किया और विषय की स्थापना की।

श्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन में आए विशेषज्ञों का स्वागत किया और एक पुस्तिका का विमोचन किया। इस मौके पर सड़क विकास को लेकर एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया।

बाद में पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार गंगा को प्रदूषण मुक्त करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। उन्होने कहा कि वाराणसी से हल्दिया तक 1 हजार 680 किलोमीटर लंबे जलमार्ग को विकसित किया जा रहा है।union-minister-shri-nitin-gadkari-with-other-distingushed-guests-inaugurating-the-conference-by-lighting-the-lamp

ढाई सौ करोड़ रुपये की लागत से पटना-हल्दिया के बीच इस काम को पूरा कर लिया गया है। अगले साल के अंत तक वाराणसी तक के काम को पूरा कर लिया जाएगा। श्री गडकरी ने कहा कि गंगा किनारे बसे साढ़े चार हजार गांव को गंगा ग्राम के रूप में विकसित किया जा रहा है।

उन्होने कहा कि गंगा के किनारे दस करोड़ वृक्ष लगाए जाएंगे और मोक्ष धाम तथा धर्मशालाएँ बनाई जाएंगी। उन्होने कहा कि इस काम को जन सहयोग से पूरा किया जाएगा। श्री गडकरी ने कहा कि लखनऊ-कानपुर के बीच एक्सप्रेस वे बनाने का काम भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री, लखनऊ , 08.12.2017

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