उत्तर प्रदेश में विधान परिशद् एवं राज्यसभा के द्विवार्शिक
चुनाव के लिये बी.एस.पी. के उम्मीदवारों की घोशणा
मिशनरी भावना से वर्षो से काम करने वाले
पार्टी कार्यकर्ताओं का ही मनोनयन : सुश्री मायावती
सभी वर्तमान बी.एस.पी. विधायकों को सन् 2012 के
विधान सभा चुनाव में टिकट दिया जायेगा : सुश्री मायावती
बहुजन समाज पार्टी की राश्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली केन्द्र की यू.पी.ए. सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के साथ सौतेला व पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने व केन्द्र सरकार की ग़लत आर्थिक नीतियों के कारण देश में लगातार बढ़ रही महंगाई के खिलाफ, यू.पी.ए. सरकार के एक वर्षो पूरा होने के दिन दिनांक 22 मई सन् 2010 से बी.एस.पी. द्वारा शुरू किये गये Þराज्य-व्यापी जनहित आन्दोलन को और तीव्र बनाने का आह्वान किया है।
आज यहां अपने सरकारी निवास पर पार्टी के सांसदों, मन्त्रियों, विधायकों व ज़ोनल को-आर्डिनेटरों की संयुक्त बैठक को सम्बोधित करते हुये सुश्री मायावती जी ने कहाकि दिनांक 22 मई सन् 2010 का राज्य-व्यापी जनहित आन्दोलन कार्यक्रम काफी कामयाब रहा है, जिसके लिये पार्टी के सभी छोटे-बड़े कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, सांसदों, मन्त्रियों, विधायकों एवं हर स्तर के जनप्रतिनिधियों का वह हार्दिक आभार प्रकट करती हैं। साथ ही, उन्होंने यह उम्मीद भी ज़ाहिर की है कि अगले बुधवार को छोड़कर प्रत्येक बुधवार को ज़ोन के एक विधानसभा मुख्यालय पर होने वाले इस चरणबद्ध जनहित आन्दोलन को इसी प्रकार कामयाब बनाने में पार्टी के हर स्तर के लोग जी-जान से लगातार जुटे रहेंगे।
इसी क्रम में प्रधानमन्त्री डा. मनमोहन सिंह द्वारा आज एक संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से रखे गये यू.पी.ए. सरकार के एक वर्ष के रिपोर्ट-कार्ड के बारे में सुश्री मायावती जी ने कहाकि इस रिपोर्ट-कार्ड को अगर ज़मीनी हक़ीक़त पर परखा जाये तो वह केवल हवाई प्रतीत होता है अर्थात् यह कहना ग़लत नहीं होगा कि यू.पी.ए. सरकार का एक वर्ष का कार्यकाल, देश की जनता के लिये हर मामले में निराशाजनक रहा है।
इस अवसर पर बी.एस.पी. की राश्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती जी ने विधान परिशद् एवं राज्यसभा के द्विवार्शिक चुनाव के लिये आज यहां पार्टी के उम्मीदवारों के नामों की घोशणा करते हुये कहाकि बी.एस.पी. एक राजनीतिक पार्टी के साथ-साथ, एक सामाजिक मूवमेन्ट भी है, इसी कारण अन्य पार्टियों की तरह उद्योगपतियों व पूंजीपतियों या सेवानिवृत्त लोगों को राज्यसभा में भेजने के बजाये, मिशनरी भावना से वर्षो से काम कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं को ही विधान परिशद् एवं राज्यसभा में भेजती रही है। और इसी क्रम में इस बार भी लोगों के नाम फाइनल किये गये हैं।
सुश्री मायावती जी ने कहाकि विधान परिशद की 13 सीटों में से आठ सीटों पर बी.एस.पी. अपने उम्मीदवार खड़ी करेगी, जिसमें वह खुद भी शामिल हैं क्योंकि उनका भी कार्यकाल अगले माह समाप्त हो रहा है। विधान परिशद् के लिये जिन लोगों के नामों की घोशणा की गई है उनके नाम हैं : कुमारी मायावती जी, श्री ऋशिपाल गौतम, श्री सतीश चन्द्र जाटव, डा. रामकुमार कुरील, श्री अतहर खां, श्री सुबोध कुमार पाराशर (ब्राह्मण), श्री लालचन्द निशाद तथा श्री वीरेन्द्र कुमार चौहान (लोनिया-चौहान-ओ.बी.सी.)।
इसी प्रकार, राज्यसभा की 11 सीटों में से सात सीटों पर बी.एस.पी. अपने उम्मीदवार खड़ी करेगी, जिनके नाम हैं श्री सतीश चन्द्र मिश्र, श्री अम्बेथ राजन (अनुसूचित जाति), श्री जुगल किशोर, मोहम्मद सालिम अंसारी, श्री नरेन्द्र कुमार कश्यप, श्री राजपाल सैनी व श्री एस.पी. सिंह बघेल। बी.एस.पी. के राश्ट्रीय महासचिव श्री सतीश चन्द्र मिश्र व पार्टी के राश्ट्रीय कोशाध्यक्ष श्री राजन वर्तमान में भी राज्यसभा के सदस्य हैं।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश में पार्टी और सरकार द्वारा आपराधिक छवि रखने वाले लोगों के खिलाफ लगातार चल रही कार्रवाई का उल्लेख करते हुये सुश्री मायावती जी ने कहाकि जिन लोगों को विरोधी पार्टियों ने एक सोची-समझी राजनीतिक साज़िश के तहत बी.एस.पी. में शामिल कराया था, उन लोगों के खिलाफ समुचित कार्रवाई लगातार जारी है।
लेकिन इस क्रम में, आपराधिक छवि वाले विधायकों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने के लिये मीडिया के माध्यम से उकसाने वाले बयान दे कर उनको गुमराह करके उनके लिये एक अनिधिता का माहौल पैदा करने के प्रयास का विरोधी पार्टियों को इस बात का जवाब देते हुये सुश्री मायावती जी ने कहाकि बी.एस.पी. के जिन भी विधायकों के ऊपर विरोधी पार्टियों के लोग आपराधिक छवि रखने वाले विधायक होने का आरोप लगाते हैं उन्होंने मेरी सरकार में अब तक कोई भी ऐसा ग़लत एवं ग़ैर-कानूनी काम नहीं किया है जिसके कारण उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की जाये।
सुश्री मायावती जी ने कहाकि लेकिन इससे यहां यह भी बात स्पश्ट हो जाती है कि बी.एस.पी. जिन भी विधायकों का विरोधी पार्टियों के लोग पिछला आपराधिक इतिहास बताते हैं इससे ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें उनके विरोधियों ने एक राजनीतिक साज़िश के तहत उनके उपर जबरन ग़लत मुकदमे दर्ज कराके इनको आपराधिक होना करार दिया है। इसलिये इन सब बातों को मद्देनज़र रखते हुये बी.एस.पी. की राश्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती जी ने आज यह भी एलान किया कि विरोधी पार्टियों के कहने पर बी.एस.पी. के ऐसे किसी भी विधायक को, जिनका बी.एस.पी. आने से पहले आपराधिक इतिहास रहा है, उन्हें ना तो पार्टी से निकाला जायेगा और ना ही सन् 2012 में प्रदेश में होने वाले विधानसभा के आम चुनाव में उनका टिकट काटा जायेगा। अर्थात बी.एस.पी. के सभी विधायकों को टिकट दिया जायेगा। और इसके साथ ही विरोधी पार्टियों द्वारा बी.एस.पी. के विधायकों में टिकट को लेकर जो अनिधिता की स्थिति पैदा करने की कोशिश की जा रही थी उसका भी आज सुश्री मायावती जी ने पूरी तरह से विराम लगा दिया है।
अन्त में पार्टी की राश्ट्रीय अध्यक्ष ने पार्टी द्वारा विधान परिशद् एवं राज्यसभा के लिये घोशित किये गये सभी उम्मीदवारों को पार्टी के विधायकों से उन्हें जिताने की अपील करने के साथ-साथ पार्टी के संगठन तथा प्रदेश में पार्टी द्वारा चलाये जा रहे राज्य-व्यापी जनहित आन्दोलन को कामयाब बनाने के लिये भी जरूरी दिशा-निर्देश दिये।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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