Archive | May 31st, 2010

संविधान की मूलभावना से खिलवाड़

Posted on 31 May 2010 by admin

समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती पर संसदीय लोकतन्त्र को बहुमत की तानाशाही से कुचलने की साजिश करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वे संविधान की मूलभावना से खिलवाड़ कर  रही हैं। मुख्यमन्त्री के पद पर अब तक विधानसभा के निर्वाचित प्रतिनिधि  बैठते आए हैं, यही परंपरा है, किन्तु सुश्री मायावती जनादेश का सामना करने की हिम्मत न कर पाने से पिछले दरवाजे से विधान परिशद का सहारा ले रही हैं।

सुश्री मायावती ने अपने  नामांकन में अपनी आय में असाधारण वृद्धि दर्ज कराई हैं, वह भी बिना किसी उद्योग धंधे या व्यवसाय के उल्लेख के। उन्होने इसमें अपनी तमाम बेनामी संपत्ति और अवैध कमाई छुपाई है। अपनी आय का स्रोत भी उन्होने नहीं बताया है। अपनी चल अचल संपत्ति की उन्होने जो कीमत बताई है, उसकी भी जॉच होनी चाहिए क्योंकि वह वास्तविक मूल्य से बहुत कम है। चुनाव आयोग को ये जानकारियां मुहैया न कराने तक उनका विधान परिशद का नामाकंन रद्द कर देना चाहिए ताकि राजनीति में पारदर्शिता और शुचित बनी रहे तथा जनतन्त्र धनतन्त्र के भार से न कुचल जाए।

समाजवादी पार्टी ने चुनाव अधिकारी को बताया है कि डुमरियागंज के विधान सभा उपचुनाव में भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ी करने की साजिशें है और मांग की है कि डुमरियागंज में निश्पक्ष मतदान के लिए 3 जून को मतदान केन्द्रो पर केंन्द्रीय कर्मचारियों को पीठासीन अधिकारी बनाया जाए और स्थानीय पुलिस की जगह पैरा मिलिट्री फोर्स की तैनाती हो।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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विधान परिषद के द्विवार्षिक चुनाव के लिए 13 नामांकन पत्र आये

Posted on 31 May 2010 by admin

आज विधान परिषद द्विवार्षिक चुनाव के चुनाव अधिकारी श्री प्रदीप कुमार दुबे ने बताया कि विधान परिषद के 13 सीटों के द्विवार्षिक चुनाव के लिये 13 नामांकन पत्र 3 बजे तक आए। इसलिये इनका परिणाम नाम वापसी की अन्तिम तिथि 03.06.2010 को घोषित होगा। ये उम्मीदवार मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती, श्री ऋषिपाल गौतम, श्री सतीश चन्द्र, श्री राम कुमार, श्री सुबोध कुमार, श्री अतहर खॉ, श्री वीरेन्द्र कुमार, श्री लालचन्द्र निषाद सभी बहुजन समाजपार्टी तथा समाजवादी पार्टी के श्री बलराम यादव, यशवन्त सिंह तथा राम सुन्दर निषाद हैं। भारतीय जनता पार्टी के श्री हृदय नारायण दीक्षित तथा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से श्री नसीब पठान हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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गेहूं खरीद वर्ष 2010-11अब तक 1632711 मी0टन गेहूं क्रय किया गया

Posted on 31 May 2010 by admin

उत्तर प्रदेश में गेहूं खरीद वर्ष 2010-11 के तहत अब तक कुल 1632711 मी0टन गेहूं का क्रय किया गया तथा आज कुल 10367 मी0टन गेहूं क्रय किया गया।

खाद्य नियन्त्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार खाद्य विभाग द्वारा आज कुल 10367 मी0टन गेहूं क्रय किया गया। इसी प्रकार पी0सी0एफ0 द्वारा 802 मी0टन, यू0पी0एग्रो द्वारा 739 मी0टन, यू0पी0एस0एस0 द्वारा शून्य मी0टन,  आवश्यक वस्तु निगम द्वारा 336 मी0टन, कर्मचारी कल्याण निगम द्वारा 209 मी0टन तथा नैफेड द्वारा 240 मी0टन तथा भारतीय खाद्य निगम द्वारा आज कुल 83 गेहूं क्रय किया गया है।

खाद्य नियन्त्रण कक्ष द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक कुल 4468 गेहूं क्रय केन्द्र खोले गये हैं, जिनमें खाद्य निगम द्वारा 43, पी0सी0एफ0 द्वारा 2255, यू0पी0एग्रो द्वारा 299, यू0पी0एस0 द्वारा 681, आ0व0निगम द्वारा 207, कर्मचारी कल्याण निगम द्वारा 92, नैफेड द्वारा 233 तथा 43 क्रय केन्द्र भारतीय खाद्य निगम द्वारा खोले गये हैं।
कृषकों को अब तक कुल 1760.92 करोड़ रूपये का भुगतान किया जा चुका है तथा 8.53 करोड़ रूपये की धनराशि देय है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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कान्सटेबिल से लेकर डिप्टी एस0पी0 स्तर तक की प्रोन्नति की कार्यवाही शीघ्र पूरी की जाये-मुख्यमन्त्री

Posted on 31 May 2010 by admin

कानून व्यवस्था के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं अधिकारी परफार्मेन्स दें अन्यथा दण्डित होंगे बेहतर कानून व्यवस्था देने तथा गरीब,कमजोर व शोषित वर्ग के लोगों को न्याय दिलाने के लिए सरकार कटिबद्ध पुलिस अधिकारी नक्सली गतिविधियों पर पैनी नज़र रखें

उत्तर प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने प्रदेश में कानून व्यवस्था को और बेहतर बनाने के निर्देश देते हुए कहा है कि उनकी सरकार कानून व्यवस्था के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेगी और जो अधिकारी अपने परफार्मेन्स में सुधार नहीं लायेंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि आपराधिक घटनाओं की तत्काल रोकथाम की जाए और इनमें संलिप्त अपराधियों को गिरफ्तार किया जाय। उन्होंने थाना दिवस तथा तहसील दिवस में प्राप्त जन-शिकायतों का गुणवत्तापरक निस्तारण तथा जन साधारण की समस्याओं की थानों में उचित तरीके से सुनवाई कर निस्तारण करने के भी निर्देश दिए।

मुख्यमन्त्री के इन निर्देशों से कैबिनट सचिव श्री शशांक शेखर सिंह, मुख्य सचिव श्री अतुल कुमार गुप्ता ने समस्त वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को योजना भवन में आज आयोजित बैठक में अवगत कराते हुए इनका कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में अपर कैबिनेट सचिव श्री नेतराम, प्रमुख सचिव गृह कुंवर फतेह बहादुर, प्रमुख सचिव सचिवालय प्रशासन श्री विजय शंकर पाण्डेय, प्रमुख सचिव नियोजन श्री जे0एन0 चैम्बर तथा पुलिस महानिदेशक श्री करमवीर सिंह व पुलिस विभाग के विभिन्न शीर्ष इकाइयों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

मुख्यमन्त्री ने पुलिस बल में लम्बे समय से रूके पड़े प्रोन्नति के प्रकरणों का निस्तारण समयबद्ध तरीके से करने के निर्देश देते हुए कहा कि कान्सटेबिल से लेकर डिप्टी एस0पी0 स्तर तक के प्रोन्नतियों के मामले में यथाशीघ्र निर्णय लिया जाये तथा विभाग के माध्यम से सामान्य प्रक्रिया के तहत प्रोन्नति की कार्यवाही शीघ्र पूरी की जाए। इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की कमी को तत्काल दूर किया जाये तथा ट्रैफिक पुलिस की समस्याओं के निस्तारण के लिए सम्बन्धित अधिकारी एक उच्चस्तरीय बैठक करके एक सप्ताह के अन्दर समस्या का समाधान कराएं। उन्होंने पुलिस आवासों की मरम्मत एवं आवश्यक सुधार किये जाने के भी निर्देश दिए और साथ ही पुलिस ड्राइवरों के पद की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि थानों में साफ-सफाई एवं थाना दिवस पर आने वाले फरियादियों के बैठने के लिए समुचित व्यवस्था की जाए।

मुख्यमन्त्री ने नक्सल प्रभावित जनपदों में विकास कार्यों से जुड़े अधिकारियों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित कर कानून व्यवस्था में सुधार लाने के साथ ही वहॉ समुचित सड़कों का निर्माण, स्कूलों की स्थापना, पेयजल की उपलब्धता सम्बन्धित कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर क्रियािन्वत करने के निर्देश दिए।  साथ ही यह भी निर्देश दिए कि जिन जेलों में नक्सली बन्द है वहॉ की सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी की जाय। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों के चलते नक्सली उत्तर प्रदेश में कोई बड़ी वारदात करने में सफल नहीं हो पाये है। उन्होंने नक्सली गतिविधियों पर पैनी नज़र रखने के भी निर्देश दिए है। उन्होंने विभिन्न मदों में उपलब्ध बजट की धनराशि का समय से सदुपयोग करने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को समय से इसकी समीक्षा कर बजट का वास्तविक कार्यों में उपभोग सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने एस0टी0एफ0 को और अपग्रेड करने पर जोर देते हुए कहा कि कुख्यात अपराधियों के खिलाफ अभियान और तेज किया जाए।

मुख्यमन्त्री ने कहा कि जन प्रतिनिधियों को उचित सम्मान दिया जाये और उनकी बातों को पूरी गम्भीरता से सुना जाये। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में पंचायत चुनाव को देखते हुए अभी से ही साम्प्रदायिक व जातिगत तनाव व छोटी-छोटी घटनाओं पर पूरी नज़र रखी जाए। ऐसी घटनाओं की दिन-प्रतिदिन समीक्षा भी की जाये, ताकि आगे चलकर कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न न हो सके। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति/जनजाति व महिलाओं के उत्पीड़न तथा मानवाधिकार हनन सम्बन्धी घटनायें प्रकाश में आने पर उनपर सख्त कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि सत्ता में आते ही उन्होंने पुलिस प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि उनकी सरकार दर्ज की गई एफ0आई0आर0 की संख्या के बजाये उसके वास्तविक निस्तारण पर जोर देती है। उन्होंने कहा कि पीड़ित को न्याय मिले और आम जनता राहत महसूस करे, यही उनकी सरकार का प्रयास है। उन्होंने लखनऊ शहर की यातायात व्यवस्था को आदर्श बनाकर दूसरे शहरों के लिए उदाहरण के तौर पर पेश करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने पी0ए0सी0 में महिला वाहिनी के गठन का कार्य शीघ्र पूरा करने की हिदायत दी। उन्होंने कामन वेल्थ गेम्स शुरू होने के पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बड़े शहरों में ट्रैफिक कन्ट्रोल रूम स्थापित करने का कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस कार्य में विकास प्राधिकरणों का भी सहयोग लिया जाये।

मुख्यमन्त्री ने कहा कि पुलिस प्रशासन के प्रयासो से कुछ क्षेत्रों में अच्छे परिणाम आयें हैं। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि संगठित अपराधों को जड़ से उखाड़ने के लिए बड़े अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाये। जनता की छोटी-छोटी शिकायतों का प्रभावी निस्तारण तथा पीड़ित को न्याय दिलायी जाये। उन्होंने कहा कि पुलिसजन आम जनता के प्रति संवेदनशील बने। उन्होंने कहा कि हर मामले में एफ0आई0आर0 अनिवार्य रूप से दर्ज की जाये तथा इन शिकायतों का प्रभावी ढंग से निस्तारण भी सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में व्याप्त अराजकता एवं जंगलराज का खात्मा करके अन्यायमुक्त, अपराधमुक्त, भयमुक्त एवं भ्रष्टाचारमुक्त तथा विकासयुक्त वातावरण तैयार किया है और कानून द्वारा कानून का राज स्थापित करने को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि कोई भी अपराधी कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो उसको दोषी पाये जाने पर जेल भेजा जाये।

मुख्यमन्त्री ने कहा कि सत्ता में आते ही उन्होंने पुलिस अधिकारियों को राजनैतिक या किसी भी तरह के बाहरी दबाव से मुक्त होकर कानून के दायरे में काम करने की पूरी छूट दी है। कानून व्यवस्था के मामले में कोई ढिलाई अथवा उदासीनता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उनकी सरकार बेहतर कानून व्यवस्था का माहौल देने तथा गरीब, कमजोर एवं शोषित वर्ग के लोगों को न्याय दिलाने के लिए कटिबद्ध है और पुलिस प्रशासन को इसी मंशा के अनुरूप अपने दायित्वों को निर्वहन करना है। उन्होंने पी0ए0सी0, ए0टी0एस0, एस0टी0एफ0, फायर सर्विस, आवास तथा यातायात से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिए की अपने-अपने विभागों में बेहतर तालमेल बैठाकर कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने में कोई कोर कसर न छोड़े।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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