Archive | May, 2010

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की अध्यक्षता में चुनाव तैयारी बैठक आयोजित

Posted on 12 May 2010 by admin

लखनऊ - डुमरियागंज विधानसभा क्षेत्र के लिए हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी श्री अशोक सिंह की जीत सुनिश्चित करने के लिए आज यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी की अध्यक्षता में एक चुनाव तैयारी बैठक आयोजित की गई, जिसमें सांसद श्री जगदिम्बका पाल सहित बस्ती और देवीपाटन मण्डल के प्रमुख कांग्रेस नेताओं ने भाग लिया।

प्रदेश कांग्रेस के मीडिया सचिव विजय सक्सेना ने बताया कि बैठक में डॉ0 रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि जिस तरह से हमने भाजपा के गढ़ में विगत विधानसभा के उपचुनाव में लखनऊ पश्चिम में विजय हासिल की, उसी इच्छाशक्ति के साथ हमें डुमरियागंज उपचुनाव जीतना है। बहुजन समाज पार्टी सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग करके येन-केन-प्रकारेण यह चुनाव जीतने का प्रयास करेगी लेकिन हमें अपने कार्यकर्ताओं के साथ मजबूती से डटकर इनका मुकाबला करना है।

इस मौके पर सांसद श्री जगदिम्बका पाल ने कहा कि डुमरियांगज का चुनाव हमें इसलिए जीतना है ताकि पूरे प्रदेश में चल रही परिवर्तन की लहर एक आंधी में तब्दील हो सके और राहुल जी के 2012 के मिशन को कामयाबी मिल सके।

बैठक में निर्णय लिया गया कि हर दस बूथ को एक सेक्टर बनाकर विधानसभा क्षेत्र में 36सेक्टर बनाकर प्रत्येक सेक्टर का प्रभारी वरिष्ठ कांग्रेसजन को बनाया जायेगा। श्री प्रभु दयाल श्रीवास्तव, प्रदेश कांग्रेस की ओर से कांग्रेस प्रत्याशी के केन्द्रीय चुनाव कार्यालय में समन्वयक के रूप में कार्य देखेंगे। इसी के साथ ही प्रमुख कांग्रेसजनों को यह निर्देश दिया गया है कि वह 15मई तक चुनाव क्षेत्र डुमरियागंज में पहुंचकर तन-मन और धन से कांग्रेस प्रत्याशी श्री अशोक सिंह को विजयी बनाने के लिए जुट जायें।

बैठक में मुख्य प्रवक्ता श्री सुबोध श्रीवास्तव, पूर्व विधायक श्री योगेन्द्र सिंह सेंगर, पूर्व विधायक श्री जगदीश चन्द्रा, श्री अमीर हैदर एडवोकेट, श्री अरूण प्रकाश सिंह, श्री श्यामलाल पुजारी, श्री वीरेन्द्र प्रताप पाण्डेय, सहप्रवक्ता श्रीमती सुषमा सिंह, श्री अजय सिंह उर्फ कप्तान सिंह, श्री प्रभुदयाल श्रीवास, श्री सुदामा प्रसाद, श्री पुरूषोत्तम नारायण सिंह, श्री बसन्त चौधरी, श्री संजय जायसवाल, श्री मोहम्मद नाजिम खां, श्री अजय सिंह, श्री नलमणि, श्री मदन सिंह, श्री खालिद बिन अफजल, श्री अवधेश सिंह, श्री अरविन्द सिंह सहित अनेक वरिष्ठ कांग्रेसजन मौजूद रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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केन्द्र सरकार द्वारा सी0बी0आई0 के दुरूपयोग करने के विरोध में भा.ज.पा ने दिया धरना

Posted on 12 May 2010 by admin

लखनऊ - भारतीय जनता पार्टी ने संप्रग की केन्द्र सरकार द्वारा सी0बी0आई0 के दुरूपयोग करने के विरोध में राज्य के कई जिला मुख्यालयों पर धरना दिया तथा महामहिम राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवक्ता हृदयनारायण दीक्षित ने आज बुधवार को सम्वाददाताओं से वार्ता करते हुए कहा कि केन्द्र की संप्रग सरकार सी0बी0आई0 का उपयोग अपनी निजी एजेंसी के रूप में कर रही है। कांग्रेस सरकार अपने राजनैतिक विरोधियों का उत्पीड़न सी0बी0आई0 द्वारा करा रही है। सी0बी0आई0 का भय दिखाकर कांग्रेस सरकार कभी सपा कभी बसपा को अपने पाले में खड़ा करती है।

श्री दीक्षित ने कहा कि पार्टी की लोकप्रियता एवं गुजरात के मुख्यमन्त्री नरेन्द्र मोदी के सुयोग्य शासन से घबराकर उनकी छवि खराब करने के लिये भी सी0बी0आई0 का बेजा इस्तेमाल कांग्रेस सरकार कर रही है। उन्होंने बताया कि आज लखनऊ में जिला कलेक्ट्रेट पर निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 रमापतिराम त्रिपाठी के नेतृत्व में धरना-प्रदर्शन हुआ एवं राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया।

उन्होंने बताया कि फैजाबाद में प्रदेश उपाध्यक्ष लल्लू सिंह, फरुक्खाबाद में क्षेत्रीय अध्यक्ष सुशील शाक्य, बहराइच में क्षेत्रीय मन्त्री सुभाष त्रिपाठी, आगरा में क्षेत्रीय मन्त्री रामप्रताप सिंह, हमीरपुर में साध्वी निरंजन ज्योति, जालौन में पूर्व मन्त्री बाबूराम एम0काम, झांसी में पूर्व सभापति विधान परिषद मानवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन हुआ। इसी प्रकार वाराणसी, जौनपुर, सुलतानपुर, इलाहाबाद, प्रतापगढ़, रायबरेली, उन्नाव, गोण्डा, बलरामपुर, हरदोई, बरेली, पीलीभीत, एटा, शाहजहांपुर, मथुरा, बदांयू, मुजफरनगर, सहारनपुर, गाजियाबाद, इटावा, चित्रकूट, महोबा आदि जिलों में कार्यक्रम हुए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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जनहित के सभी मोर्चे पर पूरी तरह विफल मायावती सरकार - सुबोध श्रीवास्तव

Posted on 12 May 2010 by admin

लखनऊ - मायावती सरकार के बीते तीन वर्ष जनता की उम्मीदों के धराशायी होने के वर्ष थे। प्रदेश की सुश्री मायावती सरकार जनहित के सभी मोर्चे पर पूरी तरह विफल साबित हुई है। बसपा सरकार के इस पूरे तीन वर्ष में सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय के बजाय `मायावती-परिजन हिताय और बसपा नेता सुखाय´ के लक्ष्य को चरितार्थ किया गया है।

उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव ने आज यहां जारी बयान में कहा कि प्रदेश का हर वर्ग चाहे वह किसान हो, मजदूर, वकील, शिक्षक हो, राज्य कर्मचारी अथवा महिलाएं हों, इस निरंकुश और तानाशाही शासन में इनके द्वारा जनतान्त्रिक तरीके से आवाज उठाने के जो भी प्रयास हुए उसे दमन और उत्पीड़न के जरिए दबाने का कार्य किया गया है। विश्वविद्यालयों में छात्रसंघों के चुनाव जानबूझकर न कराकर छात्रों के जनतान्त्रिक अधिकारों पर कुठाराघात किया जा रहा है। कानून और व्यवस्था की स्थिति रसातल में चली गई, क्योंकि माफियाओं और अपराधी तत्वों को बसपा सरकार में पुरस्कृत किया जाता रहा। मन्त्रिमण्डल में अपराधियों और माफियाओं की भरमार हो गई। जबरन धन उगाही के लिए निरीह लोगों के खून तक बहाये गये। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी का घर जलाने वाले नामजद आरोपियों को लालबत्ती दे दी गई, लेकिन आज तक एक भी घर जलाने वाले अपराधी को गिरफ्तार नहीं किया गया। प्रदेश में कई जगह साम्प्रदायिक उन्माद फैलाया गया और सुश्री मायावती के नेतृत्व में बसपा सरकार साम्प्रदायिक शक्तियों के हाथों में खेलती रही।

मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि खुद को दलितों का हितैषी बताने वाली बसपा सरकार दलितों का मान-सम्मान, विशेषकर महिलाओं का मान-सम्मान सुरक्षित रख पाने में असफल साबित हुई है। केन्द्र की जनकल्याणकारी योजनाओं में प्रदेश सरकार को हजारों करोड़ रूपये मिले। लेकिन घपले, घोटाले और ऊपर से नीचे तक फेले भ्रष्टाचार के चलते आम लोगों को उन केन्द्रीय योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाया। जब कांग्रेस पार्टी ने केन्द्रीय योजनाओं के धन में प्रदेश सरकार के भ्रष्टाचार के पुख्ता सबूत दिये तो मजबूर होकर मायावती सरकार को 29 जिले के 41 अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करनी ही पड़ी।

श्री श्रीवास्तव ने कहा कि सुश्री मायावती की सरकार में पानी और बिजली को लेकर आम जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। किसानों को गावों में बिजली नहीं मिल रही है। नहरों मे टेल तक पानी नहीं पहुंचता। किसानों को खाद नहीं मिलती। और यहां तक कि केन्द्र द्वारा घोषित गेहूं के समर्थन मूल्य के बजाय उन्हें अपना गेहूं बिचौलियों के हाथों औने-पौने दामो में बेंचना पड़ रहा है क्योंकि राज्य में गेहूं खरीद की समुचित व्यवस्था नहीं की गई। शिक्षा के अधिकार कानून को प्रदेश में लागू करने के लिए, जिसमें गरीब बच्चों विशेषकर दलितों और वंचितों के बच्चों का भविष्य सुधारने का लक्ष्य है, के लिए सुश्री मायावती ने पैसा न होने का झूठा बहाना बनाया, परन्तु स्मारकों, पार्कों, मूर्तियों को सजाने संवारने में फिजूलखर्ची करके सरकारी खजाने के हजारों करोड़ रूपये बर्बाद किये गये। प्रदेश में विकास पूरी तरह अवरूद्ध हो गया है। अपहरण, अवैध वसूली और सरकारी उत्पीड़न के कारण बड़े उद्योगपति उ0प्र0 की तरफ रूख करने से घबराते हैं। यही कारण है कि न तो नये बिजली लग रहे हैं और न ही नये उद्योग धंधे पनप रहे हैं। परिणाम यह है कि बेरोजगारों की फौज बढ़ती जा रही है। 18हजार पुलिसकर्मियों की नौकरियां छीनने का प्रयास तक किया गया।

मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि कुल मिलाकर सुश्री मायावती के नेतृत्व में बसपा सरकार के तीन वर्ष के कार्यकाल में जनता इतनी ऊब गई है कि वह इस सरकार से निजात पाने का मौका तलाश रही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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पीठों व मठों पर गलत आरोप लगाना धर्म के लिए खतरनाक - नरेन्द्रानन्द सरस्वती

Posted on 11 May 2010 by admin

तीर्थ भ्रमण पर चित्रकूट आए सुमेरुपीठ काशी के शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती ने मंगलवार पत्रकारों से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मठ और पीठ पर आधिपत्य को लेकर विवाद करना गलत है क्योंकि जिस सुमेरुपीठ को आज स्वामी स्वरूपानन्द पीठ मानने से इंकार कर रहे हैं उन्होंने स्वयं दस वर्षो तक यहीं रहकर शिक्षा ली थी। अब उसी को पीठ न मानना गुरुद्रोह है। अगर द्वारिका पीठ के स्वामी स्वरूपानन्द उनसे इतने ही विद्वान है तो वे सार्वजनिक तौर पर शास्त्रार्थ करें। वे हमेशा इसके लिए तैयार हैं।

मंगलवार को पोद्दार इंटर कालेज सीतापुर के पूर्व प्रधानाचार्य रामभवन उपाध्याय के आवास में तीर्थ क्षेत्र भ्रमण में आए सुमेरुपुर काशी के शंकराचार्य नरेन्द्रानन्द सरस्वती ने कहा कि लंबे समय से द्वारिका पीठ के स्वामी स्वरूपानन्द सुमेरुपीठ को पीठ ही मानने से इंकार कर आमजन के बीच स्वयं मजाक बन रहे हैं। क्योंकि इसी सुमेरुपीठ में 1962 से 1972 तक वे स्वयं रहकर शिक्षित हुए थे जिसमें उत्तर मध्यमा की परीक्षा में अनुत्तीर्ण भी हो गए थे। अब ऐसे में वे किस आधार पर सुमेरुपीठ पीठ नहीं मानते हुए अपने गुरू का ही द्रोह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे स्वामी स्वरूपानन्द को चुनौती देते हुए सार्वजनिक रूप से शास्त्रार्थ करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यदि स्वरूपानन्द स्वयं को शंकराचार्य मानते तो यह साबित करने के लिए उनसे देश के प्रमुख सन्तों, विद्वानों, आमजनता व मीडियाकर्मियों की मौजूदगी में शास्त्रार्थ करें। उन्होंने कहा कि जो भी इसमें हारेगा वह दूसरे का शिष्य कहलाएगा या फिर उसे  जीवित समाधि लेनी पड़ेगी।

वहीं उन्होंने बीते दिनों दिल्ली में सेक्स स्कैण्डल में पकड़े गए भीमानन्द के बारे में बोलते हुए कहा कि उसने कुछ समय पहले बातचीत के दौरान कहा कि वह स्वामी स्वरूपानन्द का शिष्य है। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और गेरुआ वस्त्रा धारण कर लोगों को भ्रमित करने वाले लोगों पर कार्रवाई भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कुंभ मेले के दौरान भी उन्होंने स्वामी स्वरूपानन्द के बयान पर चर्चा की थी। लेकिन वे सामने न आकर इधर-उधर से अपने बयान जारी कर रहे हैं। यह सन्त परंपरा के लिए गलत है। साथ ही उन्होंने कहा कि अनादि शंकराचार्य ने सुख शान्ति के लिए अपने चार पीठ बना इस संस्कृति को आगे बढ़ाया था लेकिन वर्तमान समय द्वेषभाव के चलते आज लगातार लोगों द्वारा कटाक्ष किया जा रहा है। जो धर्म के साथ-साथ राष्ट्रीय एकता के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

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सरला सिंह पार्टी की कर्मठ कार्यकर्ता थी, जुझारू महिला नेता थी - त्रिपाठी

Posted on 11 May 2010 by admin

लखनऊ - भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 रमापतिराम त्रिपाठी ने महिला मोर्चे की प्रदेश अध्यक्ष सरला सिंह के आकिस्मक निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। उन्होंने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि श्रीमती सरला सिंह पार्टी की कर्मठ कार्यकर्ता थी, जुझारू महिला नेता थी। उन्होंने समाज के कमजोर वर्गो, महिलाओं के लिये संघर्ष किया।

नेता विधानमण्डल दल ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि वे कानपुर की मेयर रहीं। पार्टी की समर्पित कार्यकर्ता थीं। उन्होंने महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष के रूप में भी अपनी प्रभावी भूमिका अदा की। वे शालीन, सुयोग्य, विद्वान राजनेता थी। उन्होंने दिवंगत की आत्मा के लिए शान्ति की कामना की। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष केशरी नाथ त्रिपाठी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि श्रीमती सरला सिंह राष्ट्रवादी विचारधारा की नेता थी। लोकप्रिय जन प्रतिनिधि थी। भाजपा के निष्ठावान नेता के रूप मे उनकी ख्याति थी। पार्टी एवं समाज को उनकी सेवाओं की आवश्यकता थी।

कानपुर में आज उनकी अन्तेष्टि में प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवक्ता हृदयनारायण दीक्षित, विधान परिषद सदस्य जयप्रकाश चतुर्वेदी, सत्यदेव सिंह, प्रदेश मुख्यालय प्रभारी भारत दीक्षित, संगठन मन्त्री अशोक तिवारी, प्रदेश सहमुख्यालय प्रभारी चौ0 लक्ष्मण सिंह, विधायक प्रेमलता कटियार, सतीश महाना, संयुक्ता भाटिया सहित तमाम नेतागण शामिल हुए।

प्रदेश मुख्यालय में हुई शोक सभा में प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवक्ता हृदयनारायण दीक्षित ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला तथा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। संगठन मन्त्री अशोक तिवारी, श्याम नन्दन सिंह, राम कुमार शुक्ला, प्रेस सचिव हीरो बाजपेयी, प्रदेश सहमीडिया प्रभारी दिलीप श्रीवास्तव, कार्यालय सचिव अनूप गुप्ता, राष्ट्रीय परिषद सदस्य वीरेन्द्र कुमार तिवारी, मेजर सुनील दत्त द्विवेदी, हरीश दुबे, दिनेश दुबे, नितिन भार्गव, राजकुमार, सोमेशवर्द्धन ने भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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बी.पी.अग्रवाल को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के व्यापार प्रकोष्ठ का दायित्व

Posted on 11 May 2010 by admin

लखनऊ - उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष डॉ0 रीता बहुगुणा जोशी जी ने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी की संस्तुति पर प्रमुख उद्योगपति श्री बी.पी.अग्रवाल को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के व्यापार प्रकोष्ठ का दायित्व सौंपा है। डॉ0 जोशी ने श्री अग्रवाल से अपेक्षा की है कि वह प्रदेश में कांग्रेस की नीतियों एवं कार्यक्रमों को प्रदेश आम व्यापारियों तक पहुंचाकर व्यापारियों एवं कांग्रेस संगठन को बल प्रदान करेंगे।

उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी व्यापार प्रकोष्ठ के नवनियुक्त चेयरमैन श्री अग्रवाल ने आज यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि उनका सम्पूर्ण जीवन उद्योग एवं व्यवसाय में समर्पित रहा है और वह आम व्यापारी की पीड़ा से भली-भान्ति परिचित हैं। आज उ0प्र0 में व्यापारी अपने आपको असुरक्षित, असहाय महसूस कर रहा है। पूरे प्रदेश के हर जिले में व्यापारी लुट रहा है। शासन एवं प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। प्रदेश में व्यापारियों के साथ प्रतिदिन लूट, राहजनी, हत्या की वारदातें हो रही हैं। प्रदेश की आर्थिक स्थिति में रीड़ की हड्डी बना व्यापारी आज निरीह व बेबस महसूस कर रहा है। सदैव प्रदेश का भामाशाह व्यापारी असुरक्षा एवं असहयोग के कारण प्रदेश सरकार की गलत नीतियों का शिकार हो रहा है। व्यापारी श्री राहुल गांधी जी के मिशन 2012 में पूरी ताकत के साथ सहयोग के लिए तत्पर है।

श्री अग्रवाल ने कहा कि उ0प्र0 के व्यापारियों, उद्योगपति के पूर्ण सहयोग की भावना रखते हुए उ0प्र0 की 403विधानसभा क्षेत्र में उ0प्र0 कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के बैनर तले सभाएं की जायेंगी तथा कांग्रेस की नीतियोें का प्रचार-प्रसार करेंगे एवं उद्यमियों व व्यापारियों की समस्याओं को केन्द्र व प्रदेश सरकार के संज्ञान में लाकर उनका निस्तारण करायेंगे।

चेयरमैन ने कहा कि संगठन के स्वरूप के बारे में बताया कि चेयरमैन के अतिरिक्त 2 वाइस चेयरमैन, एक प्रभारी संगठन, एक कोषाध्यक्ष व चार संयोजक, बीस प्रदेश स्तरीय सलाहकर सदस्य मनोनीत होंगे तथा प्रदेश चेयरमैन की संस्तुति पर प्रदेश की सभी 403विधानसभाओं के लिए विधानसभावार संयोजक एवं विधानसभा क्षेत्र संगठन में सहसंयोजक, कोषाध्यक्ष, सचिव एवं सदस्य नामित किय जायेंगे। उन्होने कहा कि संगठन प्रभारी का दायित्व उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के सचिव श्री ब्रजेश गुप्ता`चंचल´, श्री सुनील गुप्ता (नोएडा), श्री दयाशंकर पटवा(बस्ती) को वाइस चेयरमैन एवं श्री गजानन अग्रवाल(लखनऊ) को कोषाध्यक्ष मनोनीत किया है।

प्रेसवार्ता के दौरान प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष-पूर्व मन्त्री श्री रणजीत सिंह जूदेव, मुख्य प्रवक्ता श्री सुबोध श्रीवास्तव, डॉ0 आर.पी.त्रिपाठी, श्री अजय अग्रवाल(गाजियाबाद), श्री विनय अग्रवाल, श्री ज्ञानेन्द्र गुप्ता एवं श्री भूषन अग्रवाल(पिलखुवा) मुख्य रूप से मौजूद रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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गोरखपुर एवं बस्ती मण्डलों के सात जनपदों में जे0ई0 टीकाकरण कार्यक्रम 31 मई से प्रारम्भ करने के निर्देश

Posted on 11 May 2010 by admin

लखनऊ - उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मन्त्री श्री अनन्त कुमार मिश्रा ने गोरखपुर एवं बस्ती मण्डल के सात जनपदों-गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, बस्ती, सिद्धार्थनगर तथा सन्त कबीर नगर में इस वर्ष के जे0ई0 टीकाकरण कार्यक्रम आगामी 31 मई से प्रारम्भ करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित मण्डलों के अपर निदेशक जे0ई0 टीकाकरण पर चर्चा कर कार्य योजना बनाएं और उसे प्रभावी ढंग से लागू करें।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मन्त्री ने आज जे0ई0 प्रभावित मण्डलों के अपर निदेशक के साथ जे0ई0 टीकाकरण कार्यक्रम पर गहन चर्चा की। इस बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री प्रदीप शुक्ला, सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री प्रभात कुमार सारंगी, महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉ0 आर0आर0 भारती सहित शासन, महानिदेशालय एवं विभागीय अधिकारी तथा मण्डलीय अपर निदेशक भी मौजूद थे।

श्री मिश्रा ने गत दिवस सम्पन्न हुयी विभागीय समीक्षा बैठक में शैय्या उपयोगिता दर की समीक्षा के दौरान देवीपाटन, इलाहाबाद एवं चित्रकूट में किये गये कार्यो की सराहना की तथा गोरखपुर, आगरा एवं मेरठ मण्डल के अपर निदेशकों को कार्य में सुधार लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य परीक्षण योजना के अन्तर्गत लगाये गये शिविरों से जनता काफी लाभान्वित हुयी है तथा इसके उत्साहवर्धक परिणाम सामने आये हैं। उन्होंने निर्देश दिये कि आने वाले महीनों में इन शिविरों को और अच्छे ढंग से आयोजित किया जाये ताकि अधिक से अधिक लोग इन शिविरों का लाभ उठा सकें।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मन्त्री ने इलाहाबाद, सहारनपुर एवं झांसी मण्डलों में ऑपरेशन का प्रतिशत अच्छा रहने के लिए अधिकारियों की सराहना की। उन्होंने बस्ती, फैजाबाद तथा चित्रकूट मण्डलों में ऑपरेशनों की खराब प्रगति होने के कारण इन मण्डलों के अपर निदेशकों को ऑपरेशन में सुधार लाने के निर्देश दिये। उन्होंने रेडियोलॉजिकल एवं पैथालॉजिकल मानकों के सापेक्ष अच्छा कार्य करने वाले सहारनपुर, लखनऊ एवं बरेली मण्डल के अधिकारियों की सराहना की तथा खराब प्रतिशत वाले मण्डलों-मिर्जापुर, इलाहाबाद व आजमगढ़ के अपर निदेशकों के कार्य में सुधार लाने की चेतावनी दी। इसी कारण नियमित टीकाकरण में कानपुर, अलीगढ़ तथा आगरा मण्डलों का लक्ष्य मानक के अनुरूप होने के कारण इनकी सराहना की गई तथा सबसे कम लक्ष्य प्राप्त करने वाले बरेली, आजमगढ़ और इलाहाबाद मण्डल के अपर निदेशकों को कार्य में सुधार लाने के निर्देश दिये। जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत मानक के अनुरूप कार्य करने वाले झांसी, मेरठ एवं गोरखपुर मण्डल के लक्ष्य मानक के अनुरूप होने के कारण सम्बन्धित अधिकारियों की सराहना की गई। जबकि मुरादाबाद, अलीगढ़ एवं आजमगढ़ मण्डलों के अपर निदेशकों को कार्य में सुधार लाने के निर्देश दिये गये। चिकित्सकों की उपस्थिति की समीक्षा में सहारनपुर, कानपुर एवं बरेली मण्डलों में चिकित्सकों की उपस्थिति अच्छी रही, जबकि मेरठ, इलाहाबाद एवं बस्ती मण्डलों में स्थिति खराब रही। इन मण्डलों के अपर निदेशकों को स्थिति में सुधार लाने के निर्देश दिये गये। बैठक में लेवल-2, लेवल-3 तथा लेवल-4 के प्रोन्नत चिकित्सा अधिकारियों के समायोजन के सम्बन्ध में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मन्त्री ने शासन की स्थानान्तरण नीति के अन्तर्गत ही समायोजन करने के निर्देश दिये।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मुख्यमन्त्री ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पंचायतों तथा स्थानीय निकायों में अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण सम्बन्धी निर्णय का स्वागत किया

Posted on 11 May 2010 by admin

लखनऊ - उत्तर प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने माननीय सर्वाेच्चसर्वोच्च न्यायालय द्वारा पंचायतों और स्थानीय निकायों में अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों के लिए की गई आरक्षण की व्यवस्था को सही ठहराने पर इस निर्णय का स्वागत किया है।

मुख्यमन्त्री ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय की सूचना मिलते ही अपने आवास पर उच्च अधिकारियों तथा न्याय विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने इस फैसले को दृष्टिगत रखते हुए आरक्षण की वर्तमान व्यवस्था का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

सुश्री मायावती ने कहा कि आजादी के 63 वर्ष पूरा होने के बाद भी कांग्रेस एवं लगभग सभी अन्य पार्टियों की उदासीन रवैये के चलते पूरे देश में पिछड़े वर्गों की शैक्षणिक, सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति अब भी दयनीय बनी हुई है। उन्होंने कहा कि पिछड़े वर्गों के सर्वांगीर्ण विकास के लिए उन्हें आरक्षण की सख्त आवश्यकता है। उन्होंने मण्डल आयोग की संस्तुतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि इस आयोग ने अपनी रिपोर्ट में पिछड़ी जातियों के शैक्षणिक, सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़ा होने की स्थिति की पुष्टि की थी।

मुख्यमन्त्री ने कहा कि उनकी सरकार पिछड़ों के शैक्षणिक, सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान के लिए कटिबद्ध है और उनके हितों के लिए पूरी तरह संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि पिछड़े वर्गों की विभिन्न जातियां लम्बे समय से देश की मुख्य धारा से दूर रहीं। मण्डल कमीशन ने इनके उत्थान के लिए विभिन्न सिफारिशें की। उन्होंने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि लम्बे समय तक सत्ता में रही कांग्रेस पार्टी व अन्य सभी पार्टियों की सरकारों ने मण्डल कमीशन की सिफारिशों को लम्बे समय तक ठण्डे बस्ते में डाले रखा। उन्होंने कहा कि यदि मण्डल कमीशन की संस्तुतियों को लागू करने के लिए पूरे देश में यदि आन्दोलन न होता तो शायद यह सिफारिशें लागू भी नहीं हो पाती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा से पिछडे़ वर्गों को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया और उनके शैक्षणिक, सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान के बारे में न कभी कुछ सोचा और न ही उनके लिए कुछ किया।

मुख्यमन्त्री ने कहा कि वह शुरू से ही अन्य पिछड़े वर्गों के प्रति संवेदनशील रही हैं और जब उन्हें पहली बार 1995 में सत्ता में आने का मौका मिला, तो उन्होंने पिछड़े वर्गों के शैक्षणिक, सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान के लिए पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग का स्वतन्त्र रूप से गठन किया। इसके साथ ही इन वर्गों के उत्थान के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की। उन्होंने कहा कि उनके हर शासनकाल में उन्होंने पिछड़े वर्गों के हितों का पूरा-पूरा ध्यान रखा है। जबकि पूर्व की सरकारों ने पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए ऐसा कोई कदम नहीं उठाया।

सुश्री मायावती ने कहा कि चौथी बार सत्ता में आने पर उन्होंने पिछड़े वर्गों में से अति पिछडे़ वर्गों की 16 जातियों (कहार, कश्यप, केवट, मल्लाह, निषाद, कुम्हार प्रजापति, धीवर, बिन्द, भर, राजभर, धीमर, बाथम, तुरहा, गोड़, माझी मछुवा, लोनिया, नोनिया, तथा लोनिया-चौहान, धनकर) को अनुसूचित जाति/जनजाति की सूची में आरक्षण की वर्तमान व्यवस्था को बनाये रखते हुए शामिल करने की मांग की थी, ताकि एस0सी0/एस0टी0 का आरक्षण प्रभावित न हो। उन्होंने कहा कि इसके लिए 20 मार्च, 2008 को प्रधानमन्त्री को पत्र लिखकर अनुरोध किया था। लेकिन अब तक इस पर केन्द्र सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया है।

मुख्यमन्त्री ने कहा कि उनकी सरकार पिछड़े वर्गों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाभािन्वत कर रही है। पिछड़े वर्ग की क्रीमी लेयर की सीमा तीन लाख रूपये से बढ़ाकर पांच लाख रूपये करने का निर्णय लिया है, ताकि अधिक से अधिक इन वर्ग के लोगों को आरक्षण का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा पिछड़े वर्ग के छात्रों के कल्याण के लिए पूर्वदशम छात्रवृत्ति, दशमोत्तर छात्रवृत्ति तथा शुल्क प्रतिपूर्ति की योजनाएं लागू की गई लेकिन छात्रवृत्ति की इन योजनाओं में दो हजार करोड़ रूपये से अधिक की बकाया धनराशि प्रदेश सरकार को अब तक उपलब्ध नहीं करायी गई है। केन्द्र सरकार के रवैये से साफ जाहिर है कि वह पिछड़े वर्गों के हितों के प्रति कितनी संवेदनशील है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न

Posted on 11 May 2010 by admin

- बैठक में अनुपस्थित जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि
- शिया एवं सुन्नी वक्फ बोर्डो के सी0ई0ओ0 का स्पष्टीकरण
-शासन द्वारा निर्धारित छात्रवृत्ति वितरण की समय सारिणी का अनुपालन सुनिश्चित किया जाय
-मण्डलवार होगी समीक्षा, आगामी बैठक मुरादाबाद में

लखनऊ - उत्तर प्रदेश सरकार अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र/छात्राओं के शैक्षिक स्तर को ऊपर उठाने एवं उनकी साक्षरता की दर बढ़ाने हेतु संकल्पबद्ध है। इसे अमली जामा पहनाने के लिए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा छात्रवृत्ति योजना संचालित की जा रही है। साथ ही प्रदेश के 21 अल्पसंख्यक बाहुल्य जनपदों में सेक्टोरल डेवलपमेंट प्लान के अन्तर्गत इंदिरा आवास, आंगनबाड़ी केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेन्द्र आदि का निर्माण कराया जा रहा है।

यह बात आज यहॉ सचिवालय स्थित तिलक हाल में अल्पसंख्यक कल्याण एवं हज राज्यमन्त्री (स्वतन्त्र प्रभार) श्री अनीस अहमद खॉ उर्फ फूल बाबू ने कही। उन्होंने कहा कि इस वर्ष पूर्व दशम छात्रवृत्ति के अन्तर्गत 3482020 छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करने हेतु लगभग 121 करोड़ रूपये तथा दशमोत्तर कक्षाओं के 144966 छात्र/छात्राओं हेतु 23.37 करोड़ रूपये व्यय किये जायेंगे।

उन्होंने कहा कि गत वर्ष प्रदेश सरकार एवं केन्द्र सरकार द्वारा दी गई छात्रवृत्तियों  का अधिकारी स्वयं परीक्षण कर लें। ऐसा न हो कि किसी छात्र को दोनों छात्रवृत्तियॉ प्राप्त हो गई हों। मेरे भ्रमण या मण्डलीय समीक्षा बैठकों में इस प्रकार का प्रकरण आने पर कठोर कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने बताया कि आगामी 29 मई को मुरादाबाद में मण्डलीय समीक्षा होगी।

उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं को समय से पूर्ण कराने हेतु जिला स्तर पर कार्य योजना तैयार कर ली जाये। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों की पुत्रियों की शादी हेतु अनुदान योजना के लिये 6 करोड़ की धनराशि जनपदों के अल्पसंख्यक आबादी के अनुपात में आवंटित कर दी गई है। जिला चयन समिति की शीघ्र बैठक कराकर पात्र व्यक्तियों को 31 मई तक इसका शत-प्रतिशत वितरण सुनिश्चित किया जाये।

श्री खान ने बैठक में अनुपस्थित जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि अंकित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा वितरित की जाने वाली छात्रवृत्तियों के सम्बंध में समय सारिणी निर्धारित कर दी गई है। उन्होंने बताया कि समस्त शैक्षणिक संस्थानों में सभी प्रकार के प्रवेश 31 अक्टूबर तक हो जाने चाहिये और इसी के अनुरूप छात्रवृत्ति से सम्बंधित मॉग पत्र को अन्तिम रूप दिया जायेगा। 31 अक्टूबर के बाद किसी भी दशा में प्रवेश नहीं लिया जायेगा और इस तिथि के बाद किसी शैक्षणिक संस्थान को मान्यता प्रदान न की जाये। यदि 31 अक्टूबर के बाद किसी शैक्षणिक संस्थान को मान्यता प्रदान करने का निर्णय लिया जाता है तो उसे अगले सत्र से लागू किया जायेगा। उन्होंने बताया कि विगत वर्ष से उत्तीर्ण होकर जो छात्र/छात्राएं अगली कक्षा में प्रवेश लेते हैं, उनके मॉग पत्र 15 अगस्त तथा नये छात्र/छात्राओं की मॉग पत्र प्रत्येक दशा में 30 नवम्बर तक प्रेषित कर दिये जायें।

श्री खॉ ने बताया कि जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी अब अपने स्तर से मदरसों को मान्यता नहीं देंगे बल्कि अब मदरसों के मान्यता हेतु रजिस्ट्रार मरदसा शिक्षा परिषद को अग्रसारित करेंगे। उन्होंने कहा कि किसी मदरसे की मान्यता हेतु अग्रसारित करने के पूर्व अधिकारी उसका स्थलीय सत्यापन भी कर लें । उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा आयोजित मण्डलीय समीक्षा बैठकों में यदि कोई अनियमितता पायी जायेगी तो सीधे जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी दोषी होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और केन्द्र सरकार के छात्रवृत्ति योजना के अन्तर्गत लाभािन्वत छात्र/छात्रों का विवरण निर्धारित प्रोफार्मा पर 31 मई तक निदेशालय को अवश्य उपलब्ध करा दिये जाये।

समीक्षा बैठक के दौरान प्रमुख सचिव अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ श्री बी0एम0 मीना ने कहा कि शिया एवं सुन्नी वक्फ सम्पत्तियों को गुणवत्तापरक सत्यापन शीघ्र पूर्ण कर लिया जाये। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जायें। बैठक में शिया एवं सुन्नी वक्फ बोर्डो के सी0ई0ओ0 की अनुपस्थिति को गम्भीरता से लेते हुए उनसे स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दियें। अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम की वसूली कम होने पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को निर्देश दिये कि 31 मई तक अभियान चलाकर अधिक से अधिक वसूली की जायें। उन्होंने कहा कि मानक से कम वसूली होने पर उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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अक्षय तृतीया पर्व पर किसी भी दशा में बाल विवाह न होने पाये

Posted on 11 May 2010 by admin

कुरीति को समाप्त करने हेतु शैक्षणिक संस्थान एवं सामाजिक संस्थाए आगे आयें

लखनऊ - उत्तर प्रदेश सरकार रूढ़िवादी परम्पराओं के कारण समाज में फैली सामाजिक कुरीतियों, अस्वस्थ परम्पराओं एवं विवाह योग्य निर्धारित आयु के पूर्व की जाने वाली लड़के और लड़कियों की शादी को रोकने के लिए संकल्पबद्ध है। निर्धारित आयु के पूर्व लड़के और लड़कियों की शादी प्राय: अक्षय तृतीया (आखा तीज) के अवसर पर सम्पन्न होते है।

यह जानकारी आज यहॉं प्रमुख सचिव बाल विकास एवं महिला कल्याण श्री अमल कुमार वर्मा ने दी है। उन्होंने बताया कि आगामी 16 मई को अक्षय तृतीया का पर्व है। इस अवसर पर रूढ़िवादी परम्पराओं से ग्रस्त कुछ समुदाय के लोग अपने लड़के और लड़कियों की शादी सरकार द्वारा विवाह योग्य निर्धारित आयु के पूर्व ही कर देते है जो बाल विवाह की श्रेणी में आता है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की शादियों पर सजा का प्रविधान है।

वर्मा ने बताया कि अक्षय तृतीया पर्व पर इस प्रकार की होनी वाली शादियों को रोकने हेतु समस्त जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों एवं पुलिस अधीक्षकों को निर्देश भेज दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि समाज में व्याप्त कुरीयितों एवं बाल विवाह जैसी रूढ़िवादी परम्पराओं को रोकने के लिए जिला स्तर पर शिक्षा, स्वस्थ, ग्राम्म विकास, स्थानीय प्रशासन एवं स्वयंसेवी संस्थाओं से सहयोग लेने का भी अनुरोध किया गया है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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