Archive | April 14th, 2010

धर्म और जाति की राजनीति राजनीतिक स्वार्थ के लिए व सबसे पहले कांग्रेस ने ही शुरू की

Posted on 14 April 2010 by admin

बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने आज अम्बेडकर नगर जिले में कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित कार्यक्रम को पूरी तरह फ्लाप शो करार देते हुए इस मौके पर कांग्रेस के तथाकथित युवराज द्वारा दिये गये भाषण को दिशाहीन और गुमराह करने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि अम्बेडकर नगर में बी0एस0पी0 के धरना प्रदर्शन में उमड़ी लगभग एक लाख की भीड़ तथा प्रदेश के अन्य स्थानों में भी अप्रत्याशित जनसैलाब की खबर पाकर कांग्रेस के युवराज बौखला गये। इसके विपरीत उनकी रैली में मात्र लगभग दस हजार लोग पूरे उत्तर प्रदेश से पूरी ताकत लगाकर इकट्ठा किये गये, जिसमें से ज्यादातर लोगों को लालच देकर बुलाया। इसी बौखलाहट में उन्होंने देश के लाखों करोड़ों दलितों, शोषितों, पिछड़ों एवं वंचितों के मसीहा परम् पूज्य भारत रत्न डॉ0 भीमराव अम्बेडकर का सम्मानजनक और सही ढंग से नाम तक नहीं लिया।

सबसे बड़ी बात यह रही कि कांग्रेस के युवराज ने अपने सम्बोधन में दलितों, पिछड़ों व शोषितों के मसीहा डॉ0 अम्बेडकर का उल्लेख करते समय “परमपूज्य, बोद्धिसत्व, बाबा साहेब, डॉक्टर´´ जैसे सम्मान सूचक शब्दों का प्रयोग न करना भी अत्यन्त निन्दनीय है, इससे बाबा साहेब डॉ0 अम्बेडकर के करोड़ों समर्थकों और अनुयायियों को गहरी ठेस पहुंची है तथा जो बाबा साहेब के प्रति कांग्रेस के छद्म प्रेम को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के युवराज द्वारा बाबा साहेब डॉ0 अम्बेडकर के जन्म दिवस के अवसर पर आयोजित सभा में उनके महान एवं प्रेरक व्यक्तित्व तथा दलितों, पीड़ितों, शोषितों के उत्थान के लिए बाबा साहेब के ऐतिहासिक योगदान का उल्लेख न करना यह दर्शाता है कि परमपूज्य डॉ0 अम्बेडकर के प्रति कांग्रेस पार्टी की उस जातिवादी सोच में आज तक भी कोई बदलाव नहीं आया है, जिसके चलते इस पार्टी ने उन्हें भारत रत्न नहीं दिया था।

बी0एस0पी0 प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस पार्टी के तथाकथित युवराज के भाषण पर आपकी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि धर्म और जाति की राजनीति राजनीतिक स्वार्थ के लिए व सबसे पहले कांग्रेस ने ही शुरू की।  इस मामले में कांग्रेस पार्टी का इतिहास काफी दागदार है। इससे कौन इंकार कर सकता है कि अयोध्या में वर्ष 1986 में कांग्रेस पार्टी ने ताला खुलवाया, सन् 1989 में वहां पर शिलान्यास कराया और फिर विश्व हिन्दु परिषद को रथ यात्रा निकालने की अनुमति किसने दी तथा विवादित ढांचा को केन्द्र की किसकी सरकार के कार्यकाल में ढहाया गया। उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक तथ्य है कि दूसरी तरफ धर्म की राजनीति की बुनियाद कांग्रेस पार्टी ने ही रखी है। उन्होंने कहा कि धर्म की राजनीति को बी0एस0पी0 ने खत्म किया है। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि सर्वसमाज के हितों को ध्यान में रखकर बी0एस0पी0 सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय की नीति पर चलने वाली इकलौती पार्टी है।

बी0एस0पी0 ने समाज को जोड़ने का काम किया है, जबकि अन्य सभी राजनीतिक दल समाज को बांटकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकते हैं।

श्री मौर्य ने देश में दो प्रकार के हिन्दुस्तान मौजूद होने को लेकर कांग्रेसी युवराज की टिप्पणी पर कांग्रेस पार्टी को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि कांग्रेसी नेताओं को इस बात का जवाब देना चाहिए कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद केन्द्र सहित ज्यादातर राज्यों में सबसे लम्बे समय तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी ही इस असन्तुलित विकास के लिए जिम्मेदार है। प्रदेश से गरीबी और बेरोजगारी दूर करने की बात करने वाले कांग्रेस के युवराज को उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश से गरीबी और बेरोजगारी दूर करने की बात करनी चाहिए। उन्होंने देश में गरीबी व बेरोजगारी बढ़ने के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाली यू0पी0ए0 सरकार की पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने वाली गलत आर्थिक नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की केन्द्र सरकार ने गत वर्ष बजट पेश करते समय प्रत्येक वर्ष दो करोड़ रोजगार के अवसर की व्यवस्था करने की बात कही थी, परन्तु इस साल के बजट भाषण में रोजगार सृजन व बेरोजगारी की चर्चा तक नहीं हुई। कांग्रेस के युवराज युवाओं को किस आधार पर रोजगार मुहैया कराने का हवा-हवाई सपना दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक मनरेगा के माध्यम से लोगों को रोजगार दिलाने की बात है, कांग्रेस की हमेशा से यही सोच रही है कि गरीब को गरीब रखा जाये। साल में सिर्फ 100 दिन का रोजगार देकर बेरोजगारी दूर नहीं होगी। बी0एस0पी0 ने कई बार प्रधानमन्त्री को पत्र लिखकर गरीबों को 365 दिन के स्थायी रोजगार की व्यवस्था करने का अनुरोध किया, लेकिन यूपीए सरकार के कान पर कोई जूं तक नहीं रेंगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग 08 घण्टे फावड़ा चलवाने को ही रोजगार मान बैठे हैं। उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना के लिए राज्य सरकार ने केन्द्र से 07 हजार करोड़ रूपये देने की मांग की थी, किन्तु केन्द्र ने सिर्फ 6,300 करोड़ रूपये की धनराशि काफी विलम्ब से दी। इससे योजना के संचालन में जहां एक ओर बाधा उत्पन्न हुई, वहीं दूसरी ओर लोगों को रोजगार से वंचित होना पड़ा।

श्री मौर्य ने कहा कि प्रदेश की मुख्यमन्त्री जी ने प्रधानमन्त्री को कई बार पत्र लिखकर उनको बताया था कि बी0पी0एल0 की संख्या वर्ष 2002 के आंकड़ों पर आधारित है। जबकि जनसंख्या में लगातार वृद्धि होने के साथ-साथ बी0पी0एल0 की संख्या भी बढ़ी है, इसलिए केन्द्र सरकार बी0पी0एल0 की सूची को नये सिरे से तय करे। उन्होंने कहा कि गरीबों के हितैषी बनने वाले कांग्रेस के युवराज की पार्टी की केन्द्र सरकार ने आज तक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। आखिरकार मजबूर होकर बी0एस0पी0 सरकार ने अपने सीमित संसाधनों के बावजूद ऐसे गरीबों, जिनको बी0पी0एल0 सूची तथा अन्त्योदय खाद्यान्न योजना में कोई लाभ नहीं मिल रहा, उनको 300 रूपये की मासिक आर्थिक सहायता देने के लिए उत्तर प्रदेश मुख्यमन्त्री महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना का संचालन शुरू करना पड़ा। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस को गरीबों की जरा भी पीड़ा होती तो सभी गरीबों को बी0पी0एल0 सूची में लाने की स्वीकृति देती। ऐसा न करने से पता चलता है कि कांग्रेसी गरीबों की हमदर्द नहीं हैं और उसके नेता राजनैतिक लाभ पाने की नीयत से घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।

बी0एस0पी0 प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमन्त्री जी ने प्रधानमन्त्री को पत्र लिखकर यह भी अनुरोध किया था कि उत्तर प्रदेश में बी0एस0पी0 सरकार ने जिस तरह बैकलॉग भर्ती का अभियान चलाकर आरक्षण के रिक्त कोटे को भरा है, उसी प्रकार केन्द्र सरकार भी अपने अधीन आरक्षण की बैकलॉग रिक्तियों को भरने का अभियान चलाये। इस मामले में केन्द्र सरकार द्वारा अब तक कोई कार्यवाही न किये जाने से पता चलता है कि यह लोग दलितों के कितने हमदर्द हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने वाली नीतियों से ही रोजमर्रा वस्तुओं के दाम में अनाप-शनाप बढ़ोत्तरी हुई है, उससे गरीबों खासतौर से दलितों, पिछड़ों एवं कमजोर वर्ग के लोगों के मुहं से निवाला छिन गया है, परन्तु कांग्रेस की यू0पी0ए0 सरकार के कानों तक गरीबों की आह नहीं पहुंच रही है।

श्री मौर्य ने कहा कि कांग्रेस के युवराज ने शिक्षा का अधिकार को लेकर राज्य सरकार पर जो टिप्पणी की है, वह पूरी तरह आधारहीन और सच्चाई से कोसों दूर है। उन्होंने कहा कि दलितों, पिछड़ों, धार्मिक अल्पसंख्यकों तथा अपर कास्ट के गरीब लोगों के सामाजिक शैक्षिक एवं आर्थिक उत्थान की चिन्ता होती तो कांग्रेस पार्टी अपने लम्बे शासनकाल के दौरान इस सम्बन्ध में जरूर ठोस उपाय करती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नीति हमेशा से ही गरीब एवं दलित विरोधी रही है और इसी मानसिकता से ग्रसित कांग्रेस के लोग दलितों का उत्थान न करके सिर्फ बयानबाजी से काम चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ एक रात किसी दलित के घर सोने का नाटक करने और उसके बाद फिर कभी मुड़ कर न देखने से इनकी बदहाली दूर नहीं होती। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास और पिछड़ापन की बात करने वाले कांग्रेस के नेताओं को सिर्फ रायबरेली और सुल्तानपुर के आगे कुछ दिखायी नहीं देता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में रायबरेली और सुल्तानपुर में लगाये गये तमाम उद्योग बन्द हो चुके हैं और वहां के मजदूर रोजी-रोटी के मोहताज हैं।

प्रदेश अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश सरकार पर विकास विरोधी होने और केन्द्र से भेजे गये पैसे का दुरूपयोग किये जाने के आरोप पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार अपने सीमित संसाधनों से पूरे प्रदेश का विकास कर रही है, लेकिन केन्द्र सरकार तमाम योजनाओं में बाधा उत्पन्न कर रही है। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड एवं प्रदेश के दूसरे हिस्सों का पिछड़ापन दूर करने के लिए सत्ता में आते उत्तर प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने प्रधानमन्त्री से मिलकर 80 हजार करोड़ रूपये के विशेष आर्थिक पैकेज की मांग की। लगभग तीन वर्ष पूरे होने को है, लेकिन केन्द्र सरकार ने एक पैसे की भी मदद नहीं की। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के केन्द्रीय बजट में बुन्देलखण्ड के लिए सिर्फ 1200 करोड़ रूपये की व्यवस्था की गई है, जिससे बुन्देलखण्ड के प्रति कांग्रेस की सोच का पता चलता है। उन्होंने कहा कि अम्बेडकर नगर समेत राज्य के अन्य जनपदों के बुनकरों के हमदर्द बनने वाले कांग्रेस के युवराज के दिल में अगर इनके लिए कोई दर्द होता, तो किसानों के साथ ही बुनकरों के कर्ज को भी माफ करवाते।

श्री मौर्य ने कहा कि कांग्रेस के युवराज द्वारा युवाओं के लिए प्रदेश में 2012 तक बेरोजगारी दूर करने एवं उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर रोजगार लाने की बात करना राजनीतिक ड्रामेबाजी से अधिक कुछ भी नहीं है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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भारतीय प्रबंध संस्थान, लखनऊ मे दाखिले की प्रक्रिया में भारी फेरबदल

Posted on 14 April 2010 by admin

भारतीय प्रबंध संस्थान, लखनऊ द्वारा संस्थान के पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम दाखिले की प्रक्रिया में भारी फेरबदल की बात आप से बतायी थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार अब साक्षात्कार तथा ग्रुप डिसकसन हेतु तैयार किये गये टीम के सदस्यों के नाम दूसरे सदस्य परस्पर नहीं जान रहे हैं। कहा जा रहा है कि ऐसा होने पर पूरी प्रक्रिया कम पारदशीZ तथा अपनी सुविधाओं के अनुसार संचालित करने योग्य बन गई है जिसमें कभी भी टीम के सदस्य बदले जा सकते हैं। साथ ही अब अभ्यर्थियों को जी0डी0 तथा साक्षत्कार में दिये जा रहे अंकों का नियम भी परिवर्तित कर दिया गया है। पहले ये अंक परीक्षक टीम द्वारा मौके पर ही दिये जाते थे पर नये नियम के अनुसार अब सारी कापियॉ तथा दस्तावेज एकत्र कर संस्थान में लाये जायेंगे तथा इनका केन्द्रीय स्तर पर परीक्षण होगा। जानकारों का कहना है कि इस व्यवस्था में गड़बड़ी करना आसान हो जाता है जहॉ अन्त में सुविधानुसार अभ्यर्थियों के अंक कम या ज्यादा किये जा सकते है।

ये जानकारी नेशनल आर0टी0आई0 फोरम को मिलने पर इसकी तरफ से अनुपम पाण्डेय द्वारा भारतीय प्रबंध संस्थान, लखनऊ के जन सूचना अधिकारी द्वारा सूचना का अधिकार अधिनियम के अन्तर्गत सूचनायें मांगी गई हैं। फोरम द्वारा मानव संसाधन मन्त्रालय से भी इस गम्भीर विशय पर तत्काल न्यायोचित कार्य करने हेतु पत्राचार भी किया गया है।

इस समाचार के कतिपय समाचार पत्रों में प्रकािशत होने पर संस्थान के चेयरमैन, एडमिशन डा0 हिमांशू राय द्वारा इसे सिरे से नकारते हुये एक समाचारपत्र में कहा गया था कि इस समाचार में “लेशमात्र भी सत्यता नहीं है।´´ पायनियर, लखनऊ, 13/04/2010। अब हमारे पास ऐसे दस्तावेज उपलब्ध हैं जो इस बात को स्पश्ट करते हैं कि इस प्रकार के परिवर्तन हुये हैं। मैं इन्हें इस मेल के साथ संलग्न कर रही हूं। इसके बावजूद संस्थान द्वारा इस प्रकार इस प्रकरण को एकदम से नकारे जाने से सन्देह नििश्चत तौर पर बढ़ जाता है। अत: मैं आपसे आग्रह करूंगी कि आप इस विशय पर दूसरे पक्ष की प्रतिक्रिया जानते हुये इसे आम जन की जानकारी हेतु प्रकािशत करने का कश्ट करेंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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एअरटेल अधिकारियो द्वारा प्रदेश सरकार की सूचना एवं प्रौद्योगिक प्रोत्साहन नीति तथा देश की सुरक्षा की राह मे रोडा बनने की चाल

Posted on 14 April 2010 by admin

उत्तर प्रदेश की सरकार ने विगत वशोZ मे सूचना एवं प्रौद्योगिक तथा इससे जुडे हुए छोटे एवं माध्यम उद्योगो को प्रोत्साहन देने के लिए अनेक प्रकार की प्रोत्साहन नीतियांं बनाई है जिससे प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी तथा सूचना तन्त्र को ओर अधिक ‘ाक्तिशाली तथा प्रभावशाली बनाया जा सके। यह सर्वविदित है कि उद्योगो तथा देश/प्रदेश के विकास के लिए सूचना एवं प्रौद्योगिकी का विकास कितना आवश्यक है जिसमे इण्टरनेट का अत्यन्त प्रभावशाली योगदान है। इण्टरनेट के कनेक्शन देने वाले कंम्पनियो मे एअरटेल का नाम कोइ्र नया नही है जो फोन लाइन पर घर तथा उद्योगो को इण्टरनेट के कनेक्शन उपलब्ध कराती है। इन इण्टरनेट कनेक्शन के कई प्रकारो मे लीज्ड लाइन भी एक प्रकार का अत्यधिक खर्च तथा हाई स्पीड वाला कनेक्शन है जो मुख्यत: औद्यौगिक इकाइयॉ ही लेती है। लीज्ड लाइन कनेक्शन के साथ प्च् भी दिये जाते है जो एअरटेल ही उपलब्ध कराती है। सरकार की नाक के तले एअरटेल के अधिकारियो की मिलीभगत से इन प्च् का कितने बडे पैमाने पर दुरूपयोग हो रहा है इसकी भनक सरकार के साथ-साथ आम जनता को भी नही है। इन दुरूपयोगो मे ईमेल स्पैमिंग, हैकिंग, कम्प्यूटरो से गुप्त जानकारियॉ चुराना आदि ‘ाामिल है। जब किसी कम्प्यूटर से इस तरह का दुरूपयोग होता है तो उस कम्प्यूटर के इण्टरनेट कनेक्शन वाले प्च् को दुनिया भर में फैले लगभग 150 मॉनिटरिंग सर्वर रिकार्ड कर लेते है जिससे वह प्च् ब्लैकलिस्ट हो जाता है। एक बार प्च् के ब्लैकलिस्ट होने पर जिस कनेक्शन पर वह प्च् दिया जाता है वहॉ से ईमेल आदि का आदान-प्रदान पूरी तरह बन्द हो जाता है क्योकि ईमेल प्राप्त करने वाला सर्वर मॉनिटरिंग सर्वर से जुडा होने के कारण जान जाता है कि जिस इण्टरनेट कनेक्शन (जहां ब्लैकलिस्टड प्च् दिया गया है) से ईमेल भेजा गया है। और उनकी यह चूक और दुलमुल रवैया देश की सुरक्षा पर कितना भारी पडता है इस तरफ उनका ध्यान नही जाता। जब इस प्रकार के कनेक्शन सूचना एवं प्रौद्योगिकी से जुडे उद्योगो को दिये जाते है तो इस बात की भनक भी नही लगती है कि अनजाने मे जिस ऐअरटेल के कनेक्शन के द्वारा वह अपने उद्योग का सूचना तन्त्र विश्वसनीय बनाने के या सॉफटवेयर उद्योग के द्वारा देश-प्रदेश की उन्नति मे सहयोग के सपने देख रहे है वह पहले ही पूरी तरह से दुरूपयोग के कारण ब्लैकलिस्ट हो चुका है।सबसे ताजा उदाहरण प्रदेश के अनुभवी सॉफटवेयर डेवलपर्स द्वारा संयुक्त रूप से ‘ाुरू की गई कम्पनी एजूकेशन लैब का है जिसने शिक्षा से जुडे सॉफटवेयर एवं कम्प्यूटर प्रोग्रम्स में कार्य किया है। एजूकेशन लैब द्वारा 12 मार्च 2010 को लीज्ड लाईन के आवेदन देने के बाद जब कनेक्शन लगते समय यह पता चलने पर कि कनेक्शन के साथ दिए गए प्च् ब्लैकलिस्ट है इसकी सूचना एअरटेल के सम्बन्धित अधिकारियो को दी तथा यह आग्रह किया कि ब्लैकलिस्ट प्च् न देकर क्लीन प्च् दिए जाएं लेकिन 5 दिन बीतने पर कोई आश्वासन न मिलने पर अपना ऑर्डर तुरन्त ही 31 मार्च 2010 निरस्त कर दिया जिसकी सूचना सभी एअरटेल अधिकारियो को ईमेल द्वारा उसी समय दे दी गई तथा चेक द्वारा अिग्रम भुगतान राशि रू ़25,000/- को लौटाने का आग्रह भी किया। देश की नामी कम्पनी एअरटेल के अधिकारियो द्वारा नई ‘ाुरू हुई कम्पनियो के लिए इस रवैये से इन अधिकारियो की संजीदगी का अन्दाजा आप स्वयं ही लगा सकते है। समाचार लिखने तक कस्टमर  केयर को कई ईमेल, कॉल के बाद कस्टमर केयर द्वारा इस कम्पनी का पैसा वापिस करने के सम्बन्ध मे कोई नििश्चत जवाब नही दिया था इसी से आसानी से आप समझ सकते है कि लुभावने वादो वाले विज्ञापन तथा ऊंची तन्ख्वाह पाने वाले अधिकारियो की असली मंशा आम जनता की गाढी कमाई से एश उडाने की ही होती है और कस्टमर केयर के लिए इनका मतलब होता है कि कस्टमर अपनी केयर खुद कर सके तोे ठीक नही तो भगवान भी कुछ नही कर सकता। विश्व मे 10,5000 इण्टरनेट कनेकशन देने वाली कम्पनियो मे से अपने इण्टरनेट कनेकशनो का सबसे ज्यादा दुरूपयोग होने देने वाले कम्पनियो मे एअरटेल चौथे स्थान पर है।इस सम्बन्ध मे एअरटेल के तकनीकी अधिकारियो द्वारा दी गई यह दलील कि एअरटेल के लाखो होम यूसर्स है और सभी पर सूरक्षा सम्बन्धी प्रणालियो लगा कर कनेकशन्स का दुरूपयोग रोकना असम्भव है बिल्कुल सिरे से ही नकारात्मक है तथा अपनी कमियो को ढकने का असफल प्रयत्न ही है क्योकि चिश्व मे अग्रणी इण्टरनेट प्रदाता कम्पनी ।व्स् (अमेरिका ऑन लाइन) के पास लगभग 60 लाख प्च् है जिसमे से अधिकतर होम यूर्सस है और इसके बाद भी ।व्स् के नेटवर्क पर दुरूपयोग का प्रतिशत नगण्य 1: से नीचे है। अगर आपकी इण्टरनेट कम्पनी स्पैमर्स या अपने दिये गए कनेक्शन द्वारा दुरूपयोगों की परवाह नहीं करती , इसको सहन करके या अनदेखी करके आप अप्रत्यक्ष रूप से अपने पैसे से ग्लोबल स्पैम का समर्थन करते हैं।

आप भी अपने इण्टरनेट कनेक्शन से जुडे प्च् के ब्लैकलिस्ट होने की स्थिति जान सकते है जिसके लिए आप पहले whatismyip.com वेबसाइट पर अपना IP जानिए फिर अपने उसी IP को www.mxtoolbox.com/blacklists.aspx वेबसाइट पर दीजिए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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समाजवादी पार्टी ने डा0 भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती सादगी से मनाई

Posted on 14 April 2010 by admin

समाजवादी पार्टी ने आज भारत रत्न डा0 भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती सादगी से मनाई। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सॉसद श्री अखिलेश यादव ने हजरतगंज, लखनऊ स्थित डा0 साहब की प्रतिमा पर पुश्पाजंलि अर्पित कर उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त की।

14-04 श्री यादव ने इस अवसर पर बाबा साहब के सपने को पूरा करने का संकल्प लिया। उन्होने अपने सम्बोधन में कहा कि डा0 अम्बेडकर का रास्ता सामाजिक क्रान्ति का है। समाजवादी पार्टी की प्रतिबद्धता भी समता मूलक समाज की स्थापना करना है। डा0 अम्बेडकर और डा0 लोहिया दोनों का सपना गरीबों,ं दलितों, पिछड़ो, अल्पसंख्यकों एवं महिलाओं के उत्थान का था। समाजवादी पार्टी की सच्ची श्रद्धाजंलि उन्हें यही होगी कि उनके आदशोZ पर चलकर सामाजिक विशमता के विरूद्ध सतत संघशZ जारी रखा जाए।

श्री अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस और बसपा दलितों के नाम पर मेलों का आयोजन बन्द करे। उपेक्षित, भूखे दलित को तमाशा न बनाएं। राहुल गांधी Þदलित टूरिज्मÞ का खेल खेल रहे हैं तो सुश्री मायावती दलित का अपनी विलासिता के लिए ‘ाोशण करने के साथ उससे राजनीतिक ठगी कर रही हैं। कांग्रेस बसपा दोनों रास्ते से भटके हुए हैं। कांग्रेस ने राश्ट्रपिता महात्मा गांधी और डा0 अम्बेडकर दोनों को धोखा दिया। दलितों को दवा, शिक्षा नहीं मिल रही है। श्री मुलायम सिंह यादव ने अम्बेडकर ग्राम योजना में जो सुविधाएं दलितों को दी थी, वे भी छीन ली गई है। उनकी कहीं सुनवाई नहीं होती है। समाजवादी पार्टी चाहती है कि अनुसूचित जाति विकास की दौड़ में पिछड न जाय। इन्हीं को केन्द्र में रखकर श्री मुलायम सिंह यादव ने अपने मुख्यमन्त्रित्वकाल में विकास की योजनाएं लागू की थी। वर्तमान बसपा सरकार तो अपनी मुख्यमन्त्री का ही विकास करने में जुटी हुई है। यह डा0 अम्बेडकर के साथ धोखाधड़ी है।

समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने आरोप लगाया  कि आज श्री अखिलेश यादव द्वारा लखनऊ में हजरतगंज स्थित  डा0 अम्बेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के पूर्व घोिशत कार्यक्रम को देखते हुये मुख्यमन्त्री के निर्देश पर  प्रशासन ने प्रतिमा तक पहुंचने  के लिए लगी सीढ़ी को हटा दिया। जाहिर है, मुख्यमन्त्री नहीं चाहती है कि बाबा साहेब के प्रति लोग अपना सम्मान प्रकट करें। यह तो उनका अपमान करना है। जो घोर निन्दनीय है।

श्री अखिलेश यादव के साथ डा0 अम्बेडकर की प्रतिमा पर समाजवादी पार्टी के प्रदेश कोशाध्यक्ष श्री राज किशोर मिश्रा, प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी, श्री रविदास मेहरोत्रा, श्री ‘याम किशोर यादव, श्री ‘ाारदा प्रताप ‘ाुक्ला (सभी पूर्व विधायक) ने माल्यार्पण किया। इसके अतिरिक्त, श्री अशोक यादव, श्री सुशील दीक्षित, श्रीमती मुन्नी पाल, मो0 ‘ााहिद श्री जगदीप यादव, मो0 हनीफ खॉ, श्री प्रेमप्रकाश वर्मा, श्रीमती लता बंसल, ‘ाकील खॉ, मो0 एबाद, श्री विजय सिंह यादव, श्रीमती ‘ाबाना खॉ, श्री अच्छन खॉ, श्री रमाशंकर यादव, श्री ओमप्रकाश साहू, श्री देवेन्द्र सिंह, श्री ताराचन्द्र यादव, श्री रियाज अली, श्री मुकेश ‘ाुक्ला, श्री विनोद यादव, श्री सतीश रावत, कुंवर प्रमोद चन्द्र मौर्य, श्री अशोक देव, श्री बुक्कल नबाव, श्री सूर्य कुमार सिंह, मीसम जैदी,,एडवोकेट, श्रीमती अनीता श्रीवास्तव, श्रीमती सुधा जैसवार, श्री नसरीन जहॉ, श्री प्रदीप ‘ार्मा, श्री राशिद अली ने भी डा0 अम्बेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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समाजवादी अधिवक्ता सभा उ0प्र0 की नवगठित कार्यकारिणी की प्रथम बैठक

Posted on 14 April 2010 by admin

समाजवादी अधिवक्ता सभा उ0प्र0 की नवगठित कार्यकारिणी की प्रथम बैठक को, जो आज यहां पार्टी के राज्य मुख्यालय में हुई, सम्बोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने कहा कि अपराधमुक्त, भयमुक्त समाज का नारा देने वाली बसपा सरकार के कार्यकाल में वकील सबसे ज्यादा उत्पीड़न के शिकार हुए है। अधिवक्ताओं की गरिमा पर राज्य सरकार चोट कर रही है। राज्य में कानून का राज नहीं है। जनतान्त्रिक, संवैधानिक मूल्यों की हत्या हो रही है। जन कल्याणकारी योजनाएं बन्द पड़ी है। भ्रष्टाचार, लूट, वसूली के तन्त्र से हर व्यक्ति त्रस्त है। ऐसी सरकार को हटाने में समाजवादी पार्टी को अधिवक्ताओं का साथ चाहिए।

मुख्य अतिथि श्री यादव ने कानपुर में वकीलों पर लाठीचार्ज की निन्दा करते हुए कहा कि न्यायतन्त्र की निरन्तर अवमानना करना इस सरकार का चरित्र है। मंहगाई, लूट, पत्थरों पर जनता की गाढ़ी कमाई खर्च की जा रही है जबकि बिजली, पानी, इलाज के संकट से जन सामान्य परेशान है।

ss1उन्होने कहा कि समाजवादी पार्टी अधिवक्ताओं को सम्मान देती है। श्री मुलायम सिंह ने अपने मुख्यमन्त्रित्वकाल में अधिवक्ताओं को तमाम सुविधाएं दी थी। उनके लिए 122 करोड़ रू0 बजट में दिए थे। इस सरकार में अधिवक्ताओं की उपेक्षा और तिरस्कार हो रहा है। समाजवादी पार्टी की सरकार में बिजली के जो संयन्त्र लगे थे वे अब बिजली का उत्पादन करने लगे है। लेकिन इस सरकार के चलते बिजली संकट है और चीनी मिलें क्षमता भर नहीं चल रही है।

श्री यादव ने कहा कि कांग्रेस और बसपा दोनों की मिलीभगत से प्रदेश समस्याग्रस्त है। प्रदेश पिछड़ता जा रहा है। आज डा0 अंबडेकर जयन्ती के दिन भी इन दोनों की नौंटकी चल रही है। डा0  अम्बेडकर  शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते थे। केन्द्र और राज्य की सरकारें शिक्षा अधिनियम को लागू करने में एक दूसरे का मुंह देख रही है। महिला आरक्षण बिल  में समाजवादी पार्टी का कहना है कि शिक्षा और रोजगार में महिलाओं को आगे लाने के लिए उन्हें 50 प्रतिशत भागीदारी दी जाए।

अधिवक्ता सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र भाटिया ने कहा कि बसपा के शासनकाल में 24 वकील मारे जा चुके हैं। कितनी ही बार उन पर लाठियॉ चली हैं। अपराधियों की पौ बारह है। एक दिन में लखनऊ में तीन युवतियों की अस्मत लूटी जा रही है। इस भ्रष्ट सरकार के विरूद्ध संघर्ष में अधिवक्ता समाजवादी पार्टी के साथ हैंं। उन्होने कहा आगामी विधान सभा चुनावों में अधिवक्ताओं को यथोचित टिकट दिए जाएगें। उन्होने संगठन मजबूत बनाने पर बल दिया।

बैठक में समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी,अधिवक्ता सभा के राष्ट्रीय महासचिव श्री विनय प्रताप सिंह एवं श्री प्रवीण कुमार, राष्ट्रीय सचिव कर्नल सत्यवीर सिंह, प्रदेश अध्यक्ष श्री विधुभूषण सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री सहजराम यादव के अतिरिक्त श्री देवीबख्श सिंह, विनोद पाण्डेय,सुश्री रूचि मोदी, श्री धर्मेन्द्र सिंह श्री जहीरूल हसन उर्फ अच्छन श्री शिवशरण उपाध्याय, श्री राजीव वर्मा, श्री गणेश श्रीवास्तव, श्री प्रताप सिंह यादव, श्री अजित यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किए

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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पूर्व प्रधानमन्त्री स्व0 चन्द्रशेखर का जन्म दिवस मनाने का निर्देश

Posted on 14 April 2010 by admin

समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष  अखिलेश यादव ने 17 अप्रैल,2010 को विभिन्न जनपदों मेें पार्टी के कार्यकर्ताओं को पूर्व प्रधानमन्त्री स्व0 चन्द्रशेखर का जन्म दिवस मनाने का निर्देश दिया है। स्व0 चन्द्रशेखर  जी  के समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव से घनिष्ठ सम्बंध थे।
स्व0 चन्द्रशेखर एक समय Þयुवा तुर्कÞ के रूप में मशहूर थे। उन्होने जे0पी0 की अगुवाई में आपातकाल के विरोध में हुए आन्दोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी और 1977 में जनता पार्टी बनने पर उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। उन्हें सर्वश्रेष्ठ सॉसद का सम्मान भी प्राप्त हुआ था।

स्व0 चन्द्रशेखर की 84 वीं जयन्ती पर भारत सरकार उनकी स्मृति में एक डाक टिकट भी जारी करेगी। उप राष्ट्रपति मो0 हामिद अंसारी विज्ञान भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में इसे जारी करेगें। स्व0 चन्द्रशेखर के पुत्र श्री नीरज शेखर बलिया से समाजवादी पार्टी के सॉसद हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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श्री राहुल गांधी को माल्यार्पण करने की अनुमति न दिये जाने सम्बन्धी खबर पूरी तरह निराधार

Posted on 14 April 2010 by admin

जिलाधिकारी अम्बेडकर नगर ने कलेक्ट्रेट के निकट बाबा साहेब डॉ0 भीमराव अम्बेेडकर की स्थापित मूर्ति पर सांसद श्री राहुल गांधी को माल्यार्पण करने की अनुमति न दिये जाने सम्बन्धी विभिन्न चैनलों और समाचार पत्रों में प्रसारित/प्रकाशित खबर को पूरी तरह भ्रामक व निराधार बताया है।

कांग्रेस पार्टी द्वारा जिलाधिकारी अम्बेडकर नगर से दोपहर 12 बजे से 01 बजे के मध्य जिस स्थल पर बाबा साहेब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण करने का अनुरोध किया गया था, उस स्थल पर बहुजन समाज पार्टी द्वारा अम्बेडकर जयन्ती/एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन की अनुमति पहले ही दी चुकी थी।

चूंकि बी0एस0पी0 द्वारा डॉ0 अम्बेडकर की प्रतिमा स्थल पर ही पण्डाल बना था और इसके कारण डॉ0 अम्बेडकर की प्रतिमा पण्डाल के अन्दर आ गई थी। अत: जिलाधिकारी अम्बेडकर नगर ने वस्तुस्थिति का जायजा लेते हुए कांग्रेस पार्टी द्वारा माल्यार्पण कार्यक्रम की अनुमति इसलिए नहीं दी, क्योंकि इससे कानून-व्यवस्था की गम्भीर स्थिति उत्पन्न होने की आशंका थी। शान्ति व्यवस्था को बनाये रखने को दृष्टिगत रखते हुए ही उनके (जिलाधिकारी) द्वारा माल्यार्पण की अनुमति 12 से 01 बजे के बीच करने के लिए नहींं दी गई।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने अम्बेडकर नगर के कांग्रेसी प्रतिनिधियों से अनुरोध किया था कि यदि कांग्रेस पार्टी डॉ0 अम्बेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण कार्यक्रम करना चाहती है, तो वह बी0एस0पी0 द्वारा आयोजित होने वाले कार्यक्रम की समाप्ति के दो घण्टे के उपरान्त अपना कार्यक्रम आयोजित कर सकती है, ताकि बी0एस0पी0 की भीड़ चली जाय और इस अवधि में सांसद श्री राहुल गांधी की सुरक्षा से सम्बन्धित समस्त आवश्यक तैयारियां भी सुनिश्चित करने का समय मिल जाये।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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राहुल गॉधी को सुनने के लिये उमड़ी भीड़

Posted on 14 April 2010 by admin

हाथ और हाथी की जंग का मैदान बना अम्बेडकरनगर में कांग्रेसी सूरमा राहुल गांधी ने बसपा सुप्रीमों के गण में खुली चुनौती देते हुये बसपा सरकार पर जमकर हमला बोला अम्बेडकर नगर की राजनैतिक जमीन वैसे तो डॉ0 राममनोहर लोहिया की जन्म भूमि के रूप में पहचानी जाती है। लेकिन वशZ 1967 में इस भूमि से पहली बार हाथी ने निशान से चुनाव लड़ संसद में पहुंचे भारतीय रिपब्लिक  पार्टी के राम जी राम ने कांग्रेस को मात दी थी। लगता है कि इस बार बॉजी कांग्रेस के हाथ आती दिख रही है। इस जनपद के सभी पदों पर बसपा के कब्जा होने के बावजूद जिस तरह की भीड़ राहुल गॉधी को सुनने के लिये उमड़ी उससे लगा कि धर्म और जाति की राजनीति का दंस झेल रहा उत्तर प्रदेश में धर्म और जाति की राजनीति फेल हो गई है। यूपी में यूवाओं की राजनीति भविश्य की राजनीति बताते हुये कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद राहुल गांधी ने आज डॉ. भीमराव अम्बडेकर की जयन्ती पर प्रदेश की मायावती सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार की विभिé योजनाओं के जरिए दी जा रही आर्थिक मदद लखनऊ तक तो पहुंचती है लेकिन उसके बाद जिलों और गांवों तक नहीं पहुंच पा रही है। उन्होंने कहा कि इससे गांव, गरीब और बेरोजगारों का भला नहीं हो रहा है। राहुल गांधी ने यहां कांग्रेस की 125वीं वर्षगांठ पर `जन चेतना यात्रा´ को हरी झण्डी दिखाने के बाद उपस्थित जनसभा को संबोधित करते हुए मनरेगा योजना को दुनिया की सबसे बड़ी रोजगारपरक योजना बताते हुए कहा कि इससे सबसे ज्यादा फायदा गरीबों और दलितों को होता है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार इस योजना के तहत हजारों करोड़ रुपए उत्तर प्रदेश सरकार को दे रही है लेकिन पता नहीं यह पैसा कहां जा रहा है। केन्द्र सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के साथ दोहरे मापदण्ड अपनाने के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि चाहे मनरेगा योजना हो अथवा बुन्देलखण्ड के विकास के लिए केन्द्र सरकार द्वारा हजारों करोड़ रुपए के पैकेज देने की बात हो, इस धनराशि का पैसा जमीन तक नहीं पहुंच पा रहा है। उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि केन्द्र की यह धनराशि लखनऊ तक तो पहुंच जाती है लेकिन अम्बेडकर नगर तक यह पैसा नहीं पहुंच पा रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि देश में पैसे की कमी नहीं है, गरीब को विकास की मुख्य धारा से कैसे जोड़ा जाए यह एक अहम सवाल है। राहुल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में धर्म और जाति की राजनीति ने प्रदेश का बेड़ा गर्क कर दिया है और यही कारण है कि जो राज्य उत्तर प्रदेश से काफी पीछे थे, वे आगे निकल गए और उत्तर प्रदेश पीछे चला गया है। राहुल ने कांग्रेस विरोधी सभी दलों को गांव और गरीब विरोधी करार देते हुए कहा कि देश में दो विचारधाराओं की राजनीति चल रही है एक तरफ कांग्रेस की विचारधारा है जो गांव और गरीब को आगे बढ़ाने और उनकी शक्ति बढ़ाकर देश की उन्नति के लिए काम करती है जबकि अन्य दलों की राजनैतिक विचारधारा शहर की अलग और गांव की अलग है। उन्होंने उत्तर प्रदेश की मायावती सरकार पर हमला बोलते हुए इस सरकार को दलित और अंबेडकर विरोधी बताया। राहुल ने कहा कि मैं गांव में इसलिए जाता हूं कि देश की ताकत गांव और गरीबों मे बसती है जबकि इसका विरोध करने वालों का नज़रिया शायद कुछ अलग है। शिक्षा के अधिकार कानून के क्रियान्वयन को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जताई जा रही आर्थिक मजबूरी का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इस योजना से सबसे अधिक भला दलितों का ही होने वाला है और बसपा सरकार कहती है कि सरकार के पास पैसा नहीं है। बुन्देलखण्ड का उल्लेख करते हुए राहुल ने कहा कि हजारों करोड़ रुपए का पैकेज यहां के विकास के लिए केन्द्र सरकार द्वारा दिया गया पर जमीन तक नहीं पहुंचा। राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब धर्म और जाति की राजनीति को पीछे ढकेलकर कांग्रेस युवाओं को आगे लाकर `निर्माण´ की राजनीति करेगी और बेरोजगारी दूर करना हमारा पहला लक्ष्य होगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश की राजनीति अब इसी सवाल का जवाब तलाशने के आधार पर होगी। उन्होंने कहा कि जब हमने उत्तर प्रदेश में धीरे-धीरे सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ काम करना शुरू किया तो यह कहा गया कि कांग्रेस कहीं नहीं है पर जब लोकसभा चुनाव परिणाम सामने आए तो लोग हैरान रह गए कि कांग्रेस को सबसे ज्यादा सीटें कैसे मिल गईं। राहुल ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सफलता कांग्रेस को इसलिए मिली क्योंकि हमने सही सवाल जनता के बीच जाकर उठाए और इन सवालों को हम आगे भी उठाते रहेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि हम युवा शक्ति को साथ लेकर प्रदेश में रोजगार लायेंगे और विकास कार्य भी करके दिखायेंगे ताकि आने वाले समय में प्रदेश की राजनीति इन्हीं मुÌों के इर्दगिर्द बनी रहे। अंबेडकर जयन्ती के मौके पर आज राहुल गांधी ने कांग्रेस चेतना यात्रा का शुभारंभ भी किया।

कांग्रेस के दस रथीयों में पी.एल. पूनिया, प्रवीण सिंह ऐरन, जगदिम्बका पाल, रणजीत सिंह जुदेव, प्रदीप माथुर, भोला पाण्डेय, राजेश पति त्रिपाठी, राजेन्द्र शर्मा, शेखर बहुगुणा, अब्दुल मन्नान को राहुल गॉधी ने कांग्रेस ध्वजा पताका सौप कर पूरे प्रदेश को मथने और गॉव-गॉव तक गरीब और बेसहारा लोगों तक कांग्रेस  बात पहुंचाने के लिये रवाना किया। यह यात्रा प्रदेश के दस अलग-अलग भागों से प्रदेश में घूमकर कांग्रेस के अतीत का इतिहास, उपलब्धियों और भावी योजनाओं को जन जन तक पहुंचायेगी। राहुल द्वारा आज शुरू की गई दस कांग्रेस चेतना यात्राओं के लिए अलग-अलग प्रभारी नियुक्त किए गए हैं जिनके नेतृत्व में गुरुवार से ये यात्राएं पूरे प्रदेश में शुरू हो जायेंगी। रैली स्थल पर मोहिसिन्हा किदवई, बेनी प्रसाद वर्मा, सलमान खुशीZद, जितेन्द्र प्रसाद, प्रदीप जैन आदित्य, आर.पी.एन. सिंह, डॉ0 रीता बहुगुणा जोशी आदि कांग्रेसी नेता तथा केन्द्रीय मन्त्री मौजूद थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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भारतीय जनता पार्टी ने डॉ0 भीमराव अम्बेडकर का जन्मदिवस मनाया

Posted on 14 April 2010 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने भारत रत्न डॉ0 भीमराव अम्बेडकर का जन्मदिवस मनाया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर सभी जिला कार्यालयों में उनको याद किया गया, गोिष्ठयां हुई, कार्यक्रम आयोजित किये गये। प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवक्ता हृदयनारायण दीक्षित ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 रमापतिराम त्रिपाठी ने बिजनौर में आयोजित अम्बेडकर जयन्ती कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने कार्यकत्ताZओें को सम्बोधित करते हुए कहा कि डॉ0 अम्बेडकर समान नागरिक संहिता के पैरोकार थे। जम्मू कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा देने के विरोधी थे। शक्तिशाली राष्ट्र के समर्थक थे। उन्होंने बाबा साहब को महान राष्ट्रवादी नेता बताया और कहा कि भाजपा उनके सपनों के अनुरूप समता, समरसता और एकात्मकता युक्त समाज के लिए कार्यरत है।

श्री दीक्षित ने बताया कि वे स्वयं उन्नाव-पुरवा में अम्बेडकर जयन्ती पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर बाबा साहब के चित्र पर माल्र्यापण हुआ तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये गये। उपस्थित कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि डा0 अम्बेडकर के नाम पर राजनीति करने और उन्हें चुनाव चिन्ह की तरह इस्तेमाल करने वाले दलों ने डॉ0 अम्बेडकर को पोलिंग एजेंट की तरह पेश किया है। जातिवादी इन दलों ने डॉ0 अम्बेडकर की महान छवि को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। संविधानसभा में दिए गये उनके भाषण बताते हैं कि वे महान राष्ट्रवादी थे। लेकिन बसपा, कांग्रेस सहित सभी जातिवादी दलों ने अम्बेडकर विचार को गलत तरीके से पेश किया है। उन्होंने बाबा साहब के विचारो को प्रासंगिक बताया और कहा कि उनके राष्ट्रवादी विचार के जरिए सामथ्र्यशाली एकात्म भारत का लक्ष्य पूरा होगा। राजधानी लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश प्रभारी दिवाकर सेठ ने डॉ0 अम्बेडकर की मूर्ति पर माल्र्यापण कर उन्हें देश का महान सपूत बताया।

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डॉ0 भीमराव अम्बेडकर की 119वीं जयन्ति

Posted on 14 April 2010 by admin

विरोधी पार्टियों के तीव्र विरोध के बावजूद भी, हमारे सन्तों, गुरुओं व महापुरुशों के आदर-सम्मान में बनाये गये स्थलों व स्मारकों इत्यादि को किसी भी स्तर पर, चाहे कितना भी विरोध क्यों ना हो, हमारी पार्टी व हमारी सरकार उनके विरोध के आगे तिल भर भी झुकने को तैयार नहीं है-कु. मायावती

अपने सन्तों, गुरुओं व महापुरुशों का भी, अन्य समाज के सन्तों, गुरुओं व महापुरुशों की तरह, आदर-सम्मान देने में बी.एस.पी. की सरकार ज़रा भी कसर नहीं छोड़ेगी-कुमारी मायावती बी.एस.पी. की राश्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की मुख्यमन्त्री कुमारी मायावती जी के आह्वान पर कांग्रेस व बी.जे.पी. तथा अन्य विरोधी पार्टियों की बाबा साहेब      डा. अम्बेडकर-विरोधी सोच का पर्दाफाश करने एवं बाबा साहेब की सोच-विरोधी महिला आरक्षण विधेयक को पारित कराने का तीव्र विरोध हेतु उनकी 119वीं जयन्ती के दिन आज दिनांक 14 अप्रैल, 2010 को Þदेश-व्यापी आन्दोलनß के तहत उत्तर प्रदेश के सभी 71 ज़िला मुख्यालयों पर ज़ोरदार एक-दिवसीय Þधरना-प्रदशZनß कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की सफलता का जायज़ा लेने के लिये सुश्री मायावती जी ने स्वयं विभिन्न ज़िलों का हवाई निरीक्षण किया।
amb-mayउ0प्र0 की मुख्यमन्त्री  सुश्री  मायावती  14 अपै्रल, 2010 को  बाबा  साहेब डॉ0 भीमराव  अम्बेडकर की  119वीं  जयन्ति के  अवसर  पर गोमतीनगर, लखनऊ  स्थित डॉ0 भीमराव  अम्बेडर सामाजिक  परिवर्तन  स्थल  पर स्थापित  उनकी  प्रतिमा पर  पुश्पांजलि  अर्पित करती  हुईं।

वैसे प्रदेश में बाबा साहेब डा. अम्बेडकर जयन्ती का मुख्य आकशZण Þडा. भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल, लखनऊß रहा, जहां बी.एस.पी. की राश्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने बाबा साहेब डा. अम्बेडकर की भव्य मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें अपनी पार्टी व सरकार की ओर से श्रद्धा-सुमन अर्पित किया।

और इस अवसर पर अम्बेडकर जयन्ती मनाने के साथ-साथ महिला आरक्षण विधेयक में अपनी जातिवादी मानसिकता के कारण, अनुसूचित जाति/जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, धार्मिक अल्संख्यक व सवर्ण समाज की ग़रीब महिलाओं के लिये अलग से संसद और विधान सभाओं में आरक्षण की व्यवस्था नहीं करने के विरोध में उत्तर प्रदेश के सभी ज़िला मुख्यालयों में आयोजित Þधरना-प्रदशZनß कार्यक्रम का हवाई निरीक्षण करने हेतु जाने से पहले सुश्री मायावती जी ने मीडिया के समक्ष अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कांग्रेस पार्टी व   बी.जे.पी. तथा अन्य विरोधी पार्टियों की बाबा साहेब   डा. भीमराव अम्बेडकर-विरोधी सोच की तीव्र आलोचना करते हुये कहाकि इन पार्टियों की जातिवादी सोच और मानसिकता के कारण ही, बाबा साहेब डा. अम्बेडकर की लगातार उपेक्षा होती रही है और इन विरोधी पार्टियों का यह रवैया बाबा साहेब की अनुयाई पार्टी बी.एस.पी. व उसके नेतृत्व के िख़लाफ लगातार आज भी जारी है।

बी.एस.पी. की राश्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती जी ने कहाकि देश की आज़ादी के 63 वशोZं के दौरान, अब तक, केन्द्र में कांग्रेस व बी.जे.पी. तथा अन्य विरोधी पार्टियों की ही सत्ता रही है। लेकिन इन में से कांग्रेस पार्टी ने सबसे ज़्यादा लगभग 50 वशोZं तक केन्द्र में तथा लगभग 38 वशोZं तक उत्तर प्रदेश में राज किया है। और इस लम्बे शासनकाल के दौरान कांग्रेस पार्टी ने अपनी जातिवादी मानसिकता के तहत चलकर इस देश में ना केवल बाबा साहेब डा. अम्बेडकर का, बल्कि दलित एवं अन्य पिछड़े वर्गों में समय-समय पर जन्मे सभी महान सन्तों, गुरुओं व महापुरुशों की घोर उपेक्षा की है अर्थात् कभी भी इनको उचित आदर-सम्मान नहीं दिया है। यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी ने, काफी लम्बे समय तक सत्ता में रहने के बावजूद भी, परम्पूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर को Þभारत रत्नß की उपाधि से सम्मानित करना उचित नहीं समझा। जिस कारण बाबा साहेब को, आगे चलकर आिख़रकार आज़ादी के लगभग 43 वशोZं के बाद, जब केन्द्र में ग़ैर-कांग्रेसी सरकार थी और जब बी.एस.पी. ने पहली बार संसद में प्रवेश किया था, तब सन् 1990 में बाबा साहेब डा. अम्बेडकर को Þभारत रत्नß की उपाधि से सम्मानित किया जा सका। साथ-ही-साथ, इसी कांग्रेस पार्टी ने बाबा साहेब डा. अम्बेडकर को संविधान सभा में चुनकर नहीं जाने देने का पूरा-पूरा नाकाम प्रयास किया और फिर बाद में भी संसद में चुनकर नहीं जाने देने के लिये सभी प्रकार के साम, दाम, दण्ड, भेद आदि अनेकों हथकण्डों का इस्तेमाल किया था। और इससे पहले भी इसी कांग्रेस पार्टी ने ही बाबा साहेब डा. अम्बेडकर को  Þपुणा पैक्टß के लिये विवश करके दलित वर्ग के लोगों को विशेशाधिकार प्राप्त करने से वंचित कर दिया था।

और इतना ही नहीं, बल्कि बाबा साहेब डा. अम्बेडकर के परिनिर्वाण के बाद, उनके मूवमेन्ट को पुनर्जीवित करने वाले मान्यवर श्री कांशी राम जी के प्रति भी कांग्रेस तथा अन्य विरोधी पार्टियों का रवैया उपेक्षा का रहा, जो अन्त तक जारी रहा। इसी कारण ही बड़े दु:ख के साथ यह कहना पड़ता है कि मान्यवर श्री कांशी राम जी का दिनांक 9 अक्तूबर, 2006 को देहान्त होने पर, उनके सम्मान में कांग्रेस के नेतृत्व वाली केन्द्र की सरकार ने एक दिन का भी Þराश्ट्रीय शोकß नहीं घोशित किया। और इसी प्रकार, तब उत्तर प्रदेश में चल रही समाजवादी पार्टी की सरकार ने भी मान्यवर     श्री कांशी राम जी के सम्मान में प्रदेश में एक दिन का भी Þराजकीय शोकß नहीं घोशित किया।

और अब जबकि उत्तर प्रदेश में बाबा साहेब डा. अम्बेडकर की मानवतावादी सोच पर चलने वाली बी.एस.पी. की सरकार भव्य स्मारक, पार्क, विश्वविद्यालय व ज़िला आदि बनवाकर उन महापुरुशों को उचित आदर-सम्मान देने का प्रयास कर रही है तो कांग्रेस व बी.जे.पी. तथा अन्य विरोधी पार्टियों को यह सब बहुत बुरा लग रहा है और ये पार्टियां इसमें बाधा डालने की लगातार कोिशशें कर रही हैं। इन मामलों को कोर्ट-कचहरी तक में घसीटा जा रहा है, जहां इन विरोधी पार्टियों के वरिश्ठ        व ज़िम्मेदार लोग इसका खुलकर विरोध करते हैं।

सुश्री मायावती जी ने कहाकि वह विरोधी पार्टियों को यह फिर स्पश्ट बता देना चाहती हैं कि यदि कांग्रेस और बी.जे.पी. तथा अन्य विरोधी पार्टियों ने अपनी सत्ता के दौरान अगर दलित एवं अन्य पिछड़े वर्गों में जन्मे महान सन्तों, गुरुओं व महापुरुशों को भी, अन्य समाज के सन्तों, गुरुओं व महापुरुशों की तरह ही आदर-सम्मान दिया गया होता, तो फिर आज हमारी सरकार को यहां उत्तर प्रदेश में अपने सन्तों, गुरुओं      व महापुरुशों के उचित आदर-सम्मान देने हेतु, उनके नाम पर भव्य स्मारक, संग्रहालय, मूर्तियां व पार्क आदि स्थापित करने की ज़रूरत ही नहीं पड़ती, जिनका कि आज ये तमाम विरोधी पार्टियां, अपनी जातिवादी मानसिकता के कारण, लगातार विरोध करती नज़र आती हैं। परन्तु उन्होंने कहाकि परम्पूज्य बाबा साहेब डा. अम्बेडकर के जन्मदिन के शुभ अवसर पर आज, इन विरोधी पार्टियों को यह साफ तौर पर बता देना चाहती हैं कि इन पार्टियों के तीव्र विरोध के बावजूद भी, हमारे सन्तों, गुरुओं व महापुरुशों के आदर-सम्मान में बनाये गये स्थलों व स्मारकों इत्यादि को किसी भी स्तर पर, चाहे कितना भी विरोध क्यों ना हो, हमारी पार्टी   व हमारी सरकार उनके विरोध के आगे तिल भर भी झुकने को तैयार नहीं है अर्थात् अपने सन्तों, गुरुओं व महापुरुशों का भी, अन्य समाज के सन्तों, गुरुओं व महापुरुशों की तरह, आदर-सम्मान देने में बी.एस.पी. की सरकार ज़रा भी कसर नहीं छोड़ेगी।

सुश्री मायावती जी ने कहाकि बाबा साहेब महिलाओं को, जीवन के हर क्षेत्र मेेंं, सशक्त बनाते हुये उन्हें आगे बढ़ता हुआ देखना चाहते थे। इसी कारण उन्होंने केन्द्रीय कानून मन्त्री की हैसियत से हिन्दू कोड बिल संसद से पारित कराना चाहा। लेकिन कांग्रेस ने उनके साथ फिर से दग़ा किया, जिससे बाबा साहेब काफी दुखी हुये और इस विशय के साथ-साथ, अन्य बातों पर मतभेद के कारण उन्हें केन्द्रीय कानून मन्त्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

बाबा साहेब डा. अम्बेडकर की ही तरह, उनकी सोच के आधार पर चलने वाली बहुजन समाज पार्टी, महिला आरक्षण विधेयक के िख़लाफ नहीं है, बल्कि पूरी तरह से इसके पक्ष में है, क्योंकि बी.एस.पी. का नेतृत्व दलित समाज में जन्मी एक ऐसी सशक्त महिला के हाथ में है जिसने देश की राजनीति में अपनी एक अलग मज़बूत और अनोखी जगह बनायी है, जो वर्तमान में बी.एस.पी. की राश्ट्रीय अध्यक्ष के साथ-साथ उत्तर प्रदेश जैसे महत्वपूर्ण एवं विशाल राज्य की मुख्यमन्त्री भी हैं और दलितों, अन्य पिछड़े वर्ग के लोगों व सवर्ण समाज के ग़रीबों व अन्य शोशितों-पीड़ितों को सम्मानपूर्वक जीवन यापन की सुविधा मुहैया कराने के लिये पूरी तरह से तत्पर हैं। लेकिन देश में लोक सभा और विधान सभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिये जाने का जो विधेयक अभी हाल ही में दिनांक 9 मार्च, 2010 को केन्द्र सरकार द्वारा संसद में पास कराया गया है, उससे देश की अनुसूचित जाति/जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, धार्मिक अल्पसंख्यक एवं सवर्ण समाज की ग़रीब महिलाओं को कोई ज्यादा व सीधा लाभ होने वाला नहीं है, क्योंकि इस विधेयक में इन वर्गों की महिलाओं के लिये Þअलगß से आरक्षण की व्यवस्था नहीं की गई है। इसके अलावा इस महिला आरक्षण विधेयक में अन्य कई घातक कमियां हैं, जिसका Þपर्दाफाशß करने के लिये बाबा साहेब डा. अम्बेडकर की जयन्ती के दिन आज दिनांक 14 अप्रैल, 2010 को उत्तर प्रदेश में ज़िला स्तर पर एक दिन के धरना-प्रदशZन कार्यक्रम का काफी सफल आयोजन किया गया, जिसके लिये सुश्री मायावती जी ने पार्टी के तमाम छोटे-बड़े पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं व समर्थकों का तहे-दिल से शुक्रिया अदा किया।

बाबा साहेब डा. अम्बेडकर की 119वीं जयन्ती के शुभ अवसर पर उन्हें राश्ट्र की श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिये देश भर के प्रमुख हिन्दी, अंग्रेज़ी, उर्दू व अन्य क्षेत्रीय भाशाओं के अख़बारों में पूरे एक पेज का विज्ञापन जारी करने के साथ-साथ, उत्तर प्रदेश में बी.एस.पी. की सरकार के चारों शासनकालों के दौरान बाबा साहेब के आदर-सम्मान में कराये गये विभिन्न महत्वपूर्ण कायोंZ पर आधारित एक फोल्डर भी विशेश तौर पर जारी किया गया है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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