हाथ और हाथी की जंग का मैदान बना अम्बेडकरनगर में कांग्रेसी सूरमा राहुल गांधी ने बसपा सुप्रीमों के गण में खुली चुनौती देते हुये बसपा सरकार पर जमकर हमला बोला अम्बेडकर नगर की राजनैतिक जमीन वैसे तो डॉ0 राममनोहर लोहिया की जन्म भूमि के रूप में पहचानी जाती है। लेकिन वशZ 1967 में इस भूमि से पहली बार हाथी ने निशान से चुनाव लड़ संसद में पहुंचे भारतीय रिपब्लिक पार्टी के राम जी राम ने कांग्रेस को मात दी थी। लगता है कि इस बार बॉजी कांग्रेस के हाथ आती दिख रही है। इस जनपद के सभी पदों पर बसपा के कब्जा होने के बावजूद जिस तरह की भीड़ राहुल गॉधी को सुनने के लिये उमड़ी उससे लगा कि धर्म और जाति की राजनीति का दंस झेल रहा उत्तर प्रदेश में धर्म और जाति की राजनीति फेल हो गई है। यूपी में यूवाओं की राजनीति भविश्य की राजनीति बताते हुये कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद राहुल गांधी ने आज डॉ. भीमराव अम्बडेकर की जयन्ती पर प्रदेश की मायावती सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार की विभिé योजनाओं के जरिए दी जा रही आर्थिक मदद लखनऊ तक तो पहुंचती है लेकिन उसके बाद जिलों और गांवों तक नहीं पहुंच पा रही है। उन्होंने कहा कि इससे गांव, गरीब और बेरोजगारों का भला नहीं हो रहा है। राहुल गांधी ने यहां कांग्रेस की 125वीं वर्षगांठ पर `जन चेतना यात्रा´ को हरी झण्डी दिखाने के बाद उपस्थित जनसभा को संबोधित करते हुए मनरेगा योजना को दुनिया की सबसे बड़ी रोजगारपरक योजना बताते हुए कहा कि इससे सबसे ज्यादा फायदा गरीबों और दलितों को होता है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार इस योजना के तहत हजारों करोड़ रुपए उत्तर प्रदेश सरकार को दे रही है लेकिन पता नहीं यह पैसा कहां जा रहा है। केन्द्र सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के साथ दोहरे मापदण्ड अपनाने के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि चाहे मनरेगा योजना हो अथवा बुन्देलखण्ड के विकास के लिए केन्द्र सरकार द्वारा हजारों करोड़ रुपए के पैकेज देने की बात हो, इस धनराशि का पैसा जमीन तक नहीं पहुंच पा रहा है। उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि केन्द्र की यह धनराशि लखनऊ तक तो पहुंच जाती है लेकिन अम्बेडकर नगर तक यह पैसा नहीं पहुंच पा रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि देश में पैसे की कमी नहीं है, गरीब को विकास की मुख्य धारा से कैसे जोड़ा जाए यह एक अहम सवाल है। राहुल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में धर्म और जाति की राजनीति ने प्रदेश का बेड़ा गर्क कर दिया है और यही कारण है कि जो राज्य उत्तर प्रदेश से काफी पीछे थे, वे आगे निकल गए और उत्तर प्रदेश पीछे चला गया है। राहुल ने कांग्रेस विरोधी सभी दलों को गांव और गरीब विरोधी करार देते हुए कहा कि देश में दो विचारधाराओं की राजनीति चल रही है एक तरफ कांग्रेस की विचारधारा है जो गांव और गरीब को आगे बढ़ाने और उनकी शक्ति बढ़ाकर देश की उन्नति के लिए काम करती है जबकि अन्य दलों की राजनैतिक विचारधारा शहर की अलग और गांव की अलग है। उन्होंने उत्तर प्रदेश की मायावती सरकार पर हमला बोलते हुए इस सरकार को दलित और अंबेडकर विरोधी बताया। राहुल ने कहा कि मैं गांव में इसलिए जाता हूं कि देश की ताकत गांव और गरीबों मे बसती है जबकि इसका विरोध करने वालों का नज़रिया शायद कुछ अलग है। शिक्षा के अधिकार कानून के क्रियान्वयन को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जताई जा रही आर्थिक मजबूरी का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इस योजना से सबसे अधिक भला दलितों का ही होने वाला है और बसपा सरकार कहती है कि सरकार के पास पैसा नहीं है। बुन्देलखण्ड का उल्लेख करते हुए राहुल ने कहा कि हजारों करोड़ रुपए का पैकेज यहां के विकास के लिए केन्द्र सरकार द्वारा दिया गया पर जमीन तक नहीं पहुंचा। राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब धर्म और जाति की राजनीति को पीछे ढकेलकर कांग्रेस युवाओं को आगे लाकर `निर्माण´ की राजनीति करेगी और बेरोजगारी दूर करना हमारा पहला लक्ष्य होगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश की राजनीति अब इसी सवाल का जवाब तलाशने के आधार पर होगी। उन्होंने कहा कि जब हमने उत्तर प्रदेश में धीरे-धीरे सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ काम करना शुरू किया तो यह कहा गया कि कांग्रेस कहीं नहीं है पर जब लोकसभा चुनाव परिणाम सामने आए तो लोग हैरान रह गए कि कांग्रेस को सबसे ज्यादा सीटें कैसे मिल गईं। राहुल ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सफलता कांग्रेस को इसलिए मिली क्योंकि हमने सही सवाल जनता के बीच जाकर उठाए और इन सवालों को हम आगे भी उठाते रहेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि हम युवा शक्ति को साथ लेकर प्रदेश में रोजगार लायेंगे और विकास कार्य भी करके दिखायेंगे ताकि आने वाले समय में प्रदेश की राजनीति इन्हीं मुÌों के इर्दगिर्द बनी रहे। अंबेडकर जयन्ती के मौके पर आज राहुल गांधी ने कांग्रेस चेतना यात्रा का शुभारंभ भी किया।
कांग्रेस के दस रथीयों में पी.एल. पूनिया, प्रवीण सिंह ऐरन, जगदिम्बका पाल, रणजीत सिंह जुदेव, प्रदीप माथुर, भोला पाण्डेय, राजेश पति त्रिपाठी, राजेन्द्र शर्मा, शेखर बहुगुणा, अब्दुल मन्नान को राहुल गॉधी ने कांग्रेस ध्वजा पताका सौप कर पूरे प्रदेश को मथने और गॉव-गॉव तक गरीब और बेसहारा लोगों तक कांग्रेस बात पहुंचाने के लिये रवाना किया। यह यात्रा प्रदेश के दस अलग-अलग भागों से प्रदेश में घूमकर कांग्रेस के अतीत का इतिहास, उपलब्धियों और भावी योजनाओं को जन जन तक पहुंचायेगी। राहुल द्वारा आज शुरू की गई दस कांग्रेस चेतना यात्राओं के लिए अलग-अलग प्रभारी नियुक्त किए गए हैं जिनके नेतृत्व में गुरुवार से ये यात्राएं पूरे प्रदेश में शुरू हो जायेंगी। रैली स्थल पर मोहिसिन्हा किदवई, बेनी प्रसाद वर्मा, सलमान खुशीZद, जितेन्द्र प्रसाद, प्रदीप जैन आदित्य, आर.पी.एन. सिंह, डॉ0 रीता बहुगुणा जोशी आदि कांग्रेसी नेता तथा केन्द्रीय मन्त्री मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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