उत्तर प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने प्रदेश के समस्त 13 नगर निगमों तथा नोएडा में सफाई, पेयजल आपूर्ति एवं सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को चुस्त एवं दुरूस्त बनाने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिये हैं। इसी क्रम में आज योजना भवन में सम्पन्न बैठक में अधिकारियों द्वारा अब तक की गई कार्यवाही एवं तैयार कार्य योजना की उच्च स्तरीय समीक्षा की गई। बैठक में मुख्य सचिव श्री अतुल कुमार गुप्ता, अपर कैबिनेट सचिव श्री नेतराम सहित षासन के अन्य वरिश्ठ अधिकारी तथा सम्बन्धित जिलाधिकारी एवं नगर आयुक्त उपस्थित थे।
समीक्षा के दौरान अधिकारियों को बताया गया कि वे मुख्यमन्त्री के निर्देषानुरूप नगरों की सफाई एवं पेयजलापूर्ति की षार्ट टर्म (दो माह के लिए) तथा दीघZ कालिक एवं आर्थिक रूप से स्वावलम्बी योजना तैयार कर उन्हें तत्काल लागू करें, ताकि जनता को राहत महसूस हो। उन्हें यह भी हिदायत दी गई कि अभियान का असर स्थायी बनाने के लिए आवष्यकतानुसार आधार भूत सुविधायें जुटाई जायें, ताकि षहरों का कायाकल्प हो सके और महानगरों के निवासियों को अपने षहर के स्तर में नित्य-प्रतिदिन समुचित बदलाव नज़र आये।
इस अवसर पर अधिकारियों को पेयजल और नालों की सफाई व्यवस्था के लिए आवष्यकतानुसार अतिक्रमण हटाने जाने के निर्देष भी दिये गये। उन्हें अभियान के दौरान विषेश रूप से मलिन बस्तियों पर ध्यान देने के लिए कहा गया। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट की समीक्षा करते हुए निर्देष दिये गये हैं कि जिन 12 षहरों में यह योजना चल रही है, उनको सफलतापूर्वक समय से पूरा किया जाय। 20 माईक्रॉन से पतली प्लास्टिक थैलियों को नालों को जाम करने का सबसे बड़ा कारण बताते हुए अधिकारियों को निर्देषित किया गया कि सभी नगर निगम अभियान चलाकर इनके उपयोग पर प्रतिबन्ध लगायें व आम नागरिकों को इनके दुश्प्रभावों के बारे में जागरूक किया जाये।
प्रत्येक नगर निगम को बडे़ नालों, सीवर की सफाई की कार्य योजना तैयार कर षीघ्र उस पर अमल षुरू करने तथा आवष्यकतानुसार नदियों में मिल रहे बड़े नालों पर जाली लगाने के निर्देष दिये गये, ताकि ठोस कचरा नदियों में न जाने पाये। षहरों के ऐसे इलाके जो मुख्य सीवर प्रणाली से नहीं जुड़े हैं, उन्हें तत्काल जोड़ने की कार्यवाही की जाये। बड़े बाजारों व व्यवसायिक क्षेत्रों में जहां दिन में सफाई सम्भव न पाये, वहां रात के दौरान सफाई की व्यवस्था सुनििष्चत की जाय तथा इस कार्य में व्यापार मण्डलों एवं स्थानीय निवासीगणों की कल्याण समितियों का भी सहयोग लिया जाए। बाजारों के लिए निर्धारित साप्ताहिक बन्दी दिवसों के अनुसार बाजार अवष्य बन्द कराये जायें।
अस्पतालों व नर्सिगहोमों के कचरों के अलग से निस्तारण के निर्देष पहले से ही दिये गये हैं, इसका कड़ाई से अनुपालन सुनििष्चत कराया जाय। इसी प्रकार वधषालाओं के कूड़ा निस्तारण की भी व्यवस्था अलग से सुनििष्चत की जाय। इसी के साथ षहरी क्षेत्रों में स्थित कूड़ा घरों के बाहर कूड़ा न पड़ा रहे, इसकी भी व्यवस्था सुनििष्चत करने के निर्देष दिये गये हैं। कूड़ा निस्तारण की विषेश समीक्षा करते हुए लखनऊ, मुरादाबाद तथा गोरखपुर को भी पी0पी0पी0 मॉडल के अन्तर्गत सम्बन्धित पक्ष से षीघ्र अनुबन्ध हस्ताक्षरित करने के निर्देष दिये गये। नगर निगमों को यह भी निर्देष दिया गया है घर-घर से कूड़ा संग्रह का कार्य तत्काल षुरू किया जाए। यह कार्य हर हालत में 01 मई, 2010 से लागू कर दिया जाए, जिससे षहर सुन्दर लगने लगे एवं लगातार उसमें इस प्रकार सुधार होता नज़र आए कि हर माह षहर में पहले से बेहतर वातावरण प्रतीत हो। षहरों की स्वच्छता के सम्बन्ध में स्कूली बच्चों के माध्यम से जागरूकता बढ़ायी जाये। उन्हें यह बताया जाए कि नागरिकों का सफाई में क्या योगदान है एवं उसका क्या लाभ षहर को मिलेगा। व्यापारिक संगठनों, मुहल्ला कल्याण समितियों एवं अन्य नागरिक संगठनों से भी इस कार्य में सहयोग लिया जाए। इसी प्रकार पूरे अभियान में दीघZकालीक रूप से जन सहयोग बढ़ाने के लिए पूरे प्रयास किए जायें।
सभी नगर निगमों को निर्देष दिये गये कि वे अपनी वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए षतप्रतिषत कर संग्रह सुनििष्चत करें तथा जो मकान कर के दायरे में नहीं हैं, उनका सर्वे कराकर उन्हें तत्काल कर के दायरे में लाया जाय। इसी प्रकार जलकर संग्रह में भी विषेश सतर्कता बरतने के निर्देष दिये गये हैं।
सभी नगर निगमों को टोल फ्री नम्बर के माध्यम से नागरिकों की षिकायत दर्ज करने तथा उसके निस्तारण के लिए अधिकृत अधिकारी/ कर्मचारी का नाम एस0एम0एस0 माध्यम से उसे देने के लिए कन्ट्रोल रूम कायम करने के निर्देष दिये गये। बरेली नगर निगम में ऐसा कार्य किया गया है। अन्य नगर निगम भी इस मॉडल को अपनायें, जिससे नगरवासियों में निगम की सेवा से सन्तुिश्ट का स्तर बेहतर हो।
यह भी निर्देश दिये कि नगर निगमों द्वारा किये जा रहे कायोंZ की दैनिक समीक्षा जिलाधिकारी द्वारा की जाये। ज्ञातव्य है कि हाल में लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, आगरा, मेरठ, गाजियाबाद, मुरादाबाद, बरेली, अलीगढ़, गोरखपुर, झांसी, सहारनपुर तथा नोएडा में सफाई के लिए विशेष अभियान तत्काल शुरू करने के निर्देष दिये गये थे। जिला स्तर पर यह विशेष अभियान जिलाधिकारी के नेतृत्व में संचालित किया जायेगा। जिलाधिकारी एक कार्ययोजना तैयार करके प्रमुख सचिव नगर विकास तथा अपर कैबिनेट सचिव को 26 अप्रैल तक भेजेंगे। अभियान काल में प्रगति की समीक्षा जिलाधिकारी प्रतिदिन करेंगे। इस अभियान के सुचारू संचालन में नगर निगम सम्बन्धित विकास प्राधिकरण, लोक निर्माण, सिंचाई, ऊर्जा एवं पुलिस विभाग द्वारा पूर्ण सहयोग दिया जायेगा।
मुख्यमन्त्री के निर्देश के क्रम में इन सभी नगरों में तात्कालिक कायोंZ, जैसे सभी नालों/सीवरों की सफाई 15 जून, 2010 से पहले पूरा करने तथा पेयजल योजनाओं में जो भी मरम्मत एवं अन्य कार्य आवश्यक हों, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर 15 मई तक पूरा करने के लिए कहा गया है। जिन शहरों में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की योजनाएं पूरी हो चुकी हैं, उन्हें पूरी क्षमता से चलाने तथा जिन शहरों में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की योजनाएं अधूरी हैं, उनको 15 मई से पूर्व सारी औपचारिकताएं पूरी कराते हुए प्रारम्भ कराकर 06 माह के भीतर पूरा करके चालू कराने की हिदायत दी गई।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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