Posted on 13 February 2018 by admin
लखनऊ: 13 फरवरी, 2018
पेट्रोलियम संरक्षण अनुसंधान संघ (पीसीआरए), पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय, भारत सरकार एवं एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र के संयुक्त तत्वावधान में विगत सोमवार को आयोजित राज्य स्तरीय वाॅल पेंटिंग प्रतियोगिता में डाॅ0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय की टीम ने पहला स्थान प्राप्त किया। चार सदस्यीय विजेता टीम के प्रत्येक सदस्य को 15 हजार रुपये का पुरस्कार प्राप्त हुआ है। इस टीम में मनोज कुमार, हंसराज, विनोद कुमार एवं रियाज़ अहमद शामिल थे।
यह जानकारी आज यहां विश्वविद्यालय के मीडिया प्रवक्ता प्रो0ए0पी0 तिवारी ने दी। उन्होंने बताया कि ये सभी ललित कला विभाग के विद्यार्थी है। प्रतियोगिता में वाराणसी की एमजी काशी विद्यापीठ, इंस्टीट्यूट आॅफ फाइन आटर््स, एनटीपीसी, अवध गल्र्स काॅलेज लखनऊ, टेकनो ग्रुप आॅफ इन्स्टीट्यूट, लखनऊ कालेज आॅफ आटर््स एण्ड क्राॅफ्ट, इन्टीग्रल विवि, पहल डिजाइन, एसएमएस, इलाहाबाद विश्वविद्यालय और कानपुर की स्टार माइंड एजूकेशन के विद्यार्थियों की टीमों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता का आयोजन पेट्रोलियम पदार्थों के संरक्षण को लेकर आम लोगों में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से ‘सक्षम’ शीर्षक के अन्तर्गत एलयू के आटर््स कालेज परिसर में किया गया।
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लखनऊ: 13 फरवरी, 2018
उत्तर प्रदेश सरकार ने गिरते भूजल स्तर में सुधार लाने के लिए ‘राज्य भूजल संरक्षण मिशन योजना’ के लिए वर्तमान वित्तीय वर्ष में द्वितीय किश्त के रूप में एक करोड़ बासठ लाख पच्चीस हजार रूपये की धनराशि स्वीकृत की है।
लघु सिंचाई एवं भूगर्भ जल विभाग द्वारा इस सम्बन्ध में निदेशक, भूगर्भ जल विभाग उ0प्र0, लखनऊ को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिये गये हैं। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में भूजल के महत्व और उस पर गहराते संकट को देखते हुए राज्य भूजल संरक्षण मिशन योजना आरम्भ की गई है। इसका उद्देश्य संकटग्रस्त विकासखण्डों एवं शहरी क्षेत्रों में वर्षा जल संचयन एवं भूजल रिचार्ज की उपयुक्त विधियों के द्वारा भूजल संसाधनों की उपलब्धता में प्रभावकारी सीमा तक वृद्धि करना है। इसके साथ ही जल संरक्षण के उपायों को अपनाकर भूजल दोहन की वर्तमान दर में कमी लाना है।
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दयानन्द थे राष्ट्रवाद के अग्रदूत - डॉ आशुतोष पाण्डेय
लखनऊ: 13 फरवरी, 2018
डॉ. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ के हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषा विभाग तथा भोजपुरी अध्ययन एवं अनुसंधान केन्द्र के संयुक्त तत्त्वावधान में स्वामी दयानंद सरस्वती की जयंती के उपलक्ष्य में भारतीय लोकजागरण एवं राष्ट्रवाद के अग्रदूत स्वामी दयानन्द सरस्वती पर एक व्याख्यान में डाॅ. आशुतोष पाण्डेय ने बतौर मुख्यवक्ता कहा कि स्वामी दयानंद सरस्वती भारतीयता एवं भारतीय संस्कृति पर गर्व महसूस करते थे। इसी भारतीयता को वे गुलामी से मुक्त कराना चाहते थे, ताकि उस पर गर्व किया जा सके। उन्होंने स्वराज्य एवं लोकतन्त्र की मांग करते हुए राष्ट्रीयता को प्रोत्साहित कर राष्ट्रभाषा हिन्दी का समर्थन किया।
आर्थिक स्वतन्त्रता हेतु स्वदेशी वस्तुओं के प्रयोग पर बल देते हुए डॉ पाण्डेय ने कहा कि स्वामी दयानन्द सरस्वती ने धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक विचारों की अज्ञान निद्रा में सोये हुए भारत को जागृत किया। आर्य समाज की स्थापना कर राष्ट्रीय पुनर्जागरण का कार्य किया। वस्तुतः स्वामी दयानन्द सरस्वती राष्ट्रवाद के अग्रदूत थे। दयानंद सरस्वती जी ने अंग्रेजों के खिलाफ भी कई अभियान चलाए।
हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषा विभाग के अध्यक्ष डॉ. वीरेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि सत्य एवं सत्याग्रह के लिए स्वामी दयानंद सरस्वती हमेशा संघर्षरत रहे। उन्होंने अपने लक्ष्य के लिए कभी हेय और अवांछनीय साधनों का प्रयोग नहीं किया। स्वामी दयानन्द भारतीय धर्म और संस्कृति के नवीनतम बौद्धिक संस्करण थे।
कार्यक्रम को डॉ नरेंद्र प्रताप सिंह तथा डॉ यशवंत कुमार वीरोदय ने भी सम्बोधित किया।
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लखनऊ: 13 फरवरी, 2018
उत्तर प्रदेश सरकार ने मत्स्य उत्पादन में वृद्धि के लिए गुणवत्तायुक्त मत्स्य अगंुलिका एवं पूरक आहार आपूर्ति योजना में मत्स्य बीज एवं पूरक आहार की आपूर्ति हेतु मूल्य निर्धारण की व्यवस्था को संशोधित करते हुए उसके स्थान पर डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर (डी0बी0टी0) के माध्यम से नकद धनराशि व्यक्तिगत लाभार्थियों के बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाने का निर्णय लिया गया है।
इस संबंध में मत्स्य विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कृषि विभाग की राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत मत्स्य बीज एवं पूरक आहार के माध्यम से मत्स्य उत्पादन में वद्धि योजना हेतु स्वीकृत धनराशि को डी0बी0टी0 के अंतर्गत नकद धनराशि व्यक्तिगत लाभार्थियों के बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने हेतु यह संशोधन मत्स्य विभाग द्वारा किया गया है।
उल्लेखनीय है कि पहले मत्स्य बीज एवं मत्स्य पूरक आहार की आपूर्ति के लिए मत्स्य निदेशालय स्तर पर गठित उर्पाजन समिति द्वारा नियमानुसार निविदा आमंत्रित करते हुए मूल्य निर्धारण की कार्यवाही की जाती थी एवं तद्नुसार संबंधित जनपदों द्वारा संबंधित फर्मों को आपूर्ति आदेश निर्गत करते हुए आपूर्तित मत्स्य बीज एवं पूरक आहार के मूल्य को भुगतान किए जाने की व्यवस्था थी।
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लखनऊ: 13 फरवरी, 2018
उत्तर प्रदेश सरकार ने पं0 दीनदयाल उपाध्याय वृहत् पशु आरोग्य शिविरों/मेलों के लिए वर्तमान वित्तीय वर्ष में दो करोड़ पचास लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की है। पशुधन विभाग द्वारा निदेशक, प्रशासन एवं विकास, पशुपालन विभाग को धनराशि के उपयोग के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
इस योजना में पशुधन विभाग द्वारा प्रदेश के सभी मण्डल मुख्यालय के जनपदों पर मण्डल स्तरीय पं0 दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेलों का आयोजन किया जाता है और गाय भैंसों की निःशुल्क चिकित्सा, बधियाकरण, कृत्रिम गर्भाधान, टीकाकरण, पशुबांझपन उपचार आदि के साथ ही विशेषज्ञों द्वारा पशुपालकों को पशुपालन की नवीन तकनीक की जानकारी दी जाती है।
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लखनऊ 13 फरवरी , 2018
प्रदेश सरकार ‘उ0प्र0 इन्वेस्टर्स समिट-2018’ में एन.आर.आई. सत्र में प्रतिभागी वक्ताओं/विशेषज्ञों (स्पीकर्स) तथा उत्तर प्रदेश अप्रवासी रत्न पुरस्कार से सम्मानित महानुभावों के आने-जाने का किराया तथा उनके लखनऊ प्रवास के दौरान सुविधाएं प्रदान करेगी। इस प्रवास में स्पीकर्स तथा पुरस्कृत महानुभावों के साथ यदि कोई रहता है तो, उसे यह व्यय स्वयं वहन करना होगा। यह जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव एन.आर.आई. विभाग श्री आलोक सिन्हा ने अवगत कराया कि ये सभी व्यवस्थाएं फिक्की द्वारा की जायेंगी जबकि इस व्यय की प्रतिपूर्ति एन.आई.आई. विभाग के बजट से की जायेगी।
श्री आलोक सिन्हा ने अवगत कराया है कि समिट में एन.आर.आई. सत्र के स्पीकर्स को वायुयान के इकाॅनामी क्लास से आने-जाने का किराया तथा लखनऊ प्रवास के दौरान अनुमन्य सुविधाएं दी जायेंगी जबकि उ0प्र0 अप्रवासी रत्न पुरस्कार से सम्मानित महानुभावों को वायुयान के बिजनेस क्लास से आने-जाने का किराया और अनुमन्य प्रवास सुविधाएं मिलेंगी। वायुयान यात्रा लखनऊ तक ही अनुमन्य होगी, जिसमें तर्कसंगत रूट की शिथिलता दी जायेगी
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लखनऊ: 13 फरवरी, 2018
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि बीजों के वितरण में लापरवाही तथा रख-रखाव ठीक से न करने के कारण जिला कृषि अधिकारी फतेहपुर अमर सिंह तथा लखीमपुर खीरी के संतोष कुमार वर्मा को निलम्बित कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त रूप चन्द्र भूमि संरक्षण अधिकारी (ऊसर सुधार योजना) एटा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। श्री शाही आज अपने कार्यालय कक्ष में पत्रकारों को सम्बोधित कर रहे थे।
कृषि मंत्री ने बताया कि इस वर्ष आलू का रिकार्ड उत्पादन हुआ है। आलू किसानों की समस्या को हल करने के लिए समिति का गठन किया गया है। समिति ने उप मुख्यमंत्री श्री केशव मौर्य की अध्यक्षता में अपना कार्य आरम्भ कर दिया है। श्री शाही ने बताया कि हमारे पास खाद्यान्न का पर्याप्त भण्डार विद्यमान है। 13 लाख मी0टन खरीफ का उत्पादन बढ़ा है। उन्होंने कहा गत वर्षों की तुलना में चावल का उत्पादन भी अधिक हुआ है।
श्री शाही ने बताया कि लघु सीमान्त किसानों की ऋण मोचन की अवधि बढ़ाकर 10 मार्च कर दी गयी है। इसके अतिरिक्त पशुपालन तथा खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है। प्रदेश सरकार किसानों की खुशहाली के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है।
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लखनऊ 13 फरवरी 2018, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने तीन सदस्यीय दल को इलाहाबाद डिग्री काॅलेज के छात्र दिलीप सरोज के परिजनों से भेंट करने के लिए प्रतापगढ़ जाने के निर्देश दिये एवं इलाहाबाद में जाकर वस्तुस्थिति की पूर्ण जानकारी लेकर 2 दिन में प्रदेश नेतृत्व को अवगत कराने के निर्देश दिये।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी लक्ष्मण आचार्य के नेतृत्व में विधायक रामनरेश रावत व विधायक अजय भारती के तीन सदस्यीय दल को इलाहाबाद में हुई छात्र दिलीप सरोज की हत्या से सम्बन्धित तथ्यों की यथार्थ जानकारी प्रदेश नेतृत्व तक दो दिन में पहॅुचाने के निर्देश दिये। डाॅ0 पाण्डेय ने कहा कि जाॅच टीम दो दिन में तथ्य और सत्य की वास्तविक जानकारी उपलब्ध कराएगी तथा मृतक छात्र के घर जाकर परिजनों से मिलेगी।
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लखनऊ 13 फरवरी 2018, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि विधानसभा में हल्ला हंगामा और बवाल कर विपक्ष लोकतांत्रिक परंपराओं का माखौल उड़ा रहा है और नहीं चाहता है कि जनहित के मुद्दों पर सदन में सकारात्मक चर्चा का वातावरण बन सके। श्री त्रिपाठी ने कहा कि एक तरफ जहां मुख्यमंत्री जी की अगुवाई में प्रदेश सरकार हर घंटे सूबे के विकास की कोशिशों में जुटी हुई है तो वहीं विपक्ष के साथी नकारात्मक भूमिका निभाते हुए विकास के रथ को गैरवाजिब तरीके से रोकने की कोशिश कर रहे हैं। प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश की जनता समझदार है और यह देख रही है कि किस तरह विपक्ष के साथी जानबूझ कर सदन नहीं चलने दे रहे हैं।
प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि कानून व्यवस्था में शानदार परिवर्तन करने के साथ ही जब सरकार संगठित माफिया गिरोहों की कमर तोड़ने के लिए यूपीकोका का कानून लेकर आई तब भी विपक्ष का यही रवैया देखने को मिला था। विपक्ष ने न सिर्फ हल्ला हंगामा कर इस कानून को रोकने की कोशिश की बल्कि कानून बनने के रास्ते में भी रूकावट पैदा की। यूपीकोका से अपराधियों ही नहीं अपराधियों को संरक्षण देने वाले लोगों में भी खौफ था ऐसे में विपक्ष आम जनता की बजाए ऐसे लोगों के साथ खड़ा नजर आया जिनके खिलाफ यूपीकोका के तहत कार्रवाई होनी थी।
शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि विपक्ष ने लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ जाकर राज्यपाल महोदय के अभिभाषण के दौरान भी सीमाएं लांघ कर सदन के भीतर विरोध किया। अभिभाषण के दौरान गुब्बारे उड़ाना, राज्यपाल महोदय पर कागज के गोले फेंकना, सीटी बजाना और शोर शराबा करते हुए सदन को ना चलने देना साबित करता है कि विपक्ष के साथी लोकतांत्रिक मर्यादाओं को या तो जानते नहीं या फिर उसका पालन नहीं करना चाहते। जहां एक तरफ सरकार जनता के हित में तमाम विषयों पर चर्चा करने के साथ ही साथ जनहित के फैसले लेने में जुटी हुई है तो वहीं विपक्ष के साथी मुद्दों से ध्यान भटकाने में।
प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि योगी आदित्नाथ जी की सरकार जनहित के कार्यों के लिए कृतसंकल्पित है और इसके आगे आने वाली हर रूकावट का सामना करेगी। लोकतंत्र में विपक्ष को मतभेद का अधिकार है और लोकतांत्रिक तरीके से विरोध का भी पूरा अधिकार है। पर विपक्ष के साथी जिस तरह का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं उससे स्पष्ट है कि उनकी मंशा सदन को जानबूझ कर नहीं चलने देने की है।
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(1) आर.एस.एस. प्रमुख श्री मोहन भागवत द्वारा सेना व आर.एस.एस. के स्वयंसेवकों की तुलना के सम्बन्ध में बयान सेना के लिये अत्यन्त ही आपत्ति व अपमानजनक।
(2) अगर श्री भागवत को अपने मिलिटेन्ट स्वयंसेवकों पर इतना ज्यादा भरोसा है तो उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए सरकारी खर्चे पर विशेष कमाण्डों क्यों ले रखे हैं?
(3) ऐसे समय में जबकि भारतीय सेना को विभिन्न प्रकार की चुनौती का सामना है, आर.एस.एस. प्रमुख का बयान सेना के मनोबल को गिराने वाला है जिसकी इजाजत उन्हें कतई नहीं दी जा सकती है। उन्हें अपनी गलत बयानबाजी के लिये देश से मांफी मांगनी चाहिये: बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी ।
लखनऊ, 13 फरवरी, 2018: बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी ने आर.एस.एस. प्रमुख श्री मोहन भागवत की सेना व आर.एस.एस. के स्वयंसेवकों की तुलना के सम्बन्ध में बयान को अत्यन्त ही आपत्ति व अपमानजनक बताते हुये कहा कि अगर श्री भागवत को अपने मिलिटेन्ट स्वयंसेवकों पर इतना ज्यादा भरोसा है तो उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए सरकारी खर्चे पर विशेष कमाण्डों क्यों ले रखे हैं?
श्री भागवत द्वारा बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिले में अपने सम्बोधन के दौरान आर.एस.एस. के स्वयंसेवकों को सेना से बेहतर बताने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये सुश्री मायावती जी ने कहा कि ऐसे समय में जबकि भारतीय सेना को विभिन्न प्रकार की चुनौती का सामना है, आर.एस.एस. प्रमुख का बयान सेना के मनोबल को गिराने वाला है जिसकी इजाजत उन्हें कतई नहीं दी जा सकती है। उन्हें अपनी गलत बयानबाजी के लिये देश से मांफी मांगनी चाहिय
वैसे भी श्री मोहन भागवत को आर.एस.एस. के स्वंयसेवकों के सम्बंध में यह भ्रम अब दूर कर लेना चाहिये कि वे लोग निःस्वार्थ काम कर रहे हैं कयोंकि आर.एस.एस. अब एक ’’सामाजिक संगठन’’ नहीं रहकर बहुत तेजी के साथ राजनीतिक संगठन बनती जा रही है और उनके स्वंयसेवक सामाजिक सेवा को ताक पर रखकर पूरी तरह से बीजेपी की चुनावी राजनीति करने में ही व्यस्त नज़र आते हैं।