(1) बहुजन समाज पार्टी मध्य प्रदेश यूनिट के पदाधिकारियों व ज़िम्मेदार कार्यकर्ताओं की लम्बी बैठक में सुश्री मायावती जी द्वारा एम.पी. में पार्टी संगठन की तैयारियों व सर्वसमाज में पार्टी के जनाधार को मज़बूत बनाने के साथ-साथ इसी वर्ष वहाँ होने वाले विधानसभा आमचुनाव को पूरी तैयारी के साथ लड़ने के सम्बन्ध में गहन चर्चा तथा इनको और ज़्यादा मुस्तैदी से कार्य करने के लिये ख़ास दिशा-निर्देंश।
(2) मध्य प्रदेश में भी बीजेपी की सरकार द्वारा खासकर दलितों, पिछड़ों, मुस्लिम व अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों आदि के साथ-साथ किसान वर्ग के साथ भी बर्बर व्यवहार।
(3) कानून-व्यवस्था की भी हालत मध्य प्रदेश में काफी ज्यादा ख़राब व भ्रष्टाचार का बोलबाला। माफिया तत्व सरकारी अधिकारियों पर भी हमले कर रहे हैं जो वहाँ व्याप्त जंगलराज को साबित करता है।
(4) व्यापम खूनी घोटाला काण्ड में लिप्त बीजेपी के शक्तिशाली लोगों को हर प्रकार से बचाने का प्रयास अभी भी लगातार जारी है।
(5) चुनाव में वी.वी.पी.ए.टी. अर्थात फोटोयुक्त पर्ची पहचान की व्यवस्था को लागू करने का स्वागत परन्तु काफी सचेत रहने की जरूरत क्योंकि सत्ता खोने से आशंकित बीजेपी व केन्द्र में इस पार्टी की सरकार चुनावी धांधलियों के लिये किसी भी स्तर तक जा सकती है: बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी।
लखनऊ, 11 फरवरी 2018: बहुजन समाज पार्टी मध्य प्रदेश स्टेट यूनिट के समस्त वरिष्ठ पदाधिकारियों व ज़िम्मेदार कार्यकर्ताओं की आज यहाँ हुई लम्बी बैठक में बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी ने वहाँ एम.पी. में पार्टी संगठन की तैयारियों व सर्वसमाज में पार्टी के जनाधार को मज़बूत बनाने के साथ-साथ इसी वर्ष वहाँ होने वाले विधानसभा आमचुनाव को पूरी तैयारी के साथ लड़ने के सम्बन्ध में गहन चर्चा की तथा इन कार्यों को और ज़्यादा तेज़ी व मुस्तैदी से करने के लिये ख़ास दिशा-निर्देंश दिये।
इस बैठक में ज़मीनी स्तर की पार्टी गतिविधियों का ज़रुरी फीडबैक प्राप्त करने के बाद पार्टी प्रमुख सुश्री मायावती जी ने कुछ आवश्यक निर्णयों की घोषणा की और कहा कि मध्य प्रदेश कृषि प्रधान राज्य है और राज्य सरकार की प्राथमिकता किसान व मजदूर हितैषी होना चाहिये परन्तु वहाँ बीजेपी के शासनकाल में ख़ासकर किसान व खेतिहर मजदूर वर्ग के लोग सबसे ज़्यादा दुःखी व परेशान हैं तथा वे लोग जब अपनी माँगों के समर्थन में आन्दोलन हेतु सड़क पर उतरते हैं तो तब उन्हें सरकार अपनी निरंकुशता व जुल्म-ज्यादती का शिकार बनाती है, जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है।
मध्य प्रदेश राज्य में भी बीजेपी की सरकार खासकर यहाँ दलितों, पिछड़ों, मुस्लिम व अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों आदि के साथ-साथ किसान वर्ग के साथ भी बर्बर व्यवहार कर रही है। इतना ही नहीं बल्कि आर.एस.एस. की संकीर्ण, नफरत व विघटनकारी सोच को सर्वसमाज के लोगों पर जबर्दस्ती थोपने के लिये संविधान व कानून को पूरी तरह से ताक पर रख दिया गया है और इस प्रकार सरकारी मशीनरी का घोर दुरूपयोग करके हर गलत व घृणित मामले में गुजरात बीजेपी सरकार की नकल करने की कोशिश की जाती रही है ताकि वहाँ के मुख्यमंत्री की अपनी कुर्सी हर हालत में बची रहे।
इसके साथ ही मध्य प्रदेश में कानून-व्यवस्था की भी हालत अच्छी नहीं है। माफियाओं की हिम्मत इतनी ज्यादा बढ़ गयी हैं कि वे अधिकारियों पर भी हमले कर रहे है जो वहाँ व्याप्त जंगलराज को साबित करता है। इसके अलावा भ्रष्टाचार का काफी ज़्यादा बोलबाला है। व्यापम खूनी घोटाला इसका ख़ास उदाहरण है जिसमें सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के शक्तिशाली लोगों को हर प्रकार से बचाने का प्रयास अभी भी लगातार जारी है। भ्रष्टाचार को सरकारी कामकाज की एक सामान्य गतिविधि मानकर चला जा रहा है जिस कारण आमजनता का शोषण व उत्पीड़न आम बात हो गई है। सर्वसमाज के लोग बीजेपी की वर्तमान सरकार से काफी ज्यादा दुःखी है और इसी कारण वहाँ मध्य प्रदेश में विभिन्न स्तर पर होने वाले चुनाव व उपचुनावों में उन्होंने बीजेपी को बुरी तरह से हराया भी है जो आने वाले समय के लिये शुभ संकेत है।
सुश्री मायावती जी ने कहा कि मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार के ख़िलाफ ऐसे माहौल में आगामी विधानसभा आमचुनाव में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ई.वी.एम.) के माध्यम से बीजेपी द्वारा चुनावी धांधली कराने की आशंका और ज्यादा बढ़ गई है। लेकिन इस सम्बन्ध में एक अच्छी बात यह हुई है कि बी.एस.पी. की सुनवाई के दौरान माननीय सुप्रीम कोर्ट ने वी.वी.पी.ए.टी. अर्थात फोटोयुक्त पर्ची पहचान की व्यवस्था को लागू करने का आदेश दिया है। इससे बीजेपी द्वारा धांधलियों पर थोड़ा अंकुश लगने की उम्मीद की जा सकती है। फिर भी इस पर पैनी नजर रखने की ज़रूरत है क्योंकि पूरा देश आशंकित है कि बीजेपी व प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सरकार चुनावी धांधलियों के लिये किसी भी स्तर तक जा सकती है। वैसे भी सरकारी मशीनरी का हर स्तर पर घोर दुरूपयोग तो बीजेपी के लिये अपराध ना होकर एक आम बात होकर रह गई है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान की तरह ही दूसरे पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में भी बीजेपी की जनविरोधी सरकार जाने वाली है। वहाँ होने वाले इस सुखद परिवर्तन में बी.एस.पी. को अपनी ख़ास भूमिका निभानी है। बी.एस.पी. की स्थिति उन राज्यों में इतनी मजबूत रही है कि वह बैलेन्स आफ पावर बन सके। इसको थोड़ी और गति प्रदान करने ज़मीनी हकीकत में बदलने की जरूरत है। आगामी चुनाव में बी.एस.पी. को मिशनरी लोगों को ही आगे बढ़ाना होगा ताकि वे लोग जीतने के बाद अपने निजी स्वार्थ के कारण बिकने वाले ना बन जायें।