Archive | February 20th, 2018

बयान की उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी ने कड़ी निन्दा की है

Posted on 20 February 2018 by admin

भारतीय संस्कृति और मर्यादा की अलम्बरदार बनने वाली भारतीय जनता पार्टी के नेता किस कदर अमर्यादित बयान दे रहे हैं इसका ताजा उदाहरण कैसरगंज के सांसद द्वारा दिया गया बयान है जिसमें उन्होने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की तुलना हाथी और विपक्ष की तुलना कुत्ते से की है। ऐसे कुत्सित बयान की उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी ने कड़ी निन्दा की है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक सिंह ने आज जारी बयान में कहा कि पक्ष और विपक्ष मिलकर ही असली लोकतंत्र बनता है। भाजपा सांसद का बयान बहुत ही अमर्यादित और गैर जिम्मेदाराना है। जबकि वह स्वयं लम्बे समय तक विपक्षी में रहे हैं ऐसे में क्या वह अपनी तुलना उसी तरह से कर सकते थे। ऐसा प्रतीत होता है कि लम्बे समय से भाजपा में अपनी उपेक्षा से ग्रस्त होने के कारण भाजपा सांसद मानसिक रूप से विक्षिप्त हो चुके हैं उन्हें अपने इस घृणित बयान के लिए सम्पूर्ण विपक्ष से माफी मांगना चाहिए।
प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के यह पहले ऐसे सांसद नहीं हैं इसके पूर्व भी भारतीय जनता पार्टी के कई नेता इस तरह के उलूल-जुलूल बयान देकर समाचारपत्रों में सुर्खियां पाने के लिए ऐसी हरकतें करते रहे हैं। इतना ही नहीं कई ऐसे अन्य भाजपा के नेता हैं जो समय-समय पर इस तरह के घटिया बयान देने के लिए कुख्यात हैं।
श्री सिंह ने कहा कि चाल-चरित्र और चेहरे का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर आरोप लगाने से पहले उनको अपने चरित्र के बारे में विचार कर लेना चाहिए कि यदि उनकी जांच होगी तो क्या-क्या निकलेगा।

Comments (0)

इन्वेस्टर्स समिट-2018 का उद्घाटन 21 फरवरी को मा0 प्रधानमंत्री तथा समापन 22 फरवरी, 2018 को महामहिम राष्ट्रपति द्वारा किया जायेगा

Posted on 20 February 2018 by admin

केन्द्रीय एवं राज्य सरकार के मंत्रिगण भी समिट को करेंगे सम्बोधित
इन्वेस्टर्स समिट में देश के ख्याति प्राप्त उद्योगपति भाग लेंगे
समिट में सात राष्ट्र कंट्री पार्टनर के रूप में करेंगे शिरकत
सुरेन्द्र अग्निहोत्री ,लखनऊ 20 फरवरी , 2018

उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री, श्री सतीश महाना ने कहा है कि उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट के सफल आयोजन के लिये सभी व्यवस्थायें पूर्ण की जा चुकी हैं और इन्वेस्टर्स भी आने शुरू हो गये हैं। उन्होंने कहा कि इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट अपने में एक ऐतिहासिक समिट है, जिसकी सराहना देश और प्रदेश के ख्याति प्राप्त उद्योगपतियों ने की है। इस समिट में भाग लेने के लिये उद्योगपति खुद ही आने के लिये उत्सुक हैं।
श्री महाना ने बताया कि उत्तर प्रदेश के समग्र विकास में अपना पूर्ण सहयोग देने के लिये सहमति देने वाले सात कन्ट्री पार्टनर भी भाग लेंगे। इनके लिये भी विशेष सत्र का आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि कन्ट्री पार्टनर के रूप में फिनलैण्ड, नीदरलैण्ड, जापान, चेक गणराज्य, थाईलैण्ड, स्लोवाकिया तथा माॅरीशस के प्रतिनिधि और उद्योगपति शिरकत करेंगे। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में निवेश को आकृष्ट करने और उद्योगपतियों द्वारा प्रदेश के किसी भी क्षेत्र में उद्यम स्थापित करने के लिये समझौता पत्र भी हस्ताक्षरित किये जायेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने उद्यमियों के हितपरक आकर्षक एवं व्यवहारिक औद्योगिक विकास नीति जारी की है। इसके साथ ही उद्यम स्थापना पर उद्योगपतियों को आवश्यक छूट और अन्य सुविधायें भी उपलब्ध कराने की प्रभावी पहल की गयी है। उन्होंने बताया कि दो दिवसीय इस समिट में कुल 30 सत्र रखे गये हैं।
इस अभूतपूर्व समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी जी पूर्वाहन 10 बजे करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित प्रदर्शनी का भी शुभारम्भ और अवलोकन करेंगे। इसके उपरान्त औद्योगिक विकास मंत्री स्वागत सम्बोधन करेंगे, तदोपरान्त उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट-2018 की थीम पर प्रस्तुतिकरण किया जायेगा। समिट को देश के ख्याति प्राप्त उद्योगपति श्री मुकेश अम्बानी, श्री गौतम अडानी, श्री सुभाष चन्द्रा, श्री कुमार मंगलम, बिड़ला, श्री आनन्द महेन्द्रा, श्री पंकज पटेल, श्रीमती शोभना कामिनेनी, श्री रशेष शाह तथा श्री एन0 चन्द्रशेखरन सम्बोधित करेंगे। माॅरीशस के पूर्व राष्ट्रपति, श्री अनिरूद्ध जगन्नाथ भी अपने विचार रखेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के औद्योगिक विकास एवं उत्तर प्रदेश के समग्र विकास पर अपना सम्बोधन देंगे। तदोपरान्त मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा उद्घाटन सत्र को सम्बोधित किया जायेगा। मुख्य सचिव, श्री राजीव कुमार धन्यवाद ज्ञापित करेंगे।
दो दिवसीय, 21-22 फरवरी को आयोजित इस समिट में पहले दिन औद्योगिक विकास नीति सत्र पर केन्द्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्री, श्री सुरेश प्रभु एवं औद्योगिक विकास मंत्री, श्री सतीश महाना, अवस्थापना विकास सत्र पर केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री, श्री नितिन गडकरी और सतीश महाना, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग सत्र पर केन्द्रीय लघु उद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), श्री गिरिराज सिंह एवं प्रदेश के लघु उद्योग मंत्री, श्री सत्यदेव पचैरी अपने विचार व्यक्त करेंगे। यू0पी0 में इलेक्ट्रानिक सेक्टर के विकास सत्र को केन्द्रीय संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), श्री मनोज सिन्हा और प्रदेश के आई0टी0 राज्यमंत्री, श्री मोहसिन रजा, कृषि खाद्य प्रसंस्करण एवं डेरी उद्योग सत्र को केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती हरसिमरत कौर बादल तथा प्रदेश के उप मुख्यमंत्री, श्री केशव प्रसाद मौर्य व कृषि मंत्री, श्री सूर्य प्रताप शाही, अक्षय ऊर्जा की असीमित संभावनाओं पर केन्द्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), श्री राजकुमार सिंह तथा प्रदेश के वैकल्पिक ऊर्जा मंत्री, श्री ब्रजेश पाठक सम्बोधित करेंगे। हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग सत्र को केन्द्रीय वस्त्रोद्योग मंत्री, श्रीमती स्मृति इरानी तथा प्रदेश के वस्त्रोद्योग मंत्री श्री सत्यदेव पचैरी, फार्मास्यूटिकल व बायोटेक्नोलाॅजी सत्र को केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री, श्रीमती अनुप्रिया पटेल तथा प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री, श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, प्रदेश के पर्यटन एवं सांस्कृतिक विरासत सत्र को केन्द्रीय पर्यटन सचिव, सुश्री रश्मि वर्मा एवं प्रदेश की पर्यटन मंत्री, श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी, पर्यावरण एवं उद्योग सत्र को केन्द्रीय पर्यावरण राज्य मंत्री, डाॅ महेश शर्मा तथा प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री दारा सिंह और औद्योगिक व आधारभूत ढांचा सुरक्षा सत्र को केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ सम्बोधित करेंगे।
22 फरवरी, 2018 को आई0टी0 सेक्टर के सत्र को केन्द्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद तथा उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा, सभी के लिये बैंक सत्र को केन्द्रीय वित्त मंत्री, श्री अरूण जेटली और प्रदेश के वित्त मंत्री श्री राजेश अग्रवाल, चर्म व जूता उद्योग सत्र को केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री, श्री सी0आर0 चैधरी तथा प्रदेश के लघु उद्योग मंत्री श्री सत्यदेव पचैरी सम्बोधित करेंगे। डिफेंस मैनुफैक्चरिंग सत्र को केन्द्रीय रक्षा मंत्री, श्रीमती निर्मला सीतारमण एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, कौशल विकास सत्र को केन्द्रीय कौशल विकास मंत्री, श्री धर्मेन्द्र प्रधान तथा प्रदेश के व्यवसायिक शिक्षा मंत्री, श्री चेतन चैहान, कौशल विकास स्टार्टअप सत्र को विज्ञान एवं तकनीकी मंत्री, डाॅ0 हर्षवर्धन एवं उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा, नागरिक उड्डयन सत्र को केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री, श्री पुष्पपति अशोक गजपति राजू एवं प्रदेश के नागरिक उड्डयन मंत्री, श्री नन्द गोपाल ‘नंदी’, एन0आर0आई0 सत्र को केन्द्रीय विदेश राज्यमंत्री, जनरल वी0के0 सिंह (से0नि0) तथा प्रदेश के एन0आर0आई0 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), श्रीमती स्वाति सिंह और मीडिया तथा मनोरंजन सत्र को सांसद, श्री सुभाष चन्द्रा तथा प्रदेश के सूचना राज्यमंत्री डाॅ0 नीलकंठ तिवारी सम्बोधित करेंगे।
उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट का समापन अपराह्न 4ः30 बजे महामहिम राष्ट्रपति, श्री रामनाथ कोविंद जी द्वारा किया जायेगा। समापन सत्र में केन्द्रीय वित्त मंत्री, श्री अरूण जेटली भी भाग लेंगे। इनके अतिरिक्त प्रदेश के राज्यपाल, श्री राम नाईक, मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, भी समापन सत्र को सम्बोधित करेंगे। मुख्य सचिव, श्री राजीव कुमार धन्यवाद देंगे।

Comments (0)

वरासत व असंक्रमणीय से संक्रमणीय भूमिधर दर्ज किये जाने हेतु 01 मार्च से 30 अप्रैल तक चलाया जायेगा एक विशेष अभियान

Posted on 20 February 2018 by admin

01 मई से 15 मई तक हुई वरासतों का किया जायेगा निरीक्षण

लखनऊ: 20 फरवरी, 2018
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भूमिधरी अधिकार व अविवादित वरासत दर्ज कराये जाने के सम्बन्ध में 01 मार्च 2018 से 30 अप्रैल, 2018 तक एक विशेष अभियान चलाया जायेगा। इसके अंतर्गत निर्विवाद उत्तराधिकार प्राप्त करने वाले तथा असंक्रमणीय से संक्रमणीय भूमिधर का अधिकार प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के नाम अधिकार अभिलेख (खतौनी) में दर्ज कराया जायेगा। अभियान में वरासत एवं असंक्रमणीय भूमिधर दर्ज किये जाने से सम्बन्धित कृत कार्यवाही की सूचना राजस्व परिषद की वेबसाइट इवतण्नचण्दपबण्पद पर निर्धारित प्रारूपों पर अपलोड कराई जायेगी।
प्रमुख सचिव राजस्व श्री सुरेश चन्द्रा की ओर से जारी शासनादेश में समस्त जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि खतौनी में दर्ज खातेदारों की मृत्यु/ऐसी स्त्री जिसने उत्तराधिकार में भूमि प्राप्त की है, के विवाहित/पुनर्विवाहित होने की दशा में उनके निर्विवादित उत्तराधिकारियों के नाम समय से खतौनी में अंकित किया जाएगा। इसके साथ ही जिन असंक्रमणीय अधिकार वाले भूमिधरों का पट्टा प्राप्त किए हुए 05 वर्ष या इससे अधिक के समय की अवधि हो गई है, उन्हें जांच करने के पश्चात् अधिकार अभिलेख (खतौनी) में संक्रमणीय अधिकारों वाला भूमिधर दर्ज किया जायेगा।
जारी शासनादेश के अनुसार अभियान की समाप्ति पर जिलाधिकारी द्वारा प्रत्येक लेखपाल, राजस्व निरीक्षक, नायब तहसीलदार, तहसीलदार, उप जिलाधिकारी से उनके क्षेत्र के अंतर्गत स्थित राजस्व ग्रामों में निर्विवाद उत्तराधिकार एवं असंक्रमणीय से संक्रमणीय भूमिधर दर्ज किये जाने का कोई भी प्रकरण दर्ज करना अवशेष नहीं है, इसका प्रमाण पत्र प्राप्त किया जायेगा।
अभियान के अन्त में 01 मई, 2018 से 15 मई, 2018 तक जनपद की प्रत्येक तहसील के राजस्व ग्रामों के 02 प्रतिशत जिलाधिकारी, 05 प्रतिशत अपर जिलाधिकारी/मुख्य राजस्व अधिकारी, 10 प्रतिशत उप जिलाधिकारी तथा 20-20 प्रतिशत तहसीलदार व नायब तहसीलदार द्वारा इन तथ्यों की जांच कराई जायेगी कि कोई भी प्रकरण दर्ज करने हेतु अवशेष नहीं है। यदि जांच में यह पाया जाता है कि किसी ग्राम में संबंधित लेखपाल व राजस्व नरीक्षक द्वारा अविवादित वरासत एवं असंक्रमणीय से संक्रमणीय भूमिधर दर्ज किये जाने का कोई मामला बिना समुचित कारण के दर्ज नहीं किया गया है, तो उनके विरूद्ध नियमानुसार अनुशासनिक कार्यवाही की जाये। इस सम्बंध में शासन के नामित नोडल अधिकारी द्वारा क्षेत्रीय भ्रमण के दौरान इन दोनों बिन्दुओं पर भी निरीक्षण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त शासन द्वारा पृथक से भी टीम बनाकर निरीक्षण किया जाएगा। यदि निरीक्षण में अविवादित विरासत एवं असंक्रमणीय से संक्रमणीय भूमिधर दर्ज होना नहीं पाया गया तो सम्बंधित लेखपाल, नायब तहसीलदार, तहसीलदार एवं उपजिलाधिकारी का भी उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाये।

Comments (0)

उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी रिसर्च डिपार्टमेन्ट का स्टेट कोआर्डिनेटर मनोनीत किया गया

Posted on 20 February 2018 by admin

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी की स्वीकृति से श्री गौरव कपूर, जनपद वाराणसी को उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी रिसर्च डिपार्टमेन्ट का स्टेट कोआर्डिनेटर मनोनीत किया गया है।
यह जानकारी देते हुए उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अशोक सिंह ने आज जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा देश भर के हर राज्य में रिसर्च डिपार्टमेन्ट का गठन किया गया है, जिसके तहत उ0प्र0 में श्री गौरव कपूर को जिम्मेदारी सौंपी गयी है।

Comments (0)

‘यू0पी0-100’ सदैव जनसेवा के लिए तत्पर रहे, ताकि संकट पड़ने पर लोगों की प्रभावी मदद की जा सके: मुख्यमंत्री

Posted on 20 February 2018 by admin

इस सेवा के रिस्पाॅन्स समय 10 मिनट किये जाने की आवश्यकता

‘यू0पी0-100’ के दोपहिया वाहन पुलिस इमरजेंसी
प्रबंधन प्रणाली को सुदृढ़ करने में सहायक होंगे

पिछले 11 महीनों में कानून-व्यवस्था सुदृढ़ हुई है

मुख्यमंत्री ने ‘यू0पी0-100’ के दोपहिया पी0आर0वी0
वाहनों के प्रथम चरण का शुभारम्भ कियाpress-12

लखनऊ: 20 फरवरी, 2018

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि ‘यू0पी0-100’ सदैव जनसेवा के लिए तत्पर रहे, ताकि संकट पड़ने पर लोगों की मदद प्रभावी ढंग से की जा सके। किसी घटना की सूचना मिलने पर ‘यू0पी0-100’ की टीम घटनास्थल पर तेजी से पहुंचकर स्थिति को अपने नियंत्रण में लेकर लोगों की मदद करे। उन्होंने आवश्यकता जताई कि इसका रिस्पाॅन्स समय 10 मिनट किया जाए। उन्होंने कहा कि इस सेवा में कार्यरत पुलिस कर्मियों को अपने व्यवहार को मित्रवत बनाना चाहिए, ताकि लोग उनसे घबराएं नहीं।
मुख्यमंत्री जी ने यह विचार आज यहां अपने सरकारी आवास पर ‘यू0पी0-100’ के 1600 दोपहिया पी0आर0वी0 वाहनों के प्रथम चरण के शुभारम्भ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि पिछले 11 महीनों में कानून-व्यवस्था सुदृढ़ हुई है। वर्तमान सरकार प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। पुलिस को परम्परागत चेहरे को बदलना होगा व आमजन से दोस्ताना सम्बन्ध स्थापित करना होगा, क्योंकि जनता पुलिस की सबसे अच्छी इंटेलीजेंस साबित हो सकती है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने ‘यू0पी0-100’ के वाहनों को झण्डी दिखाकर रवाना किया। इन वाहनों में स्थापित मोबाइल डाटा टर्मिनल (एम0डी0टी0) पर मुख्यालय से निर्देश प्राप्त होंगें, जिससे कॅालर की लोकेशन पर सीधे पहुुंचा जा सकेगा। इसके अलावा ये वाहन में एल0ई0डी0 लाइट, सायरन, पी0ए0 सिस्टम, क्राइम सीन किट, यूटीलिटी बाक्स, हेलमेट, टार्च मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट, बोतल होल्डर आदि सुविधाओं से भी लैस होंगे। उन्होंनेे कहा कि इन वाहनों के शामिल होने से पुलिस इमरजेंसी प्रबंधन प्रणाली को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री जी ने एडीजी लाॅ एण्ड आर्डर श्री आनन्द कुमार को प्रतीक स्वरूप चाभी सौंपी। इस मौके पर पुलिस विभाग की एक पुस्तिका का विमोचन भी किया गया।press-10
योगी जी ने कहा कि पुलिस व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त बनाने के लिए गम्भीरता से काम किया जा रहा है। पी0ए0सी0 की बंद पड़ी 54 कम्पनियों को फिर से पुनर्गठित करने का काम शुरू किया गया है। इसी प्रकार एस0डी0आर0एफ0 के गठन को भी चरण बद्ध ढंग से शुरू करने की दिशा में काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस की कार्य प्रणाली और उसके जनता के प्रति व्यवहार में सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अपराध नियंत्रण के लिए जघन्य घटनाओं में तुरन्त कार्रवाई करते हुए अपराधियों को पकड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपराधियों में पुलिस का भय होना चाहिए, ताकि वे अपराध कारित करने से पहले सोचें और अपराधों से विरत रहें।press-321
इस अवसर पर ग्राम्य विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅ0 महेन्द्र सिंह, प्रमुख सचिव गृह श्री अरविन्द कुमार, पुलिस महानिदेशक श्री ओ0पी0 सिंह सहित पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

Comments (0)

मुख्यमंत्री जी की 100 करोड़ से अधिक धनराशि मुख्यमंत्री सहायता कोष से मात्र 11 महीने में रोगियों के उपचार हेतु दे चुके है

Posted on 20 February 2018 by admin

सरकार के हाथ इतने लम्बे व ताकतवर होते है कि दीन दुःखी के आंसु टपकने से पहले पोंछ सकती है, आंसु आने से रोक सकती है। परमपिता परमात्मा राम-कृष्ण के हाथों की लम्बाई व ताकत तो किसी को नहीं प्राप्त है चाहे वह कोई व्यक्ति हो या कोई सरकार हो परन्तु उनसे प्रेरणा पाकर व्यक्ति या सरकार अपनी ताकत-हैसियत व पहुॅच बढा सकती है। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ है। जिनकी मेहनत संकल्प व लगन के सामने बडी से बडी चुनौती हार मानती है। योगी जी की सरकार के कल्याणकारी निर्णय अन्य प्रान्तों की सरकारों के लिए नजीर बनते जा रहे है। सबसे पहले योगी जी का प्रदेश की जनता के लिए 18 से 19 घंटे सतत् कार्य करना। योगी जी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद अब तक नो लीव नो सिकलिव लिए काम कर दिखा दिया कि उनके लिए जनता की सेवा ही सर्वोपरि है। योगी सरकार के राज में सब प्रसन्नचित व सुखी है चुनौतियों को योगी जी लोहे के चने चबवा रहे है। चुनौति चाहे दैहिक-दैविक व भौतिक ही क्यों न हो। रामचरित मानस के रचयिता पूज्य गुरूदेव भगवन तुलसीदास जी लिखते है। ‘‘दैहिक दैविक भौतिक तापा-रामराज काहू न व्यापा‘‘। राम स्वयं परमपिता परमात्मा है वे मात्र लीला करने के लिए उन लीलाओं से अपने भक्तो का दुःख हरण करने व प्राणी मात्र के कल्याण के लिए आये थे। उत्तर प्रदेश में आयोध्या के राजाराम बने व लम्बे कालतक राज्य भी किया था। भगवान राम के उस राज्य की तुलना की बात हम सब करते है। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री काल में अब तक अनेको गरीबों को बीमारी से निजात पाने के लिए स्वयं मुख्यमंत्री जी ने धन दिया है। गम्भीर बिमारियों में मुख्यमंत्री जी ने अधिक से अधिक धन पीड़ित को उपलब्ध करा कर सिद्ध किया कि उनकी सरकार रोगी के इलाज में तत्पर है। अब तक मुख्यमंत्री जी की 100 करोड़ से अधिक धनराशि मुख्यमंत्री सहायता कोष से मात्र 11 महीने में रोगियों के उपचार हेतु दे चुके है आगे भी यह सहायता निरन्तर जारी रहेगी। यह कल्याणकारी कदम मुख्यमंत्री जी की संवेदनशीलता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री जी ने अपने तथा अपने मंत्रियों के रहन-सहन व रख-रखाव आदि पर भी दोनों बजटों में कोई विशेष धनराशि का प्रावधान नही किया है, जो प्राप्त है उसी से काम चलाना है। यही मंत्र है योगी जी का। उत्तर प्रदेश के बुन्देलखण्ड मे दैवीय आपदा (ओला वृष्टि) आई तो पूज्य संत ने तुरन्त प्रभावितों को 52.50 करोड़ की सहायता दे दी। योगी जी ने तुरन्त इस आपदा से निपटने हेतु बिना विलम्ब किये उच्च अधिकारियों की बैठक बुलाई और 48 घंटे के अन्दर पीड़ितों को चिन्हित कर उनकी हानि का पता लगाकर सूचित करने के कडे निर्देश दिये और लापरवाही बरतने पर कडी कार्रवाही के लिए तैयार रहने को भी कहा। योगी सरकार ने बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए सर्वाधिक प्रभावित जिलो के लिए 52.50 करोड़ रूपये मंजूर किए। 11 व 12 फरवरी को बुन्देलखण्ड के 16 जिलों में बारिश के साथ ओले गिरने से फसलों को व्यापक क्षति पहुॅची थी। इन गांवों के करीब 55 हजार किसान ओलावृष्टि से प्र्रभावित है। मुख्यमंत्री जी ने आपात बैठक कर इसकी समीक्षा की और सम्बधित जिलो के जिलाधिकारियों को 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट भेजने को कहा। प्रभावित किसानों को 48 घंटे के अन्दर ही मदद मुहैया कराने व राहत वितरण का काम किया गया। शेष जगहों पर मदद पहुॅचा दी गई है। किसानों को इस तेजी से राहत पहुंचाने का काम किया गया। शेष जगहों पर मदद पहुॅचा दी गई है। किसानों को इस त्वरित गति से राहत पहुंचाने का काम पहले कभी नहीं हुआ। आमतौर पर समस्या की गंूज मुख्यमंत्री तक पहुॅचाने, नुकसान आंकलन, बजट के आवंटन और किसानों को क्षतिपूर्ति तक की प्रक्रिया पूरी होने में महिनों गूजर जाते थे। सबसे बड़ी परेशानी होती थी कई बार तो रवि की सफल आपदा राहत का चैक जब दूरी खरीफ फसल की तबाही के बाद भी नहीं मिल पाता था। कि पीड़ित पीछे हो जाते है और अनुचित लाभ उठाने वालों को जोड़तोड और संाठ-गाठ कर लाभार्थी बनने का मौका मिल जाता था। अभी तक सरकारी सहायता के नाम से भेजी गई धनराशि का बंदरबांट ही होता था। मुख्यमंत्री जी की संवेदनशीलता, ईमानदारी व कडे़ फैसले लेने से यह संदेश चला गया कि बेहिचक सरकारी मदद में कोई कोताही बरदाश्त नहीं की जाएगी। उसी का परिणाम है कि अब वास्तविक पीड़ित न केवल लाभ उठा रहे है बल्कि समय से मुआवजा भी पा रहे है। मुख्यमंत्री का यह कदम आने वाली सरकारों के लिए नजीर भी बनेगा। वास्तव में इसके दो निहितार्थ निकलते है। पहला यह कि किसी भी मामले में शिथिल और स्थूल प्रक्रिया अपनाने से उसका वास्तविक लाभ पीड़ित को पूरा-पूरा नहीं मिल पाता हैं। इसी कमी को दूर करने का काम मुख्यमंत्री जी ने किया है। दूसरा यह कि योगी सरकार का बुन्देलखण्ड पर विशेष फोकस है। योगी राज से लम्बे समय से सुखे, भूखमरी, पलायन आदि से जुझ रहे इस क्षेत्र को अब संवारा जाएगा। बुन्देखखण्ड में उम्मीद जगनने लगी है कि उसका कायाकल्प हो कर रहेगा, उसकी तकदीर बदलेगी। यह बात इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाती है कि योगी सरकार ने बजट में बुन्देलखण्ड पर उसके लिए उपयोगी योजनाओं पर फोकस किया गया है। अटल अमृत योजना का दूसरा फेज को रद्द हो गया था उसे पुनः अनुमति दे दी गई है। लगभग साढ़े नौ सौ करोड़ की इस योजना से रवैसी तथा आस-पास की पेयजल समस्या का स्थाई समाधान होगा। पिछली सरकारों में किसी ने बुन्देलखण्ड के साथ न्याय करने से रोका नही था न ही अन्याय करने को कहा था। बुन्देलखण्ड ने पूर्ववर्ती सरकरों को चुनाव में विधायक व सांसद देने में कोई कमी नहीं छोड़ी थी। सपा-बसपा में कई कद्वार मंत्री बुन्देखण्ड से ही थे। उन्होंने अपनी क्षमता का प्रयोग खुद को बढाने में अपने तथा अपने चेहेतों को चमकाने मे जितना किया उसका आधा भी इस क्षेत्र के लिए कर देते तो आज हालात ऐसे न होते। एक कहावत है जो अपनांे का नहीं हुआ वह किसी का कैसे हो सकता है। शायद इसी कारण आज वे सत्ता की डाली से टूटे हुए फूल की तरह अपनी चमक व खुशबू खो चुके है। अपने क्षेत्र को तो कम से कम चमकाने के लिए काम करना ही चाहिए। उत्तर प्रदेश में अब लोगो को लगने लगा है कि उन्होने बेकार में सपा व बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनवाकर अपने पैरों पर प्रहार किया। योगी जी के हाथों से जनकल्याण अपने चर्म पर पहुॅचेगा। इस बात पर कोई संदेश नहीं रह गया है। इस कहावत के साथ लेख की बात खत्म करता हॅू। पूत के पैर पालने में ही दिख जाते है। योगी राज कल्याणकारी राज है।

Comments (0)

बदलता देश-बदलता उत्तर प्रदेश

Posted on 20 February 2018 by admin

लखनऊ 20 फरवरी 2018। भारतीय जनता पार्टी लखनऊ द्वारा श्याम सत्संग भवन
मंदिर मार्ग लखनऊ पर ‘‘बदलता भारत-बदलता उत्तर प्रदेश’’ विषय पर एक
संगोष्ठी आयोजित की गयी। संगोष्ठी में मुख्यवक्ता के रूप मंे उपस्थित
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापतिराम त्रिपाठी ने हाल ही में केन्द्र एवं
प्रदेश सरकार के आये हुये बजट पर बोलते हुये कहा कि हमारी सरकारों ने जिन
जिन योजनाओं की घोषणाएं की उसके लिये बजट का भी प्रावधान किया। उज्ज्वला
गैस योजना, मुद्रा बैंक, कौशल विकास, मेक इन इण्डिया आदि सभी योजनाओं के
लिये बजट में प्रयाप्त धन का प्रावधान भी किया गया। उत्तर प्रदेश सरकार
ने अपने बजट में पिछले बजट के अपेक्षा 11.4 प्रतिशत की वृद्धि की।
निःशुल्क विद्युत कनेक्शन हेतु 200 करोड़, स्वास्थ्य विभाग के लिये 3 हजार
करोड़, बुन्देलखण्ड में सिंचाई एवं पानी आदि के लिये 500 करोड़,
मुख्यमंत्री आवास योजना के लिये 200 करोड़ का आवंटन किया गया। लक्ष्य
निर्धारित कर अभियान चलाकर किसानों को कम लागत पर सोलर पम्प उपलब्ध
कराना, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे सहित सभी जिला
मुख्यालयों को राजधानी से फोर लेन सड़कों से जोड़ने का प्राविधान प्रदेश
सरकार के बजट में किया गया। हमारी सरकारों की कथनी और करनी में कोई अन्तर
नही है। हमारी सरकारें अंतिम पंक्ति में बैठे गरीब किसान मजदूर का जीवन
स्तर उठाने के सारे प्रयास एवं कार्य किये जा रहे हैं।
वरिष्ठ भाजपा नेता नीरज सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि लखनऊ सहित सभी
प्राधिकरणों के लिये 300 करोड़, नगर निगम को 14 वित्त आयोग के लिये इस बार
373.81 करोड़ रूपये का आवंटन किया गया है। रिवरफ्रंट डवलेपमेंट को पूरा
करने के लिये 65.67 करोड़ और गोमती में सर्विस चलाने की योजना बनी है।
एसपीजीआई को अपने खर्च के लिये 90 करोड़ रूपये। केजीएमयू को 694.10 करोड़,
कैंसर इंस्टीट्यूट को 35.96 करोड़, सिविल अस्पताल को 19 करोड़ का प्रावधान
है। 50 बेड का यूनानी अस्पताल भी है, वन क्षेत्र के मूसाबाग और कुकरैल के
लिये 5.50 करोड़। जेपीएनसी1 के काम को पूरा करने के लिये भी 70 करोड़ दिये
गये हैं। मेट्रो के कार्य को रेडलाइन 200 करोड़ रूपये मिले हैं।
इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा ने अपने सम्बोधन मंे कहा कि
भारतीय जनता पार्टी की चाहे केन्द्र की सरकार हो चाहे प्रदेश की सरकार
हो, पं.दीनदयाल उपाध्याय जी के अत्त्योदय के विचार के आधार पर अंतिम
पंक्ति में बैठे लोगों के लिये कार्य कर रही है चाहे वह उज्जवला योजना
हो, जनधन योजना हो, बीमा योजना हो, स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत
शौचालयों का निर्माण हो। पं.दीनदयाल जी की जीवन ज्योति हो सभी योजना गांव
गरीब किसान के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिये चलाई जा रही हैं। इस अवसर
पर जिला अध्यक्ष रामनिवास यादव ने भी अपना सम्बोधन दिया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विधायक सुरेश श्रीवास्तव, अविनाश त्रिवेदी,
महानगर महामंत्री अंजनी श्रीवास्तव, पुष्कर शुक्ला, राम औतार कनौजिया,
अतुल अग्रवाल, राकेश मिश्रा, जिला महामंत्री अवधेश प्रताप सिंह, राजकुमार
पाण्डेय, प्रेमचन्द्र गुप्ता, महानगर उपाध्यक्ष अशोक तिवारी, आनन्द
द्विवेदी, अनुराग मिश्रा अन्नू, विवेक तोमर, मनोज प्रजापति, संजय सिंह,
योगेश शुक्ला, नरेन्द्र सिंह कुशवाहा, जया शुक्ला, अर्चना साहू, कुमकुम
राजपूत, सीमा स्वर्णकार, घनश्याम, चेयरमैन मान सिंह, अर्चना साहू,
देवशर्मा मुन्ना मिश्रा, रामकुमार शुक्ला, गोविन्द पाण्डेय, सहित बड़ी
संख्या में पार्षद, मण्डल अध्यक्ष एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे। संगोष्छी
का संचालन नगर महामंत्री अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने किया।

Comments (0)

नीर-निर्मल परियोजना के क्रियान्वयन पर गत माह तक कुल 381 करोड़ रुपये व्यय

Posted on 20 February 2018 by admin

लखनऊ 20 फरवरी, 2018

नीर-निर्मल परियोजना (विश्व बैंक सहायतित) के प्रथम चरण में प्रदेश के 10 जनपदों-इलाहाबाद, गाजीपुर, बलिया, देवरिया, बस्ती, कुशीनगर, गोरखपुर, गोण्डा, बहराइच एवं सोनभद्र में ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं का क्रियान्वयन प्रस्तावित था। परियोजना के द्वितीय चरण में जनपद फतेहपुर, सिद्धार्थ नगर, संत कबीर नगर को भी सम्मिलित किया गया है।
ग्राम्य विकास विभाग द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार परियोजना के अन्तर्गत समुदाय की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए लाभान्वित परिवारों को प्रति परिवार 450 रुपये एवं बी.पी.एल./एस.सी./एस.टी. परिवारों से 225 रुपये की धनराशि परियोजना के निर्माण लागत के सापेक्ष जमा कराये जाने का प्राविधान है। परियोजना के अन्तर्गत कुल उपलब्ध धनराशि 463.39 करोड़ के सापेक्ष जनवरी 2018 तक कुल 381 करोड़ रुपये की धनराशि व्यय की जा चुकी है।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार एवं विश्व बैंक द्वारा ग्रामीण पेयजल आपूर्ति एवं स्वच्छता हेतु संचालित नीर-निर्मल परियोजना का वित्त पोषण 50 प्रतिशत विश्व बैंक से तथा 33 प्रतिशत एन.आर.डी.डब्ल्यू.पी. के केन्द्राश मद से 16 प्रतिशत राज्यांश मद से तथा 01 प्रतिशत सामुदायिक सहभागिता से किया जाना है।

Comments (0)

उद्यान विभाग ने फल उत्पादकों को फ्रूट राइपनिंग चैम्बर में फल पकाने की सलाह दी

Posted on 20 February 2018 by admin

फ्रूट राइपनिंग चैम्बर में पके फल होते हैं स्वास्थ्यवर्धक एवं गुणवत्तायुक्त
लखनऊ 20 फरवरी, 2018

बाजार में स्थानीय तकनीकों के आधार पर मुख्यतः आम, केला, पपीता इत्यादि को कार्बाइड के माध्यम से पकाया जाता है। इससे पके फल हमारे शरीर को क्षति पहुँचाते हैं तथा इसका प्रयोग शरीर में अनेक बीमारियों को जन्म देता है। अतः यह मानव स्वास्थ्य के लिए घातक है। फलों को पकाने के लिए कार्बाइड का प्रयोग करने पर निषेध है। उपभोक्ता को ऐसे फल उपलब्ध होने चाहिए जो बिना कार्बाइड के प्रयोग के पकाये गये हों। फलों को पकाने के लिए फ्रूट राइपनिंग चैम्बर काफी उपयोगी है। फलों में एथलीन नामक तत्व पाया जाता है, जो कि फलों को प्राकृतिक रूप में पकाने में सहायक होता है। इससे फल पेड़ पर ही पकते हैं। प्रकृति की इसी देन का उपयोग फ्रूट राइपनिंग चैम्बर में किया जाता है।
प्रदेश के उद्यान निदेशक श्री एस.पी. जोशी ने इस संबंध में फल उत्पादकों को सलाह देते हुए कहा कि फलों को पूर्ण परिपक्व होने किन्तु पकने से पहले से तोड़ लिया जाता है। फिर उन्हें फ्रूट राइपनिंग चैम्बर में रखा जाता है। फ्रूट राइपनिंग चैम्बर में उचित तापक्रम तथा एथीलीन की संतुलित मात्रा की उपस्थिति में फलों को रखकर बन्द कर दिया जाता है। तीन से पांच दिन के अन्दर फल पककर तैयार हो जाते हैं, जिन्हे कक्ष खोलकर निकाल लिया जाता है। अब ये फल मानवीय उपभोग के लिए उपयुक्त होते हैं, क्योंकि ये स्वास्थ्यवर्धक होते हैं तथा इनमें स्वास्थ्य के लिए कोई हानिकारक तत्व नहीं होते हैं।
राज्य औद्यानिक मिशन उ0प्र0 द्वारा प्रदेश में संचालित राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अन्तर्गत मुजफ्फरनगर, आगरा, लखनऊ, इलाहाबाद, हाथरस, गोरखपुर में फ्रूट राइपनिंग इकाईयां स्थापित हो चुकी हैं तथा फैजाबाद, वाराणसी, बाराबंकी में फ्रूट राइपनिंग इकाईयां स्थापित हो रही हैं।

Comments (0)

विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री का पुतला फूंका गया

Posted on 20 February 2018 by admin

केन्द्र की मोदी सरकार के संरक्षण में हुए देश के सबसे बड़े पंजाब नेशनल बैंक के 11हजार 400 करोड़ रूपये घोटाले के विरोध में आज जिला/शहर कांग्रेस कमेटी लखनऊ के अध्यक्ष श्री गौरव चौधरी एवं श्री बोधलाल शुक्ला के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री का पुतला फूंका गया।
यह जानकारी देते हुए जिला कंाग्रेेस कमेटी के प्रवक्ता दीपेन्द्र मिश्रा ने बताया कि अपरान्ह जिला एवं शहर कांग्रेस के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने पीएनबी घोटाले के विरोध में केन्द्र एवं प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने हेतु प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में एकत्रित होकर जुलूस की शक्ल में केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विधानसभा की ओर बढ़ रहे थे जहां भारी पुलिस बल का प्रयोग करते हुए रास्ते में रोका गया, जहां सभी कांग्रेसजन एवं पुलिस से धक्का-मुक्की भी हुई। इसके उपरान्त कार्यकर्ताओं द्वारा प्रधानमंत्री का पुतला फूंककर विरोध किया गया।
श्री मिश्रा ने बताया कि रास्ते में रोके जाने पर कांग्रेसजनों को सम्बोधित करते हुएजिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री गौरव चौधरी ने कहा कि एक तरफ जहां केन्द्र की मोदी सरकार भ्रष्टाचार को लेकर बड़े-बड़े दावे करती थी और देश की जनता से प्रधानमंत्री के बजाय चौकीदार बनाने की बात करते थे आज उन्हीं के संरक्षण में इतने बड़े-बड़े घोटाले हो रहे हैं और घोटालेबाज आसानी से देश से भाग जा रहे हैं। यह केन्द्र सरकार की सबसे बड़ी विफलता है। केन्द्र सरकार आकण्ठ भ्रष्टाचार में डूब चुकी है।
इस मौके पर शहर कांग्रेस कमेटी लखनऊ के अध्यक्ष श्री बोधलाल शुक्ला एडवोकेट ने कहा कि मोदी सरकार ने सबसे पहले विजय माल्या को देश से बाहर जाने में मदद की और अब पीएनबी के हजारों करोड़ के घोटालेबाज नीरव मोदी एवं अन्य लोगों से अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रही है। जब से केन्द्र में मोदी सरकार सत्ता में आयी है अब एक-एक करके सभी घोटाले देश के सामने आ रहे हैं। केन्द्र की मोदी सरकार घोटालेबाज सरकार के रूप में जनता के सामने आ चुकी हैं
श्री मिश्रा ने बताया कि आज के विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से पूर्व मंत्री श्री राजबहादुर, शहर अध्यक्ष श्री बोधलाल शुक्ला एवं जिलाध्यक्ष श्री गौरव चौधरी, प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री श्री प्रमोद सिंह, श्री के0के0 पाण्डेय, श्री अमरनाथ अग्रवाल, श्री शिव पाण्डेय, डा0 जियाराम वर्मा, श्री ब्रजेन्द्र सिंह, श्री पंकज तिवारी, श्री विजय बहादुर, श्री शैलेन्द्र तिवारी, श्री नसीम खान, श्रीमती सुशीला शर्मा, श्रीमती सिद्धिश्री, श्रीमती सरलेस रावत, श्रीमती ममता चौधरी पार्षद एवं पार्षद मो0 हलीम, श्री वेद त्रिपाठी, श्री शंकर लाल गौतम, श्री अंशू अवस्थी, श्री जे0पी0 मिश्रा, डा0 शहजाद आलम, श्री जमशेद रहमान, श्री नीरज तिवारी, मो0 हाशिम, शशिकान्त चौबे, श्री जयशंकर दुबे, श्री रमेश मिश्रा, मो0 इरशाद गुड्डे नवाब, श्री ज्ञान प्रकाश राय, श्री मनोज तिवारी, श्री रामपाल यादव, श्री मुन्ना लाल भारती, श्रीमती रितु रावत,श्री सुशील बाल्मीकि, श्री माता प्रसाद, श्री के0के0 शुक्ला, श्री के0डी0 शुक्ला, श्री अरविन्द पाण्डेय, श्री दीपेन्द्र मिश्रा, श्री निशू यादव, श्री मनोज शुक्ला, श्री तनु यादव, श्री पुनीत तिवारी, श्री एस.के. द्विवेदी, श्री रोशनलाल यादव, श्री महादीन गौतम, मो0 कलीम, श्री अंकुश शर्मा, श्री राजेश यादव, श्रीमती गौरी पाण्डेय, श्रीमती राशिदा, मो0 शब्बीर, श्री छोटे मियां, श्री विकास शर्मा, श्री अयूब सिद्दीकी, श्री विकास त्रिपाठी, श्री सिकन्दर अली, श्री विजय कनौजिया सहित सैंकड़ों की संख्या में जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल रहे।

Comments (0)

Advertise Here

Advertise Here

 

February 2018
M T W T F S S
« Jan   Mar »
 1234
567891011
12131415161718
19202122232425
262728  
-->









 Type in