लखनऊ 20 फरवरी, 2018
नीर-निर्मल परियोजना (विश्व बैंक सहायतित) के प्रथम चरण में प्रदेश के 10 जनपदों-इलाहाबाद, गाजीपुर, बलिया, देवरिया, बस्ती, कुशीनगर, गोरखपुर, गोण्डा, बहराइच एवं सोनभद्र में ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं का क्रियान्वयन प्रस्तावित था। परियोजना के द्वितीय चरण में जनपद फतेहपुर, सिद्धार्थ नगर, संत कबीर नगर को भी सम्मिलित किया गया है।
ग्राम्य विकास विभाग द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार परियोजना के अन्तर्गत समुदाय की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए लाभान्वित परिवारों को प्रति परिवार 450 रुपये एवं बी.पी.एल./एस.सी./एस.टी. परिवारों से 225 रुपये की धनराशि परियोजना के निर्माण लागत के सापेक्ष जमा कराये जाने का प्राविधान है। परियोजना के अन्तर्गत कुल उपलब्ध धनराशि 463.39 करोड़ के सापेक्ष जनवरी 2018 तक कुल 381 करोड़ रुपये की धनराशि व्यय की जा चुकी है।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार एवं विश्व बैंक द्वारा ग्रामीण पेयजल आपूर्ति एवं स्वच्छता हेतु संचालित नीर-निर्मल परियोजना का वित्त पोषण 50 प्रतिशत विश्व बैंक से तथा 33 प्रतिशत एन.आर.डी.डब्ल्यू.पी. के केन्द्राश मद से 16 प्रतिशत राज्यांश मद से तथा 01 प्रतिशत सामुदायिक सहभागिता से किया जाना है।