Archive | December 11th, 2017

पिछड़ा वर्ग के गरीब व्यक्तियों की पुत्रियों की शादी अनुदान योजना में संशोधन

Posted on 11 December 2017 by admin

लखनऊ 11 दिसम्बर , 2017

प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि पिछड़ा वर्ग विभाग द्वारा पिछड़े वर्ग के गरीब व्यक्तियों की पुत्रियों की शादी अनुदान योजना के तहत वित्तीय वर्ष के अंतिम माह अर्थात मार्च महीने में होने वाली शादी के सम्बन्ध में उसी वित्तीय वर्ष में 31 मार्च तक आनलाइन प्राप्त शादी अनुदान के आवेदनों पर विचार कर पात्र पाये गये आवेदकों को आगामी वित्तीय वर्ष में 31 मई तक लाभान्वित किया जायेगा और स्वीकृत अनुदान की धनराशि आगामी वित्तीय वर्ष के बजट से ही आहरित की जायेगी।
इस संबंध में जारी शासनादेश में कहा गया है कि पूर्व में प्रचलित व्यवस्था में आंशिक संशोधन करते हुए यह निर्णय लिया गया है ताकि मार्च माह में विवाह करने वाली पुत्रियाँ योजना के लाभ से वंचित न रहने पायें। पूर्व व्यवस्था में मार्च में प्राप्त होने वाले आवेदन के प्रकरणों में आवेदक अनुदान लाभ से वंचित रह जाते थे।

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राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु 4749.251 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत

Posted on 11 December 2017 by admin

लखनऊ 11 दिसम्बर, 2017

.राज्य सरकार ने राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम (एन.आर.डी.डब्ल्यू.पी.) के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2016-17 में प्राप्त केन्द्रांश के सापेक्ष मैचिंग केन्द्रांश के शार्टफाल की प्रतिपूर्ति वित्तीय वर्ष 2017-18 में प्राविधानित धनराशि में से 4749.251 लाख रुपये की वित्तीय स्वीकृति कतिपय शर्तों के अधीन प्रदान की है।
राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु अधिशासी निदेशक राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन को आवश्यक निर्देश भी जारी कर दिये गये हैं। इस धनराशि को अधिशासी निदेशक राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन द्वारा कोषागार से आहरित कर भारत सरकार के निर्देशानुसार प्रोग्राम फण्ड/सपोर्ट फण्ड में जमा की जायेगी एवं आवश्यकतानुसार कार्यदायी संस्थाओं को अवमुक्त की जायेगी।

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प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लखनऊ मंडल के एक हजार हस्तशिल्पियों को दिया जाएगा 10 लाख रुपये तक का लोन- रणवीर प्रसाद

Posted on 11 December 2017 by admin

लखनऊः 11 दिसम्बर, 2017
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 10 लाख रुपये तक का लोन लखनऊ मंडल के एक हजार हस्तशिल्पियों को दिया जाएगा। इसके लिए 8 से 15 दिसम्बर तक हुसैनाबाद, कश्मीरी मोहल्ला, मुफ्तीगंज, चिनहट, ठाकुरगंज, डालीगंज, महोना, मडियाव में जनजागृति शिविरों का संचालन किया जा रहा है। आगामी 24 जनवरी को होने वाले मेगा ऋण वितरण कार्यक्रम में एक हजार हस्तशिल्पियों को लाभांवित किया जाएगा।
यह जानकारी श्री रणवीर प्रसाद, आयुक्त एवं निदेशक, उद्योग एवं प्रोत्साहन ने दी है। उन्होंने बताया कि हस्तशिल्पियों के प्रोत्साहन हेतु हस्तशिल्प सप्ताह के अन्तर्गत यहां कैसरबाग स्थित जिला उद्योग केन्द्र के एक्पो मार्ट में आयोजित हस्तशिल्प मेला लोगों को काफी पसंद आ रहा है। बोन कार्विंग और जर्मन सिल्वर ज्वैलरी ग्राहकों को खूब आकर्षित कर रहीं हैं। इस अवसर पर असली हस्तशिल्प की कलाकृतियां कैसे पहचाने यह भी जानकारी हस्तशिल्पियों द्वारा दी गयी।
उपायुक्त श्री सर्वेश्वर शुक्ला ने बताया कि मेले में बोन कार्विंग के मशहूर कारीगर श्री सल्लाउद्दीन सिद्दीकी इयर रिंगस, पेन्डेन्ट, रिंग, माला, फूलदान, फूल और अन्य सजावटी सामान लाए हैं। उन्होंने बताया कि हाथी दांत और ऊंट की हड्डियों से की जाने वाली कलाकृतियांे की जगह अब भैंस की हड्डियों से ही इसे तैयार किया जा रहा है। प्लास्टिक युग में हर हस्तशिल्प की नकल उतार ली गई है। ऐसे में असली बोनकार्विंग का वर्क मुश्किल से पकड़ में आता है। फाइवर के समान की नक्काशी मशीन से बनी एक सी लगती है, उसमें हाथ के काम की अनगढ़ता का सौन्दर्य नहीं होता। ज्यादा दिन तक इस्तेमाल करने पर प्लास्टिक की कलाकृति पीली पड़ जाती है, लेकिन बोन में ऐसा कुछ भी स्थायी बदलाव नहीं होता है।
श्री शुक्ला ने बताया कि बोन के स्टॉल पर 10 रुपये से लेकर 10 हजार रुपये तक की ज्वैलरी और क्राफ्ट का सामान पसंद किया जा रहा है। उन्होंने जर्मन सिल्वर ज्वैलरी के बारे में बताया कि इसमें 60 प्रतिशत ताँबा, 20 प्रतिशत निकल और 20 प्रतिशत जस्ता होता है। इसे 19वीं शताब्दी में जर्मनी में विकसित किया गया। इसलिए इसे जर्मन सिल्वर कहा जाने लागा। मेले में जर्मन सिल्वर के इयर रिंगस, पेंडेन्टस, बिछिया, पायल 50 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक उपलब्ध है।
उपायुक्त ने बताया कि हस्त शिल्प सप्ताह के अवसर पर हस्तशिल्प प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जा रहा है। इसमें लखनऊ ही नहीं आस-पास के क्षेत्रों से भी हर उम्र के प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इसी क्रम में गत 9 दिसम्बर को चिकनकारी और चटापटी का आयोजन किया गया। आज 11 दिसम्बर को बोन कार्विंग और आर्टिफिशियल ज्वैलरी, 12 दिसम्बर को ब्लॉक प्रिंट, बाटिक और टाई एंड डाई, 13 दिसम्बर को टेराकोटा और मुकैश वर्क, 14 दिसम्बर को जरी जरदोजी की प्रतियोगिताएं होंगी। अंतिम दिन 15 दिसम्बर को विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा।

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विश्वस्तरीय सड़कों के निर्माण से खुलेंगे यूपी की समृद्धि के कपाट- मनीष शुक्ला

Posted on 11 December 2017 by admin

लखनऊ 11 दिसम्बर 2017, उत्तर प्रदेश हर दिन विकास के नए आयाम गढ़ रहा हैं। किसी भी देश के विकास का पैमाना उसकी सड़कें होती हैं। विकास हाईवे और एक्सप्रेसवे से ही आता है। उक्त उदगार भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए व्यक्त किये । वह बीते शनिवार को लखनऊ में आयोजित सड़क कांफ्रेंस पर चर्चा कर रहे थे।
केन्द्रीय सडक परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को धन्यवाद देते हुए श्री शुक्ल ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश की हर जिला मुख्यालय की सड़क 7 मीटर की होगी। गांवों को भी शहरों की तरह सडके मिलेगी। आने वाले समय में यूपी का हर रोड विश्वस्तरीय मानकों के अनुरूप होगा । यूपी की सडकें विकास का नर्वस सिस्टम बनेंगी।
श्री शुक्ल ने कहा कि राज्यमार्गों को दो लेन बनाने के साथ ही उनकी पटरियां भी बनाई जाएगी। हो सकता कि इसमें समय लगे पर आने वाले समय में सड़कों पर गड्ढे नहीं मिलेंगे। नीदरलैंड्स से आने वाली मशीनें भारत में बनाई जायेंगी जिससे स्थानीय उद्योंगो को बढावा मिलेगा और रोजगार के अवसर पैदा होंगे। अब नई तकनीक के आने से कम से कम 20 वर्ष चलने वाली सड़कों का निर्माण होगा । न केवल इस तकनीक से सडकों की गुणवत्ता बढ़ेगी बल्कि लागत भी कम होगी । आनेवाले दिनों में प्रदेश में रोड एम्बुलेंस के इस्तेमाल की योजना भी है।
उन्होने पूर्वाचल के प्रति सरकार की प्राथमिकता पर जोर देते हुए कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे सरकार की प्रमुख योजनाओं में है। इसका विस्तार करते हुए इसे बनारस, इलाहाबाद और गोरखपुर को जोड़ते हुए पटना तक जोड़ने की योजना है। दोनों प्रदेशों में एनडीए की सरकार होने से विभागीय तालमेल बेहतर होगा।
श्री शुक्ल ने केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री की अपील को पर्यावरण संतुलन के लिए जरूरी बताते हुए उद्यमियों, उत्तर प्रदेश की जनता और स्वयंसेवी संगठनों से अपील है कि वह गंगा किनारे स्वप्रेरणा से सौंदर्यीकरण करवाएं, वृक्षारोपण कराएं जिससे पर्यावरण संतुलन बना रहे

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