उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने मथुरा-वृन्दावन के समेकित विकास के लिए चलाये जा रहे विकास कार्याें को निर्धारित समय में पूरा करने के सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने लोक निर्माण विभाग एवं उत्तर प्रदेश सेतु निगम को वृन्दावन परिक्रमा मार्ग तथा रेलवे ओवर ब्रिज का कार्य प्रत्येक दशा में फरवरी, 2011 तक पूर्ण करने के भी निर्देश दिए हैं।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने वृन्दावन में 100 बिस्तरों वाले अस्पताल के निर्माण में विलम्ब को गम्भीरता से लेते हुए कार्यदायी संस्था सी0 एण्ड डी0एस0 तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को सख्त हिदायत दी कि अस्पताल का निर्माण पूरी गुणवत्ता के साथ फरवरी, 2011 तक पूरा किया जाये। उन्होंने चिकित्सा विभाग को इस अस्पताल हेतु वांछित चिकित्सकों एवं अन्य कर्मियों के पद सृजन की कार्यवाही तत्काल शुरू करने तथा अस्पताल की साज-सज्जा एवं अन्य आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था आगामी फरवरी तक सुनििश्चत करने के भी निर्देश दिए हैं।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने यह निर्देश उस समय दिए जब उ0प्र0 राज्य सलाहकार परिशद के अध्यक्ष श्री सतीश चन्द्र मिश्र ने कल 19 दिसम्बर 2010 माननीया मुख्यमन्त्री जी के निर्देश पर अधिकारियों के साथ मथुरा-वृन्दावन के समेकित विकास के लिए चलाये जा रहे विकास कार्याें का मौके पर निरीक्षण एवं समीक्षा कर, उसके निश्काशोZं से आज माननीया मुख्यमन्त्री जी को अवगत कराया।
ज्ञातव्य है कि माननीया मुख्यमन्त्री जी द्वारा मथुरा-वृन्दावन के समेकित विकास के लिए 26 परियोजनाएं स्वीकृत की गई थीं। इनमें लोक निर्माण विभाग की 12, पर्यटन विभाग की 01, मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण की 04, जल निगम की 02, विद्युत विभाग की 03, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की 01, जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) की 02 तथा उ0प्र0 सेतु निगम की 01 परियोजना शामिल है। इन समस्त परियोजनाओं की अनुमानित लागत लगभग 305 करोड़ रुपये है। इन स्वीकृत परियोजनाओं में 16 परियोजनाएं पूर्ण हो गई हैं।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने चैतन्य विहार स्थित महिला कल्याण आश्रय सदन में पर्याप्त साफ-सफाई एवं यहॉ रहने वाली निराश्रित महिलाओं के लिए शासन से दी जाने वाली सभी सुविधायें ईमानदारी से उपलब्ध कराने के निर्देश दिये है। उन्होंने कमजोर वर्गों के आवंटियों के लिए आवासीय भवनों में पेयजल एवं सीवर लाइन की व्यवस्था भी कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने वृन्दावन नगर के सीवरेज एवं स्ट्राम वाटर ड्रेनेज परियोजना का निर्माण कार्य शीध्र पूरा करने के भी निर्देश दिये।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने मार्गों की खराब गुणवत्ता के मामलों में लोक निर्माण विभाग के दोषी अभियन्ताओं के विरुद्ध शीध्र विभागीय कार्यवाही करने तथा इन निर्माण कार्याें की कमियों को तत्काल दूर करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने समस्त कार्यदायी संस्थाओं को सचेत किया कि वे कार्यो की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दे, अन्यथा दूसरे विभागों के अभियन्ताओ से तकनीकी परीक्षण कराने के बाद कमी पाये जाने पर दोशियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी।
गौरतलब है कि माननीया मुख्यमन्त्री जी ने उ0प्र0 राज्य सलाहकार परिशद के अध्यक्ष को महत्वपूर्ण नगरों में राज्य सरकार द्वारा कराये जा रहे विकास कार्यो का स्थलीय निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने राज्य सलाहकार परिषद के अध्यक्ष के निरीक्षण के पूर्व इन विकास कार्यो की गुणवत्ता की जांच दूसरे विभागों के तकनीकी अधिकारियों के एक दल से कराये जाने के भी निर्देश दिये हैं। इसी क्रम में श्री मिश्र द्वारा कल मथुरा-वृन्दावन के विकास कार्यो का स्थलीय निरीक्षण एवं समीक्षा की गई। उनके मथुरा-वृन्दावन भ्रमण से पूर्व दूसरे विभागो के तकनीकी अधिकारियों के एक दल ने लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित कराये गये कुछ मार्गो की तकनीकी जांच की, जिसमें कतिपय कार्यो में कुछ कमियां पायी गई।
यह भी उल्लेखनीय है कि कल राज्य सलाहकार परिषद के अध्यक्ष ने मथुरा एवं वृन्दावन में जिन कार्यो का मौके पर निरीक्षण किया उनमें महिला आश्रय सदन चैतन्य विहार, रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण, सौ बिस्तरों वाले अस्पताल का निर्माण, मॉट रोड़ पािर्कंग स्थल, मथुरा-वृन्दावन मार्ग का निर्माण तथा के0सी0 घाट परिक्रमा मार्ग के निर्माण कार्य सम्मलित है। स्थलीय निरीक्षण के बाद श्री मिश्र ने अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्थाओं के साथ समीक्षा बैठक भी की तथा निर्माण कार्यो में आने वाली समस्याओं की जानकारी प्राप्त की। उनके निरीक्षण एवं बैठक के दौरान मुख्य सचिव श्री अतुल कुमार गुप्ता, प्रमुख सचिव माननीया मुख्यमन्त्री जी श्री आर0पी0 सिंह, प्रमुख सचिव नगर विकास श्री आलोक रंजन तथा प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग श्री रवीन्द्र सिंह सहित अन्य वरिश्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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