Posted on 07 December 2010 by admin
देश की सेवा में जिन अमर शहीदों ने अपना सम्पूर्ण जीवन बलिदान कर दिया, उन शहीदों के लिए देश सदैव ऋणी रहेगा।
उक्त विचार अपर जिलाधिकारी (नगर) अरूण प्रकाश ने सशस्त सेना झण्डा दिवस के अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि इस दिन हम को दृढ सकल्प लेना होगा कि इस कार्य में जितना भी दान दे सकते है उसे और आगे बढना होगा।
इस अवसर पर उपस्थित सेवानिवृत्त जनरल पी0 दत्ता ने कहा कि इस कार्य में दान देना बहुत ही नेक कार्य है।
अपर जिलाधिकारी (प्रो0) कैप्टन आलोक शेखर तिवारी ने कहा कि सैनिकों द्वारा ही देश की रक्षा की जाती है तथा उनके परिवार के सहयोग के लिए हम सभी को सदैव तैयार रहना चाहिए।
कार्यक्रम मे द्वितीय विश्व युद्व के 12 पेंशन भोगियों को प्रति 7,500/-रूपये तथा उ0प्र0 दातव्य निधि से पूर्व सैनिकों की 09 विधवाओं को मद्द स्वरूप प्रति 1000/रूपये के चैक प्रदान किये गये। चैक वितरण के दौरान कलेक्ट्रेट सभागार में शहीदों के सम्मान में सभी ने तालियॉ बजाई गईं और दान पेटिका में दान दिया गया।
जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी कर्नल यू0 सी0 दुबे ने बताया शहीदों के सम्मान में सशस्त्र सेना झण्डा दिवस का आयोजन किया जाता है जिनकी सहायता के लिए दान दाताओं द्वारा जो दान दिया जाता है उस कोश के माध्यम से पेंशनरों तथा शहीदों की विधवाओं को पेंशन प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि विभिन्न विभागों द्वारा लक्ष्य के अनुरूप जो दान दिया जाता है उन्हें जिलाधिकारी द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है।
इस अवसर पर पूर्व कैप्टन/ उप निदेशक मण्डी प्रभांशु श्री वास्तव ए.आर.टी.ओ. सुनीता वर्मा, सेवानिवृत कर्नल रावत, सबेदार मेजर एम.एल. उपाध्याय सहित द्वितीय विश्व युद्व के पेंशनर तथा पूर्व सैन्य विधवाओं के परिजन भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अवकाश प्राप्त कर्नल/जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी उमेश चन्द्र दुबे ने किया तथा आभार उप निदेशक मण्डी प्रभांशु श्रीवास्तव ने प्रस्तुत किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 07 December 2010 by admin
उत्तर प्रदेश सरकार में मुख्य सचिव रह चुकीं श्रीमती नीरा यादव जैसी वरिष्ठ अधिकारी को सी.बी.आई. कोर्ट द्वारा दी गई 4 वर्ष की सजा भ्रष्टाचार में लिप्त एवं शासन की चाटुकारिता में लगे नौकरशाहों के लिए सबक है।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी की अध्यक्ष डॉ0 रीता बहुगुणा जोशी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि सी.बी.आई. कोर्ट के फैसले से नोएडा भूमि घोटाले में हुई 4 वर्ष की सजा से यह भी साबित हुआ कि पिछले 20 वषोZं में गैर कंाग्रेसी सरकारों में नैतिक मूल्यों का लगातार ह्रास हुआ, वहीं अधिकारियों को अपना मोहरा बनाकर सरकार में शामिल भ्रष्ट नेतागण गैर कानूनी कार्य कराते रहे हैं।
डॉ0 जोशी ने कहा कि अधिकारी वर्ग के द्वारा सबसे भ्रष्ट अधिकारी के चुनाव में श्रीमती नीरा यादव को भ्रष्टतम अधिकारी का खिताब हासिल हो चुका है। ऐसी भ्रष्ट अधिकारी को मिली सजा का स्वागत किया जाना चाहिए। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश में गैर कंाग्रेसी सरकारें लगातार भ्रष्टाचार का पालन पोषण करती रही हैं।
प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अरबों रूपये के खाद्यान्न घोटाले में भी मा0 उच्चतम न्यायालय द्वारा सी.बी.आई. जांच के आदेश से भी कई भ्रष्ट अधिकारियों एवं भ्रष्ट नेताओं के चेहरे बेनकाब होंगे। श्री मुलायम सिंह यादव की सरकार से लेकर सुश्री मायावती सरकार तक चलने वाले इस घोटाले में अभी कई बड़ी मछलियों का पकड़ा जाना बाकी है। उन्होने कहा कि सुश्री मायावती अपने पूर्ववर्ती सरकार पर दोषारोपण कर अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकतीं, क्योंकि चििन्हत भ्रष्ट अधिकारियों, नेताओं एवं अनेक दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध किसी भी कार्यवाही में सुश्री मायावती सरकार ने कोई रूचि नहीं दिखाई।
डॉ0 जोशी ने कहा कि श्री मुलायम सिंह यादव द्वारा दिये गये स्पष्टीकरण से उनकी सरकार के दामन पर लगे दाग धुलने वाले नहीं हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 07 December 2010 by admin
प्रदेश सरकार द्वारा विकलांगजनों के चििन्हत रिक्त पदों के बैकलॉग को विशेष भर्ती अभियान चलाकर पूरा कराया जायेगा।
मुख्य सचिव श्री अतुल कुमार गुप्ता द्वारा समस्त प्रमुख सचिव/सचिवों को भेजे गये पत्र में निर्देंश दिये गये हैं कि मा0 उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में राज्य सरकार के किसी भी पद पर सीधी भर्ती का कोई विज्ञापन प्रकाशित कराया जाये तो यह सुनिश्चित किया जाये कि उस विज्ञापन में विकलांगजन के लिए चििन्हत रिक्त पदों पर 03 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का कोटा पूर्ण किये जाने हेतु विकलांगजन के लिए आरक्षित पदों की संख्या का उल्लेख अवश्य किया जाये। साथ ही यह भी उल्लेख किया जाये कि अमुक पद किस श्रेणी की विकलांगता के लिए आरक्षित है।
पत्र में कहा गया है कि शासन स्तर पर विकलांगजन के लिए उनकी विकलांगता के दृष्टिगत उपयुक्त पदों का पुनर्चिन्हांकन किया जा रहा है। इससे पूर्व 31.07.2007 को श्रेणी क एवं ख तथा दिनांक 7.5.1999 को श्रेणी ग एवं घ के पदों का चिन्हांकन किया गया था। उसके बाद भी वर्ष 2009-2010 में शासन स्तर से सूचना मांगे जाने के बावजूद विभागों द्वारा सूचनायें प्राप्त नहीं हुई हैं अथवा अपूर्ण सूचनाये प्राप्त हुई हैं।
मुख्य सचिव ने वांछित सूचनायें 21 दिसम्बर 2010 तक विकलांग कल्याण विभाग को उपलब्ध कराने के निदेंZश दिये हैं। अवशेष पदों को भरने के सम्बंध में आगामी 10 जनवरी 2011 तक बैकलॉग की रिक्तियों की विज्ञाप्ति का प्रकाशन समाचार पत्रों में काराया जाय। प्राप्त आवेदन पत्रों पर चयन प्रक्रिया 28 फरवरी 2011 तक पूर्ण कर ली जाय। इस सम्बंध में शासन स्तर पर 22 दिसम्बर 2010 तथा 01 मार्च 2011 को शासन स्तर पर समीक्षा की जायेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 07 December 2010 by admin
उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति श्री गणेश शंकर पाण्डेय द्वारा विधान परिषद की प्रक्रिया एवं कार्य संचालन नियमावली के नियम 75 के अनुसार निम्न नये सदस्यों को परिषद की समितियों में नामांकन किया गया है। डॉ0 नैपाल सिंह को दैवीय आपदा प्रबंध जॉच समिति, श्री जगेन्द्र स्वरूप को प्रश्न एवं सन्दर्भ समिति, श्री राज बहादुर सिंह चन्देल को याचिका समिति, श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह को संसदीय एवं सामाजिक सद्भाव समिति तथा श्री सुरेश कुमार त्रिपाठी को विशेषाधिकार समिति का सदस्य वर्ष 2010-11 के लिए नामांकित किया गया है।
यह जानकारी प्रमुख सचिव विधान परिषद श्री प्रताप वीरेन्द्र कुशवाहा ने दी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 07 December 2010 by admin
छात्र/छात्राओं की सुरक्षा/स्वास्थ्य में कोई कमी बर्दाश्त नहीं की जायेगी-राज प्रताप सिंह
विकलांग कल्याण विभाग द्वारा संचालित विद्यालयों/संस्थाओं का जिला विकलांग कल्याण अधिकारी नियमित निरीक्षण करें। वहां पर रह रहे बच्चों, विशेषकर छात्राओं की सुरक्षा तथा स्वास्थ्य की व्यवस्था का उत्तरदायित्व उन पर है। इस ओर किसी भी तरह की िढलाई बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
यह निर्देश आज प्रमुख सचिव मुख्यमन्त्री श्री राज प्रताप सिंह ने बापू भवन में आयोजित विकलांग कल्याण विभाग की मासिक समीक्षा बैठक में दिये। उन्होंने कहा कि विकलांग पेंशन के लिए जहां पर कम्प्यूटरीकृत बैंकों में समस्त लाभार्थियों के खाते नहीं खुल पाये हैं वहां इस माह के अन्त तक पेंशन के चेक लाभार्थी के खाते में डाले जाने के लिए निर्गत कर दिये जायें। विकलांग पेंशनरों की डाटा इंट्री में पाये गये त्रुटिपूर्ण सी0बी0एस0 खातों में अवशेष संशोधन कार्य को तुरन्त पूरा कर लिया जाय ताकि आगामी माह से शत-प्रतिशत लाभार्थियों को ऑन-लाइन पेंशन वितरित की जा सके।
कृत्रिम अंग अनुदान योजना में कई जनपदों की प्रगति अंसन्तोषजनक पाई गई। प्रमुख सचिव ने 15 जनवरी को जिला मुख्यालयों में शिविर लगाकर शत-प्रतिशत आवंटन के निर्देश दिये।
शादी-विवाह प्रोत्साहन पुरस्कार योजना में छत्रपति शाहूजी महाराज नगर, महोबा, बलिया तथा श्रावस्ती की प्रगति शून्य पाई गई। प्रमुख सचिव ने सम्बन्धित अधिकारियों को कड़े निर्देश देकर शत-प्रतिशत प्रगति के निर्देश दिये।
बैठक में प्रमुख सचिव ने कहा कि भविष्य में विभागीय निर्माण कार्य अत्यन्त अवश्यक होने पर ही कराये जायेंगे। सारा ध्यान विद्यालयों/संस्थाओं के सुचारू संचालन पर केिन्द्रत किया जायेगा। ताकि विकलांगजनों को योजनाओं का पूरा लाभ मिल सके।
बैठक में विशेष सचिव श्री रामराज सिंह, निदेशक श्री अरविन्द कुमार द्विवेदी, अपर निदेशक श्री विष्णु स्वरूप मिश्र, उप निदेशक, श्री अखिलेन्द्र कुमार, एस0सी0 श्रीवास्तव, जे0के0माथुर सहित समस्त मण्डलीय उप निदेशक तथा जिला विकलांग कल्याण अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 07 December 2010 by admin
• 350 भारतीय शहरों में 475 रक्त दान शिविरों का आयोजन, भारत के अब तक के विशालतम रक्त दान अभियान की तैयारी
• देशव्यापी स्तर पर विख्यात अस्पतालों के साथ गठबंधन
एचडीएफसी बैंक शुक्रवार, 10 दिसम्बर 2010 को एक राष्ट्रव्यापी रक्त दान अभियान का आयोजन करने जा रहा है। भारत के 350 शहरों के रक्त दाता प्रात: 9.00 बजे से लेकर सायं 5.00 बजे तक निर्धारित 475 से अधिक केन्द्रों में रक्त दान करने में सक्षम हो सकेंगे। यह देश का एक दिन में सबसे विशाल रक्त दान अभियान होगा, जिसमें अनेक बैंक कर्मियों समेत ढेर सारे लोगों द्वारा रक्त दान किये जाने की संभावना है। बैंक ने इन सभी केन्द्रों में तकनीकी सहायता के लिये महत्वपूर्ण अस्पतालों एवं रक्त बैंकों के साथ गठबंधन किया है।
यह एचडीएफसी का ऐसा चौथा वाषिZक रक्त दान शिविर है। बैंक ने वर्ष 2007 में इस पहल की शुरूआत की थी, जब 4000 से अधिक वॉलंटियर्स ने एक राष्ट्रीय सरोकार के लिये बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। तबसे लेकर यह शिविर आकार और महत्ता के सन्दर्भ में निरन्तर वृद्धि करता रहा है। सबसे प्रथम वर्ष में 400 से अधिक यूनिट्स रक्त का एकत्रण किया गया। इसमें उत्तरोत्तर वृद्धि के साथ वर्ष 2008 में 9000 से अधिक यूनिट्स तथा वर्ष 2009 में 13,500 से अधिक यूनिट्स रक्त का एकत्रण किया गया।
होलसेल बैंकिंग ऑपरेशंस के कंट्री हेड, श्री भावेश जावेरी ने कहा कि, “रक्त बहुमूल्य है। यह जान कर प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है कि प्रत्येक वर्ष अधिक से अधिक लोग इस नेक कार्यZ में शामिल हो रहे हैं। प्रत्येक दिन के प्रत्येक मिनट में किसी न किसी को रक्त की आवश्यकता पड़ती है। रक्त केवल एक वॉलंटियर रक्तदाता, जो कि हमारे व आप जैसा एक व्यक्ति है, से प्राप्त हो सकता है। इसलिये सभी लोग बेहद महत्वपूर्ण हैं। आप के रक्तदान के अतिरिक्त कोई दूसरा विकल्प नहीं है। हमारे देश में समस्या कहीं अधिक गंभंीर है, क्योंकि यहां पर रक्त की मांग एवं पूर्ति के बीच में काफी गहरी खाई है और यह दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। कृपया आज ही रक्त दान के लिये अपने आप को तैयार करें तथा सुरक्षित एवं निरन्तर रक्त आपूर्ति के हमारे मिशन में शामिल हो जायें।“
विस्तृत जानकारी hdfcbank.com पर उपलब्ध है।
रक्तदान के इच्छुक लोग इसके साथ संलग्न स्थल-सूची का अवलोकन कर सकते हैं।
एचडीएफसी बैंक लिमिटेड के विषय में:
वर्ष 1995 में हाउसिंग डेव्हलपमेंट फाइनेंस कार्पोरेशन (एचडीएफसी), भारत की अग्रणी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी द्वारा प्रवर्तित एचडीएफसी बैंक देश के अग्रणी बैंकों में से एक है। यह व्यापक पैमाने पर अपने वित्तीय उत्पादों की श्रृंखला अपने 19 मिलियन से अधिक ग्राहकों को अपने मल्टीपल डिस्ट्रीब्यूशन चैनल द्वारा देश भर में अपनी सेवाएं मुहैया कराता हैं। बैंक की शाखाएं देश भर में फैली हुई हैं। इसके अलावा बैंक एटीएम, फोन बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग के जरिये, भी ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है। बहुत कम समय में ही यह बैंक अपने व्यावसायिक क्रियाकलापों के तीनों ही क्षत्रों-रिटेल बैंकिंग, होलसेल बैंकिंग और ट्रेजरी परिचालन के क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत बना चुका है।
बैंक की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि वह तकनीकी का उपयोग करता है और इसके माध्यम से वह अपने ग्राहकों को विश्व स्तर की सेवाएं प्रदान करता है। पिछले 15 वषोZं में बैंक अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने में पूरी तरह सफल रहा है और बैंक की लाभप्रदता और संपित्त की गुणवत्ता में भी काफी वृद्धि हुई है।
30 सितम्बर 2010 को भारत के 819 शहरों में फैले बैंक के नेटवर्क में 1,765 शाखाएं और 4721 एटीएम थे।
30 सितम्बर 2010 को समाप्त तिमाही में बैंक को 57.71 बिलियन रूपये (5,7770.7 करोड़ रूपये) की आय हुई, जबकि 30 सितम्बर 2009 को समाप्त तिमाही में बैंक को 50.45 बिलियन रूपये (5,045.4 करोड़ रूपये) की आय हुई थी। आलोच्य तिमाही में बैंक को 34.87 बिलियन रूपये (3,487.0 करोड़ रूपये) का शुद्ध राजस्व प्राप्त हुआ, जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 15.9 प्रतिशत अधिक था। 30 सितम्बर 2010 को समाप्त तिमाही में बैंक को 9.12 बिलियन रूपये (912.1 करोड़ रूपये) का शुद्ध लाभ हुआ, जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 32.7 प्रतिशत अधिक है।
30 सितम्बर 2009 को बैलेंस शीट का आकार 1939.41 बिलियन रूपये (193,941.0 करोड़ रूपये) था जो कि 30 सितम्बर 2010 को 28.9 प्रतिशत बढ़कर 2499.83 बिलियन रूपये (249,983.0 करोड़ रूपये) पहुंच गया। इसी प्रकार 30 सितम्बर 2009 की तुलना में 30 सितम्बर 2010 को बैंक की जमा राशियों में 30.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और यह 1953.21 बिलियन रूपये (195,321 करोड़ रूपये) के स्तर पर पहुंच गया।
31 मार्च 2010 को समाप्त वर्ष में बैंक को 199.80 बिलियन रूपये (19980.5 करोड़ रूपये) की आय हुई थी।
भारतीय एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर के अग्रणी पब्लिकेशन, बैंक के क्रियाकलापों एवं इसकी गुणवत्ता की सराहना करते हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 07 December 2010 by admin
55594 मामलों में एफ.आई.आर. दर्ज ,प्रवर्तन दलों द्वारा रिकार्ड 366 करोड़ रुपये राजस्व की वूसली
पावर कारपोरेशन के प्रवर्तन दलों ने इस वशZ माह नवम्बर तक विद्युत चोरी रोकने के लिए 37703 उपभोक्ताओं के यहां आकिस्मक छापे डाले, जिसमें 15835 मामलों में विद्युत चोरी एवं अनियमितताएं पकड़ी। इसके अलावा प्रवर्तन दलों ने कुल 366.46 करोड़ रुपये का राजस्व वसूल किये।
अपर पुलिस महानिदेशक (सतर्कता) श्री शैलजा कान्त मिश्र की अध्यक्षता में आज यहां शक्ति भवन में प्रवर्तन दलों के कार्यों की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई। बैठक में यह भी बताया गया कि विद्युत चोरी के विरूद्ध 84.29 करोड़ रुपये का राजस्व आंकलन किया गया। 10829 मामलों में 20.86 करोड़ रुपये की धनरािश शमन शुल्क के रूप में वसूल की गई।
बैठक में यह भी बताया गया कि विद्युत चोरी के 5594 मामलों में एफ.आई.आर. दर्ज करायी गई तथा 11,780 उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे गये। इसके अलावा 7770 मामलों में राजस्व निर्धारण के फलस्वरूप 18.76 करोड़ रुपये की धनरािश वसूली गई। इसके साथ ही बकाये के 7931 मामलों में 326.84 करोड़ रुपये वसूल किये गये।
बैठक में पुलिस अधीक्षक (प्रवर्तन) श्री सैय्यद वसीम अहमद ने अवगत कराया कि प्रवर्तन दलों द्वारा राजस्व वसूली में निरन्तर वृद्धि दर्ज की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रवर्तन दलों द्वारा वशZ 2007 में 86.70 करोड़ रुपये, वशZ 2008 में 90.96 करोड़ रुपये, वशZ 2009 में 214.71 करोड़ रुपये तथा वशZ 2010 में माह नवम्बर तक 366.46 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त किया गया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 07 December 2010 by admin
सशस्त्र सेना झण्डा दिवस निधि में प्रदेशवासियों से माननीया मुख्यमन्त्री जी ने उदारतापूर्वक सहयोग की अपील की
राज्य सरकार सैनिकों के कल्याण के प्रति पूरी तरह संवेदनशील -माननीया मुख्यमन्त्री जी
उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के अवसर पर सभी भूतपूर्व और वर्तमान सैनिकों को हादिZक शुभकामनाएं दी हैं।
माननीया मुख्यमन्त्री जी नेे देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सैनिकों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रदेशवासियों से सशस्त्र सेना बलों के जवानों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए स्थापित Þसशस्त्र सेना झण्डा दिवस निधिß में उदारतापूर्वक सहयोग करने की अपील की है।
माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी आज यहां अपने सरकारी आवास-5 कालीदास मार्ग पर सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के अवसर पर सशस्त्र सेना झण्डा दिवस नीधि में दान करने के बाद सैनिक कल्याण विभाग के अधिकारियोें से बातचीत कर रहीं थीं। इस मौके पर माननीया मुख्यमन्त्री जी को फ्लैग लगाया गया।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि राज्य सरकार सैनिकों के कल्याण के लिए पूरी तरह संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों को समाज में उचित स्थान देना और वैकल्पिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना एक राष्ट्रीय जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सेवारत सैनिकों के परिवारों तथा भूतपूर्व सैनिकों तथा शहीद सैनिकों के आश्रितों तक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के प्रति पूरी तरह सजग है।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि आन्तरिक सुरक्षा तथा प्राकृतिक आपदाओं एवं आपातकालीन स्थिति से मुकाबला करने में सशस्त्र सेना बलों के जवानों का सराहनीय योगदान है। उन्होंने कहा कि आज का अवसर उन सभी वीर सैनिकों को याद करने का दिन है, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिये और शौर्य अलंकरण प्राप्त कर प्रदेश तथा देश का गौरव बढ़ाया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 07 December 2010 by admin
सिटी मोन्टेसरी स्कूल के लगभग 5000 छात्रों ने आज एक विशाल विश्व एकता मार्च निकालकर भावी पीढ़ी के `सुरक्षित भविष्य´ की पुरजोर अपील की एवं सन्देश दिया कि विश्व एकता की डोर से ही यह दुनिया सुरक्षित हो सकती है। सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गांधी व डा. (श्रीमती) भारती गांधी की अगुवाई में इस विशाल `विश्व एकता मार्च´ का नेतृत्व सी.एम.एस. क्वालिटी अश्योरेन्स डिपार्टमेन्ट की हेड सुश्री सुिष्मता बासु एवं सी.एम.एस. कानपुर रोड कैम्पस की प्रधानाचार्या डा. (श्रीमती) विनीता कामरान ने किया। सी.एम.एस. छात्रों का यह विशाल `विश्व एकता मार्च´ आज प्रात: कानपुर रोड स्थित पुरानी चुंगी से प्रारम्भ हुआ एवं सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम पहुंचकर एक विशाल सभा में परिवर्तित हो गया। इस `विश्व एकता मार्च´ के माध्यम से सी.एम.एस. छात्रों ने विश्व के राष्ट्राध्यक्षों से मांग की कि वे विश्व के दो अरब बच्चों तथा आगे जन्म लेने वाली पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित बनाने के हेतु निर्णायक कदम उठायें एवं पृथ्वी को परमाणु बम सहित सभी प्रकार के जैविक व रासायनिक बमों से मुक्त करें। इस विश्व एकता मार्च में सी.एम.एस. के सभी कैम्पस की प्रधानाचार्याएं भी उपस्थित थीं।
इससे पहले सी.एम.एस. छात्रों के विशाल `विश्व एकता मार्च´ को लखनऊ की जनता ने भरपूर समर्थन देते हुए छात्रों के सुर में सुर मिलाया एवं सी.एम.एस. की इस पहल की भूरि-भूरि प्रशंसा की। सड़क के दोनों किनारों पर खड़े विशाल जन-समुदाय ने छात्रों के उत्साहवर्धन में कोई कोर-कसर नहीं रखी एवं जगह-जगह सी.एम.एस. छात्रों को भरपूर प्रोत्साहित किया। इस विशाल `विश्व एकता मार्च´ में छात्रों ने हाथों में नारे लिखी तिख्तयां लेकर विश्व एकता तथा विश्व शान्ति से ओतप्रोत विश्व की मांग की। `बच्चों के हित में राष्ट्राध्यक्ष परमाणु हथियारों की होड़़ बन्द करें´, `हमें विश्व में एकता व शान्ति चाहिए´, `पूरे संसार के लिए एक कानून के राज का समय आ गया है´, `विश्व सरकार - विश्व के बच्चों की आखिरी उम्मीद´, `प्रभावशाली अन्तर्राष्ट्रीय कानून वह विचार है जिसका समय अब आ गया है´, `विश्व नेता हमें सुरक्षित भविष्य का अधिकार दें।´ आदि नारे लगाते हुए विश्व के राष्ट्राध्यक्षों से मार्मिक अपील कर रहे थे।
इस विश्व एकता मार्च के द्वारा सी.एम.एस. छात्रों ने `विश्व एकता व विश्व शान्ति´ की मार्मिक अपील के साथ-साथ युवा पीढ़ी के चरित्र निर्माण की पुरजोर अपील की एवं समाज के प्रत्येक नागरिक का आहवान किया कि भावी पीढ़ी को चरित्रिक व मानवीय गुणों से युक्त बनाने में योगदान दें। इस अवसर पर सी.एम.एस. छात्रों ने चरित्र निर्माण व धार्मिक एकता की नींव मजबूत करने की प्रतिज्ञा की। सी.एम.एस. छात्रों के विशाल `विश्व एकता मार्च´ को मिले भारी जन-समर्थन ने स्पष्ट कर दिया कि छात्रों की यह मुहिम निश्चित ही रंग लायेगी और वह दिन दूर नहीं जब सारे विश्व में सामाजिक सद्भाव व आपसी भाईचारे की लहर प्रवाहित होगी।
इस अवसर पर सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गांधी ने अपने सम्बोधन में कहा कि विश्व व्यवस्था आज आतंकवाद, अशिक्षा, कुपोषण, पर्यावरण आदि विभिन्न विश्वव्यापी समस्याओं से जूझ रही है और इतने पर भी पूरे विश्व में परमाणु शस्त्रों की जबरदस्त होड़ जारी है। इसका अर्थ यह है कि मानवता के ठेकेदार अब भी जागे नही हैं। इसीलिए आज इस बात की महती आवश्यकता है कि सम्पूर्ण जनमानस जागरूक हो और विश्व व्यवस्था को प्रभावशाली अन्तर्राष्ट्रीय कानून व्यवस्था के अन्तर्गत लाया जाए। डा. गांधी ने कहा कि विश्वव्यापी समस्याओं का निदान विश्व एकता से ही सम्भव है और तभी भावी पीढ़ी का भविष्य भी सुरक्षित हो सकता है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि विश्व के देश प्रभावशाली अन्तर्राष्ट्रीय कानून व्यवस्था का निर्माण करें एवं विश्व संसद व विश्व सरकार की अवधारणा को असली जामा पहनाएं। डा. गांधी ने जोर देते हुए कहा कि आज हम निर्णायक मोड़ पर खड़े हैं जहां हमें यह तय करना है कि क्या हमें विश्व की इस भयंकर स्थिति को मूकदर्शक बनकर देखते रहना है या फिर हमें युद्ध व आतंकवाद की स्थिति को रोकने के लिए यथा सम्भव योगदान करने के लिए आगे आना हैर्षोर्षो इस पर सार्थक पहल की आवश्यकता है।
सी.एम.एस. समय-समय पर इस प्रकार का जागरूकता अभियान चलाकर सम्पूर्ण समाज का जागरूक करने का प्रयास करता है। सी.एम.एस. का मानना है कि सम्पूर्ण विश्व को एक कानून एवं न्याय के धागे में बांधकर ही विश्व एकता स्थापित की जा सकती है और यह कार्य अन्तर्राष्टीय कानून, विश्व संसद व विश्व सरकार के अविलम्ब गठन से ही सम्भव है, तभी भावी पीढ़ी सुरक्षित रह सकती है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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