Archive | December 6th, 2010

कृतज्ञ राश्ट्र ने परमपूज्य बाबा साहेब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर जी को पूरे आदर व सम्मान के साथ स्मरण किया

Posted on 06 December 2010 by admin

cm-photo-1-06-12-2010-001माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने बाबा साहेब की 54वीं परिनिर्वाण तिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की

परमपूज्य बाबा साहेब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर जी को उत्तर प्रदेश की बी0एस0पी0 सरकार ने विभिन्न रूपों में पूरा-पूरा आदर-सम्मान दिया

बाबा साहेब के प्रयासों से ही देश के सामाजिक परिवेश में व्यापक बदलाव के साथ-साथ समतामूलक समाज व्यवस्था की स्थापना को बल मिला

एस0सी0/एस0टी0 के अलावा पिछड़े वर्गों को शिक्षा एवं रोजगार में आरक्षण की व्यवस्था बाबा साहेब की देन

बाबा साहेब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर ने ही धर्म निरपेक्ष संविधान की रचना की

डॉ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती विहार खण्ड-1 में बाबा साहेब की चहुमुखी प्रतिमा का अनावरण

माननीया मुख्यमन्त्री जी द्वारा डॉ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती पार्क, डा0 भीमराव अम्बेडकर गोमती विहार खण्ड-1, खण्ड-2, खण्ड-3 व खण्ड-4 तथा डॉ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती बुद्ध पािर्कंग स्थल, गौतम बुद्ध सेतु, मान्यवर श्री कांशीराम जी सेतु के साथ आगरा के डा0 अम्बेडकर सेतु, डा0 अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल हेतु नवीनीकृत गोमती ब्रिज एवं नवीनीकृत ओवर ब्रिज का भी लोकार्पण

देश के करोड़ों दलितों, पिछड़ों और उपेक्षित वर्गों को सम्मानपूर्वक जीवन जीने का हक दिलाने के लिए आजीवन संघशZ करने वाले संविधान निर्माता, भारत रत्न परमपूज्य बाबा साहेब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर जी की आज उनकी 54वीं परिनिर्वाण तिथि पर कृतज्ञ राश्ट्र ने उन्हें बेहद आदर व सम्मान के साथ याद किया। उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री एवं बी0एस0पी0 की राश्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती जी के नेतृत्व में पूरे देश के करोड़ों बी0एस0पी0 कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, समर्थकों, अनुयायियों, प्रशंसकों तथा सर्वसमाज के सभी वर्गों के लोगों ने युग पुरूष को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अलावा प्रदेश के सभी जनपदों में भी बड़ी संख्या में बाबा साहेब के समर्थकों एवं अनुयायियों ने उनकी याद में कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।

cm-photo-3-06-12-2010माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने आज बाबा साहेब डॉ0 अम्बेडकर की पुण्य तिथि पर सबसे पहले यहां डॉ0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर भावभीनी श्रद्धान्जलि दी। इसके पश्चात माननीया मुख्यमन्त्री जी ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निर्मित डॉ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती पार्क पहुंचकर बाबा साहेब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति का अनावरण किया। इस अवसर पर उन्होंने डॉ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती विहार खण्ड-1, डॉ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती विहार खण्ड-2, डॉ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती विहार खण्ड-3, डॉ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती विहार खण्ड-4  डॉ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती बुद्ध विहार पािर्कंग स्थल, डा0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल हेतु नवीनीकृत गोमती ब्रिज, डा0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल हेतु ओवर ब्रिज तथा डॉ0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल के प्रशासनिक भवन-2 का लोकार्पण किया।

माननीया मुख्यमन्त्री जी ने डॉ0 भीमराव अम्बेडकर गोमती विहार खण्ड-1 में बाबा साहेब की चहुंमुखी प्रतिमा का अनावरण भी किया। इसी के साथ मा0 मुख्यमन्त्री जी ने लखनऊ नगर के गोमती बैराज से लक्ष्मण मेला मैदान मार्ग पर गोमती नदी के बन्धे पर निर्मित मान्यवर श्री कांशीराम जी सेतु, लखनऊ में गोमती नगर में हेनीमैन चौराहे के पास पूर्वोत्तर रेलवे के सम्पार संख्या-2 ए0एम0एल0 पर निर्मित गौतम बुद्ध सेतु, आगरा नगर में प्राचीन स्ट्रैची रेलवे पुल के निकट निर्मित डा0 अम्बेडकर सेतु तथा गाजियाबाद शहर में गाजियाबाद-सहारनपुर मार्ग पर एल्ट सेन्टर के निकट रेल सम्पार संख्या 4-सी पर निर्मित रेल उपरगामी सेतु का भी लोकार्पण किया।

इस अवसर पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि सदियों से गैरबराबरी वाली जातिवादी व्यवस्था का शिकार रहे दलित व शोषित समाज को आत्म सम्मान के साथ जीने का अधिकार बाबा साहेब डॉ0 अम्बेडकर ने ही दिलाया था। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने अनुसूचित जाति, जनजाति के लोगों के लिए संविधान में आरक्षण का प्राविधान करके इन वर्गों के शैक्षिक, सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान की शुरूआत की।

माननीया मुख्यमन्त्री जी ने बाबा साहेब डॉ0 अम्बेडकर की परिनिर्वाण तिथि पर अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि बाबा साहेब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर ने देश में कायम गैर-बराबरी वाली सामाजिक व्यवस्था को बदलकर समतामूलक समाज व्यवस्था की स्थापना के लिए आजीवन कार्य किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बाबा साहेब के इस मिशन को दृष्टिगत रखते हुए अपना हर फैसला “सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय´´ की नीति पर लेती है। उन्होंने कहा कि बहुमुखी प्रतिभा तथा व्यक्तित्व के धनी बाबा साहेब डॉ0 अम्बेडकर के अधूरे सपनों को पूरा करना तथा उनके बताये हुए मार्ग पर चलना ही इस महान मानवतावादी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

सुश्री मायावती जी ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर का सारा जीवन देश में सामाजिक भाईचारे के आधार पर समतामूलक समाज की व्यवस्था को स्थापित करने के लिए समर्पित रहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की वर्तमान बी0एस0पी0 सरकार बाबा साहेब के बताये हुए मार्ग पर चलकर पूरे देश में सामाजिक समानता और सर्वसमाज के बीच आपसी सद्भाव पैदा करने के लिए सतत् प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने दलितों, शोषितों, वंचितों एवं कमजोर वर्गों में जागरूकता पैदा करके एक सशक्त आवाज को बुलन्द किया और उन्हें सत्ता के केन्द्र तक पहुंचाया। इसके अलावा उन्होंने पिछड़ों तथा धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों की भी रक्षा की। उन्होंने कहा कि इन वर्गों को आत्म-सम्मान का जीवन व सामाजिक न्याय दिलाने के लिये बाबा साहेब डॉ0 अम्बेडकर ने भारतीय संविधान में अनेक प्राविधान किये।

cm-photo-2-06-12-2010-002माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि बाबा साहेब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर ने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के उत्थान के लिए ही नहीं, बल्कि अन्य पिछड़े वर्गों के लोगों के हित में महत्वपूर्ण कार्य किए। उन्होंने कहा कि अन्य पिछड़े वर्गो को आज शिक्षा एवं सरकारी नौकरियों में जो आरक्षण की सुविधा मिली है, यह किसी और महापुरूष या पार्टी की देन नहीं, बल्कि बाबा साहेब की ही देन है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डॉ0 अम्बेडकर ने भारतीय संविधान की धर्मनिरपेक्षता के आधार पर रचना करके समाज के सभी धार्मिक मतावलिम्बयों को बराबरी का मौका दिया।

माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि बहुजन समाज में जन्में सन्तों, गुरूओं और महापुरूषों ने जीवन पर्यन्त समतामूलक सामाजिक व्यवस्था को कायम करने के लिए कड़ा संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के कड़े परिश्रम, त्याग और संघर्ष को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। बाबा साहेब के अथक प्रयासों के फलस्वरूप ही आज देश के सामाजिक परिवेश में व्यापक बदलाव हुआ है और समतामूलक समाज की स्थापना को भी बल मिला। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर सहित सामाजिक परिवर्तन के लिए आजीवन संघर्ष करने वाले सन्तों, गुरूओं और महापुरूषों के आदर व सम्मान में निर्मित कराये गये स्मारक, संग्रहालय, पार्क, गैलरी, चौराहे और मूर्तियां आगे आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा के रूप में कार्य करते रहेंगे।

सुश्री मायावती जी ने कहा कि उनकी सरकार ने अपने सभी कार्यकालों में बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए तथा उनके आदर व सम्मान में विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाएं और कार्यम संचालित किये। उन्होंने बाबा साहेब के नाम पर शुरू की गयी कुछ योजनाओं और कार्यमों की चर्चा करते हुए कहा कि अनुसूचित जाति/जन जाति के लोगों के आर्थिक व सामाजिक विकास के लिए डा0 अम्बेडकर ग्राम सभा विकास विभाग का गठन करते हुए अनुसूचित जाति/जन जाति बाहुल्य गांवों की तरक्की और खुशहाली के लिए डा0 भीमराव अम्बेडकर ग्राम सभा विकास योजना शुरू की गयी। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत चयनित अम्बेडकर गांवों में सभी आवश्यक सुविधायें मुहैया कराने की व्यवस्था की गयी है। योजना के प्रभावी यािन्वयन एवं मानीटरिंग के लिए अलग से सेल का गठन भी किया गया। उन्होंने कहा कि 10 हजार डा0 अम्बेडकर ग्रामों की अनुसूचित जाति की बस्तियों में सोडियम लाइट लगाये जा रहे हैं। अम्बेडकर ग्राम सभाओं की प्रत्येक दलित बस्तियों में ’’बहुउद्देशीय सामुदायिक केन्द्र’’ बनाये गये। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति/जनजाति वर्गों के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से डा0 अम्बेडकर विशेष रोजगार योजना को प्रभावी रूप से संचालित किया जा रहा है।

माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाबा साहेब के सम्मान में आगरा विश्वविद्यालय का नामकरण बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर किया गया। इसी विश्वविद्यालय में बाबा साहेब डा0 अम्बेडकर के नाम पर अम्बेडकर पीठ की भी स्थापना की गयी। डा0 अम्बेडकर के नाम पर अनुसूचित जाति/जनजाति कोचिंग सेंटर की स्थापना जनपद अलीगढ़ और आगरा में की गयी है। फैजाबाद मण्डल के अन्तर्गत अम्बेडकर नगर के नाम से नये जिले का गठन किया गया। वाराणसी में बाबा साहेब के नाम पर स्टेडियम का नामकरण तथा रामपुर में संग्रहालय व पुस्तकालय की स्थापना की गयी। इसके अलावा जनपद बांदा में बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर मेडिकल कालेज, नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा में डा0 भीमराव अम्बेडकर मल्टी सुपर स्पेशियल्टी अस्पताल स्थापित कराये गये हैं। कानपुर में डॉ0 अम्बेडकर इन्स्टीट्‌यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी फार हैण्डीकैप्ड तथा जनपद आजमगढ़ में डॉ0 अम्बेडकर भवन का निर्माण कराया गया। जनपद मैनपुरी तथा कन्नौज में डा0 भीमराव अम्बेडकर राजकीय महाविद्यालय की स्थापना की गयी। इसी प्रकार लखन में डा0 भीमराव अम्बेडकर अन्तर्राष्टीय खेल स्टेडियम तथा ग्रेटर नोएडा में 500 सीटों वाले डा0 अम्बेडकर अनुसूचित जाति/जनजाति छात्रावास का निर्माण कराया गया। जनपद आगरा एवं गौतमबुद्ध नगर में डॉ0 अम्बेडकर पार्क स्थापित किया गया। लखन में डॉ0 अम्बेडकर पर्यावरण म्यूजियम तथा डॉ0 अम्बेडकर पर्यावरण परिसर का निर्माण कराया गया। बाबा साहेब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखन में अम्बेडकर पीठ की स्थापना तथा प्रशासनिक भवन संकुल का निर्माण कराया गया है।

सुश्री मायावती जी ने कहा कि इसके अलावा बाबा साहेब के कार्यों को चिरस्थायी बनाने के उद्देश्य से लखन में डा0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक  परिवर्तन स्थल, डा0 भीमराव अम्बेडकर विहार, डा0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन गैलरी, डा0 भीमराव अम्बेडकर स्मारक दृश्य स्थल, डा0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन प्रतिबिम्ब स्थल तथा सामाजिक परिवर्तन संग्रहालय और जनसुविधा परिसर की स्थापना करायी गयी। इसके अलावा बाबा साहेब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर लघु उद्यमी प्रादेशिक पुरस्कार योजना शुरू की गयी। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के नाम पर डॉ0 अम्बेडकर नि:शुल्क बोरिंग योजना तथा डॉ0 अम्बेडकर कृषि र्जा सुधार योजना भी शुरू की गयी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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भारत सरकार वैट एवं केन्द्रीय बिक्री कर के क्षतिपूर्ति के दावों का निस्तारण निर्धारित तिथि एवं नििश्चत समय अवधि में कराये-वाणिज्य कर मन्त्री, उत्तर प्रदेश

Posted on 06 December 2010 by admin

भारत सरकार उत्तर प्रदेश के केन्द्रीय बिक्री कर की क्षतिपूर्ति के क्लेम की धनरािश 2527.93 करोड़ रू0 का भुगतान तुरन्त कराये

इम्पावर्ड कमेटी जी0एस0टी0 के प्रस्तावित स्वरूप का लागू करने से पहले इस व्यवस्था का राज्यों के राजस्व पर पड़ने वाले असर के अनुमान का एक्सपर्ट ग्रुप से समयबद्ध अध्ययन कराये-नकुल दुबे

जी0एस0टी0 की इम्पावर्ड कमेटी की बैठक में वाणिज्य कर मन्त्री का उद्बोधन

उत्तर प्रदो के वाणिज्य कर मंत्री श्री नकुल दुबे ने कहा है कि यदि केन्द्र सरकार जी0एस0टी0 व्यवस्था को लागू करने के प्रति पूर्ण रूप से गम्भीर है तथा इसे लागू करने में राज्य सरकारों का पूरा सहयोग प्राप्त करना चाहती है, तो उसे अपनी विवसनीयता बनाये रखने के लिए वैट एवं केन्द्रीय बीि कर के क्षतिपूर्ति दावों के निस्तारण के लिए एक निर्धारित समयसीमा एवं तिथि निचित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों द्वारा प्रस्तावित दावों का निर्धारित समयावधि में परीक्षणोपरान्त ात-प्रताित निस्तारण से केन्द्र सरकार की साख मजबूत होगी। उन्होंने केन्द्र सरकार से पुन: यह अनुरोध किया है कि उत्तर प्रदो के र्वा 2007-08, 08-09 व 09-2010 के कुल 2527-93 करोड़ रूपये के केन्द्रीय बीि कर की क्षतिपूर्ति के क्लेम, जिसकी गणना भारत सरकार द्वारा जारी दााि-निर्देााें के अनुरूप की गयी है, का भुगतान तत्काल कराया जाए।

श्री दुबे आज नई दिल्ली में जी0एस0टी0 के सम्बन्ध में आयोजित राज्यों के वित्त मंत्रियों की इम्पावर्ड कमेटी के समक्ष उत्तर प्रदो सरकार का पक्ष प्रस्तुत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इम्पावर्ड कमेटी को इस तथ्य का समयबद्ध अध्ययन किसी वाेािज्ञ समूह से करा लेना चाहिए, जिससे यह अनुमान निकाला जा सके कि जी0एस0टी0 के प्रस्तावित स्वरूप को लागू करने से राज्यों के राजस्व पर क्या असर पड़ेगा।

वाणिज्य कर मंत्री ने केन्द्रीय बीि कर एवं वैट के क्षतिपूर्ति के वर्तमान लम्बित दावों के निस्तारण के लिए केन्द्र सरकार से एक स्वायत्ताासी एजेन्सी के गठन का अनुरोध किया। उनका मत था कि यदि एजेन्सी का गठन नहीं किया गया, तो जी0एस0टी0 व्यवस्था में क्षतिपूर्ति से केन्द्र सरकार के आवासन पर राज्य सरकारों को विवास करना मुकिल हो जायेगा। इसके अतिरिक्त उन्होंने केन्द्रीय एक्साइज ड्‌यूटी के लिए थ्रो होल्ड लिमिट जो वर्तमान में 1-50 करोड़ रूपये है तथा जी0एस0टी0 व्यवस्था में केन्द्रीय एक्साइज ड्‌यूटी के लिए यह लिमिट पांच लाख से बढ़ाकर दस लाख की जा रही है, को उत्पादक इकाइयों के लिए सी0जी0एस0टी0 में तीन करोड़ रूपये रखे जाने का सुझाव दिया। उन्होंने यह भी कहा कि सी0जी0एस0टी0 में थ्रो होल्ड लिमिट दस लाख रूपये किए जाने से वे लघु औद्योगिक इकाइयां भी जी0एस0टी0 के दायरे में आ जायेंगी, जो वर्तमान व्यवस्था में केन्द्रीय एक्साइज ड्‌यूटी के दायरे में नहीं आती, इन ईकाइयों पर कर का भार बढ़ जायेगा तथा यह भी संभावना है कि इनका व्यापार प्रतिस्पर्धात्मक न रह जाये। ऐसी स्थिति में बहुत सी इकाइयां बन्दी का ाकार हो जायेंगी, जिसके फलस्वरूप इन ईकाइयों में काम कर रहे कुाल व अर्द्धकुाल कारीगर बेरोजगार हो जायेंगे।

श्री दुबे ने कहा कि जी0एस0टी0 व्यवस्था में इम्पावर्ड कमेटी द्वारा 99 वस्तुओं को करमुक्त रखे जाने की संस्तुति की गयी है। यदि प्रस्तावित व्यवस्था के अनुसार ही वस्तुएं करमुक्त रखी जाती हैं, तो उत्तर प्रदो में आमजन के उपभोग की बहुत सी वस्तुएं 16 प्रताित कर के दायरे में आ जायेंगी। इतना ही नहीं बनारसी साड़ी, अन्य प्रकार की कढ़ाई की वस्तुएं, जिनका निर्माण कुाल एवं गरीब कामगरों द्वारा किया जाता है तथा जो राज्य की हस्ताल्प की सदियों पुरानी परम्परा को जिन्दा रखे हुए हैं, के उत्पाद भी 16 प्रताित के दर से कर योग्य हो जायेंगी तथा कर का बोझ न उठा पाने के कारण यह ाल्प राज्य से समाप्त हो जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों को अपने राज्य की परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में आवयक वस्तुओं को करमुक्त करने का अधिकार दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदो सरकार का यह मत है कि जी0एस0टी0 व्यवस्था में वैट व्यवस्था के बाद ही कर के दरों की संरचना होनी चाहिए। इसमें मानक दर एवं एक न्यून दर के अलावा सोने, चांदी जैसी बहुमूल्य धातुओं के लिए भी एक वाेाि न्यून दर रखी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार केन्द्र सरकार के उस सुझाव से भी सहमत नहीं है, जिसमें सभी वस्तुओं के लिए कुछ र्वााें के उपरान्त एक ही दर रखने का सुझाव दिया गया है, यदि यह व्यवस्था लागू की गयी, तो वर्तमान में 04 प्रताित अथवा 05 प्रताित की दर से कर योग्य वस्तुएं, जिनमें दैनिक उपभोग की बहुत सी आवयक वस्तुएं, जैसे बर्तन, मोमबत्ती, दियासलाई, खाद्य तेल, दवाइयां, होजरी, साइकिल आदि सम्मिलित हैं, 16 प्रताित की दर से करयोग्य हो जायेंगी, जिसका वाेाि प्रभाव गरीबों पर पड़ेगा। इतना ही नहीं, वर्तमान में जिन वस्तुओं पर 13 प्रताित कर योग्य हैं तथा जिन पर 10 प्रताित की दर से एक्साइज ड्‌यूटी भी देय है, जी0एस0टी0 व्यवस्था में कर का भार घटने से लाभान्वित होंगी। क्योंकि इस नई व्यवस्था में इन पर कर का भार 16 प्रताित रह जायेगा। इसका सीधा लाभ मोटर कार एयरकन्डीानर, एल0सी0टी0, टी0वी0 आदि के निर्माताओं को प्राप्त होगा, जिसका उत्पादन बड़ी बहुराटीय कम्पनियों द्वारा किया जाता है।

श्री दुबे ने कहा कि जी0एस0टी0 में वैट, लक्ज़री टैक्स, मनोरंजन कर, प्रवो कर, जुए, सट्‌टे एवं लाटरी पर लगने वाले कर जिन राज्यों में लागू, समस्त प्रकार के सेस व सरचार्ज ही विलीन किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का यह भी मत है कि जी0एस0टी0 लागू होने के बाद भी केन्द्रीय बीि कर को समाप्त नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदो खाद्यान्न उत्पादन में फूड सरप्लस राज्य है। यहां से काफी खाद्यान्न अन्य राज्यों को जाता है, जिस पर राज्य सरकार को कर प्राप्त होता है। यह कर प्रदो के राजस्व का एक प्रमुख स्रोत है। अत: उत्तर प्रदो सरकार खाद्यान्नों को तब तक कर मुक्त करने के पक्ष में नहीं है, जब तक इससे राज्य को होने वाली हानि की ात्‌-प्रताित क्षतिपूर्ति की व्यवस्था भारत सरकार द्वारा नहीं की जाती।

वाणिज्य कर मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सभी पेटोलियम पदार्थों को, जो वैट के दायरे से बाहर हैं, को जी0एस0टी0 के दायरे से भी बाहर रखने के पक्ष में है। परन्तु केन्द्र सरकार द्वारा प्रस्तावित सााेंधनों में लाइट डीजल ऑयल, फर्नो ऑयल तथा नैप्था जी0एस0टी0 से बाहर नहीं रखे गये हैं, जिससे इन पर नॉन वैट वस्तुओं की भांति 20 प्रताित अथवा अधिक दर से कर नहीं लगाया जा सकेगा। यह पदार्थ भी अन्य पेटोलियम प्रोडक्ट्‌स के समान है। अत: इन्हें भी जी0एस0टी0 के दायरे से बाहर रखा जाना चाहिए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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सिरसागांज में विशाल सर्वधर्म सामूहिक विवाह समारोह संपन्न

Posted on 06 December 2010 by admin

छह दिसम्बर, यानि बाबरी विध्वंस की बरसी का दिन। आज का यह दिन उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के सिरसागंज शहर में सांप्रदायिक सौहाद्रZ की मिसाल बना। प्रदेश भर में जहां लोगों के बीच शान्ति और समरसता को बरकरार रखने के लिये सुरक्षा बलों को लगाया गया वहीं सिरसागंज में त्रिनेत्र सेवा संस्थान के जलकल्याणम कार्यक्रम के अन्तर्गत आयोजित विशाल हिन्दू-मुस्लिम विवाह समारोह ने एक बार फिर से सांप्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल कायम की। इस द्वितीय विवाह समारोह में इक्यावन वर वधुओं ने साथ जीने मरने की कसमें खायीं और दोनों वगोंZ के लोगों ने एक दूसरे के गले मिल कर आपस में बधाइयां दीं तो कुछ क्षणों के लिये आपसी समरसता का सपना साकार हो उठा।

5कस्बे के क्षेत्रीय इंटर कालेज में सोमवार को प्रदेश शासन, जिला प्रशासन तथा सामाजिक संगठनों से जुडे तमाम लोग इस समारोह के साक्षी बने। पूरा नगर उत्साह और उल्लास में डूबा नज़र आया। फिरोजाबाद और मैनपुरी के गांवों के गरीब, दलित और बेसहारा युवक युवतियों को उनका जीवन साथी मिला तो उनकी भावनाएं मुस्कुराने लगीं। वर-वधू के परिवार वालों के चेहरों की प्रसन्नता उस समय और गहरी हो गई जब उन्हें शासन की योजना के तहत 10-10 हजार के विवाह अनुदान रािश के चैक प्रदान किये गये।

इतना ही नहीं नयी ग्रहस्थी शुरू करने के लिये आवश्यक घरेलू सामान भी उन्हें उपहारस्वरूप प्रदान किया गया। दोनों पक्षों के लिये सामूहिक भोजन व्यवस्था भी की गई थी।

विवाह समारोह के इस विशाल पावन यज्ञ में जनकल्याणम की ओर से समस्त व्यवस्थाओं का संयोजन किया गया वहीं नगर तथा क्षेत्र के कई दानदाताओं ने आगे आते हुए वस्त्र, वर्तन और विभिन्न भेंट वरवधुओं को प्रदान कीं।

जितना भव्य यह समारोह था उतना ही गरिमापूर्ण आशीZवाद समारोह हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के राज्यमन्त्री स्वतन्त्र प्रभार जयवीर सिंह ने इस मौके पर आयोजन से जुडे लोगों के उत्साह के आगे नतमस्तक होते हुए कहा कि यह छोटा सा कस्बा लोगों के आपसी मेलजोल के कारण पूरे प्रदेश में एक अलग पहचान बनाने जा रहा है। उन्होंने याद दिलाया कि छह दिसम्बर की कालिमा को धोने में जनकल्याणम और सिरसागंज नगर का यह प्रयास कारगर होगा।

फिरोजाबाद के जिलाजज, जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, पुलिस अधीक्षक, जिला कल्याण अधिकारी सहित प्रशासन से जुडे प्रमुख अधिकारी भी अपने उद्गारों को रोक नहीं सके। डीएम दिनेशंचद्र शुक्ल ने समारोह के समय चयन को वििशश्टता बताया वहीं एसपी उदय प्रताप ने कहा कि यह समारोह अनुकरणीय है। जलकल्याणम के अध्यक्ष इं. अतुल प्रताप ने समारोह की सफलता का श्रेय कार्डिनेटर्स और सहयोगियों को दिया। उन्होंने आगे भी समाज सेवा के ऐसे कायोंZ को करते रहने का संकल्प जताया।

दिल्ली से आये एडीशनल कमिश्नर कस्टम आलोक सिंह, अखिल भारतीय विकास समिति के अध्यक्ष मैनपाल सिंह राघव और उद्योगपति बीएन गौर, गुंजन ग्रुप के चेयरमेन इं. सुमित प्रताप िंसंह  सहित कई वक्ताओं ने सर्वधर्म सामूहिक विवाह समारोह को पुनीत कार्य बताते हुए राज्यमन्त्री जयवीर सिंह के इस कार्यक्रम में योगदान को महत्वपूर्ण बताया।

परंपरा के साथ संपन्न हुए विवाह

जन कल्याणम द्वारा आयोजित सर्वधर्म सामूहिक विवाह समारोह में 43 हिन्दू और 8 मुस्लिम युवक युवतियं परिणय के बंधन में बंध गये। दोनों ही वर्गों को उनके रीति रिवाजों के अनुकूल व्यवस्थाएं उपलब्ध कराई गयींंं। एक तरफ मौलवी साहबान ने निकाह कुबूल कराया तो दूसरी ओर पंडित जी ने मंत्राेांच्चार के माध्यम से फेरे और पणिग्रहण संस्कार आदि की रस्में पूर्ण कराईं।

विवाह समारोह में ाामिल होने के लिये आने वाले लोगों का कुंभ सोमवार की सुबह से ही प्रमुख सडकों पर दिखाई देने लगा था। क्षेत्रीय धर्माालाा से लेकर क्षेत्रीय इंटर कालेज तक सजे संवरे लोग, स्त्रियां और बच्चों की टोलियां आती जाती दिख रही थीं। निर्धारित समय से कुछ विलंब से वरयात्रा का वाािल जूलूा ाुरू हुआ। राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार जयवीर ंसंह, जनकल्याणम के अध्यक्ष अतुल प्रताप सिंह सहित प्रमुख इसमें ाामिल हुए। मार्ग में नगर वासियों ने घरों की छतों से पुपर्वाा कर इस एक किलोमीटर लंबी बारात के लोगों में उल्लास भरा। बीच बीच में आतािबाजी के जोरदात प्रर्दान ने बच्चों और युवाओं को आकार्त किया। नगरावासी बारात का स्वागत करने को भी दौडे। बारातियों को फूल मलाओं और पगडियों से लाद दिया।
फिरोजाबाद कापरेटिव बेंक की अध्यक्ष श्रीमती रीता सिंह ने बारातियों की आगवानी की।

बाद में सामूहिक द्वाराचार, वरमाला, आाीर्वाद, फेरे, कन्यादान की रस्मों के समय रोमांचकारी दृय उपस्थित हुआ। उपहार और भोजन ग्रहण करने के बाद सभी लोग हंसीखुाी विदा हो गये।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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कांग्रेस पार्टी के लोग रोजगार सहायकों को लेकर राजनीति करने के बजाय यू0पी0ए0 सरकार पर उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए स्थायी नीति बनाने के लिए दबाव बनायें

Posted on 06 December 2010 by admin

कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश सरकार पर झूठे आरोप लगाने से बाज आये

उत्तर प्रदेश सरकार कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने की किसी को इजाजत नहीं देगी

बहुजन समाज पार्टी के प्रवक्ता ने कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्षा द्वारा आज ग्राम रोजगार सहायकों को लेकर प्रदेश सरकार पर भ्रामक एवं बेबुनियाद आरोप लगाये जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। प्रवक्ता ने कहा है कि यदि  वह ग्राम रोजगार सहायकों की समस्याओं के बारे में वास्तव में गम्भीर होती तो वह प्रदेश सरकार को कोसने के बजाय कांग्रेस पार्टी की नेतृत्व वाली यू0पी0ए0 सरकार पर दबाव डालकर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी द्वारा प्रधानमन्त्री को लिखे गये पत्र में उठाये गये बिन्दुओं का समाधान कराने का प्रयास करतीं।

प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश अध्यक्षा अच्छी तरह जानती है कि मनरेगा केन्द्र सरकार की योजना है। केन्द्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप ही इस योजना को ग्राम पंचायत स्तर पर क्रियािन्वत करने के लिए रोजगार सहायकों को संविदा पर रखा गया है। इसके अलावा कार्यक्रम अधिकारी, लेखाकार, कम्प्यूटर आपरेटर एवं अभियन्ताओं की नियुक्ति भी केन्द्र सरकार के निर्देश पर की गई है। इस प्रकार अस्थायी संविदा पर कर्मियों की नियुक्ति की व्यवस्था न केवल ग्राम विकास विभाग में है बल्कि केन्द्र सरकार द्वारा वित्त पोषित चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार तथा कृषि जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए भी बनायी गई योजनाओं में है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग सिर्फ अपनी राजनीति चमकाने के लिए राज्य सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगाने का बहाना खोजते रहते हैं।

प्रवक्ता ने कहा कि रोजगार सहायकों की मांगों को लेकर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने 03 दिसम्बर, 2010 को प्रधानमन्त्री जी को पत्र लिखकर अनुरोेध किया था कि केन्द्र सरकार विभिन्न क्षेत्रों हेतु क्रियािन्वत किये जा रहे कार्यक्रमों के बारे में अल्पकालिक, अस्थायी एवं संविदा के आधार पर किये जाने वाली नियुक्तियों की समीक्षा कर ले एवं यदि आवश्यक हो तो उनके स्थान पर पूर्णकालिक एवं सुव्यवस्थित राज्य कर्मियों की नियुक्ति को वित्त पोषित करने की नीति बनाये। इससे न केवल योग्य शासकीय कार्मिकों के द्वारा योजनाओं का क्रियान्वयन अच्छी तरह से किया जा सकेगा, बल्कि अस्थायी व्यवस्था के कारण जिन असन्तोष एवं अड़चनों का सामना राज्यों को करना पड़ता है, वे भी दूर हो सकेंगी।

प्रवक्ता ने कहा कि माननीया मुख्यमन्त्री जी ने पत्र में प्रधानमन्त्री जी को यह भी अवगत कराया था कि संविदा के आधार पर भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए नियुक्त कार्मिकों में एक ओर अल्प वेतन एवं अस्थायी व्यवस्था होने के कारण प्राय: असन्तोष रहता है, वहीं दूसरी ओर इस प्रकार की अस्थायी व्यवस्था के अन्तर्गत नियुक्त कार्मिक विभिन्न सेवा सम्बंधी मांगों को लेकर आन्दोलनरत रहते हैं और इनका सीधा कुप्रभाव राज्य की शान्ति व्यवस्था पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि जहां तक रोजगार सहायकों पर लाठी चार्ज एवं गिरफ्तारी आदि की न्यायिक जांच की मांग को लेकर श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी द्वारा महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन देने का सवाल है तो यह कांग्रेस पार्टी के लिए कोई नयी बात नहीं है। कांग्रेस के लोग समय-समय पर नौटंकी करते रहते हैं। प्रदेश की जनता अब इनको गम्भीरता से नहीं लेती।

प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार ने रोजगार सहायकों के मामले में धरना प्रदर्शन के दिन हुई घटनाओं की जांच के लिए आदेश दे दिये हैं। इसी के साथ ही कानून-व्यवस्था खराब करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्सा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि रोजगार सहायकों का जेल से रिहा होनेे के बाद सीधे कांग्रेस अध्यक्षा के आवास पर पहुंचना, इससे यह पूरी तरह साफ है कि रोजगार सहायकों द्वारा कानून-व्यवस्था अपने हाथ में लेने तथा तोड़-फोड़ की घटना में शामिल होने के पीछे कोई न कोई राजनीतिक साजिश रही है। प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के लोगों द्वारा कानून-वयवस्था भंग करने वालों को बढ़ावा देकर राज्य सरकार पर घटिया आरोप लगाने से बाज आना चाहिए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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