उत्तर प्रदेश सरकार में मुख्य सचिव रह चुकीं श्रीमती नीरा यादव जैसी वरिष्ठ अधिकारी को सी.बी.आई. कोर्ट द्वारा दी गई 4 वर्ष की सजा भ्रष्टाचार में लिप्त एवं शासन की चाटुकारिता में लगे नौकरशाहों के लिए सबक है।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी की अध्यक्ष डॉ0 रीता बहुगुणा जोशी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि सी.बी.आई. कोर्ट के फैसले से नोएडा भूमि घोटाले में हुई 4 वर्ष की सजा से यह भी साबित हुआ कि पिछले 20 वषोZं में गैर कंाग्रेसी सरकारों में नैतिक मूल्यों का लगातार ह्रास हुआ, वहीं अधिकारियों को अपना मोहरा बनाकर सरकार में शामिल भ्रष्ट नेतागण गैर कानूनी कार्य कराते रहे हैं।
डॉ0 जोशी ने कहा कि अधिकारी वर्ग के द्वारा सबसे भ्रष्ट अधिकारी के चुनाव में श्रीमती नीरा यादव को भ्रष्टतम अधिकारी का खिताब हासिल हो चुका है। ऐसी भ्रष्ट अधिकारी को मिली सजा का स्वागत किया जाना चाहिए। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश में गैर कंाग्रेसी सरकारें लगातार भ्रष्टाचार का पालन पोषण करती रही हैं।
प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अरबों रूपये के खाद्यान्न घोटाले में भी मा0 उच्चतम न्यायालय द्वारा सी.बी.आई. जांच के आदेश से भी कई भ्रष्ट अधिकारियों एवं भ्रष्ट नेताओं के चेहरे बेनकाब होंगे। श्री मुलायम सिंह यादव की सरकार से लेकर सुश्री मायावती सरकार तक चलने वाले इस घोटाले में अभी कई बड़ी मछलियों का पकड़ा जाना बाकी है। उन्होने कहा कि सुश्री मायावती अपने पूर्ववर्ती सरकार पर दोषारोपण कर अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकतीं, क्योंकि चििन्हत भ्रष्ट अधिकारियों, नेताओं एवं अनेक दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध किसी भी कार्यवाही में सुश्री मायावती सरकार ने कोई रूचि नहीं दिखाई।
डॉ0 जोशी ने कहा कि श्री मुलायम सिंह यादव द्वारा दिये गये स्पष्टीकरण से उनकी सरकार के दामन पर लगे दाग धुलने वाले नहीं हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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