छात्र/छात्राओं की सुरक्षा/स्वास्थ्य में कोई कमी बर्दाश्त नहीं की जायेगी-राज प्रताप सिंह
विकलांग कल्याण विभाग द्वारा संचालित विद्यालयों/संस्थाओं का जिला विकलांग कल्याण अधिकारी नियमित निरीक्षण करें। वहां पर रह रहे बच्चों, विशेषकर छात्राओं की सुरक्षा तथा स्वास्थ्य की व्यवस्था का उत्तरदायित्व उन पर है। इस ओर किसी भी तरह की िढलाई बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
यह निर्देश आज प्रमुख सचिव मुख्यमन्त्री श्री राज प्रताप सिंह ने बापू भवन में आयोजित विकलांग कल्याण विभाग की मासिक समीक्षा बैठक में दिये। उन्होंने कहा कि विकलांग पेंशन के लिए जहां पर कम्प्यूटरीकृत बैंकों में समस्त लाभार्थियों के खाते नहीं खुल पाये हैं वहां इस माह के अन्त तक पेंशन के चेक लाभार्थी के खाते में डाले जाने के लिए निर्गत कर दिये जायें। विकलांग पेंशनरों की डाटा इंट्री में पाये गये त्रुटिपूर्ण सी0बी0एस0 खातों में अवशेष संशोधन कार्य को तुरन्त पूरा कर लिया जाय ताकि आगामी माह से शत-प्रतिशत लाभार्थियों को ऑन-लाइन पेंशन वितरित की जा सके।
कृत्रिम अंग अनुदान योजना में कई जनपदों की प्रगति अंसन्तोषजनक पाई गई। प्रमुख सचिव ने 15 जनवरी को जिला मुख्यालयों में शिविर लगाकर शत-प्रतिशत आवंटन के निर्देश दिये।
शादी-विवाह प्रोत्साहन पुरस्कार योजना में छत्रपति शाहूजी महाराज नगर, महोबा, बलिया तथा श्रावस्ती की प्रगति शून्य पाई गई। प्रमुख सचिव ने सम्बन्धित अधिकारियों को कड़े निर्देश देकर शत-प्रतिशत प्रगति के निर्देश दिये।
बैठक में प्रमुख सचिव ने कहा कि भविष्य में विभागीय निर्माण कार्य अत्यन्त अवश्यक होने पर ही कराये जायेंगे। सारा ध्यान विद्यालयों/संस्थाओं के सुचारू संचालन पर केिन्द्रत किया जायेगा। ताकि विकलांगजनों को योजनाओं का पूरा लाभ मिल सके।
बैठक में विशेष सचिव श्री रामराज सिंह, निदेशक श्री अरविन्द कुमार द्विवेदी, अपर निदेशक श्री विष्णु स्वरूप मिश्र, उप निदेशक, श्री अखिलेन्द्र कुमार, एस0सी0 श्रीवास्तव, जे0के0माथुर सहित समस्त मण्डलीय उप निदेशक तथा जिला विकलांग कल्याण अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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