बहुजन समाज पार्टी के प्रवक्ता ने कर्नाटक राज्य में व्याप्त भीषण भ्रष्टाचार के चलते वहां चल रही बी0जे0पी0 की सरकार को बखाZस्त करने की मांग करते हुए कहा कि आज संसद के दोनों सदनों में बी0एस0पी0 के सांसदों ने भ्रष्टाचार के मुद्दे को संसद के दोनों सदनों में जोरदार ढंग से उठाया, जिसके चलते आज संसद के दोनों सदनों, लोक सभा एवं राज्य सभा में काम ठप रहा और संसद के दोनों सदन कल तक के लिए स्थगित कर दिये गये। बी0एस0पी0 के सांसदों ने कर्नाटक सरकार को तत्काल बखाZस्त कर वहां राश्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। सांसदों ने सदन में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि कर्नाटक के मुख्यमन्त्री अपने भ्रश्ट मन्त्रियों पर अंकुश लगाने में विफल रहे हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि सांसदों ने कर्नाटक के खरबों रुपये के खनन घोटाले की जांच सर्वोच्च न्यायालय के किसी न्यायाधीश अथवा सेवानिवृत्त न्यायाधीश से कराये जाने की भी मांग की है, ताकि दोषियों के विरुद्ध आरोप तय करते हुए उन्हें दण्डित किया जा सके। उन्होंने कहा है कि कर्नाटक सरकार के प्रभावशाली मन्त्रियों के संरक्षण में पनपने वाले अवैध खनन के गोरखधंधे की रोकथाम और इसकी निष्पक्ष जांच के लिए वहंा की बी0जे0पी0 सरकार को सत्ता से हटाया जाना जरुरी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के आला नेता को अब कर्नाटक की बी0जे0पी0 सरकार देश भ्रश्टतम सरकार नज़र आ रही है, जबकि उनकी पार्टी की आन्ध्र प्रदेश सरकार की मिली भगत से ही कर्नाटक में अवैध खनन का कारोबार पनपा।
प्रवक्ता ने कहा कि कर्नाटक सरकार में शामिल रेड्डी बन्धुओं ने कानून की धज्जियां उड़ाते हुए अवैध खनन के कारोबार को संस्थागत रुप दिया है, जिससे वहां की बी0जे0पी0 सरकार का दागदार चेहरा पूरे देश के सामने बेनकाब हो गया है। उन्होंने कहा कि गैर कानूनी तरीके से दौलत जमा करने की चाहत रखने वाले कर्नाटक के इन बी0जे0पी0 नेताओं ने न केवल सरकारी राजस्व को करारी चोट पहुंचायी है, बल्कि अपने लालच में अन्धे होकर पर्यावरण को भी भारी क्षति पहुचायी है। इसलिए ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही किया जाना बेहद जरुरी है।
पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि इस सारे तथ्यों के सामने आ जाने के बावजूद कर्नाटक की बी0जे0पी0 सरकार के मुख्यमन्त्री श्री बी0एस0 यदुरप्पा का हाथ पर हाथ धर कर बैठे रहना यह दर्शाता है कि वे अपने भ्रष्ट मन्त्रियों को नियन्त्रित करने में पूरी तरह से लाचार है और किसी प्रदेश के मुख्यमन्त्री का इस प्रकार से स्थिति को नियन्त्रित करने में विवश होने की स्थिति संविधान के प्राविधानों के एकदम ही विपरीत है। इसलिए ऐसी सरकार को तत्काल बखाZस्त किये जाने से ही संवैधानिक व्यवस्था पुन: लागू की जा सकेगी।
प्रवक्ता ने कहा कि कर्नाटक के रेड्डी बन्धुओं के रंक से एकाएक राजा बनने की बात से सभी लोग अच्छी तरह वाकिफ है। इसके बावजूद बी0जे0पी0 के आलाकमान की भी इस मामले में चुप्पी यह दर्शाती है कि इन लोगों की अपनी पार्टी में बहुत ऊंची पहुंच है, जिसके चलते इनकी अपनी पार्टी की कर्नाटक इकाई में तूती बोलती है और वहॉं का मुख्यमन्त्री अपनी सरकार के मन्त्रियों के सामने पूरी तरह बेबस नज़र आता है।
बी0एस0पी0 प्रवक्ता ने कहा कि कर्नाटक की बी0जे0पी0 सरकार के पास भ्रष्टाचार को समाप्त करने की कोई दृढ़ इच्छा शक्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि घोटाले बाजों की जड़े कितनी मजबूत हैं, उसका अन्दाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वित्तीय अनियमितताओं की रोकथाम में कर्नाटक सरकार द्वारा किये गये असहयोग के चलते वहॉ के लोकायुक्त को अपने इस्तीफे की पेशकश के लिए मजबूर होना पड़ा।
प्रवक्ता ने कहा कि इस घटना ने पूरे देश को तो झकझोर दिया, लेकिन कर्नाटक के मुख्यमन्त्री ने इस गम्भीर प्रकरण से बेपरवाह होकर सार्वजनिक रुप से अपने मन्त्रियों को क्लीन चिट देते हुए यह बयान दिया कि कर्नाटक में अवैध खनन के कारोबार के लिए रेड्डी बन्धु जिम्मेदार नहींं हैं। श्री यदुरप्पा को यह आभास है कि अगर उन्होंने अपने इन मन्त्रियों के खिलाफ कोई कदम उठाया तो उनकी कुर्सी सुरक्षित नहींं रहेगी और उनकी अपनी पार्टी के लोग ही उन्हें सत्ता से बेदखल कर देंगे।
पार्टी प्रवक्ता नेे कहा कि जैसा कि लोगों का कहना है कि रेड्डी बन्धुओं के खनन कारोबार के तार आन्ध्र प्रदेश से भी जुडे़ रहे हैं। ऐसी आम चर्चा है आन्ध्र प्रदेश की कांग्रेस सरकार के तत्कालीन मुख्यमन्त्री स्वर्गीय वाई0एस0 राजशेखर रेड्डी के कार्यकाल में रेड्डी बन्धुओं के स्वामित्व वाली तीन खनन कम्पनियों को आन्ध्र प्रदेश में बगैर परमिट आरक्षित वन क्षेत्र से खनिज की ढुलाई की मंजूरी मिली हुई थी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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