Archive | August 18th, 2010

बी0एस0पी0 के सांसदों ने कर्नाटक सरकार को तत्काल बखाZस्त कर वहां राश्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।

Posted on 18 August 2010 by admin

बहुजन समाज पार्टी के प्रवक्ता ने कर्नाटक राज्य में व्याप्त भीषण भ्रष्टाचार के चलते वहां चल रही बी0जे0पी0 की सरकार को बखाZस्त करने की मांग करते हुए कहा कि आज संसद के दोनों सदनों में बी0एस0पी0 के सांसदों ने भ्रष्टाचार के मुद्दे को संसद के दोनों सदनों में जोरदार ढंग से उठाया, जिसके चलते आज संसद के दोनों सदनों, लोक सभा एवं राज्य सभा में काम ठप रहा और संसद के दोनों सदन कल तक के लिए स्थगित कर दिये गये। बी0एस0पी0 के सांसदों ने कर्नाटक सरकार को तत्काल बखाZस्त कर वहां राश्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। सांसदों ने सदन में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि कर्नाटक के मुख्यमन्त्री अपने भ्रश्ट मन्त्रियों पर अंकुश लगाने में विफल रहे हैं।

प्रवक्ता ने कहा कि सांसदों ने कर्नाटक के खरबों रुपये के खनन घोटाले की जांच सर्वोच्च न्यायालय के किसी न्यायाधीश अथवा सेवानिवृत्त न्यायाधीश से कराये जाने की भी मांग की है, ताकि दोषियों के विरुद्ध आरोप तय करते हुए उन्हें दण्डित किया जा सके। उन्होंने कहा है कि कर्नाटक सरकार के प्रभावशाली मन्त्रियों के संरक्षण में पनपने वाले अवैध खनन के गोरखधंधे की रोकथाम और इसकी निष्पक्ष जांच के लिए वहंा की बी0जे0पी0 सरकार को सत्ता से हटाया जाना जरुरी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के आला नेता को अब कर्नाटक की बी0जे0पी0 सरकार देश भ्रश्टतम सरकार नज़र आ रही है, जबकि उनकी पार्टी की आन्ध्र प्रदेश सरकार की मिली भगत से ही कर्नाटक में अवैध खनन का कारोबार पनपा।

प्रवक्ता ने कहा कि कर्नाटक सरकार में शामिल रेड्डी बन्धुओं ने कानून की धज्जियां उड़ाते हुए अवैध खनन के कारोबार को संस्थागत रुप दिया है, जिससे वहां की बी0जे0पी0 सरकार का दागदार चेहरा पूरे देश के सामने बेनकाब हो गया है। उन्होंने कहा कि गैर कानूनी तरीके से दौलत जमा करने की चाहत रखने वाले कर्नाटक के इन बी0जे0पी0 नेताओं ने न केवल  सरकारी राजस्व को करारी चोट पहुंचायी है, बल्कि अपने लालच में अन्धे होकर पर्यावरण को भी भारी क्षति पहुचायी है। इसलिए ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही किया जाना बेहद जरुरी है।

पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि इस सारे तथ्यों के सामने आ जाने के बावजूद कर्नाटक की बी0जे0पी0 सरकार के मुख्यमन्त्री श्री बी0एस0 यदुरप्पा का हाथ पर हाथ धर कर बैठे रहना यह दर्शाता है कि वे अपने भ्रष्ट मन्त्रियों को नियन्त्रित करने में पूरी तरह से लाचार है और किसी प्रदेश के मुख्यमन्त्री का इस प्रकार से स्थिति को नियन्त्रित करने में विवश होने की स्थिति संविधान के प्राविधानों के एकदम ही विपरीत है। इसलिए ऐसी सरकार को तत्काल बखाZस्त किये जाने से ही संवैधानिक व्यवस्था पुन: लागू की जा सकेगी।

प्रवक्ता ने कहा कि कर्नाटक के रेड्डी बन्धुओं के रंक से एकाएक राजा बनने की बात से सभी लोग अच्छी तरह वाकिफ है। इसके बावजूद बी0जे0पी0 के आलाकमान की भी इस मामले में चुप्पी यह दर्शाती है कि इन लोगों की अपनी पार्टी में बहुत ऊंची पहुंच है, जिसके चलते इनकी अपनी पार्टी की कर्नाटक इकाई में तूती बोलती है और वहॉं का मुख्यमन्त्री अपनी सरकार के मन्त्रियों के सामने पूरी तरह बेबस नज़र आता है।

बी0एस0पी0 प्रवक्ता ने कहा कि कर्नाटक की बी0जे0पी0 सरकार के पास भ्रष्टाचार को समाप्त करने की कोई दृढ़ इच्छा शक्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि घोटाले बाजों की जड़े कितनी मजबूत हैं, उसका अन्दाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वित्तीय अनियमितताओं की रोकथाम में कर्नाटक सरकार द्वारा किये गये असहयोग के चलते वहॉ के लोकायुक्त को अपने इस्तीफे की पेशकश के लिए मजबूर होना पड़ा।

प्रवक्ता ने कहा कि इस घटना ने पूरे देश को तो झकझोर दिया, लेकिन कर्नाटक के मुख्यमन्त्री ने इस गम्भीर प्रकरण से बेपरवाह होकर सार्वजनिक रुप से अपने मन्त्रियों को क्लीन चिट देते हुए यह बयान दिया कि कर्नाटक में अवैध खनन के कारोबार के लिए रेड्डी बन्धु जिम्मेदार नहींं हैं। श्री यदुरप्पा को यह आभास है कि अगर उन्होंने अपने इन मन्त्रियों के खिलाफ कोई कदम उठाया तो उनकी कुर्सी सुरक्षित नहींं रहेगी और उनकी अपनी पार्टी के लोग ही उन्हें सत्ता से बेदखल कर देंगे।

पार्टी प्रवक्ता नेे कहा कि जैसा कि लोगों का कहना है कि रेड्डी बन्धुओं के खनन कारोबार के तार आन्ध्र प्रदेश से भी जुडे़ रहे हैं। ऐसी आम चर्चा है आन्ध्र प्रदेश की कांग्रेस सरकार के तत्कालीन मुख्यमन्त्री स्वर्गीय वाई0एस0 राजशेखर रेड्डी के कार्यकाल में रेड्डी बन्धुओं के स्वामित्व वाली तीन खनन कम्पनियों को आन्ध्र प्रदेश में बगैर परमिट आरक्षित वन क्षेत्र से खनिज की ढुलाई की मंजूरी मिली हुई थी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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सरकार की प्राथमिकताओं को नज़रअन्दाज करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा

Posted on 18 August 2010 by admin

राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक सम्पन्न

उत्तर प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने कानून-व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने तथा विकास कार्यों को गति को तेज करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जनता की स्थानीय समस्याओं के समाधान की व्यवस्था को और भी प्रभावी बनाने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस बात पर असन्तोष व्यक्त किया कि आज भी बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्यायें लेकर लखनऊ आते हैं, इससे स्पष्ट है कि जनपद स्तर पर उनकी सभी समस्याओं का प्रभावी निदान नहीं हो रहा है।
मुख्यमन्त्री आज यहां तिलक हाल में आयोजित राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में प्रदेश की कानून-व्यवस्था तथा विकास कार्याें के क्रियान्वयन की गहन समीक्षा कर रही थीं। लगभग दो घण्टे की बिन्दुवार विस्तृत समीक्षा करते हुए उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

मुख्यमन्त्री ने अधिकारियों को याद दिलाया कि उन्होंने पहली समीक्षा बैठक में सरकार की प्राथमिकताएं तय करते हुए निर्देश दिए थे कि अन्यायमुक्त, अपराधमुक्त, भयमुक्त तथा विकासयुक्त वातावरण बनाकर कानून द्वारा कानून का राज कायम करने को सर्वाेच्च प्राथमिकता दें। उन्होंने पुन: स्पष्ट किया कि उनकी सरकार कानून व्यवस्था को सर्वाेच्च प्राथमिकता देती है और इस मामले में कोई समझौता नहीं करती। उन्होंने अधिकारियों को सचेत करते हुए कहा कि सरकार की इन प्राथमिकताओं को नज़रअन्दाज करने वालो को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जनता से सीधे संवाद कायम करके उनकी समस्याओं का समाधान करें तथा अपने क्षेत्र के बारे में पूरी जानकारी भली-भान्ति रखें। उन्होंने कहा कि यदि इसमें कोई िढलाई बरती गई तो उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

सुश्री मायावती ने कहा कि आगे आने वाले महीनों में विभिन्न त्यौहार, पंचायती चुनाव एवं अन्य संवदेनशील मामलों को देखते हुए कानून-व्यवस्था पर कड़ी निगाह रखी जाए। उन्होंने संवेदनशील स्थलों का पहले से ही चिन्हीकरण करके कानून व्यवस्था के दृष्टिकोण से सभी मुकम्मल तैयारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मौके पर निर्णय लेने में विलम्ब के कारण अक्सर स्थिति खराब हो जाती है, इसलिए इस ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अधिकांश मामले जमीन-जायदाद से जुड़े होते हैं, इसलिए ऐसे मामलों में तुरन्त कार्यवाही करके बड़ी घटनाओं को रोका जाना चाहिए।

उन्होंने साम्प्रदायिक स्थिति उत्पन्न होने पर वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर आवश्यक निर्णय लेने के निर्देश दिए। उन्होंने थाना एवं तहसील दिवस को प्रभावी बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों को थानों का नियमित निरीक्षण भी करते रहना चाहिए।

मुख्यमन्त्री ने जेलों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि जेलों के निरीक्षण गहनता से किए जाने चाहिए तथा सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों पर निगाह रखी जाए। उन्होंने कहा कि जेल में निरूद्ध बिन्दयों की प्रकृति के अनुरूप पर्याप्त सतर्कता बरती जानी चाहिए।

सुश्री मायावती ने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा अनेकों जनहित की योजनाएं लागू की जा रही हैं, जिनका पूरा-पूरा लाभ लोगों को मिलना चाहिए। क्योंकि यह योजनाएं खासतौर से गरीब तबके के लोगों के लिए ही चलायी जा रही हैं और इन योजनाओं में किसी भी तरह का भ्रष्टाचार अक्षम्य होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रारम्भ की गई कुछ महत्वपूर्ण योजनाएं जैसे-सावित्री बाई फुले बालिका शिक्षा मदद योजना, मान्यवर श्री कांशीराम जी शहरी गरीब आवास योजना, डॉ0 अम्बेडकर ग्राम सभा विकास योजना, उत्तर प्रदेश मुख्यमन्त्री महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना भी गरीबों, बालिकाओं तथा आम जनता से सीधे जुड़ी हुई हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन योजनाओं का लाभ जनता को दिलाने पर बल दिया।
मुख्यमन्त्री ने विद्युत व्यवस्था की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धारित अवधि के अनुसार बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग से जुड़ी हुई समस्याओं का तत्परता से निदान किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि व्यापारियों, कर्मचारियों तथा किसानों से जुड़ी हुई समस्याओं के प्रति सभी लोग संवेदनशील रहें तथा इनकी सभी समस्याओं का त्वरित एवं गुणवत्तापरक निदान सुनिश्चित किया जाए।

सुश्री मायावती ने किसानों की समस्याओं की चर्चा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनकी समस्याओं का तत्परता से निस्तारण किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण से सम्बन्धित मामलों के सम्बन्ध में किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के लिए नये दिशा-निर्देश जारी किये हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने किसानों के हित सुरक्षित करने के लिए और भूमि अधिग्रहण से सम्बन्धित मामलों को तत्परता से निपटाने के लिए दो स्तरीय समिति गठित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि मण्डल स्तर पर मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित होगी, जिसमें छ: सदस्य होंगे तथा राज्य स्तर पर प्रमुख सचिव, गृह की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है, जिसमें तीन सदस्य होंगे। ।

मुख्यमन्त्री ने कहा कि अब प्रत्येक माह की 10 तारीख को शासन स्तर पर होने वाली समीक्षा बैठक में डी0एम0 और एस0एस0पी0 भी उपस्थित रहेंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता के लिए चलाये जा रहे जनकल्याणकारी कार्यक्रमों का लाभ उन्हें अवश्य दिलाया जाए। उन्होंने आगाह किया कि विकास कार्याें में भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि अभी भी अधिकारियों के स्तर से लापरवाही बरतने की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, यह स्थिति अच्छी नहीं है। उन्होंने सचेत करते हुए कहा कि भविष्य में इस प्रकार की शिकायतें मिलने पर उनकी जवाबदेही तय कर कठोर कार्यवाही की जायेगी।

बैठक में समस्त जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस महानिरीक्षक, उपमहानिरीक्षक, मण्डलायुक्त तथा पुलिस महानिदेशक सहित प्रमुख विभागों के प्रमुख सचिव/सचिव उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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खेल दिवस 29 अगस्त के अवसर पर लक्ष्मण व रानी लक्ष्मीबाई पुरूस्कार वितरण की योजना

Posted on 18 August 2010 by admin

प्रदेश सरकार द्वारा आगामी 29 अगस्त 2010 को खेल दिवस के अवसर पर लक्ष्मण व रानी लक्ष्मीबाई पुरूस्कार वितरण की योजना बनाई गई है।

प्रमुख सचिव खेल डॉ0 ललित वर्मा ने जानकारी दी कि पिछले 31 जुलाई 2008-09 को इन पुरूस्कारों के लिए चयनित खिलाड़ियों के नामों की घोषणा की गई थी तथा पात्र खिलाड़ियों से 2009-10 हेतु आवेदन 12 अगस्त तक मांगे गये थे।

कतिपय कारणोंवश पात्र खिलाड़ियों द्वारा आवेदन न कर पाने की स्थिति में अब खिलाड़ियों के अनुरोध पर पुन: अवसर देते हुए आवेदन करने की तिथि बढ़ाकर 21 अगस्त कर दी गई है। यह पुरूस्कार 29 विभिन्न खेलों में दिये जायेंगे।

पुरूस्कारों के इच्छुक पात्र खिलाड़ी दो पासपोर्ट आकार के फोटो, वांछित खेल अनुभव प्रमाण पत्र, सम्बंधित खेल एसोसियेशन के पत्र सहित खेल निदेशालय में आवेदन कर सकते हैं। विस्तृत जानकारी भी खेल निदेशालय से प्राप्त की जा सकती है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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राज्य महिला आयोग के प्रयास से महिला का वैवाहिक जीवन दोबारा शुरू हुआ

Posted on 18 August 2010 by admin

उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की संवेदनशीलता तथा प्रयास से एक महिला को ससुरालीजनों की दहेज की मॉग तथा शारीरिक, मानसिक प्रताड़ना से मुक्ति मिली है।
यह जानकारी आयोग की अध्यक्ष, श्रीमती आभा अग्निहोत्री ने दी है। उन्होंने बताया कि सीतापुर निवासी श्री नरेश पुत्र श्री राम नरेश ने 18 जनवरी, 2010 को आयोग को प्रार्थना पत्र दिया कि उसकी बहन यशोदा ( काल्पनिक नाम) का विवाह 5 वर्ष पूर्व पिहानी-हरदोई निवासी श्री अतुल के साथ हुआ था। विवाह के पश्चात ससुरालीजनों द्वारा उनकी बहन को दहेज की अतिरिक्त मॉग को लेकर प्रताड़ित किया जाने लगा तथा सात-आठ माह पूर्व उनकी बहन को मारपीट कर घर से निकाल दिया गया। बहन के मायके आने पर उन्होंने ससुराल पक्ष से मामला सुलझाने का प्रयास किया ताकि उनकी बहन ससुराल में रह सके एवं उसका वैवाहिक जीवन खराब न होने पाय,े परन्तु ससुराल वालों पर उसका कोई प्रभाव न पड़ा।
श्रीमती अग्निहोत्री ने बताया कि आयोग द्वारा इस घटना का गम्भीरता से संज्ञान लिया गया तथा पुलिस अधीक्षक, हरदोई से घटना की सम्पूर्ण  जॉच कर आख्या मांगी गई। आख्या प्राप्त होने के बाद आयोग द्वारा दोनो पक्षों की काउिन्सलिंग की गई तथा साथ रहने के लिये प्रेरित किया गया।
आयोग द्वारा की जा रही नियमित कार्यवाही एवं परामर्श के फलस्वरूप कल दिनांक 17 अगस्त को महिला के पति श्री अतुल ने आयोग की अध्यक्षा के समक्ष उपस्थित होकर अपनी पत्नी को अपने घर ले जाकर सही ढंग से रखने, उसकी उचित देखभाल करने तथा मार-पीट न करने का लिखित शपथ-पत्र दिया।
इस तरह महिला आयोग ने एक महिला के बिखरते हुए वैवाहिक जीवन को दोबारा बसाने में मदद की। आयोग द्वारा प्रकरण पर सतर्क दृष्टि रखने एवं समझौते के अनुपालन की स्थिति की जानकारी हेतु दोनों पक्षों को आगामी 23 सितम्बर को आयोग में पुन: बुलाया गया है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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सहारा इण्डिया परिवार ने 50वीं आईएसएसएफ वल्र्ड शूटिंग चैिम्पयनशिप, म्यूनिख के प्रतििष्ठत भारतीय स्टार शूटर्स को सम्मानित किया • तेजस्विनी सावन्त व गगन नारंग को 5-5 लाख और अशर नोरिया को 3 लाख इंसेंटिव दिया

Posted on 18 August 2010 by admin

39भारत में खेलों के प्रमुख आयोजक और संरक्षक सहारा इण्डिया परिवार ने आज भारतीय निशानेबाजों सुश्री तेजस्विनी सावन्त, श्री गगन नारंग और श्री अशर नोरिया को, जिन्होंने म्यूनिख में आयोजित प्रतििष्ठत 50वीं इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (आईएसएसएफ) वल्र्ड शूटिंग चैिम्पयनशिप में मैडल जीत कर देश का नाम रोशन किया, सम्मानित किया। सहारा शहर में आयोजित एक भव्य सम्मान समारोह में `सहाराश्री´ सुब्रत रॉय सहारा, मैनेजिंग वर्कर एवं चेयरमैन, सहारा इण्डिया परिवार ने नेशनल रॉयफल एसोसिऐशन ऑफ इण्डिया (एनआरएआई) के आफिसियेटिंग प्रेसिडेंट, श्री अवतार सिंह सेठी की उपस्थिति में वहां मौजूद निशानेबाजों को प्रशंसा-पत्र्र और इंसेंटिव प्रदान किये। सुश्री तेजस्विनी सावन्त को
5 लाख ýपये, श्री गगन नारंग को 5 लाख ýपये तथा श्री अशर नोरिया को 3 लाख ýपये का इंसेंटिव दिया गया।

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उल्लेखनीय है कि 50वीं आईएसएसएफ वल्र्ड शूटिंग चैिम्पयनशिप में सुश्री तेजस्विनी नारंग 50 मीटर रायफल प्रोन इवेन्ट की विजेता हैं व श्री गगन नारंग 10 मीटर एयर रायफल इवेन्ट के कांस्य विजेता और 2012 के लन्दन ओलिम्पक के लिए क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय हैं तथा श्री अशर नोरिया म्यूनिख में प्रतििष्ठत 50वें आईएसएसएफ वल्र्ड शूटिंग चैिम्पयनशिप के मेन्स जूनियर डबल टैªप इवेन्ट में स्वर्ण हासिल कर चुके हैं।
ज्ञातव्य है कि सहारा इण्डिया परिवार बॉिक्संग, रेसलिंग, आर्चरी के साथ पहले ही भारतीय शूटिंग को गोद ले चुका है। इस क्रम में सहारा इण्डिया परिवार ने नेशनल रायफल एसोसियेशन ऑफ इण्डिया (एनआरएआई) के साथ 15 शूटर्स, जिसमें अनेक उदीयमान शूटर्स हैं। इन्हें 2012 के लन्दन ओलिम्पक के बाद तक सहारा दिया जाएगा। ये शूटर्स उन चार खेलों, जिन्हें 2012 के लन्दन ओलिम्पक के बाद तक सहारा दिया जा रहा है, के कुल 56 खिलाड़ियों का एक हिस्सा हैं।

निशानेबाजों को सम्मानित करते हुए श्री सुब्रत रॉय सहारा, मैनेजिंग वर्कर एवं चेयरमैन, सहारा इण्डिया परिवार ने कहा, “हम सभी निशानेबाजों को अपने हृदय से शुभकामनाएं देते हुए अत्यन्त खुशी महसूस कर रहे हैं, जिन्होंने म्यूनिख में आयोजित प्रतििष्ठत 50वीं आईएसएसएफ वल्र्ड शूटिंग चैिम्पयनशिप 2010 में भारतीय झण्डे को ऊंचा उठाया है। अन्तरराष्ट्रीय खेलों में वे इसी प्रकार खेलकर नये कीर्तिमान देश के लिए गढ़ें और आशा के प्रकाश स्तंभ तथा प्रेरणा के झरने बनें, क्योंकि वे समस्त भारतीय खेल बंधुत्व की भावना को ऊपर उठाते हैं। नि:सन्देह खेलों में उनके विजय अभियान ने सर्वत्र खुशी फैला दी है।´´

इस अवसर पर सुश्री तेजस्विनी सावन्त ने कहा कि “मैं सहारा इण्डिया परिवार व सहाराश्री जी की शुक्रगुजार हूं जिन्होंने मुझे इस एसोसियेशन के द्वारा आने वाले दौड़ में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए मेरा उत्साहवर्धन किया है।´´

आगे श्री गगन नारंग ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि “मैं सहाराश्री जी के साथ-साथ सहारा इण्डिया परिवार का भी आभार व्यक्त करता हूं। यह मेरी पहली मुख्य जीत है, जिसको प्रायोजक द्वारा प्रतिस्थापित करने का यह पहला अवसर है और मैं यह आशा करता हूं कि यह न सिर्फ शुýआत है बल्कि इसी वर्ष में कई सारे और मैडल जीतने के अवसर हैं, जिनको हासिल करते हुए मुझे देख पाएंगे।´´

श्री अशर नोरिया इस अवसर पर कतिपय आवश्यक कारणों से उपस्थित नहीं हो सके लेकिन अपने सन्देश में उन्होंने कहा कि “मैं इस अवसर पर मौजूद तो नहीं हूं पर मैं सहाराश्री जी के साथ-साथ सहारा इण्डिया परिवार का शूटिंग व शूटिंग के खिलाड़ियों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त करना एवं कहना चाहूंगा कि सहारा इण्डिया परिवार ने हमेशा मुझे अपना बेहतरीन प्रदर्शन के लिए उत्साहित किया है।´

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अपने उद्गार व्यक्त करते हुए श्री अवतार सिंह सेठी आफिसियेटिंग प्रेसिडेंट, एनआरएआई ने कहा कि “एनआरएआई और अपनी तरफ से मैं `सहाराश्री जी´ को हमारे निशानेबाजों और एनआरएआई को निशानेबाजी खेल के संवर्धन हेतु सभी संभावित सहयोग प्रदान करने पर धन्यवाद देता हूं। यह सहारा के सहयोग से ही सम्भव हुआ है कि हमारे निशानेबाजों ने वल्र्ड चैिम्पयनशिप के दौरान अत्यन्त श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है और 2 स्वर्ण, एक ताम्र पदक तथा 2 कोटा स्थान हासिल किये हैं और आने वाले लन्दन ओलिम्पक व कॉमनवेल्थ गेम्स में और ज्यादा उपलब्धि हासिल करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
सहारा इण्डिया परिवार के विषय में -
सहारा इण्डिया परिवार भारत की विशालतम बहुव्यावसायिक व दिग्गज कम्पनियों में से एक हैं। इसके विविध व्यवसायों में फाइनेंस, रियल एस्टेट, मीडिया व एंटरटेंमेंट, टूरिज़्म व हॉिस्पटेलिटी, सर्विसेज़ व ट्रेडिंग तथा कन्ज़्यूमर उत्पाद आदि सम्मिलित हैं।

भारतीय क्रिकेट व हॉकी के प्रायोजक सहारा इण्डिया परिवार ने इससे पूर्व भारतीय मुक्केबाज़ी, कुश्ती व तीरन्दाजी तथा हाल ही में भारतीय निशानेबाज़ी को भी अपने संरक्षण में लिया है। साथ ही इन चारों खेलों के कुल 56 खिलाड़ियों को सहारा इण्डिया परिवार 2012 के लन्दन ओलिम्पक खेलों तक पूरा सहयोग देगा। ज़मीनी व घरेलू स्तर पर ख्ेालों का उत्थान करने के लिए सहारा सुविख्यात कलकत्ता फुटबाल लीग, शीशमहल क्रिकेट टूर्नामेंट व राष्ट्रीय, राज्य व जिला स्तरों पर अनेक खेलों को पहले से ही मदद, प्रोत्साहन व संरक्षण दे रहा है। रणजी ट्रॉफी व अन्य घरेलू प्रतिस्पर्धाओं में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रदेश सीनियर क्रिकेट टीम को भी सहारा की ओर से प्रायोजित किया जा रहा है। इससे पूर्व वर्ष 2009 में सहारा समूह ने समस्त खेलों - अति प्रचलित व कम प्रचलित - को एक साझे मंच पर लाकर उन भारतीय खिलाड़ियों को सम्मानित व पुरस्कृत करने के ध्येय से `सहारा इण्डिया स्पोट्Zस अवाड्Zस´ की शुरूआत की थी, जिन्होंने भारत के गौरव को सर्वोच्च शिखर पर पहुंचा कर वहां तिरंगे को ऊंचा फहराया है। इन अवाड्Zस का मकसद है नवोदित खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने हेतु एक मंच तैयार करना तथा उन्हें देश व खेल हेतु अधिकतम गौरव लाने हेतु पे्ररित करना। हाल ही में सहारा समूह ने अपनी अधीनस्थ कम्पनी सहारा एडवेन्चर स्पोर्ट्स लिमिटेड के माध्यम से आईपीएल में अभी तक की सर्वाधिक ऊंची बोली लगाकर पुणे की आईपीएल टीम के फ्रेंन्चाइज़ पर स्वामित्व हासिल किया है। टीम की लोगो आइडेंटी अनावरण के अवसर पर 40,000 से अधिक की उत्साही भारी भीड़ इसकी साक्षी बनी।

प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को व्यक्तिगत रूप से, संघ या टीम स्तर पर प्रोत्साहित किया जाना -
सहारा इण्डिया परिवार ने सदैव खिलाड़ियों को सम्मान द्वारा, इंसेंटिव द्वारा तथा प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को कम्पनी के साथ जोड़कर सदैव प्रोत्साहित किया है। सहारा इण्डिया परिवार ने पूरी हॉकी टीम को जिसमें खिलाड़ी और अधिकारी सम्मिलित थे, पहली बार एशिया कप-2003 जीतने पर सम्मानित किया था। प्रत्येक सदस्य को एक भव्य समारोह में रू0 1,51,000/- का नगद पुरस्कार दिया गया। सहारा इण्डिया परिवार ने दिल्ली में एक भव्य समारोह में कॉमनवेल्थ - 2002 के विजेताओं को भी सम्मानित किया था। प्रत्येक मैडल विनर को चेन के साथ स्वर्ण तमगा, प्रैक्टिस किट और कुल रू0 1.54 करोड़ के नगद इनाम दिये गये। सुश्री अंजू जार्ज, सुश्री अंजली भागवत और श्री अभिनव बिन्द्रा उन लोगों में थे जिन्हें सम्बन्धित क्षेत्र में उत्कृष्टता हेतु स्कॉलरशिप देकर सम्मानित किया गया। यह अभिनव बिन्द्रा के ओलिम्पक में सबसे पहला व्यक्तिगत स्वर्ण जीतकर देश का नाम करने से काफी पूर्व की बात थी।

इसके अतिरिक्त सहारा ने उन खिलाड़ियों को सहारा दिया है जिन्होंने विदेशों में आयोजित खेलों में भाग लिया और उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन किया। बहुत से मशहूर खिलाड़ी सहारा इण्डिया परिवार से बहुत करीबी से जुड़े हैं और उनका साथ परिवार को खुशी देता है।

भारतीय खिलाड़ियों के महत्वपूर्ण नाम, जो सहारा इण्डिया परिवार से जुड़े/के साथ कार्यरत हैं- क्रिकेट के महारथी श्री कपिल, श्री सौरभ गांगुली, सुश्री ज्योतिर्मय सिकदर, श्री जहीर खान, श्री अभिनव बिन्द्रा, श्री गगन अजीत सिंह, श्री हरभजन सिंह, श्री युवराज सिंह, श्री लिएन्डर पेस, श्री राहुल द्रविड़, श्री मो0 कैफ, सुश्री सानिया मिर्जा, श्री वीरेन्द्र सहवाग, लेिफ्ट. कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर, श्री दीपदास गुप्ता, श्री रनदेब बोस और सुश्री बुला चौधरी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Sahara India Pariwar felicitates Indian champion shooters for bringing fame to India at 50th ISSF World Shooting Championship, Munich

Posted on 18 August 2010 by admin

Felicitation incentives of Rs. 5 lac to Tejaswini Sawant, Rs. 5 lac to Gagan Narang; and 3 lac to Asher Noria

39Sahara India Pariwar, the prime promoter and patron of sports in India, today felicitated Indian shooters Ms. Tejaswini Sawant, Mr. Gagan Narang and Mr. Asher Noria, who made India proud by winning medals at the prestigious 50th International Shooting Sport Federation (ISSF) World Shooting Championship held at Munich, Germany. In the grand felicitation ceremony, organized at Sahara Shaher Lucknow, Saharasri Subrata Roy Sahara, Managing Worker and Chairman, Sahara India Pariwar, in presence of Mr. Avtar Singh Sethi, Officiating President, National Rifle Association of India (NRAI), gave appreciation certificates other than an incentive of Rs. 5 lac to Ms. Tejaswini Sawant, Rs. 5 lac to Mr. Gagan Narang; and Rs. 3 lac to Mr. Asher Noria.

At the 50th ISSF World Shooting Championship held at Munich, Ms. Tejaswini Sawant won Gold medal in the 50 meter rifle prone event, Mr. Gagan Narang won Bronze medal in the 10 meter air rifle event and he also became the first Indian to qualify for the 2012 London Olympics. Moreover Mr. Asher Noria clinched gold in the men’s junior double trap event of the prestigious ISSF World Shooting Championship at Munich.

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Sahara India Pariwar, along with Indian Boxing, Wrestling, and Archery had earlier adopted Indian Shooting. Towards this, Sahara India Pariwar along with the National Rifle Association of India (NRAI) identified 15 shooters including many upcoming ones who are being provided support till after the Olympics at London in 2012. These shooters are part of pool of 56 sportsmen in these four games to which the group is providing support until after London Olympics 2012.

While felicitating the shooters, Mr. Subrata Roy Sahara, Managing Worker and Chairman, Sahara India Pariwar said, “We take great pleasure in offering our warmest congratulations to all the shooters who kept the Indian flag high at the prestigious 50th ISSF World Championship 2010 held at Munich. May they continue to win fresh laurels for the country in the international sporting arena and be a beacon of hope and a fountain of inspiration as they lift the spirits of the entire Indian sporting fraternity. Indeed, their sporting triumph has spread happiness all around”.

Speaking on the occasion, Ms. Tejaswini Sawant said, “I am grateful to Saharasri Ji and Sahara India Pariwar for encouraging and motivating me through this association for better performance in the upcoming prestigious meet.”
Mr. Gagan Narang said, “My heartfelt thanks to Saharasri ji and Sahara India Pariwar for recognizing my bronze medal win at the World Championship. This is my first major feat that is being recognised by a sponsor and I hope this is just a beginning. Also, with the number of medals up for grabs this year, you will see me more often.”

Mr. Asher Noria though could not make it to the ceremony, conveyed, “Though I could not make it to the ceremony, I would like to thank Saharasri Ji and Sahara India Pariwar for supporting the sport of shooting and the shooting sportsperson. The support of Sahara India Pariwar has always propelled me to deliver my best.”

Expressing his gratitude, Mr. Avtar Singh Sethi, Officiating President, NRAI Said, “ On behalf of NRAI and myself, I am thankful to Saharasri Ji for extending all possible assistance to our shooters and NRAI for promotion of shooting sport. It is because of Sahara’s support that our shooters have done extremely well and have won 2 Gold and 1 Bronze Medal and 2 Quota Places during the World Championship and inspire the leading shooters to bring more laurels to the nations during the forthcoming Commonwealth games and the London Olympics.”

About Sahara India Pariwar
Sahara India Pariwar is a major business conglomerate in India with operations in multiple sectors, including financial services, housing finance, mutual funds, life insurance, city development, real estate activities, print and television media, film production, sports, information technology, health care, tourism, hospitality and consumer products.

The sponsor of Indian Cricket and Hockey, Sahara India Pariwar, had earlier, adopted Indian Boxing, Wrestling and Archery and very recently, Indian Shooting in addition to covering support of a total of 56 sportsmen in these four games until after London Olympics 2012. The group, in order to uplift sports at domestic and grass root level, supports the legendary Calcutta Football League, Sheesh Mahal Cricket Tournament and many other sports at the national, state and district levels. The group has extended its sponsorship to the Uttar Pradesh senior cricket team which represents the state in Ranji and all other domestic tournaments. Earlier, in the year 2009, Sahara had initiated ‘The Sahara Indian Sports Awards’ with an intention to bring together all sports, including those which are very popular and also those which are not so popular, together on a common platform to recognize and honour the achievements of Indian sportspersons who have taken the pride of the nation to the highest level and kept the tricolor flying high. The awards are aimed to provide a forum of encouragement to young sporting talents and motivate them to bring laurels to the nation and sports. Recently, the Sahara Group, under its company Sahara Adventure Sports Limited, has bagged the franchise for Pune IPL team by making the highest bid ever in IPL. The unveiling of the logo identity of the team was witnessed by a huge gathering of more than 40,000 enthusiastic crowds.

Encouraging talented sportspersons individually, league or team level
Sahara India Pariwar has always encouraged sportspersons through rewards, incentives and by associating with talented sportspersons in the company. Sahara India Pariwar felicitated the entire Indian Hockey Team, including both the players and the officials, on winning the Asia Cup – 2003 for the first time. Each member was awarded with a cash reward of Rs. 1, 51,000 in a glittering ceremony. Sahara India Pariwar also felicitated the winners of the commonwealth games – 2002 for their outstanding performances in a glittering ceremony in Delhi. Each medal winner was rewarded with a gold medallion with chain, practice kit and cash reward amounting to a total of Rs. 1.54 crore. The scholarships provided have facilitated sportspersons like Ms. Anju George, Ms. Anjali Bhagwat and Shri Abhinav Bindra amongst others to excel in their respective fields. This was much before Mr. Abhinav Bindra brought laurels to the nation by winning India’s first individual gold in Olympics.

In addition to this, Sahara has supported Sports persons who have participated and excelled in sports events held in foreign countries. Many sports greats are closely knitted with Sahara India Pariwar and their association is one which the Pariwar cherishes.

Some of the noted Indian sportspersons who have been employed/associated with Sahara India Pariwar are cricketing legend Shri Kapil Dev, Shri Sourav Ganguly, Ms. Jyotirmay Sikdar, Shri Zaheer Khan, Shri Abhinav Bindra, Shri Gagan Ajit Singh, Shri Harbhajan Singh, Shri Yuvraj Singh, Shri Leander Peas, Shri Rahul Dravid, Shri Mohd Kaif, Ms. Sania Mirza, Shri Virendra Sehwag, Lt. Col. Rajyavardhan Rathore, Shri Deep Das Gupta, Shri Ranadeb Bose and Ms. Bula Chowdhury.
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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राजषिZ टण्डन विवि को मिली यूजीसी, एआईसीटीई व डीईसी की मान्यता

Posted on 18 August 2010 by admin

उप्र राजषिZ टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय इलाहाबाद को यूजीसी, डीईसी व एआईसीटीई ने मान्यता प्रदान की है। उक्त जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नागेश्वर राव ने बताया कि इसके साथ ही तीनों से मान्यता प्राप्त करने वाला यह देश का पहला मुक्त विश्वविद्यालय बन गया है। उप्र राजषिZ टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय में इस समय करीब 80 शैक्षिक पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इसमें बीएड, बीएड (विशिष्ट शिक्षा), बीए, एमए, एम क‚म, एमएससी, एमसीए, पीजीडीसीए, बीसीए, पीजीडीजेएमसी, एमजे, एकल विषय में स्नातक आदि के कार्यक्रम प्रमुख हैं। प्रो. राव ने बताया कि विश्वविद्यालय के पास पहले से ही जरूरी अनुमतियां व मान्यताएं थीं। वैसे भी विश्वविद्यालय के संविधान के मुताबिक पाठ्यक्रमों के संचालन के लिए इसे किसी विशेष अनुमति की जरूरत नहीं है। इसके बावजूद पिछले दिनों एआईसीटीई, यूजीसी व डीईसी की संयुक्त समिति से निरीक्षण कराने का मामला उठा था। इसमें यहां तक कहा गया था कि संयुक्त समिति के अनुमोदन के बिना केन्द्र सरकार की सेवाओं के लिए डिग्री पात्र नहीं मानी जाएगी। देश में संचालित 14 मुक्त विश्वविद्यालयों में से राजषिZ टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय एक मात्र ऐसा विश्वविद्यालय रहा जिसने इस मसले पर अपनी ओर से पहल की। विश्वविद्यालय ने अपनी ओर से इन सभी शैक्षिक कार्यक्रमों की ग्रेडिंग कराने का प्रस्ताव रखा था। इस प्रस्ताव के क्रम में यूजीसी, एआईसीटीई व दूरस्थ शिक्षा परिषद (डीईसी) की संयुक्त समिति ने फरवरी में विश्वविद्यालय का दौरा किया था। इस समिति ने विश्वविद्यालय के शिक्षकों व सलाहकारों के साथ ही छात्रों से भी विस्तृत जानकारी प्राप्त की थी। इस समिति ने अब विश्वविद्यालय को मान्यता प्रदान कर दी है। समिति द्वारा अनुमोदित विषयों में एमबीए का पाठ्यक्रम भी शामिल है। प्रो. राव ने बताया कि समिति द्वारा मान्यता दिए जाने के बाद विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों को लेकर चल रहा भ्रम अब दूर हो जाएगा। प्रो. राव ने बताया कि विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया 15 सितम्बर तक चलेगी। बीएड व एमबीए में प्रवेश परीक्षा के जरिए प्रवेश होगा। इन दोनों पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए छह सितम्बर तक आवेदन किया जा सकता है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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