Archive | August, 2010

लखनऊ राजभवन में उ0प्र0 के राज्यपाल श्री बी0एल0जोशी एवं उ0प्र0 की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती विकलांग बच्चों से रूबरू होते हुए।

Posted on 16 August 2010 by admin

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उ0प्र0 की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती 15 अगस्त, 2010 को राजभवन में महामहिम राज्यपाल की धर्मपत्नी को गुलदस्ता भेट करते हुए।

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किसानों की जमीन को सस्ते दरों पर लेकर उद्योगपतियों द्वारा भारी मुनाफा कमाने की अनुमति कदापि नहीं - मुख्यमन्त्री

Posted on 16 August 2010 by admin

उत्तर प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने मथुरा एवं अलीगढ़ के किसानों द्वारा उनकी अधिग्रहण की गई जमीन के मुआवजे को लेकर किए जा रहे आन्दोलन के चलते हुई हिंसक घटनाओं पर दु:ख प्रकट करते हुए इस पूरी घटना की निन्दा की है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की यह सर्वोच्च प्राथमिकता रही है कि किसानों की जमीन को आपसी सहमति से करार नियमावली के तहत उचित मुआवजा देने के बाद ही लिया जाए। उन्होंने कहा कि किसानों की जमीन के मुआवजे के बारे में अधिकारियों को इस विशय की गम्भीरता में जाकर तथा सभी तथ्यों पर विचार करके किसानों के हित में ही निर्णय लेना चाहिए। क्योंकि हमारी सरकार यह कभी नहीं होने देगी कि किसानों की जमीन को सस्ती दरों पर लेकर कोई उद्योगपति या अन्य व्यक्ति उसका भारी मुनाफा कमा सके।
सुश्री मायावती ने किसानों की भूमि अधिग्रहण के मुआवजेे को लेकर विभिन्न विपक्षी दलों द्वारा की जा रही राजनीति को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी को तो किसानों का हितैशी बनने से पहले दादरी में पावर प्लाण्ट के लिए पूर्ववर्ती सपा की सरकार द्वारा जबरन अधिग्रहीत की गई हजारों एकड़ भूमि के मामले को याद कर लेना चाहिए था, जहां कौड़ियों के दाम किसानों की जमीन लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया ने अपने एक चहेते औद्योगिक घराने को दे दी थी, जिसके चलते किसानों को लम्बे समय तक उग्र आन्दोलन करना पड़ा और अन्तत: न्यायालय की शरण लेने पर ही किसानों को कुछ राहत मिल पायी। उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष इस मामले में अपना मुंह खोलने से पहले अपने गिरेहबान में झांककर देख लेते तो अच्छा होता।
मुख्यमन्त्री ने सपा एवं अन्य विरोधी दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि किसानों का हित साधक बनने वाली इन पार्टियों को चाहिए था कि वह किसानों को भड़काने के बजाय उन्हें शान्तिपूर्ण ढंग से अपनी बात सरकार के सामने रखने के लिए प्रेरित करते, जबकि सभी विरोधी पार्टियॉ इसके विपरीत केवल अपने राजनीतिक स्वार्थ सिद्ध करने के लिए घड़ियाली आसू बहा रही हैं, जिसका कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की केन्द्र की सरकार ने एस0ई0जेड0 (विशेश आर्थिक क्षेत्र) के नाम पर जिस तरह से किसानों की देशभर में लाखों एकड़ जमीन को औने-पौने दाम में लेकर कौड़ियों के मोल उद्योगपतियों को दिया है, उसकी मिसाल देश में मिलना असम्भव है और ऐसी पार्टी जब किसानों का हितैशी बनकर उनको उचित मुआवजा दिलाने के लिए संघशZ करने की बात कहती है, तो उसे हास्यास्पद ही कहा जायेगा।
उन्होंने कहा कि इसके विपरीत हमारी सरकार की नीति एकदम साफ है कि वह किसानों के हितों की अनदेखी कभी भी नहीं होने देगी और इसीलिए वशZ 2007 में सत्ता सम्भालने के बाद से एक स्पश्ट नीति भूमि अधिग्रहण के बारे में लागू की गई थी, जिससे कि किसानों को उनकी जमीनों का भरपूर मुआवजा मिल सके। इसीलिए अलीगढ़ के किसानों की भूमि अधिग्रहण के मामले को लेकर किसानों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकर विचार-विमशZ शासन स्तर पर किया गया था तथा सहमति बनाने की कोिशश की गई थी।
सुश्री मायावती ने कहा कि उन्होंने कल मथुरा एवं अलीगढ़ में किसानों के आन्दोलन के दौरान हुई हिंसक घटनाओं को गम्भीरता से लेेते हुए घटना की न्यायिक जांच कराने का निर्णय लिया है और हिंसक घटनाओं में मारे गये व्यक्ति  के परिवार को पांच लाख रूपये की आर्थिक सहायता भी स्वीकृत कर दी गई है।
मुख्यमन्त्री ने कहा कि किसानों को उनकी भूमि के मुआवजे के पूरे प्रकरण को गम्भीरता से परीक्षण करने के लिए आयुक्त, अलीगढ़ मण्डल की अध्यक्षता में एक समिति भी गठित करने के आदेश दे दिए गए हैं, जो किसानों के पक्ष को सुनकर इस प्रकरण में अपनी रिपोर्ट शासन को देगा। जिससे कि किसानों के हितों की पूरी रक्षा की जा सके। उन्होंने पुन: इस बात को दोहराया कि उनकी सरकार किसी भी हालत में किसानों के हितों की अनदेखी नहीं होने देगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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क्या यही आजादी है ?

Posted on 16 August 2010 by admin

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जिस स्वतंत्रता की बात करते थे, उसमें समाज के आखिरी आदमी के हित का लक्ष्य था। गांवों को स्वावलम्बी बनाने की बात थी। स्वराज ही नहीं, सुराज के लिए संघर्ष की बात थी। एक ऎसे आजाद भारत राष्ट्र का सपना था, जिसमें गांवों को रोजगार के लिए शहरों का मुंह नहीं ताकना पड़े। सभी देशवासी परस्पर मिलजुलकर रहें, सभी समान हों, सभी के साथ न्याय हो, किसी भी तरह की हिंसा या परस्पर भेदभाव का कोई स्थान न हो। वह लक्ष्य पाया नहीं जा सका। बेशक, आज देश के कुछ लोग दुनिया के अमीरों में गिने जाने लगे हैं, लेकिन इसे विकास का पैमाना कतई नहीं माना जा सकता। विकास तो हुआ है लेकिन अंधाधुंध। शहरों की ओर पलायन बढ़ा है। नैतिक मूल्यों का ह्रास हुआ है।
राष्ट्र प्रेम, राष्ट्र सेवा की चर्चा और उस पर भाषण एक बात है, लेकिन उसे जीवन में आचरण में लाना दूसरी बात। दुर्भाग्य से नेता राष्ट्र की स्वतंत्रता को मजबूत करने के बजाय खुद को ही मजबूत करने में लगे हैं। यह तो स्वतंत्रता का सरासर दुरूपयोग है! राजनीति में सेवा का जज्बा ही गायब हो गया। अब यह एक प्रोफेशन है। नेता समाज और देश के प्रति उत्तरदायी हैं, यह बात शायद वे भूलते जा रहे हैं।
लोग अन्याय और अनीति देखकर भी चुप कैसे रहते हैं? हम सिर्फ तमाशबीन भीड़ में तब्दील होते जा रहे हैं। माना जा चुका है कि भ्रष्टाचार के इसी माहौल में जीना हमारी नियति है। समूचा वातावरण विषाक्त-सा हो गया, लगता है। आश्चर्य होता है कि लोग कैसे सहन कर रहे हैं। ऎसा लगता है कि देश में लापरवाह लोगों की पूरी फौज बना ली गई है। राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारियों में घालमेल के आरोप बेहद शर्मनाक हैं। हम दुनिया के सामने भारत की कैसी तस्वीर पेश करना चाहते हैं? राजनीति में अपराधियों का बोलबाला बढ़ता जा रहा है। विधानसभा की बात छोड़ो, संसद तक में अपराधी व दागी लोग धड़ल्ले से पहुंच रहे हैं। यह भला कैसी स्वतंत्रता है? जब ये फंसते हैं, तो इन्हें बचाने के लिए वकीलों की फौज खड़ी कर दी जाती है। इनका बहिष्कार होना चाहिए। समाज इन्हें स्वयं अस्वीकार करे। नेताओं और अपराधियों की दुरभिसंधि को रोकना ही होगा। राष्ट्र में स्वतंत्रता की वास्तविक या सच्ची चेतना को पुनर्जीवित करना होगा।
येन-केन-प्रकारेण और रातोरात धन कमाने की प्रवृत्ति देश के लिए बहुत घातक है। एक बात मैं दावे के साथ कह सकती हूं, जो व्यक्ति अपने देश या अपने समाज के लिए समर्पित नहीं है, वह किसी का साथी नहीं हो सकता। भ्रष्टाचार कभी खत्म होगा, यह तो आज सोचा भी नहीं जा सकता। कम हो जाए, तो बड़ी बात।
मैं एक ऎसे भारत की कल्पना करता  हूं, जिसमें युवा अपने अधिकारों से ज्यादा अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक होे। जिनके सामने कोई, अन्याय, अत्याचार, अनाचार की हिम्मत नहीं कर सकेगा। जो कहीं भी हो, इस देश का सिपाही होगा। माटी का सपूत, देश का रखवाला। युवाओं को यह समझना चाहिए कि आजादी का मतलब भोग-विलास के अपार साधन जुटाने का अवसर नहीं है। आजादी के पहले यदि देश के जवानों ने यही सब किया होता, तो देश आज भी गुलाम होता। उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देना है और पूरी दुनिया के सामने भारत का सिर ऊंचा रहे, हम सभी का यही प्रयास होना चाहिए।
ढेर सारी विसंगतियों के बावजूद हमारे देश की कुछ ऎसी खूबियां हैं, जो हमें आशान्वित व आश्वस्त करती हैं। सामूहिकता व सहअस्तित्व हमारी विशेषता है। एक-दूसरे के लिए त्याग, समर्पण, सहयोग व सम्मान की जो भावना है, इसे अक्षुण्ण रखना होगा। दूसरे देश में लोग अलग-थलग पड़ जाते हैं। वहां किसी के लिए त्याग की बात कोई नहीं सोचता। हमारे यहां वसुधैव कुटुम्बकम की जड़ें गहरी हैं और आज भी यह बिरवा हरा-भरा है।


Vikas Sharma
Editor
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सूचना कार्यालय में लगी विकास प्रदशZनी

Posted on 15 August 2010 by admin

उ0प्र0 सरकार की नीतियों व कल्याणकारी योजनाओं तथा विकास कार्यक्रमों के तीन दिवसीय प्रदशZनी का आयोजन मण्डलीय सूचना कार्यालय में किया गया हैं, जो कि जन सामान्य के लिए तीन दिन 15 से 17 अगस्त, 10 तक यथावत नि:शुल्क अवलोकनार्थ खुली रहेगी।

इस विकास प्रदशZनी का मण्डलीय उप निदेशक राजगोपाल सिंह वर्मा ने फीता काटकर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश शासन की जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी यदि जन सामान्य को उपलब्ध होगी तो नििश्चत रूप से फायदा होगा। इस प्रदशZनी में प्रदेश सरकार के महत्वपूर्ण कदम डा0 अम्बेडकर ग्रामीण समग्र विकास योजना, मान्यवर कांशीराम जी अन्तर्राश्ट्रीय खेल पुरूस्कार दलित को त्वरित न्याय तथा नीजि क्षेत्र में स्थापित की जाने वाली परियोजनाओं में सर्व समाज के लिए रोजगार आरक्षण कराने हेतु सकारात्मक कार्यवाही को प्रमुखता से दशाZया गया हैं।

प्रदशZनी शुभारम्भ से पूर्व उप निदेशक श्री वर्मा ने सूचना कार्यालय पर ध्वजारोहण किया और कहा कि राश्ट्रीय ध्वज हमारे देश की शान है जिसके लिए सभी को समर्पित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस राश्ट्रीय पर्व पर हमे यह सोचने की आवश्यकता हैं कि सोैंपी गई जिम्मेदारियों का पालन कर रहे हैं अथवा नही
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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अपने कर्तव्यों का निश्ठा से निर्वहन करें- अपर आयुक्त

Posted on 15 August 2010 by admin

64वें स्वतन्त्रता दिवस के राश्ट्रीय पर्व पर अपर आयुक्त पी0के0 अग्रवाल ने कमिश्नरी में ध्वाजारोहण करते हुए कहा कि इस पुनीत अवसर पर जो हम कार्य कर रहे हैं उस कार्य का आंकलन करें, और अपने कर्तव्यों का निश्ठा से निर्वहन करें।

अपर आयुक्त नागेन्द्र प्रताप ने अपने सम्बोधन में कहा कि व्यक्ति से समाज और समाज से राश्ट्र बनता हैं इसलिए जो भी सफलतम व्यक्ति होते हैं उनके लिए उन्नति के रास्ते खुले रहते हैं। हमारे देश हित में जिन महान आत्माओं तथा वीरों ने जो कार्य किया उनको सदैव नमन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राश्ट्रपिता गांधीजी का विचार था कि अन्तिम छोर पर खडे व्यक्ति को लाभप्रद करने के लिए अपने कर्तव्यों का पूरी निश्ठा से पालन करना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रदेश शासन ने दलित वर्ग के लिए वििशश्ठ योजनाएं शुरू की हैं, जिससे हर व्यक्ति को लाभ से जोडा जा सकेगा।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए मनोज तिवारी ने मानवीय मूल्यों में गिरावट पर काव्यपाठ किया और इस पर्व पर मानव मूल्यों के प्रति संकल्प लेने की अपील की। इस अवसर पर नगर निगम के स्कूली छात्रोओं व्दारा देश भक्ति गीत एवं रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। जिन्हें अपर आयुक्त ने पुरस्कार प्रदान किये। ध्वजारोहण के समय वैक्तिक सहायक पी0एन0 मिश्रा, प्रशासनिक अधिकारी एन0पी0 सिंह सहित कमिश्नरी के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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नेहरू युवा केन्द्र व्दारा युवाओं के संर्वागीण विकास पर संगोश्ठी सम्पन्न

Posted on 15 August 2010 by admin

नेहरू युवा केन्द्र व्दारा ग्रामीणांचलों के 13 से 35 वशZ आयु वर्ग के युवक युवतियों के सर्वागीण विकास के साथ साथ क्षेत्रीय भोगोलिक समस्याओं के समाधान की दिशा में संगोश्ठी का आयोजन गोपाल भगत जिला के सानिध्य में युवा मण्डल के पदाधिकारियों युवा खिलाडियों, राश्ट्रीय युवा कोर के स्वयं सेवकों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। संगठन युवा मण्डल के सशक्तीकारण बेहतर समन्वयन बेहतर परिणाम की दिशा में डूडा, महिला बाल विकास मनरेगा, खेलकूद, सूचना के अधिकार, भ्रश्टाचार के खिलाफ युवा, स्वैच्छिक रक्तदान की दिशा में जिलाधिकारी अमृत अभिजात के मार्ग निर्देशन में शासन की जनकल्याणकारी नीतियों को जन जन तक पहुचाने और मलिन बस्तियों को स्वच्छ करने का संकल्प लिया गया।
इस अवसर पर अन्तर्राश्ट्रीय युवा वशZ 1985 से आद्यतन एवं राश्ट्रीय युवा नीतियों में विर्णत युवा अधिकार कतव्र्य विशय िशवकुमार, महावीर सिंह, दिनेश बाबू, अक्षय कुमार सिंह, भरत सिंह कर्ण सिंह, ओमवीर सिंह, प्रदीप डागूर सुमन कुमारी, कल्पना भदौरिया, विजय कुमार योगेश शर्मा व्दारिका प्रसाद आदि वक्ताओं ने अपने विचार प्रस्तुत किये।
ßसंकल्पित युवा मुल्क की शान हैÞ कु0 सुमन के गीत ने लोगों को पे्ररित किया। श्री भगत ने क्षेत्रीयता, जातिवाद एवं साम्प्रदायिक तत्वों के खिलाफ संघशZ करने और राश्ट्रभाव को मुख्यधारा में लाने, स्वतन्त्रता पर्व पर अखण्ड भारत के निर्माण में शासन और जनता के मध्य सेतु बनकर कार्य करने का आवह्ान किया। योजना आयोग की वरिश्ठ परामशZदात्री श्रीमती वन्दना जैना आई0ए0एस0 व्दारा युवा गतिविधियों, साक्षर भारत, महिला-बाल विकास, किशोरियों के लिए संन्तुलित आहार कार्यक्रमों के बारे में बताया। उन्होंने चुनौतीपूर्ण कार्य करने के लिए नहरू युवा केन्द्र के कार्यों पर सन्तोश प्रकट किया। प्रदीप कुमार ने आभार प्रकट किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मण्डी आवक किसान उपहार योजना के लकी ड्रा 17 अगस्त को निकलेगें।

Posted on 15 August 2010 by admin

उ0प्र0 शासन/राज्य कृशि उत्पादन मण्डी परिशद उ0प्र0 व्दारा किसानों के हितार्थ चलाई जा रही ß मण्डी आवक किसान उपहार योजना Þ के अन्तर्गत आगरा सम्भाग की मण्डी समितियों को प्राप्त कूपनों के आधार पर लकी ड्रा 17 अगस्त को प्रात: 11 बजे आयुक्त आगरा मण्डल  की अध्यक्षता में आयुक्त महोदय के कार्यालय कक्ष में निकाला जायेंगा।

उप निदेशक मण्डी प्रभान्शु कुमार श्रीवास्तव ने बताया है कि इस उपहार योजना में प्रत्येक त्रैमास के लिए 6 उपहार तथा प्रत्येक छ:माही बम्पर ड्रा में तीन उपहार दिये जाने की व्यवस्था की गई है। जिसमें प्रथम उपहार सीडिड्रल एक नग, िव्दतीय उपहार स्पे्रयर दो नग, घातु निर्मित पांच कुन्तल की वुखारी तीन तथा बम्बर ड्रा में प्रथम उपहार ट्रैक्टर मैसी फारगुसन 35 हार्स पावर, िव्दतीय राइस ट्रांसप्लान्टर तथा तृतीय उपहार पावर ट्रिलर दिये जाने की व्यवस्था हैं। उन्होंने कृशकों से अपेक्षा की है कि इस ड्रा में भाग लेने हेतु 17 अगस्त को प्रात: 11 बजे आयुक्त कार्यालय में भाग लेगने का कश्ट करें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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बाते कम, काम ज्यादा और सदगी की जीवन शैली को अपनाये-अभिजात

Posted on 15 August 2010 by admin

स्वतन्त्रता दिवस का राश्ट्रीय पर्व जनपद में परम्परागत रूप से हशोZल्लास और उमंग पूर्वक मनाया गया। जिलाधिकारी अमृत अभिजात ने कलक्ट्रेट  में राश्ट्रीय ध्वज फहराया और राश्ट्रीय गीत का सामूहिक गायन किया गया। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर उपस्थित स्वतन्त्रता संग्राम सैनानियों को सम्मानित किया। उन्होंने साहसिक कार्य के लिए युवक शहनशाह को Þवीरता पुरूस्कारß से सम्मानित किया। ज्ञातव्य है कि शहनशाह ने कुछ समय पूर्व स्ट्रैची पुल से कूद कर यमुना में डुबरहे दो बच्चों को बचाया था।

श्री अभिजात ने आजादी के अमर शहीदों के प्रति भावपूर्ण श्रृद्धांजलि अर्पित की और राश्ट्रीय एकता अखण्डता व आपसी सौहार्द की भावना को बलवती बनाने पर बल दिया। उन्होंने भावपूर्ण शब्दों में बाते कम काम ज्यादा (ज्ंसा समेेएकव उवतम) सादा जीवन उच्च विचार और प्रसन्न व स्वस्थ्य (ींचचल न्दक भ्मंसजील) रहने की जीवन शैली अपनाने के लिए पे्ररित किया।

उन्होंने कहा कि राश्ट्रीयता का अर्थ हैं कि सभी अपने अपने कार्यों और दायित्वों को समय से और निश्ठा पूर्वक करें। सुख दुख को आपस में बांटे। दुखी मन दुखी संस्कृति को जन्म देता है। ऐसी संस्कृति विकसित करें कि स्वयं खुश रहे और दूसरों को भी खुशी बांटे। उन्होंने नैतिक मूल्यों को अंगीकार करने की भी जरूरत बताई।

श्री अभिजात ने कहा कि मानव जीवन सौभाग्य से मिलता हैं। अत: अच्छे कार्य करें और सकारात्मक सोचे। उन्होंने देश की आजादी की लडाई की चर्चा करते हुए कहा कि असंख्य अमर शहीदों के त्याग-बलिदान से देश को स्वतन्त्रता मिली। स्वतन्त्रता के बाद सभी ़क्षेत्रों में आशातीत विकास हुआ हेै। उन्होंने प्रदेश शासन व्दारा सर्वजन हिताय के लिए चलाई जा रही विकास योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अधिकारी योजनाओं को समय से पूर्ण कर तत्परता से इनका लाभ जनता को दिलायें।

अपर जिलाधिकारी (नगर) अरूण प्रकाश ने मौलिक अधिकारों के साथ साथ कर्तव्य के प्रति भी सचेत रहने की और ध्यान दिलाया। इस अवसर पर श्री निवास शर्मा, अशोक कुमार शर्मा, आदि ने भी अपने विचार रखे। ओ0एस0डी0 दिनेश कुमार वर्मा तथा ओ0एन0 वर्मा ने कविता के माध्यम से पे्ररित किया। संचालन राजेन्द्र नाथ श्रीवास्तव ने किया। जिलाधिकारी ने कलक्ट्रेट में वृक्ष लगाकर वृक्षारोपण कार्य का शुभारम्भ किया।

इस अवसर पर स्वतन्त्रता सैनानी, समस्त अपर जिलाधिकारी, नगर मजिस्ट्रेट, अपर नगर मजिस्ट्रेट, कलक्ट्रेट स्थित विभिन्न कार्यालयों के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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स्वाधीनता सेनानियों व सामाजिक परिवर्तन आन्दोलन को बढ़ाने वाले सन्तों, गुरूओं व महापुरूषों के कार्यों से प्रेरणा लेने की जरूरत-सुश्री मायावती

Posted on 15 August 2010 by admin

सर्वसमाज के लोगों को आपसी भाईचारे के सूत्र में पिरोकर ही चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया जा सकता है - मुख्यमन्त्री राज्य सरकार ने समाज के दलित, शोशित, पिछड़ों, धार्मिक अल्पसंख्यकों, महिलाओं एवं अपर कास्ट समाज के गरीब लोगों को  हर मामले में प्राथमिकता दी असाधारण उपलब्धि हासिल करने वाले तीन पुलिस अधिकारी मुख्यमन्त्री उत्कृश्ट सेवा पुलिस पदक से सम्मानित मुख्यमन्त्री ने विधान भवन के समक्ष ध्वजारोहण किया
उत्तर प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने देश की आजादी की 63वीं वशZगांठ के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि स्वतन्त्रता दिवस राज्य  के लिए विशेश गौरव का दिन है। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में प्रदेश ने देश का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा कि सन् 1857 में आजादी की लड़ाई की शुरूआत उत्तर प्रदेश से ही हुई थी, जिसमें देश भक्तों ने अनगिनत यातनायें सहकर अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया था।
मुख्यमन्त्री आज यहां विधान भवन के सामने ध्वजारोहण के उपरान्त उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहीं थीं। इस अवसर पर उन्होंने असाधारण कार्य करने वाले तीन पुलिस अधिकारियों को मुख्यमन्त्री उत्कृश्ट सेवा पुलिस पदक से सम्मानित किया। उन्होंने इन पुलिस अधिकारियों के उत्कृश्ट कार्यों की सराहना करते हुए आशा व्यक्त की कि अन्य पुलिस कर्मी भी इनसे प्रेरणा ग्रहण करेंगे। उन्होंने आज पुलिस महानिरीक्षक, मेरठ रेंज, श्री चन्द्र प्रकाश, अपर पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 श्री शाहब रसीद खां तथा उप निरीक्षक नागरिक सुरक्षा, गाजियाबाद श्री अनिल कपरवान को मुख्यमन्त्री उत्कृश्ट सेवा पुलिस पदक से सम्मानित किया। इस मौके पर उन्होंने अभिसूचना निदेशालय के नए भवन तथा डॉ0 भीमराव अम्बेडकर उ0प्र0 विशेश परिक्षेत्र सुरक्षा वाहिनी बैरक एवं मान्यवर श्री कांशीराम जी उ0प्र0 विशेश परिक्षेत्र सुरक्षा वाहिनी बैरक का भी लोकार्पण किया।
मुख्यमन्त्री ने सभी ज्ञात-अज्ञात स्वाधीनता सेनानियों, समाज सुधारकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि छत्रपति शाहू जी महाराज, महात्मा ज्योतिबा फुले, श्री नारायणा गुरू, बाबा साहेब, डा0 भीमराव अम्बेडकर एवं मान्यवर श्री कांशीराम जी आदि समाज सुधारकों व महापुरूशों ने सदियों से उपेक्षा एवं शोशण के िशकार रहे करोड़ों दलितों, पिछड़ों, शोशितों और वंचितोंं को सम्मान का जीवन दिलाने के लिए जो ऐतिहासिक संघशZ किया उसे कृतज्ञ राश्ट्र हमेशा बेहद आदर व सम्मान से याद रखेगा।
मुख्यमन्त्री ने कहा कि उनकी सरकार ने हर मामले में सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय की नीति पर चलकर सर्वसमाज के सभी वर्गों की उम्मीदों को पूरा करने के लिए अनेक कल्याणकारी कदम उठाये हैं। जिनके बहुत अच्छे नतीजे मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने हर मामले में समाज के दलित, शोशित, पिछड़ों, धार्मिक अल्पसंख्यकों, महिलाओं तथा अपर कास्ट समाज के गरीब लोगों को प्राथमिकता दी है।
सुश्री मायावती ने कहा कि आम जनता, खासतौर से दबे-कुचले और वंचित-शोशित वगोंZ में सुरक्षा की भावना पैदा किए बिना प्रदेश में विकास का वातावरण बनाना सम्भव नहीं था। उन्होंने कहा कि इसी को ध्यान में रखते हुए उनकी सरकार द्वारा जंगलराज का खात्मा करके अन्यायमुक्त, अपराधमुक्त, भयमुक्त, भ्रश्टाचारमुक्त एवं विकासयुक्त वातावरण का निर्माण करते हुए, कानून द्वारा कानून का राज स्थापित करने को सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में शामिल किया गया।
मुख्यमन्त्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कानून-व्यवस्था कायम करने की दिशा में किये गये प्रभावी कार्यवाही का ही नतीजा है कि दशकों से आतंक का पर्याय बने ददुआ, ठोकिया और घनश्याम जैसे दुर्दान्त दस्यु सहित तमाम अन्य कुख्यात अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारे गये है। उन्होंने कहा कि आज अधिकतर खतरनाक अपराधी या तो जेल की सलाखों के पीछे हैं, या फिर प्रदेश छोड़कर भागने के लिए मजबूर हो गये हैं।
सुश्री मायावती ने जनता की सूझ-बूझ और समझदारी तथा सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इन्हीं कारणों से प्रदेश में पूरी तरह सौहार्द और अमन-चैन का माहौल कायम हुआ है। इसके लिए उन्होंने प्रदेश की जनता और प्रशासनिक तन्त्र को बधाई दी। उन्होंने कहा कि कहा कि प्रदेश की वर्तमान सरकार को कानून-व्यवस्था के मुद्दे को लेकर ही जनादेश मिला है। इसलिए कानून-व्यवस्था की स्थिति के मामले में वह कोई समझौता नहीं करतीं। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था के मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ जहां एक ओर सख्त कार्यवाही की गई है, वहीं दूसरी ओर अच्छा काम करने वाले पुलिस कर्मियों को आज की तरह प्रोत्साहित करके उनका हौसला बढ़ाया गया है।
मुख्यमन्त्री ने सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने सर्वसमाज के सभी वर्गों की जायज जरूरतों को पूरा करने के ठोस प्रयास किये हैं। उन्होंने कहा कि गत तीन वशोZं के दौरान सीमित आर्थिक संसाधनों के बावजूद, राज्य में बड़े पैमाने पर विकास के अनेकों महत्वाकांक्षी योजनाएं शुरू करायी गई। “डा0 अम्बेडकर ग्राम सभा विकास योजना“, ´´मान्यवर श्री कांशीराम जी शहरी समग्र विकास योजना´´, ´´मान्यवर श्री कांशीराम जी शहरी गरीब आवास योजना´´, ´´सर्वजन हिताय शहरी गरीब आवास स्लम एरिया मालिकाना हक योजना´´, ´´सावित्री बाई फुले बालिका िशक्षा मदद योजना´´ तथा ´´महामाया गरीब बालिका आशीर्वाद योजना´´ का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि गांवों का सुनियोजित और समयबद्ध विकास सुनिश्चित करने के लिए डॉ0 अम्बेडकर ग्राम सभा विकास योजना संचालित की जा रही है। इसी के साथ राज्य के विभिन्न प्राचीन व प्रमुख शहरों सहित अन्य नगरों में बुनियादी सुविधाओं के विकास का काम पूरी गति से जारी है।
मुख्यमन्त्री ने बिजली की समस्या के स्थायी समाधान के लिए राज्य सरकार द्वारा लिये गये महत्वपूर्ण फैसलों की चर्चा करते कहा कि वशZ 2012 तक विद्युत उत्पादन में 4600 मेगावाट की बढ़ोत्तरी के लिए विभिन्न परियोजनाओं पर कार्य तेजी से कराया जा रहा है। इसके अलावा पूरे प्रदेश में विश्व स्तरीय प्रवेश नियन्त्रित सड़कों का जाल बिछाकर बेहतर आवागमन की सुविधा सुलभ कराये जाने को भी प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिए पिछले तीन वशाZें में किये गये प्रयासों के नतीजे अब नज़र आने लगे हैं।
सुश्री मायावती ने कहा कि उनकी सरकार राज्य के समग्र विकास के साथ-साथ अति पिछड़े बुन्देलखण्ड और पूवांZचल क्षेत्रों का पिछड़ापन दूर करने और इन क्षेत्रों का तेजी से सम्पूर्ण विकास करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों को त्वरित गति से संचालित करने के उददेश्य से केन्द्र सरकार से अस्सी हजार करोड़ रूपये के विशेष क्षेत्र प्रोत्साहन पैकेज की मांग की गई। उन्होंने कहा कि केन्द्र द्वारा राज्य को आज तक कोई धनरािश उपलब्ध नहीं करायी गई। उन्होंने कहा कि केन्द्र से कोई भी सहयोग न मिलने के बावजूद उनकी सरकार ने अपने सीमित संसाधनों से बुन्देलखण्ड और पूर्वांचल के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए बड़े पैमाने पर विकास कार्य शुरू कराये हैं।
मुख्यमन्त्री ने अन्य महत्वपूर्ण निर्णयों की जानकारी देते हुए कहा कि पुत्रियों को कृशि भूमि में वारिसाना हक देने का ऐतिहासिक फैसला लेकर उन्हें पैतृक भूमि में पुत्रों के समान बराबरी का अधिकार दिया गया। युवाओं को रोजगार देने के मामले में भी राज्य सरकार ने अनेक कदम उठाये हैं। उन्होंने कहा कि एक लाख से अधिक सफाई कर्मियों की भर्ती, अट्ठासी हजार प्राथमिक िशक्षक तथा पांच हजार से अधिक उर्दू िशक्षकों की भर्ती के साथ-साथ लगभग ढाई लाख नये पद पुलिस विभाग में सृजित किये गये। इसके अलावा सरकार के प्रयासों से गैर-सरकारी क्षेत्रों में भी लाखों बेरोजगार लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये गये हैं।
मुख्यमन्त्री ने कहा कि उनकी सरकार ने अनूसूचित जाति व जनजाति के गरीब लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए 25 लाख रूपये तक के सरकारी ठेकों में आरक्षण की व्यवस्था की है। इसके अलावा 2,28,261 भूमिहीनों को 4,89,989 हेक्टेयर कृशि भूमि आवंटित की गई जिनमें अधिकतर अनुसूचित जाति/जनजाति के लोग शामिल हैं।  उन्होंने कहा कि वन अधिकार अधिनियम को सख्ती से लागू कराया गया है, ताकि अनुसूचित जनजाति के लोगों तथा वनवासियों को लाभ मिल सके।
मुख्यमन्त्री ने राज्य सरकार द्वारा सामाजिक सुरक्षा के लिए किये गये प्रयासों का उल्लेख करते हुए बताया कि उनकी सरकार ने निराश्रित विधवाओं, वृद्धों तथा विकलांगजनों को दी जाने वाली मासिक पेंशन की धनरािश को 150 रूपये से बढ़ाकर 300 रूपये किया है। इसके अलावा विभिन्न सरकारी योजनाओं से वंचित बी0पी0एल0 परिवारों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से ´´उत्तर प्रदेश मुख्यमन्त्री महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना´´ लागू की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने होमगार्ड एवं पी0आर0डी0 के जवानों के दैनिक ड्यूटी भत्ते, आंगनबाड़ी कार्य-कत्रियों और सहायिकाओं के मानदेय, कृशि कार्य में न्यूनतम मजदूरी तथा मेडिकल छात्रों के स्टाइपेण्ड में भी बढ़ोत्तरी की है।
सुश्री मायावती ने कहा कि आम जनता की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए सरकार ने प्रशासन को चुस्त-दुरूस्त बनाने के लिए भी अनेक कदम उठाये हैं। इसके तहत तहसील दिवस और थाना दिवस नियमित रूप से आयोजित किये जाने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि जन भावनाओं को दृिश्टगत रखते हुए जनपद कानपुर देहात का नाम रमाबाई नगर किए जाने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों के समयबद्ध अनुपालन को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार ने जनपद छत्रपति शाहूजी महाराज नगर की बहाली की है।
मुख्यमन्त्री ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के हित में भी अनेकों महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। किसानों की आमदनी को अगले दो वषाZें में दो गुना करने के लिए एक कार्य योजना बनाकर इस पर अमल कराया जा रहा है। खरीफ के चालू मौसम के दौरान किसानों को खाद और बीज सहित अन्य सभी कृशि निवेश उपलब्ध कराने के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध किये गये हैं। इसके अतिरिक्त व्यापारियों को आत्म सम्मान के साथ अपना कारोबार करने का अनुकूल माहौल उपलब्ध कराया है तथा `वैट´ व्यवस्था को लागू करके कर प्रणाली को युक्तिसंगत बनाया गया है।
सुश्री मायावती ने कहा कि इस समय पूरी दुनिया के समाज में तेजी से परिवर्तन आ रहा हैं। यही कारण है कि अब चुनौतियां भी बेहद गम्भीर हैं। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि समाज में दलित, शोशित एवं उपेक्षित वगोंZ के लोगों को न्याय दिलाकर तथा समाज के अन्य सभी वर्गों के लोगों को अर्थात् सर्वसमाज के लोगों को आपसी भाईचारे के सूत्र में पिरोकर ही इन चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए महान स्वाधीनता सेनानियों तथा सामाजिक परिवर्तन आन्दोलन को आगे बढ़ाने वाले सन्तों, गुरूओं व महापुरूषों से प्रेरणा लेकर हम सबको कार्य करने का संकल्प लेना होगा। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले देशभक्तों तथा सामाजिक परिवर्तन के लिए पूरा जीवन संघर्ष करने वाले सन्तों, गुरूओं व महापुरुषों के प्रति यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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