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स्वाधीनता सेनानियों व सामाजिक परिवर्तन आन्दोलन को बढ़ाने वाले सन्तों, गुरूओं व महापुरूषों के कार्यों से प्रेरणा लेने की जरूरत-सुश्री मायावती

Posted on 15 August 2010 by admin

सर्वसमाज के लोगों को आपसी भाईचारे के सूत्र में पिरोकर ही चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया जा सकता है - मुख्यमन्त्री राज्य सरकार ने समाज के दलित, शोशित, पिछड़ों, धार्मिक अल्पसंख्यकों, महिलाओं एवं अपर कास्ट समाज के गरीब लोगों को  हर मामले में प्राथमिकता दी असाधारण उपलब्धि हासिल करने वाले तीन पुलिस अधिकारी मुख्यमन्त्री उत्कृश्ट सेवा पुलिस पदक से सम्मानित मुख्यमन्त्री ने विधान भवन के समक्ष ध्वजारोहण किया
उत्तर प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने देश की आजादी की 63वीं वशZगांठ के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि स्वतन्त्रता दिवस राज्य  के लिए विशेश गौरव का दिन है। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में प्रदेश ने देश का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा कि सन् 1857 में आजादी की लड़ाई की शुरूआत उत्तर प्रदेश से ही हुई थी, जिसमें देश भक्तों ने अनगिनत यातनायें सहकर अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया था।
मुख्यमन्त्री आज यहां विधान भवन के सामने ध्वजारोहण के उपरान्त उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहीं थीं। इस अवसर पर उन्होंने असाधारण कार्य करने वाले तीन पुलिस अधिकारियों को मुख्यमन्त्री उत्कृश्ट सेवा पुलिस पदक से सम्मानित किया। उन्होंने इन पुलिस अधिकारियों के उत्कृश्ट कार्यों की सराहना करते हुए आशा व्यक्त की कि अन्य पुलिस कर्मी भी इनसे प्रेरणा ग्रहण करेंगे। उन्होंने आज पुलिस महानिरीक्षक, मेरठ रेंज, श्री चन्द्र प्रकाश, अपर पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 श्री शाहब रसीद खां तथा उप निरीक्षक नागरिक सुरक्षा, गाजियाबाद श्री अनिल कपरवान को मुख्यमन्त्री उत्कृश्ट सेवा पुलिस पदक से सम्मानित किया। इस मौके पर उन्होंने अभिसूचना निदेशालय के नए भवन तथा डॉ0 भीमराव अम्बेडकर उ0प्र0 विशेश परिक्षेत्र सुरक्षा वाहिनी बैरक एवं मान्यवर श्री कांशीराम जी उ0प्र0 विशेश परिक्षेत्र सुरक्षा वाहिनी बैरक का भी लोकार्पण किया।
मुख्यमन्त्री ने सभी ज्ञात-अज्ञात स्वाधीनता सेनानियों, समाज सुधारकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि छत्रपति शाहू जी महाराज, महात्मा ज्योतिबा फुले, श्री नारायणा गुरू, बाबा साहेब, डा0 भीमराव अम्बेडकर एवं मान्यवर श्री कांशीराम जी आदि समाज सुधारकों व महापुरूशों ने सदियों से उपेक्षा एवं शोशण के िशकार रहे करोड़ों दलितों, पिछड़ों, शोशितों और वंचितोंं को सम्मान का जीवन दिलाने के लिए जो ऐतिहासिक संघशZ किया उसे कृतज्ञ राश्ट्र हमेशा बेहद आदर व सम्मान से याद रखेगा।
मुख्यमन्त्री ने कहा कि उनकी सरकार ने हर मामले में सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय की नीति पर चलकर सर्वसमाज के सभी वर्गों की उम्मीदों को पूरा करने के लिए अनेक कल्याणकारी कदम उठाये हैं। जिनके बहुत अच्छे नतीजे मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने हर मामले में समाज के दलित, शोशित, पिछड़ों, धार्मिक अल्पसंख्यकों, महिलाओं तथा अपर कास्ट समाज के गरीब लोगों को प्राथमिकता दी है।
सुश्री मायावती ने कहा कि आम जनता, खासतौर से दबे-कुचले और वंचित-शोशित वगोंZ में सुरक्षा की भावना पैदा किए बिना प्रदेश में विकास का वातावरण बनाना सम्भव नहीं था। उन्होंने कहा कि इसी को ध्यान में रखते हुए उनकी सरकार द्वारा जंगलराज का खात्मा करके अन्यायमुक्त, अपराधमुक्त, भयमुक्त, भ्रश्टाचारमुक्त एवं विकासयुक्त वातावरण का निर्माण करते हुए, कानून द्वारा कानून का राज स्थापित करने को सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में शामिल किया गया।
मुख्यमन्त्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कानून-व्यवस्था कायम करने की दिशा में किये गये प्रभावी कार्यवाही का ही नतीजा है कि दशकों से आतंक का पर्याय बने ददुआ, ठोकिया और घनश्याम जैसे दुर्दान्त दस्यु सहित तमाम अन्य कुख्यात अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारे गये है। उन्होंने कहा कि आज अधिकतर खतरनाक अपराधी या तो जेल की सलाखों के पीछे हैं, या फिर प्रदेश छोड़कर भागने के लिए मजबूर हो गये हैं।
सुश्री मायावती ने जनता की सूझ-बूझ और समझदारी तथा सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इन्हीं कारणों से प्रदेश में पूरी तरह सौहार्द और अमन-चैन का माहौल कायम हुआ है। इसके लिए उन्होंने प्रदेश की जनता और प्रशासनिक तन्त्र को बधाई दी। उन्होंने कहा कि कहा कि प्रदेश की वर्तमान सरकार को कानून-व्यवस्था के मुद्दे को लेकर ही जनादेश मिला है। इसलिए कानून-व्यवस्था की स्थिति के मामले में वह कोई समझौता नहीं करतीं। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था के मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ जहां एक ओर सख्त कार्यवाही की गई है, वहीं दूसरी ओर अच्छा काम करने वाले पुलिस कर्मियों को आज की तरह प्रोत्साहित करके उनका हौसला बढ़ाया गया है।
मुख्यमन्त्री ने सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने सर्वसमाज के सभी वर्गों की जायज जरूरतों को पूरा करने के ठोस प्रयास किये हैं। उन्होंने कहा कि गत तीन वशोZं के दौरान सीमित आर्थिक संसाधनों के बावजूद, राज्य में बड़े पैमाने पर विकास के अनेकों महत्वाकांक्षी योजनाएं शुरू करायी गई। “डा0 अम्बेडकर ग्राम सभा विकास योजना“, ´´मान्यवर श्री कांशीराम जी शहरी समग्र विकास योजना´´, ´´मान्यवर श्री कांशीराम जी शहरी गरीब आवास योजना´´, ´´सर्वजन हिताय शहरी गरीब आवास स्लम एरिया मालिकाना हक योजना´´, ´´सावित्री बाई फुले बालिका िशक्षा मदद योजना´´ तथा ´´महामाया गरीब बालिका आशीर्वाद योजना´´ का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि गांवों का सुनियोजित और समयबद्ध विकास सुनिश्चित करने के लिए डॉ0 अम्बेडकर ग्राम सभा विकास योजना संचालित की जा रही है। इसी के साथ राज्य के विभिन्न प्राचीन व प्रमुख शहरों सहित अन्य नगरों में बुनियादी सुविधाओं के विकास का काम पूरी गति से जारी है।
मुख्यमन्त्री ने बिजली की समस्या के स्थायी समाधान के लिए राज्य सरकार द्वारा लिये गये महत्वपूर्ण फैसलों की चर्चा करते कहा कि वशZ 2012 तक विद्युत उत्पादन में 4600 मेगावाट की बढ़ोत्तरी के लिए विभिन्न परियोजनाओं पर कार्य तेजी से कराया जा रहा है। इसके अलावा पूरे प्रदेश में विश्व स्तरीय प्रवेश नियन्त्रित सड़कों का जाल बिछाकर बेहतर आवागमन की सुविधा सुलभ कराये जाने को भी प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिए पिछले तीन वशाZें में किये गये प्रयासों के नतीजे अब नज़र आने लगे हैं।
सुश्री मायावती ने कहा कि उनकी सरकार राज्य के समग्र विकास के साथ-साथ अति पिछड़े बुन्देलखण्ड और पूवांZचल क्षेत्रों का पिछड़ापन दूर करने और इन क्षेत्रों का तेजी से सम्पूर्ण विकास करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों को त्वरित गति से संचालित करने के उददेश्य से केन्द्र सरकार से अस्सी हजार करोड़ रूपये के विशेष क्षेत्र प्रोत्साहन पैकेज की मांग की गई। उन्होंने कहा कि केन्द्र द्वारा राज्य को आज तक कोई धनरािश उपलब्ध नहीं करायी गई। उन्होंने कहा कि केन्द्र से कोई भी सहयोग न मिलने के बावजूद उनकी सरकार ने अपने सीमित संसाधनों से बुन्देलखण्ड और पूर्वांचल के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए बड़े पैमाने पर विकास कार्य शुरू कराये हैं।
मुख्यमन्त्री ने अन्य महत्वपूर्ण निर्णयों की जानकारी देते हुए कहा कि पुत्रियों को कृशि भूमि में वारिसाना हक देने का ऐतिहासिक फैसला लेकर उन्हें पैतृक भूमि में पुत्रों के समान बराबरी का अधिकार दिया गया। युवाओं को रोजगार देने के मामले में भी राज्य सरकार ने अनेक कदम उठाये हैं। उन्होंने कहा कि एक लाख से अधिक सफाई कर्मियों की भर्ती, अट्ठासी हजार प्राथमिक िशक्षक तथा पांच हजार से अधिक उर्दू िशक्षकों की भर्ती के साथ-साथ लगभग ढाई लाख नये पद पुलिस विभाग में सृजित किये गये। इसके अलावा सरकार के प्रयासों से गैर-सरकारी क्षेत्रों में भी लाखों बेरोजगार लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये गये हैं।
मुख्यमन्त्री ने कहा कि उनकी सरकार ने अनूसूचित जाति व जनजाति के गरीब लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए 25 लाख रूपये तक के सरकारी ठेकों में आरक्षण की व्यवस्था की है। इसके अलावा 2,28,261 भूमिहीनों को 4,89,989 हेक्टेयर कृशि भूमि आवंटित की गई जिनमें अधिकतर अनुसूचित जाति/जनजाति के लोग शामिल हैं।  उन्होंने कहा कि वन अधिकार अधिनियम को सख्ती से लागू कराया गया है, ताकि अनुसूचित जनजाति के लोगों तथा वनवासियों को लाभ मिल सके।
मुख्यमन्त्री ने राज्य सरकार द्वारा सामाजिक सुरक्षा के लिए किये गये प्रयासों का उल्लेख करते हुए बताया कि उनकी सरकार ने निराश्रित विधवाओं, वृद्धों तथा विकलांगजनों को दी जाने वाली मासिक पेंशन की धनरािश को 150 रूपये से बढ़ाकर 300 रूपये किया है। इसके अलावा विभिन्न सरकारी योजनाओं से वंचित बी0पी0एल0 परिवारों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से ´´उत्तर प्रदेश मुख्यमन्त्री महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना´´ लागू की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने होमगार्ड एवं पी0आर0डी0 के जवानों के दैनिक ड्यूटी भत्ते, आंगनबाड़ी कार्य-कत्रियों और सहायिकाओं के मानदेय, कृशि कार्य में न्यूनतम मजदूरी तथा मेडिकल छात्रों के स्टाइपेण्ड में भी बढ़ोत्तरी की है।
सुश्री मायावती ने कहा कि आम जनता की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए सरकार ने प्रशासन को चुस्त-दुरूस्त बनाने के लिए भी अनेक कदम उठाये हैं। इसके तहत तहसील दिवस और थाना दिवस नियमित रूप से आयोजित किये जाने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि जन भावनाओं को दृिश्टगत रखते हुए जनपद कानपुर देहात का नाम रमाबाई नगर किए जाने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों के समयबद्ध अनुपालन को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार ने जनपद छत्रपति शाहूजी महाराज नगर की बहाली की है।
मुख्यमन्त्री ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के हित में भी अनेकों महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। किसानों की आमदनी को अगले दो वषाZें में दो गुना करने के लिए एक कार्य योजना बनाकर इस पर अमल कराया जा रहा है। खरीफ के चालू मौसम के दौरान किसानों को खाद और बीज सहित अन्य सभी कृशि निवेश उपलब्ध कराने के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध किये गये हैं। इसके अतिरिक्त व्यापारियों को आत्म सम्मान के साथ अपना कारोबार करने का अनुकूल माहौल उपलब्ध कराया है तथा `वैट´ व्यवस्था को लागू करके कर प्रणाली को युक्तिसंगत बनाया गया है।
सुश्री मायावती ने कहा कि इस समय पूरी दुनिया के समाज में तेजी से परिवर्तन आ रहा हैं। यही कारण है कि अब चुनौतियां भी बेहद गम्भीर हैं। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि समाज में दलित, शोशित एवं उपेक्षित वगोंZ के लोगों को न्याय दिलाकर तथा समाज के अन्य सभी वर्गों के लोगों को अर्थात् सर्वसमाज के लोगों को आपसी भाईचारे के सूत्र में पिरोकर ही इन चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए महान स्वाधीनता सेनानियों तथा सामाजिक परिवर्तन आन्दोलन को आगे बढ़ाने वाले सन्तों, गुरूओं व महापुरूषों से प्रेरणा लेकर हम सबको कार्य करने का संकल्प लेना होगा। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले देशभक्तों तथा सामाजिक परिवर्तन के लिए पूरा जीवन संघर्ष करने वाले सन्तों, गुरूओं व महापुरुषों के प्रति यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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