Archive | May 18th, 2012

प्रदेश की कानून-व्यवस्था से कोई समझौता नहीं - मुख्यमंत्री

Posted on 18 May 2012 by admin

  • सभी को मिलकर प्रदेश के विकास का सकारात्मक आधार तैयार करना होगा
  • राज्य सरकार नया उत्तर प्रदेश बनाने का हर संभव प्रयास करेगी
  • भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिये वरिष्ठ अधिकारियों की विशेष भूमिका
  • कानून-व्यवस्था एवं विकास कार्यों की राज्य स्तरीय समीक्षा सम्पन्न

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था से कोई समझौता नहीं किया जायेगा। उन्होंने अपराध नियंत्रण एवं सुदृढ़ कानून-व्यवस्था को प्रदेश के विकास के लिये आवश्यक बताते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया आवश्यकता पड़ने पर कठोर फैसले लिये जायें। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास के लिये जनता ने उनकी सरकार को ऐतिहासिक मौका दिया है। इसलिए राज्य सरकार उत्तर प्रदेश को विकास के रास्ते पर ले जाकर नया उत्तर प्रदेश बनाने का हर संभव प्रयास करेगी।
मुख्यमंत्री आज यहां सचिवालय स्थित तिलक हाल में कानून-व्यवस्था एवं विकास कार्यों की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने उनकी पार्टी की नीतियों और घोषणाओं पर आस्था जताते हुए पूर्ण बहुमत देकर सत्ता सौंपी है। उन्होंने कहा कि जनता से किये गये वायदों को पूरा करना उनकी सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है और राज्य सरकार इसके लिए कटिबद्ध है। उन्होंने जनता की आकांक्षाओं एवं अपेक्षाओं पर खरा उतरने की अपेक्षा करते हुए अधिकारियों से अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में गलत नीतियों एवं प्रशासनिक कमियों के कारण राज्य विकास के मामले में काफी पिछड़ गया था।
श्री यादव ने कहा कि प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय भारत वर्ष की प्रति व्यक्ति आय की लगभग आधी है। उनकी सरकार को राज्य की आर्थिक स्थिति खस्ता हाल दशा में मिली है। उन्होंने कहा कि अब हम सभी को मिलकर प्रदेश के विकास का सकारात्मक आधार तैयार करना होगा, ताकि लोगों को परिवर्तन की सुखद अनुभूति हो। इसके लिये जहां राज्य के संसाधनों को बढ़ाना होगा, वहीं दूसरी ओर अधिक से अधिक केन्द्रीय संसाधन प्राप्त करने के प्रयास करने होंगे, ताकि सर्वांगीण विकास के लक्ष्य तक जल्दी से जल्दी पहुंचा जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के विकास के लिये सूबे में अमन-चैन का वातावरण बनाना एवं कानून-व्यवस्था सुदृढ़ रखना आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों से निष्पक्षता के साथ काम करने का निर्देश देते हुए कहा कि राज्य सरकार किसी जाति, धर्म अथवा समुदाय विशेष के लोगों के लिये नहीं बल्कि सभी नागरिकों के हितों की समान रूप से रक्षा करने के लिये प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की कार्यप्रणाली ऐसी होनी चाहिए जहां एक ओर आम जनता अपने को सुरक्षित महसूस करे, वहीं दूसरी ओर आपराधिक एवं गुण्डा प्रवृत्तियों के मन में भय उत्पन्न हो। उन्होंने अपराधियों, माफिया एवं गुण्डों के विरूद्ध वर्तमान कानूनों के प्रभावी इस्तेमाल का निर्देश देते हुए आगाह किया कि अपराध नियंत्रण की आड़ में निर्दोष व्यक्तियों को किसी भी प्रकार परेशान न किया जाये। उन्होंने कहा कि थाने पर जो व्यक्ति आये उसे उचित सम्मान दिया जाये। उन्होंने महिलाओं, अल्पसंख्यकों एवं कमजोर वर्गों का उत्पीड़न रोकने तथा संवेदनशील क्षेत्रों में आतंकवादी गतिविधियों पर विशेष नजर रखने के साथ ही नेपाल सीमा पर सतर्कता बरतने के भी निर्देश दिये हैं।
प्रदेश में साम्प्रदायिक सद्भाव बनाये रखने तथा साम्प्रदायिक घटनाओं को रोकने की पहली जिम्मेदारी प्रशासनिक अधिकारियों की बताते हुए श्री यादव ने कहा कि यदि कहीं साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश की जाती है तो इस सम्बन्ध में पूर्ण तत्परता के साथ निरोधात्मक कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि दंगे में शामिल और दंगा भड़काने वाले तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करने में कोताही न बरती जाये। माफिया, गुण्डों व अपराधियों के विरूद्ध कड़ी व प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में स्थानीय निकाय चुनाव संपादित होंगे। निष्पक्ष, शांतिपूर्ण एवं भयरहित चुनाव संपादित कराने के लिये शरारती तत्वों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध समय रहते कार्रवाई कर ली जाए। उन्होंने हिरासत में मृत्यु एवं आपराधिक गतिविधियों में पुलिस की संलिप्तता की चर्चा करते हुए कहा कि इससे पुलिस की छवि को नुकसान पहुंचता है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनायें घटित होने पर दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश को तेजी से आर्थिक एवं सामाजिक उन्नति की दिशा में ले जाने के लिये शासन द्वारा तैयार किये गये विकास एजेण्डे की चर्चा करते हुए कहा कि इसे पूरी लगन एवं मेहनत के साथ लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि इस एजेण्डे के लागू होने से जनता का जीवन स्तर बेहतर होगा, शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार आएगा तथा लोगों को आर्थिक उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने विकास कार्यों के प्रभावी क्रियान्वयन लिये 73 हजार करोड़ रूपये के राजस्व संग्रह का लक्ष्य निर्धारित करते हुए अधिकारियों को इस लक्ष्य को प्राप्त करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने केन्द्र के साथ सकारात्मक व रचनात्मक सहयोग का निर्देश देते हुए कहा कि केन्द्र एवं राज्य की योजनाओं को पूरी पारदर्शिता व ईमानदारी के साथ लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, मनरेगा, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, इन्दिरा आवास योजना, सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान, राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन आदि केन्द्र सरकार की विभिन्न फ्लैगशिप योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि इनमें अधिक से अधिक केन्द्रीय संसाधन प्राप्त कर इन्हें त्वरित गति से लागू किया जाए तथा इन योजनाओं के क्रियान्वयन की समय-समय पर समीक्षा की जाए।
श्री यादव ने कहा कि जनता से किये गये वायदे के अनुसार बेरोजगार नवयुवकों को बेरोजगारी भत्ता देने, प्रदेश के युवा वर्ग को सूचना प्रौद्योगिकी में दक्ष बनाकर उनके लिये आर्थिक उन्नति का रास्ता अपनाने हेतु 10वीं कक्षा पास छात्रों को टैबलेट तथा 12वीं कक्षा पास छात्रों को लैपटाप देने जैसी योजनाओं के प्रारूप तैयार हो चुके हैं। इसी प्रकार कन्या विद्याधन योजना के माध्यम से लड़कियों की शिक्षा को गति प्रदान करने तथा किसानों की आर्थिक उन्नति के लिये कृषि बागवानी, पशुधन विकास तथा मत्स्य पालन के क्षेत्र में योजनायें बनायी जा रहीं हैं। अल्पसंख्यकों के कल्याण हेतु योजनायें तैयार कर उन्हें शीघ्र लागू किया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों को योजनाओं को पूरी पारदर्शिता एवं भ्रष्टाचार रहित ढंग से लागू करने के निर्देश दिये हैं।
प्रदेश के विकास में भौतिक अवस्थापना के योगदान का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार इनके सृजन पर विशेष ध्यान देगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विद्युत उत्पादन बढ़ाने हेतु नई परियोजनाओं में निवेश का माहौल बनाया जायेगा। उन्होंने बिजली चोरी रोकने तथा ट्रांसमिशन एवं वितरण में होने वाले नुकसान को कम करने के निर्देश दिये। सड़क अवस्थापना को अपनी सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक बताते हुए उन्होंने कहा कि सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र की सहभागिता (पी0पी0पी0) से उच्च कोटि के हाईवेज एवं एक्सप्रेस-वेज के निर्माण को बढ़ावा दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि जो निर्माण कार्य 75 प्रतिशत से अधिक पूरे हो चुके हैं, उन्हें प्राथमिकता पर पूरा किया जाए, ताकि इनका उपयोग जनता द्वारा हो सके। उन्होंने कहा कि ऐसे अस्पताल एवं स्कूल जिनके भवन तो बन गये हैं, लेकिन वे स्टाफ की कमी के कारण संचालित नहीं हैं, उनपर प्राथमिकता पर ध्यान देकर शीघ्र संचालित कराया जाए।
श्री यादव ने कहा कि उनकी सरकार सुशासन के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिये वरिष्ठ अधिकारियों की विशेष भूमिका बताते हुए कहा कि सभी को निष्पक्ष एवं पारदर्शिता के साथ काम करना होगा। जन शिकायतों को प्राथमिकता पर निस्तारित करने का आदेश देते हुए उन्होंने कहा कि थाने एवं तहसील स्तर पर जो शिकायते प्राप्त होती हैं, उन्हें समयबद्ध तरीके से निस्तारित किया जाये। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से समस्या के समाधान के सम्बन्ध में शिकायतकर्ताओं से समय-समय पर सीधे जानकारी प्राप्त करने के निर्देश भी दिये हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने गेहूं खरीद की समीक्षा करते हुए किसानों को निर्धारित क्रय मूल्य का भुगतान कराने, आगामी खरीफ एवं रबी फसलों के लिये बीज एवं उर्वरक की समय से उपलब्धता की तैयारी करने तथा सिंचाई के लिए किसानों को टेल तक पानी पहंुचाने के निर्देश दिये। उन्होंने आगामी बरसात से पहले बाढ़ सुरक्षा हेतु कटाव निरोधक कार्यों को पूरा करने तथा हैण्डपम्पों एवं राजकीय नलकूपों को चालू हालत में रखने के भी निर्देश दिये हैं। उन्होंने वर्ष 2013 में इलाहाबाद में आयोजित होने वाला महाकुम्भ की सभी तैयारियों को समय से पूरा कराने के निर्देश दिये। इसके अलावा उन्होंने शहरी क्षेत्रों में पेयजल, सीवर, जल निकासी की परियोजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर पूरा कराने तथा सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये हैं।
बैठक में राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री नवीन चन्द्र बाजपेयी, मुख्य सचिव
श्री जावेद उस्मानी, अध्यक्ष राजस्व परिषद श्री वी0के0शर्मा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री राकेश गर्ग, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री अनिल कुमार गुप्ता, प्रमुख सचिव गृह
श्री आर0एम0 श्रीवास्तव, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक रंजन, पुलिस महानिदेशक श्री ए0सी0शर्मा सहित सभी विभागों के प्रमुख सचिव/सचिव, समस्त मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी, आई0जी0/डी0आई0जी0 एवं एस0एस0पी0 आदि उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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भ्रष्टाचार के चलते गेहूं की विक्री में खासा नुकसान उठाना पड़ा

Posted on 18 May 2012 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि गेहूं क्रय केन्द्रों पर भ्रष्टाचार रोकने के संबंध में सरकार द्वारा उठाए गए कदम देर से उठाए गए कदम हैं। गेहूं क्रय केन्द्रों पर हो रही किसानों की लूट व गेहूं खरीद में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर प्रदेश सरकार से पहले ही तात्कालिक कदम उठाने की मांग की थी। सरकार की शिक्षिलता से किसानों को गेहूूं खरीद केन्द्रों पर भ्रष्टाचार के चलते गेहूं की विक्री में खासा नुकसान उठाना पड़ा।
प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र तिवारी ने मुख्यालय पर पत्रकारों से कहा कि कुछ दिन पहले पश्चिमी उ0प्र0 के बरनावा गांव के किसानों के लिए सुविधा की दृष्टि से गेहूं क्रय केंद स्थापित किया गया था उसे बीच में बोरों की कमी की वजह से बंद कर दिया गया। इसी तरह लखनऊ सिंहामऊ (इटौंजा) केन्द्र पर वोरे के अभाव के चलते किसानों का गेहूं कई दिनों से खुले आसमान के नीचे पड़ा है। बांदा में मंडी समिति में गेहूं खरीद में आज गोलीबारी में 4 लोग घायल हो गए। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि यदि सरकार सचेष्ट होती तो किसानों को अपना गेहूं बेचने में न तो इतनी कठिनाई होती न ही उन्हें गेहूं तौल के लिए हफ्तों क्रय केन्द्रों पर इंतजार करना पड़ता।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि गेहूं क्रय के संबंध मंें सरकार ने आज जो कदम उठाए हैं वह बहुत देर से उठाए गए कदम हैं। इस कदम को क्रय केन्द्रों की स्थापना के साथ ही उठाया जाना चाहिए था। श्री तिवारी ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने लखनऊ जनपद के क्रय केन्द्र तथा पूर्व अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने हमीरपुर जनपद के भरूआ सुमेरपुर में गेहूूं क्रय केन्द्र पर छापा मार कर सरकार का ध्यान किसानों से हो रही लूट की तरफ आकर्षित किया था और गेहूं खरीद में हो रहे भ्रष्टाचार को तत्काल रोके जाने की मांग की थी। प्रदेश भर में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार गेहूं क्रय के्रन्द्रों को लेकर आवाज उठाई लेकिन सरकार द्वारा समय से ध्यान नहीं दिया गया। भ्रष्टाचार के खिलाफ देर से उठाए गए कदम के कारण पूरे प्रदेश के किसानों को भारी आर्थिक क्षति उठानी पड़ी तथा बिचैलियों व व्यापारियों को लाभ पहुंचाया गया।
भाजपा प्रवक्ता ने पूरे प्रदेश में पीने के पानी की उपलब्धता को लेकर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि समुचे प्रदेश में पीने के पानी को लेकर त्राहि-त्राहि मची है। राजधानी का आलम यह है कि आधा शहर पीने के पानी के लिए हैरान-परेशान है। इतना ही नहीं आपूर्ति किए जा रहे जल में नाइट्रेट और फ्लोराइड की मात्रा इतनी अधिक है जो खतरनाक है। श्री तिवारी ने कहा जब राजधानी का यह आलम है तो पूरे प्रदेश की क्या दशा होगी। श्री तिवारी ने प्रदेश सरकार के मुखिया से पीने के पानी व बिजली आपूर्ति की समस्या समाधान के लिए युद्धस्तर पर कदम उठाए जाने की मांग की अन्यथा प्रदेश की जनता इन दोनों समस्याओं के चलते भारी कठिनाई का सामना करना पडे़गा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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मौत का सामना जि़न्दगी से

Posted on 18 May 2012 by admin

डिस्कवरी चैनल के आई शुडनाॅट बी अलाइव कार्यक्रम में देखिए
मानवीय सहनशक्ति की सच्ची प्रेरक कहानियां

discoveryअगर आपके सामने अचानक ऐसी आशंका पैदा हो जाए कि आपकी जान जा सकती है, तो आप क्या करेंगे? क्या आपमें इतनी मानसिक और शारीरिक शक्ति होगी कि आप जिंदा रहने के लिए संघर्ष कर सकें? डिस्कवरी चैनल की अतिजीविता श्रृंखला
आई शुडनाॅट बी अलाइव के इस नए सीजन में साधारण लोगों की ऐसी अविश्वसनीय दास्तानें प्रस्तुत की जा रही हैं जो अंजाने में बेहद गंभीर स्थितियों में फंस गए, पर उन्होंने जिंदा रहने के लिए अकल्पनीय बाधाओं को भी मात दी। इन लोगों के सामने नैतिकता से जुड़े असमंजस भी थे और इन्हें फौरन कुछ फैसले भी लेने थे। दर्शक इनकी ऐसी शारीरिक और भावनात्मक यात्राओं के हर पल को जिएंगे जो इंसानी जीवट के धीरज का पूरा इम्तिहान लेती हैं।

आई शुडनाॅट बी अलाइव श्रृंखला का प्रसारण डिस्कवरी चैनल पर सोमवार, 4 जून से हर रात 9 बजे होगा।

एक घंटे का हर एपिसोड सहनशक्ति से जुड़ी किसी एक सच्ची कहानी को प्रस्तुत करता है, इसके लिए उस घटना की पुनर्प्रस्तुति के साथ-साथ उन लोगों के साक्षात्कारों को भी कार्यक्रम में शामिल किया गया है जिन्होंने इन असाधारण खतरों पर विजय पाई। आई शुडनाॅट बी अलाइव कार्यक्रम जिंदा रहने से जुड़ी सच्ची कहानियों का लेखा-जोखा लेता है और नैतिक असमंजस, महत्वपूर्ण पलों, अचानक होने वाली घटनाओं और जिंदा बचने वाले इन लोगों द्वारा झेले गए जीवन या मृत्यु से जुड़े फैसलों पर ध्यान केन्द्रित करता है। चाहे किरगिस्तान के बर्फीले बियाबान में बर्फीले अंधड़ से जूझने का मामला हो, कोस्टारिका की शार्कों वाली जलराशियों में भटक जाने की बात हो, मोंटाना के पहाड़ों में एक बेरहम ग्रिजली भालू के हमले में जिंदा बचना हो या फिर अफ्रीका में जंगली जानवरों का सामना, आई शुडनाॅट बी अलाइव श्रृंखला इन चरम अवस्थाओं में हमारी प्रतिक्रिया के दौरान हमारी सबसे बुनियादी वृत्तियों का खुलासा करती है। श्रृंखला ये भी दिखाती है कि मुश्किल के समय हमारे शरीर किस तरह चोट का सामना करते हैं, इसमें मानवीय अवस्था की हैरतअंगेज पेचीदगियों और अथाह गहराइयों को भी विस्तार से दिखाया जा रहा है।

इस कार्यक्रम के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री राजीव बख्शी, वाइस प्रैजि़डैंट-मार्केटिंग, दक्षिण-एशिया, डिस्कवरी नैटवक्र्स एशिया-पैसिफिक ने कहा, ‘डिस्कवरी चैनल की अतिजीविता श्रृंखला आई शुडनाॅट बी अलाइव ऐसे लोगों की सबसे असाधरण सच्ची कहानियां प्रस्तुत करती है जिन्होंने जानलेवा स्थितियों का सामना किया और इन्हें बयान करने के लिए जिंदा भी बच गए। जिंदा बचने वाला हर व्यक्ति अपने डरावने अनुभव को बताता है और उन पलों का खुलासा करता है जिनके कारण उसकी जान बची। मुख्य ध्यान इस बात पर दिया जा रहा है कि जिंदा बचने वाले लोग जीवित कैसे रह पाए और वो कौन से फैसले थे जिनके कारण इन लोगों की जान बची।’’

इस श्रृंखला की शुरूआत न्यूजीलैंड में दो पर्वतारोहियों की दास्तान से होती है जिन्होंने एक बर्फीली दीवार के पार जाने के लिए एक जोखिम भरे रास्ते को चुना और फिर एक अस्थिर चट्टान पर 10 दिन तक फंसे रह गए। दर्शक एक और एपिसोड में डेवी की दास्तान भी देखेंगे जो हवाई के 3 लाख 30 हजार एकड़ में फैले एक राष्ट्रीय अभयारण्य में एक ट्रैक के दौरान भटक गईं और फिर उन्हें 5 दिन तक जिंदा रहने के लिए संघर्ष करना पड़ा। बाद के एपिसोडों में जाॅर्डन निकुरिटी की कहानी है जो एक चट्टान से गिरे और चार दिन तक उन्हें ढूंढा नहीं जा सका, इसके अलावा दर्शक दो दोस्तों - गैरी और डेव को भी देखेंगे जो गंभीर रूप से जख्मी हो गए और तब अलास्का के भालुओं वाले इलाके में फंस गए जब एक हल्के विमान से की जाने वाली यात्रा के दौरान भारी गड़बड़ हो गई।
यह कार्यक्रम मानवीय अवस्था की हैरतअंगेज पेचीदगियों और अथाह गहराइयों को दिखाता है। हर एपिसोड दर्शकों को प्रेरित करता है क्योंकि इसमें किसी अनोखी घटना और जीवन के लिए चरम संघर्ष को दिखाया जा रहा है। बेहतरीन विजुअल और ताजातरीन कम्प्यूटरजनित इमेज टैक्नाॅलाॅजी से हैरतअंगेज स्थितियों में इंसानी सहनशक्ति और अतिजीविता से जुड़ी इन कहानियों को चार चाँद लग गए हैं।

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भीषण गर्मी में किसान अपना गेहूं बेंचने के लिए परेशान है

Posted on 18 May 2012 by admin

एक ओर जहां बोरों के अभाव में गेहूं क्रय केन्द्रों पर इस भीषण गर्मी में किसान अपना गेहूं बेंचने के लिए परेशान है वहीं गेहूं क्रय केन्द्रों पर कुछ राजनीतिक दलों के स्थानीय नेताओं के कब्जे के चलते किसानों को बिचैलियों के हाथों ठगा जा रहा है। राज्य सरकार का गेहूं क्रय केन्द्र किसानों के लिए छलावा बनकर रह गया है।
प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि गेहूं क्रय केन्द्रों पर कई-कई दिनों तक किसानों का गेहूं बोरे के अभाव में पड़े रहने से छीज होता है, जिसकी हानि तो किसान को उठाना ही पड़ता है क्रय केन्द्रों पर खरीद न हो पाने के चलते उन्हें अपना गेहूं औने-पौने दामों में मजबूरी में बेंचना पड़ता है। राज्य सरकार को गेहूं क्रय केन्द्रों को बिचैलियों से मुक्त कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही करनी चाहिए।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश सरकार को चाहिए कि इस सम्बन्ध में जिलाधिकारियों के माध्यम से स्थानीय अधिकारियों जैसे परगनाधिकारी, तहसीलदार, बी.डी.ओ. सहित जिम्मेदार कर्मचारियों की जवाबदेही तय करे, जब तक जवाबदेही तय नहीं होगी तब तक गेहूं खरीद सुचारू रूप से संभव नहीं है। स्थानीय खरीद केन्द्रों द्वारा आढ़तियों के माध्यम से गेहूं खरीद की जा रही है और किसानों को अपनी गेहूं की उपज को एक हजार कुन्तल के हिसाब से बेंचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। राज्य सरकार को इस बात की भी जांच करानी चाहिए कि जिन लोगों को एक लाख रूपये से ऊपर के चेक जारी किये गये हैं उसमें कितने किसान हैं और कितने आढ़ती हैं।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि खरीफ की बुआई करीब है और हालात यह है कि गांवों में समय से बिजली नहीं मिल रही है, जो भी 8 से 10घंटे बिजली मिल भी रही है वह नाकाफी के अलावा रोटेशन में मिल रही है जिससे किसान धान के बीज नहीं डाल पा रहे हैं। इतना ही नहीं अभी तक नहरों में पानी नहीं पहुंच रहा है जिससे किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार को अविलम्ब नहरों में टेल तक पानी पहुंचाने एवं बिजली सुधार के लिए कड़े कदम उठाना चाहिए ताकि किसानों की खरीफ की बुआई सुचारू रूप से हो सके।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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चुनावों के लिए प्रत्याशी का फैसला अब जिले स्तर पर किया जाएगा

Posted on 18 May 2012 by admin

dscn0768भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेई ने कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम के तहत आज रामपुर व मुरादाबाद के कार्यकर्ताओं के साथ सीधा संवाद किया। रामपुर में कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम पार्टी कार्यालय प्रागंण में, आयोजित किया गया तथा मुरादाबाद में गंगा गार्डन में आयोजित किया गया। दोनों ही संवाद कार्यक्रमों में भारी संख्या में कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया तथा पार्टी अध्यक्ष के समक्ष खुलकर अपने सुझाव व शिकायतें रखीं।
संवाद कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए डा0 बाजपेयी ने कहा कि हम आपका सुझाव लेने के लिए आए हैं तथा आपका सुझाव क्रियान्वित हो यह आश्वासन देने आए हैं। श्री बाजपेयी ने कहा कि चुनावों के लिए प्रत्याशी का फैसला अब जिले स्तर पर किया जाएगा। उन्होंने पार्टी नेताओं/कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप जनता के बीच काम करें, जनता आपका टिकट स्वयं मांग लेगी। पार्टी के प्रति विश्वासघात करने वाले और अनुशासनहीनता बरतने वाले लोगों के संदर्भ में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अनुशासन समिति जांच कर रही है। हम पार्टी के साथ विश्वासघात करने वाले लोगांें को बाहर का रास्त दिखाएंगे। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि अनुशासन भंग करने वाले लोगों को पार्टी में कोई दायित्व नहीं दिया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं को यह भी कहा कि बिना जिले की अनुमति के किसी भी व्यक्ति को पार्टी में नहीं लिया जाएगा व जिले की संस्तुति के बिना बाहरी प्रत्याशी पर भी कोई निर्णय नहीं होगा। इससे पहले रामपुर के पार्टी कार्यालय परिसर में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं द्वारा दिए गए सुझावों को नोट किया तथा उन्हें इस बात के लिए आश्वस्त किया कि निर्णय की प्रक्रिया जिले स्तर से प्रारम्भ की जाएगी तथा प्रदेश स्तर पर शीघ्र ही टोल फ्री फोन सुविधा कार्यकर्ताओं को उपलब्ध कराई जाएगी ताकि बूथ स्तर का भी कार्यकर्ता सीधे अपने सुझाव और संवाद प्रदेश नेतृत्व तक पहुंचा सके। रामपुर में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व जिलाध्यक्ष सुभाष भट्नागर, पूर्व सांसद राजेन्द्र शर्मा, पूर्व विधायक चै0 बलवीर सिंह, कांशीराम, ज्वाला प्रसाद गंगवार, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ख्याली राम लोधी, बलदेव अवलख, मोहनलाल सैनी आदि अनेक प्रमुख नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।
मुरादाबाद में पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा अनेक स्थान पर प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विधान परिषद में दल के नेता डा0 नेपाल सिंह, प्रदेश मंत्री अशोक कटारिया, क्षेत्रीय संयोजन भूपेन्द्र सिंह, क्षेत्रीय संगठन मंत्री प्रकाश पाल, मुंशी राम कश्यप, क्षेत्रीय सहसंयोजक कमलेश सेैनी, पूर्व महापौर बीना अग्रवाल, विनोद अग्रवाल, गोपाल अंजान, राजेश कुमारी पाल, सतीश नरूला,  दिनेश शिशोदिया, सुरेन्द्र विश्नोई, आशीष त्रिवेदी आदि मौजूद थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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10 से 12 बजे तक अधिकारी अनिवार्य रूप से कार्यालय में बैठें-डी0एम0

Posted on 18 May 2012 by admin

निर्धारित समय सीमा में शिकायत निस्तारण के निर्देश

जिलाधिकारी अजय चैहान ने निर्देश दिये है कि शासन के विभिन्न विभागों के समस्त कार्यालयों के सभी अधिकारी/कर्मचारी मंगलवार को छोडकर शेष समस्त कार्य दिवसों में पूर्वान्ह 10 बजे से 12 बजे के मध्य अपने कार्यालय पर अनिवार्य रूप से उपस्थित रहकर जनता की समस्याओं व शिकायतों को सुनेगें तथा निर्धारित समय सीमा के अनुरूप उनका निस्तारण सुनिश्चित करेंगें।
उन्होंने बताया है कि जनता की समस्याओं एवं शिकायतों के त्वरित निस्तारण को देखते हुए शासन द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि शासन के विभिन्न विभागों के समस्त अधिकारी/कर्मचारी चाहे वह कार्यालय ब्लाक स्तर, थाना स्तर पर स्थित है, मंगलवार को छोडकर शेष समस्त कार्य दिवसों में पूर्वान्ह 10 बजे से 12 बजे के मध्य अनिवार्य रूप से उपस्थित रहकर जनता की समस्याओं व शिकायतों को सुनेगें।
शासनादेश में यह भी निर्देश दिये गये है कि जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमवार, वृहस्पतिवार एवं शुक्रवार को पूर्वान्ह 10 बजे से 12 बजे के मध्य मुख्यालय पर अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहकर जनता की समस्याओं व शिकायतंे सुनेगें और समय से निस्तारण करायेगें।
मुख्य सचिव द्वारा जारी आदेश मे यह भी निर्देश दिये गये है कि मण्डलायुक्तों द्वारा मण्डल के जिलों में विशेषकर कलेक्ट्रेट, मुख्य विकास अधिकारी, कार्यालयों तथा अन्य मण्डलीय अधिकारियों द्वारा अपने अधीनस्थ कार्यालयों का भ्रमण करने के साथ आकस्मिक निरीक्षण करके यह सुनिश्चित किया जायेगा कि शिकायतों के निराकरण के सम्बन्ध में शासन द्वारा दिये गये निर्देशों का सम्यक रूप से अनुपालन किया जा रहा है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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मण्डलायुक्त द्वारा सामाजिक आर्थिक एवं जातिगत जनगणना हेतु प्रशिक्षण का शुभारम्भ

Posted on 18 May 2012 by admin

जनगणना कार्य में मिनी लैपटाप से आंकडे एकत्र होंगें

सामाजिक आर्थिक एवं जातिगत जनगणना 2011 हेतु मास्टर ट्रेनर्स एवं वरिष्ठ अधिकारियों के दो दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का प्रभारी मण्डलायुक्त अजय चैहान ने दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया। सूरसदन में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में आगरा मण्डल के सभी जनपदों के उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, खण्ड विकास अधिकारी , नागर निकायों के अधिकारी तथा इन जिलों के मास्टर ट्रेनर्स फैसीलिटेटर्स एवं इण्डियन टेलीफोन इन्ड्रस्ट्रीज (आई.टी.आई.) के तकनीकी विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं।
अपने सम्बोधन में श्री चैहान ने कहा कि सम्पूर्ण देश में सामाजिक आर्थिक एवं जाति आधारित गणना-2011 कराई जा रही है। यह जनगणना अत्यन्त ही महत्वपूर्ण एवं व्यापक है और इस हेतु वही प्रशासनिक व्यवस्था अपनाई जानी है जो सामान्य जनगणना-2011 जनपदों में अपनाई गई थी।
श्री चैहान ने कहा कि जनगणना कार्य की व्यापकता एवं तकनीकी प्रवृत्ति को देखते हुए प्रत्येक स्तर के कार्मिको हेतु प्रशिक्षण की व्यापक रूप रेखा तैयार की गयी है। मुख्य प्रशिक्षक सहयोग कत्र्ता (मास्टर ट्रेनर फैसिलिटेटर) का प्रशिक्षण राज्य मुख्यालय पर सम्पन्न हो चुका है। अब मुख्य प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है तदन्तर मुख्य प्रशिक्षकों द्वारा चार्ज सेन्टर स्तर पर प्रगणकों, पर्यवेक्षकों एवं डाटा इन्ट्री आपरेटर्स को प्रशिक्षण दिया जाना है। उन्होंने निर्देश दिये कि यह प्रशिक्षण कार्य प्रत्येक दशा में 30 मई से पूर्व ही पूर्ण कर लिया जाये। उन्होंने जनगणना कार्य के समयबद्व एवं गुणवत्ता पूर्ण ढंग से सम्पादन हेतु प्रत्येक स्तर पर नियमित एवं सघन अनुश्रवण हेतु भी निर्देश दिये।
उन्होंने बताया कि जनगणना कार्य के लिए प्रगणक के साथ एक डाटा एन्ट्री आपरेटर रहेगा जो अपने साथ हैण्ड हेल्ड डिवाइस (HAND HELD DEVICE)लेकर चलेगा  जिसे टैबलेट पी.सी. भी कहा जाता है। इससे जनगणना के समय प्रि लोडेड साफ्टवेयर में आंकडे भरे जायेगें। इस हैण्ड हेल्ड डिवाइस के माध्यम से डाटा एन्ट्री आपरेटर जो आंकडे एकत्र करेगें वे प्रतिदिन चार्ज सेन्टर पर अपलोड करवाये जाने चाहिए।
प्रशिक्षण के दौरान तकनीकी विशेषज्ञों ने टैबलेट पी.सी. ( हैण्ड हेल्ड डिवाइस ) के वारे मे विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर आवास सूची अद्यतन करना, नक्शों को तैयार करना, गणना ब्लाक, नवीन घरों के व्यौरे तथा परिसम्पत्तियों की प्रविष्टियां तथा विभिन्न परिभाषाओं पर विस्तार से जानकारी दी गई।
मुख्य विकास अधिकारी डा0 रूपेश कुमार ने प्रशिक्षण सत्र के दौरान प्रतिभागियों की जिज्ञासाओं के समाधान दिये। उन्होंने कहा कि दी गई नियम पुस्तिका/दिशा निर्देश पुस्तिका का भली भांति अध्ययन कर लें। प्रशिक्षण सत्रों में विस्तार से सभी विन्दुओं पर जानकारी दी जा रही है। यदि कोई कठिनाई आ रही हो तो अपनी शंकाओं का समाधान प्राप्त कर लें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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ग्रामीण क्षेत्रों में खराब टी.टी.एस.पी/हैण्डपम्पों को तत्परता से ठीक करायें

Posted on 18 May 2012 by admin

अभियन्ता स्वजल धारा कार्यो में ग्राम वासियों को तकनीकी मार्ग दर्शन दें-सीडीओ

मुख्य विकास अधिकारी डा0 रूपेश कुमार ने निर्देश दिये हंै कि ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की
समस्या को देखते हुए व्यापक जल-प्रबन्धन की आवश्यकता है। जल निगम के सभी अवर अभियन्ता/सहायक अभियंता अपने अवशेष कार्यो को तत्परता से पूर्ण करें और स्वजल धारा के कार्यो का तकनीकी मार्ग दर्शन भी ग्राम प्रधानों/ग्राम स्तरीय कार्यकत्र्ताओं को दें। पेयजल के जो कार्य पूर्ण हो गये हैं उन्हें तत्परता से ग्राम सभाओं को हस्तान्तरित कराना सुनिश्चित करें।
मुख्य विकास अधिकारी आज विकास भवन पर ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल समस्या के समाधान हेतु जल निगम के अभियन्ताओं के साथ बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। बैठक में ग्राम समूह पेयजल योजना की स्थिति, टी.टी.एस.पी की वर्तमान स्थिति, स्थाई रूप से खराब हैण्डपम्पों को रिबोर कराये जाने पर चर्चा हुई।
उन्होंने स्वजल धारा के अवशेष कार्यो को पूर्ण कराये जाने  हेतु अधिकारी वार दायित्व निर्धारण के लिए निर्देश दिये। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों से टी.टी.एस.पी. खराब होने के सम्बन्ध में प्रतिदिन लोग शिकायत करने आते है। उन्होनंे सचेत किया कि गर्मी के मौसम को देखते हुए खराब हैण्डपम्प या टी.टी.एस.पी. को अविलम्ब चालू कराये।
बैठक में जिला विकास अधिकारी सुरेश चन्द, अधिशासी अभियंता ए0के0 गुप्ता तथा ए0के0 सक्सैना ने क्षेत्रों की स्थिति की जानकारी दी। जय प्रकाश शर्मा ने स्वजल धारा की प्रगति से अवगत कराया । बैठक में जल निगम की रखरखाब शाखा तथा निर्माण खण्ड के अधिशासी अभियंता, सहायक अवर अभियंता उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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पूर्वांचल, बुन्देलखण्ड व रूहेलखण्ड में एम्स अथवा रायबरेली एम्स के कैम्पस चिकित्सालय स्थापित होने से यहां की जनता को समुचित एवं उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी

Posted on 18 May 2012 by admin

मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री को भेजा पत्र

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने केन्द्र सरकार से जनपद रायबरेली के साथ ही प्रदेश के पूर्वांचल, बुन्देलखण्ड तथा रूहेलखण्ड क्षेत्रों में भी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना कराने का अनुरोध किया है।

इस सम्बन्ध में केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री गुलाम नबी आजाद को भेजे गये अपने पत्र में मुख्यमंत्री ने लिखा है कि प्रदेश में पहले से ही लखनऊ में एस0जी0पी0जी0आई0 जैसा उच्च स्तरीय चिकित्सा संस्थान स्थापित है। इसी क्रम में जनपद रायबरेली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना हो जाने पर दोनों उच्च स्तरीय चिकित्सा संस्थान प्रदेश के मध्य क्षेत्र में ही स्थित होंगे, जबकि प्रदेश के पूर्वांचल, बुन्देलखण्ड एवं रूहेलखण्ड क्षेत्र उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित हैं और यहां के निवासियों को जटिल रोगों के इलाज हेतु अन्ततः जनपद रायबरेली अथवा लखनऊ ही आना होगा, जो इनके लिए काफी दूर होने के कारण असुविधाजनक रहेगा।

मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि इन तीनों क्षेत्रों की जनसंख्या भी काफी अधिक है और ये क्षेत्र आर्थिक दृष्टि से अत्यन्त पिछड़े हुए भी हैं। इसके अलावा प्रदेश के मध्य क्षेत्र से पूर्वांचल, बुन्देलखण्ड एवं रूहेलखण्ड क्षेत्रों की दूरी काफी अधिक है। ऐसी स्थिति में उचित होगा कि भारत सरकार द्वारा जनपद रायबरेली के साथ ही इन क्षेत्रों में भी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के स्तर का एक-एक उच्च स्तरीय चिकित्सा संस्थान स्थापित किया जाये अथवा जनपद रायबरेली में स्थापित होने वाले एम्स के कैम्पस चिकित्सालय की इन क्षेत्रों में स्थापना हेतु समुचित विचार करते हुए स्वीकृति प्रदान की जाये, जिससे इन क्षेत्रों की जनता को समुचित एवं उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त हो सकें।

अपने पत्र में मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जनपद रायबरेली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना हेतु राज्य सरकार द्वारा उपयुक्त भूमि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए राजस्व विभाग को निर्देश दे दिए गए हैं। भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित होते ही इस सम्बन्ध में शीघ्र ही अवगत कराया जायेगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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प्रशासनिक तंत्र के साथ-साथ सपा कार्यकर्ताओं पर भी नियंत्रण नहीं कर पा रहे

Posted on 18 May 2012 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव राज्य के प्रशासनिक तंत्र के साथ-साथ सपा कार्यकर्ताओं पर भी नियंत्रण नहीं कर पा रहे हैं। प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि शपथ ग्रहण के बाद से ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने पार्टी कार्यकताओं को संयमित रहने और अधिकारियों को जनहित में सजग रहने की सलाह दे रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री के बयानों को नजर अंदाज कर सपा कार्यकर्ता राज्य में खुलेआम कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं और प्रशासनिक अधिकारी बेखौफ होकर मुख्यमंत्री के निर्देशों की अनदेखी कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी संरक्षण में सपा कार्यकर्ता राज्य में अराजकता फैला रहे हैं।
गुरूवार को पार्टी के राज्य मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश प्रवक्ता श्री पाठक ने लखीमपुर में सपा कार्यकर्ताओं द्वारा डीपीआरओ से मारपीट किए जाने की घटना पर गहरी नाराजगी जाहिर की। सपा कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदेश में खुलेआम गुंडई किए जाने को लेकर राज्य सरकार पर सवालिया निशान लगाते हुए श्री पाठक ने कहा कि अखिलेश यादव के शपथ ग्रहण के लिए बने मंच पर उत्पात कर सपाई कार्यकर्ताओं ने अराजकता की जो शुरूआत की है वह पूरे राज्य में बदस्तूर जारी है। राज्य में सपा के बहुमत में आते ही 10 मार्च को फर्रूखाबाद में सपा कार्यकर्ताओं ने झगड़े को शांत कराने पहंुचे दारोगा व सिपाहियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और सरकारी जीप क्षतिग्रस्त कर दी। उसी दिन मुरादाबाद में सपा विधायक के समर्थकों ने दारोगा से सरेआम बदसलूकी कर मारपीट की। अगले दिन हरदोई में सपा कार्यकर्ताओं ने विरोधी दल के कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी, तो मुरादाबाद में ही फिर से सपा विधायक ने एक सिपाही को अपनी कार से कुचल दिया।
श्री पाठक ने कहा कि ये घटनाएं तो बानगी भर हैं। प्रदेश में सपाई कार्यकर्ता मनमानी पर उतारू हैं। मुख्यमंत्री जो स्वयं पार्टी की राज्य इकाई के भी प्रमुख हैं,ं को चाहिए कि इन घटनाओं पर तत्काल विराम लगाने हेतु दाेिषयों के खिलाफ कार्रवाई करें। इस तरह की घटनाएं राज्य के चहुंमुखी विकास के लिए बाधा बनकर खड़ी हो रही हैं।
उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि राज्य का प्रशासनिक अमला आंखिर क्यों मुख्यमंत्री की मंशा नहीं समझ रहा है। मुख्यमंत्री प्रारम्भ से ही राज्य को विकास की पटरी पर ले जाने के दावे कर रहे हैं। भ्रष्टाचार के प्रति कठोर कार्रवाई और जन समस्याओं के प्रति सजगता को मुख्यमंत्री अपने ऐजेण्डे बताते हंै पर मुख्यमंत्री के तमाम दावों और निर्देशों के बावजूद राज्य के अफसर अपने दफ्तरों में नहीं बैठ रहे हैं।  मुख्यमंत्री के निर्देशों के प्रति अफसरशाही की हीला हवाली का आलम यह है कि मुख्यमंत्री को कल पुनः निर्देश जारी करना पड़ा कि प्रशासनिक अधिकारी अपने-अपने जनपदों में जनता से मिलें। मुख्यमंत्री पर कौन से दबाव है और कौन सी ऐसी शक्तिंया हैं जो उनके फैसलों में बाधा बनकर खड़ी हो रही हैंे।
भाजपा प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री से उम्मीद जताई की कि वह बगैर किसी दबाव में आए राज्य की जनता के हित में फैसले करंेगे और बेकाबू हो रहे अपनी पार्टी के लोगों पर लगाम लगाकर प्रशासनिक अधिकारियों पर आवश्यकता अनुरूप कठोर रूख अपनाएगें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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