भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि गेहूं क्रय केन्द्रों पर भ्रष्टाचार रोकने के संबंध में सरकार द्वारा उठाए गए कदम देर से उठाए गए कदम हैं। गेहूं क्रय केन्द्रों पर हो रही किसानों की लूट व गेहूं खरीद में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर प्रदेश सरकार से पहले ही तात्कालिक कदम उठाने की मांग की थी। सरकार की शिक्षिलता से किसानों को गेहूूं खरीद केन्द्रों पर भ्रष्टाचार के चलते गेहूं की विक्री में खासा नुकसान उठाना पड़ा।
प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र तिवारी ने मुख्यालय पर पत्रकारों से कहा कि कुछ दिन पहले पश्चिमी उ0प्र0 के बरनावा गांव के किसानों के लिए सुविधा की दृष्टि से गेहूं क्रय केंद स्थापित किया गया था उसे बीच में बोरों की कमी की वजह से बंद कर दिया गया। इसी तरह लखनऊ सिंहामऊ (इटौंजा) केन्द्र पर वोरे के अभाव के चलते किसानों का गेहूं कई दिनों से खुले आसमान के नीचे पड़ा है। बांदा में मंडी समिति में गेहूं खरीद में आज गोलीबारी में 4 लोग घायल हो गए। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि यदि सरकार सचेष्ट होती तो किसानों को अपना गेहूं बेचने में न तो इतनी कठिनाई होती न ही उन्हें गेहूं तौल के लिए हफ्तों क्रय केन्द्रों पर इंतजार करना पड़ता।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि गेहूं क्रय के संबंध मंें सरकार ने आज जो कदम उठाए हैं वह बहुत देर से उठाए गए कदम हैं। इस कदम को क्रय केन्द्रों की स्थापना के साथ ही उठाया जाना चाहिए था। श्री तिवारी ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने लखनऊ जनपद के क्रय केन्द्र तथा पूर्व अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने हमीरपुर जनपद के भरूआ सुमेरपुर में गेहूूं क्रय केन्द्र पर छापा मार कर सरकार का ध्यान किसानों से हो रही लूट की तरफ आकर्षित किया था और गेहूं खरीद में हो रहे भ्रष्टाचार को तत्काल रोके जाने की मांग की थी। प्रदेश भर में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार गेहूं क्रय के्रन्द्रों को लेकर आवाज उठाई लेकिन सरकार द्वारा समय से ध्यान नहीं दिया गया। भ्रष्टाचार के खिलाफ देर से उठाए गए कदम के कारण पूरे प्रदेश के किसानों को भारी आर्थिक क्षति उठानी पड़ी तथा बिचैलियों व व्यापारियों को लाभ पहुंचाया गया।
भाजपा प्रवक्ता ने पूरे प्रदेश में पीने के पानी की उपलब्धता को लेकर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि समुचे प्रदेश में पीने के पानी को लेकर त्राहि-त्राहि मची है। राजधानी का आलम यह है कि आधा शहर पीने के पानी के लिए हैरान-परेशान है। इतना ही नहीं आपूर्ति किए जा रहे जल में नाइट्रेट और फ्लोराइड की मात्रा इतनी अधिक है जो खतरनाक है। श्री तिवारी ने कहा जब राजधानी का यह आलम है तो पूरे प्रदेश की क्या दशा होगी। श्री तिवारी ने प्रदेश सरकार के मुखिया से पीने के पानी व बिजली आपूर्ति की समस्या समाधान के लिए युद्धस्तर पर कदम उठाए जाने की मांग की अन्यथा प्रदेश की जनता इन दोनों समस्याओं के चलते भारी कठिनाई का सामना करना पडे़गा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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