Posted on 03 May 2012 by admin
भारत अगर जीवित है तो वह अपनी संस्कृति, परम्पराओं को अक्षुण्य रखने के कारण। एक हजार वर्शो से लगातार विदेषी हमले झेलने वाला भारत अपनी संस्कृति और संस्कार को नहीं भूला है। सिकुडता तो गया लेकिन चट्टान की भाॅंति उसकी धार्मिक और सांस्कृतिक परम्परायें आज भी कायम है जिसे हिलाया तक नहीं जा सकता है।
यह विचार विष्व हिन्दू परिशद के अन्तर्राश्ट्रीय महामंत्री चम्पत राय ने कारसेवकपुरम् में दो दिन से चल रही अखिल भारतीय साध्वी षाक्ति परिशद की चिन्तन बैठक के समापन अवसर पर व्यक्त किया। उन्होनंे कहा जो समाज अपनी धरती पुरजो और परम्पराओं तथा धार्मिक जीवन मूल्यों को छोड देता है वह जड से समाप्त हो जाता है। इतिहास साक्षी है परम्पराओं को विस्मित करने वाले राश्ट्र सदा-सदा के लिए समाप्त हो गए। जब कि हिन्दूस्तान पर लगातार हजारों वर्शो से आक्रमण होते रहे और आज भी हो रहे हैं लेकिन हम अपनी परम्पराओं और संस्कृति को जीवित रखने के कारण जिन्दा है।
उन्होंने कहा भारत की धार्मिक परम्पराओं और संस्कृति को अक्षुण्य रखने में देष के पूज्य संतों और घर में माताओं का महत्वपूर्ण योगदान है। श्रीराय ने कहा हिन्दुस्तान में समाज राजाओं से कभी प्रभावित हुआ यहां का समाज संतों की ओर देखता है जब जीवन में कोई कश्ट या संकट महसूस करता है तो स्वाभावित रूप से संतों और मठ-मंदिरों की षरण में जाकर षान्ति महसूस करता है न कि सांसदों और विधायकों की षरण में। विकट परिस्थितियों में भी देष की रक्षा संतों ने ही की है। संतों ने जब जब देष और समाज का मार्गदर्षन किया समाज एक नई उर्जा के साथ उठ खडा हुआ वहीं घर में रहने वाली मातृ षक्ति ने अपनी अगली पीढी को संस्कारयुक्त बनाकर षिवाजी, महाराणा प्रताप जैसे सपूत इस धरती को दिए। मातृषक्ति का जागरण होना चाहिए ताकि संस्कारवान पीढी का निर्माण हो सके। इसमें महिला संतों को अहम भूमिका हो सकती है।
विष्व हिन्दू परिशद का गठन देष के श्रेश्ठ संतों के चिन्तन का प्रकटीकरण है इसलिए देष धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए संगठन संतो ंके मार्गदर्षन में सदैव तत्पर है। दो दिन चली इस चिन्तन बैठक में साध्वी षाक्ति ने विभिन्न प्रान्तों में संगठन को प्रभावी बनाने के लिए कार्य योजना बनाई एवं आगामी जनवरी,2013 में प्रयाग में लगने वाले महाकुम्भ के अवसर पर महिला संत-धर्माचार्यो से सम्पर्क के लिए एक समिति का भी गठन किया जिसमें प्रसिद्ध कथावाचिका साध्वी प्रज्ञा भारती को संयोजिका तथा साध्वी चरण दास, साध्वी योगश्री, साध्वी भूमा भारती व दिव्यागिरि को सदस्य नियुक्त किया।
समापन सत्र का संचालन अखिल भारतीय महिला प्रमुख मीनाक्षी ताई पिष्वे ने किया तथा इस अवसर पर केन्द्रीय मार्गदर्षक मंडल के संयेाजक जीवेष्वर मिश्र, महामंत्री कमलेष भारती, महंत साध्वी गंगा दास, साध्वी राजलक्ष्मी, महंत निर्मला दासी, सरोज सोनी, षिव दास सिंह, राधेष्याम आदि उपस्थित रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 03 May 2012 by admin
पीजीआई में निशुल्क चिकित्सा और सी जिलों में पत्रकार कालोनी की मांग
श्रमिक दिवस के अवसर पर उ.प्र. जर्नलिस्टस एसोसिएशन ;उपजा) द्वारा आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि राज्य के श्रम मंत्री डा.वकार अहमद शाह और विशिष्ट अतिथि विधान परिषद् सदस्य एवं समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी को 13 सूत्री मांग दिया गया। मांग पत्र में पत्रकारों की समुचित चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा आवासीय सुविधाए प्रदान करने की मांग की गई है।
उपजा ने मांग की है कि पीजीआई लखनऊ में पत्रकारों को निशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध खरायी जाए तथा प्रदेश के सी जिलों में पत्रकार कालोनियों का निर्णाण कराया जाए। जिलों में स्थायी समितियों का गठनए राज्य मुख्यालय पर पत्रकार बन्धु बनानेए प्रेस मान्यता एवं विज्ञापन समिति बनानेए सूचना डायरी का पुनः प्रकाशन आरम् करनेए पेंशन एवं बीमा योजना शुरु करनेए पर्यटन निगम के अतिथि गृहों में 75 प्रतिशत छूट प्रदान करने की मांग की गई हैं। मांग पत्र उपजा के प्रदेश अध्यक्ष रतन कुमार दीक्षित ने श्रम मंत्री डा. वकार अहमद शाह और विधान परिषद् सदस्य राजेन्द्र चैधरी को प्रदान किया। इस पर मंत्री डा.शाह एवं श्री चैधरी ने सहानुूति पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया है।
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01. 05. 2012
सेवा में
मा. डा. वकार अहमद शाह
मंत्रीए श्रम विागए
उŸार प्रदेश सरकार
लखनऊ।
विषयः मई दिवस पर पत्रकारों का मांग - पत्र
आदरणीय महोदयए
विश्व श्रम दिवस के अवसर पर नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्टस (इण्डिया) की राय शाखा उŸार प्रदेश जर्नलिस्टस एसोसिएशन (उपजा) प्रदेश सरकार का ध्यान पत्रकारों की निम्न व्यवसायिक तथा वैयक्तिक समस्याओं की ओर आकृष्ट करके उनके समाधान की मांग करती हैं। हमें आशा है कि प्रखर समाजवादी नेता मा. श्री मुलायम सिंह यादव के मार्गदर्शन और युवा मुख्यमंत्री मा. श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में जनहित के कार्य कर रही प्रदेश सरकार पत्रकारों की समस्याओं पर गंीरता से विचार कर उनका तत्काल निकारण करेगी।
हम उŸार प्रदेश के पत्रकार मांग करते हैं कि-
1. पत्रकारों को राजधानी के संजय गांधी स्नातकोŸार एवं चिकित्सा शिक्षा संस्थान (एसजीपीजीआई) तथा समस्त मेडिकल कालेजों में निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जाए। साथ ही समस्त दवाएं निःशुल्क उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए। जनप्रतिनिधियों एवं सरकारी कर्मचारियों की ांति ही पत्रकारों के इलाज के लिए पीजीआई में स्थायी निधि की व्यवस्था करायी जाए। इसके लिए सूचना विाग को नोडल विाग के रूप में नामित किया जाए।
2. गंीर बीमारी की स्थिति में राज्य के बाहर प्रख्यात चिकित्सा संस्थानों यथा एम्स नई दिल्लीए टाटा कैंसर इंस्टीटयूट मुम्बई और मेदान्ताए गुड़गांव में इलाज कराने की स्थिति में पत्रकारों के चिकित्सा व्यय की धनराशि सीधे संस्थानों को ेजी जाए अथवा प्रतिपूर्ति प्राथमिकता के आधार पर तत्काल कराने की व्यवस्था की जाए।
3. जिला मुख्यालयों पर स्थित संयुक्त एवं जिला चिकित्सालयों में पूर्व की ांति निःशुल्क चिकित्साए निःशुल्क प्राइवेट वार्ड आबंटन और दवाओं की लोकल परचेज की व्यवस्था पुनः प्रदान करायी जाए। इस हेतु नवीन शासनादेश जारी कराया जाए।
4. गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों एवं प्रेस कर्मचारियों की चिकित्सा सुविधा हेतु सूचना एवं जनसम्पर्क विागए उ.प्र. एवं स्वास्थ्य विाग द्वारा संयुक्त रूप से चिकित्सा कार्ड जारी कराया जाए। (उक्त प्रकृति के कार्ड की पूर्व में व्यवस्था थी) मान्यता पत्रकारों के परिचय पत्र पर निःशुल्क चिकित्सा का उल्लेख किया जाए।
5. पत्रकार उत्पीड़न की घटनाओं को तत्काल रोकने तथा मीडिया और प्रशासन के बीच समन्वय स्थापित करने हेतु जिला स्तर पर सात सदस्यीय सौहार्द समितियों (स्थायी समतियों) का पुनः गठन कराया जाए। समिति में जिलाधिकारीए पुलिस अधीक्षकए सूचना अधिकारीए पत्रकारों की ट्रेड यूनियनों का एक-एक प्रतिनिधिए इलेक्ट्रानिक मीडिया का एक प्रतिनिधि (मान्यता प्राप्त पत्रकार) को शामिल किया जाए।
6 . राज्य स्तर पर पत्रकार उत्पीड़न के मामलों के निस्तारण तथा अन्य समस्याओं पर विचार हेतु पत्रकार बन्धु का गठन किया जाए। पत्रकार बन्धु में गृह सचिवए अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था)ए सूचना निदेशकए श्रम सचिवए स्वास्थ्य सचिवए पत्रकारों की राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त दोनों ट्रेड यूनियनों के दो-दो प्रतिनिधियों को सम्मिलित किया जाए।
7 . उ.प्र.राज्य प्रेस मान्यता समिति एवं उ.प्र.राज्य विज्ञापन मान्यता समिति का तत्काल गठन कराया जाए। प्रेस मान्यता समिति के गठन हेतु पूर्व निर्धारित मानक ही अपनाए जाएं तथा अंतिम अधिसूचित मान्यता नियमावली (2003द्ध को लागू किया जाए।
8. सूचना एवं जनसंपर्क विागए उ.प्र. की सूचना निदर्शिनी (सूचना डायरी) का पुनः प्रकाशन आरम् कराया जाए।
9 . उŸार प्रदेश के पत्रकारों की पेंशन और जीवन बीमा के लिए प्रेस इंफारमेशन ब्यूरो नई दिल्ली की तर्ज पर राज्य में व्यवस्था की जाए। (केन्द्र सरकार पीआईबी मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए निशुल्क चिकित्साए पेंशन और बीमा सुविधा प्रदान करती है। साथ ही कई अन्य राज्यों ने इस दिशा में सार्थक पहल की है।)
10 .मीडिया के व्यापक विस्तार को दृषिटगत रखते हुए श्रमजीवी पत्रकारों के लिए राजधानी में नई पत्रकार कालोनी तथा सी जिलों में पत्रकार कालोनियों का निर्माण कराया जाए। समस्त आवासीय प्राधिकरणों एवं आवास विकास परिषद् की आवासीय योजनाओं में पत्रकारों को जनप्रतिनिधियोंए पूर्व सैनिकों की ांति प्राथमिकता एवं रियायती दरों पर आवास एवं ूखण्ड उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए।
11 .उŸार प्रदेश पर्यटन निगम के प्रदेश में निर्मित अतिथि गृहों एवं होटलों में पत्रकारों को प्रवास के दौरान 75 प्रतिशत रियायत पर अल्पकालिक आवासीय सुविधा उपलब्ध करायी जाए।
12. राज्य के समस्त श्रम न्यायालयों एवं श्रम न्यायाधिकरणों (लेबर ट्रिब्यूनल) में स्थायी एवं पूर्णकालिक पीठासीन अधिकारियों की नियुक्ति की जाए। पीठासीन अधिकारी का कार्यकाल समाप्त होने के पूर्व ही पीठ पर नियुक्ति की जाए। ताकि श्रमिकों से जुड़े मामलों की सुनवाई एवं न्याय में बिलम्व न हो।
13. मजीठिया वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू कराने हेतु त्रि-पक्षीय समिति का अतिशीघ्र गठन कराया जाए। समिति में समाचार पत्र उद्योग के प्रतिनिधिए शासन के प्रतिनिधि एवं पत्रकार यूनियनों के प्रतिनिधियों को सम्मिलित किया जाए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 03 May 2012 by admin
मई दिवस समारोह में उ.प्र.जर्नलिस्टस एसोसिएशन एवं लखनऊ जर्नलिस्टस एसोसिएसन ने वरिष्ठ पत्रकार और संस्थापक सदस्य सत्येन्द्र शुक्ल का नागरिक अिनन्दन किया। इस अवसर पर श्री शुक्ल को स्मृति चिन्हए शाल एवं अिनन्दन पत्र ेंटकर सम्मान किया गया। श्री शुक्ल पत्रकारों की राष्ट्रीय संस्था एनयूजे और उपजा दोनों के संस्थापक सदस्य हैं।
कैसरबाग स्थित राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह में आयोजित समारोह में श्री शुक्ल का अिनन्दन करते हुए उनके पत्रकारिता जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। उनके संगठन के लिए किये गए योगदान का ी इस अवसर पर उल्लेख किया गया। श्री शुक्ल को ेंट किये गए अिनन्दन पत्र को पढ़ते हुए उपजा के प्रदेश अध्यक्ष रतन कुमार दीक्षित ने बताया कि श्री शुक्ल इटावा जिला के अजीतमल गांव में 22 जुलाई 1927 को हुआ था। आपकी स्कूली शिक्षा गांव में ही हुई। तत्पश्चात आपने आगराए कानपुर में शिक्षा ग्रहण की। आपने पढाई के दौरान छात्र कांग्रेस का ी नेतृत्व किया तथा आप आजादी के आन्दोलन में नेताजी सुाष चन्द्र बोस की आजाद हिन्द फोज को ी सहयोग प्रदान करते थे।
श्री शुक्ल ने आगरा के उजालाए कानपुर में दैनिक जागरणए लखनऊए जयपुरए चण्डीगढ़ और शिमला में हिन्दुस्तान टाइम्स के लिए पत्रकारिता की। इसके अलावा आप हिन्दुस्थान स्टैंडर्ड से ी लम्बे समय तक जुड़े रहे। आपने लखनऊ से हिन्द आब्जर्वर नामक समाचार पत्र का ी प्रकाशन किया।
अिनन्दन - पत्र
श्री सत्येन्द्र शुक्ल
;वरिष्ठ पत्रकारए संस्थापक सदस्य उपजा एवं एनयूजेआई)
उ.प्र.जर्नलिस्टस एसोसिएशन एवं लखनऊ जर्नलिस्टस एसोसिएशन द्वारा आयोजित मई दिवस समारोह दिनांक एक मई 2012 तदनुसार बैशाख शुक्ल 10ए संवत् 2069 दिवस मंगलवार केे अवसर पर श्री सत्येन्द्र शुक्ल का अिनन्दन कर हम स्वयं गौरवान्वित हुए हैं।
वरिष्ठ पत्रकार श्री शुक्ल का जन्म 22 जुलाई सन् 1927 को उŸार प्रदेशए जो उस समय संयुक्त प्रांत आगरा एवं अवध कहलाता थाए के इटावा जिला के अजीतमल गांव में हुआ था। इनकी स्कूली शिक्षा गांव में ही हुई थी। परन्तु कक्षा 9 व 10 ;हाई स्कूल) की शिक्षा 1942 के आन्दौलन के कारण जिला छोडक़र शिकोहाबाद के अहीर हाईस्कूल में हुई थी। इण्टर की पढाई आगरा में प्रख्यात बलवंत राजपूत कालेज से हुई। इसके उपरान्त आपने स्नातक और कानून की पढ़ाई कानपुर स्थित दयानन्द एंगलो वैदिक कालेज (डीएवी) कानपुर से की।
आप आजाद हिंद फौज के जापान में तैनात सैनिकों की सूचनाएं रेडियो के माध्यम से सुनकर तथा बाद में लिखकर सैनिकों के परिजनों तक डाक द्वारा पहुंचाते थे। आपने मात्र 17 वर्ष की आयु में नेताजी की फौज में र्ती होने के लिए दिल्ली तक प्रवास ी किया।
इसके साथ ही कालेज जीवन में आपने छात्र कांग्रेस का नेतृत्व किया। आप बलवंत सिंह राजपूत कालेज में शिक्षा ग्रहण करते हुए आगरा डिवीजन के महासचिव निर्वाचित हुए थे। इसके बाद आपने कानपुर में ी छात्र कांग्रेस का नेतृत्य किया तथा कानपुर के महासचिव व अध्यक्ष ी रहे। छात्र नेता के रूप में आपकी ख्याति से प्रावित होकर ही निकटवर्ती रतपुर राज्य के छात्रों ने आपको आमंत्रित किया। रतपुर राज्य में छात्रों के उत्पीडन के मामले में महाराजा ब्रजेन्द्र सिंह जूदेव से वार्ता के लिए गए प्रतिनिधि मण्डल का आपने नेतृत्व किया। तदुपरान्त गिरफ्तार छात्रों और प्रजा परिषद् के अध्यक्ष को रिहा कराया।
आपने स्कूली शिक्षा के साथ ही पत्रकारिता की शुरुआत कर दी थी। आपने 1945 में आगरा से प्रकाशित उजाला हिन्दी दैनिक समाचार पत्र मे उप सम्पादक के रूप में कार्य आरम् किया। तदुपरान्त आप 1947 में कानपुर में दैनिक जागरण के उप सम्पादक नियुक्त हुए। आपने हिन्दुस्थान स्टैंडर्डए हिन्दुस्तान टाइम्स में विशेष संवाददाता और ब्यूरो प्रमुख के रूप में कानपुरए चण्डीगढ़ए शिमलाए जयपुर और लखनऊ में पत्रकारिता के लिए अतुलनीय योगदान दिया। आपने राजधानी लखनऊ से हिन्द आब्जर्वर नामक समाचार पत्र का ी प्रकाशन किया।
आप प्रेस कर्मचारियों और श्रमजीवी पत्रकारों के अधिकारों के लिए ी सदैव तत्पर और संघर्षरत रहे। आपने कानपुर में पत्रकारिता के दौरान कानपुर पत्रकार संघ की सदस्यता ग्रहण की। कानपुर पत्रकार संघ के सदस्य के रूप में आप ारतीय श्रमजीवी पत्रकार महासंघ (आईएफडब्लजे) के सदस्य रहे। तदुपरान्त वैचारिक मतेद होने के कारण आपने 1965 में उ.प्र.जर्नलिस्टस एसोसिएशन की नींव डाली। उपजा की स्थापना के लिए आयोजित औपचारिक बैठक आपने अपने निवास पर ही आयोजित करायी। तदुपरान्त 16 मार्च 1966 को ट्रेड यूनियन एक्ट के अन्तर्गत उपजा का पंजीकरण कराया गया। आप उपजा के संस्थापक सदस्य होने के साथ-साथ पत्रकारों की राष्ट्रीय संस्था नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्टस (इण्डिया) के ी संस्थापक सदस्य हैं। 23 जनवरी सन् 1972 को एनयूजे की दिल्ली में हुई स्थापना के समय गठित पहली राष्ट्रीय कार्यकारिणी में आपको उपाध्यक्ष चुना गया था।
सम्प्रति आप उपजा और एनयूजे का मार्ग दर्शन करने के साथ-साथ स्वतंत्र पत्रकारिता तथा पुस्तक लेखन कर रहे हैं। हम आपका अिनन्दन करते हैं और आपके शतायु होने की ईश्वर से कामना करते हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 03 May 2012 by admin
प्रदेश सरकार पत्रकारों की सी समस्याओं का शीघ्र समाधान करेगी। मांगों पर सहानुूति पूर्वक विचार किया जाएगा। यह आश्वासन मई दिवस समारोह में प्रदेश के श्रम मंत्री डा.वकार अहमद शाह ने दिया। डा.शाह समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में विचार व्यक्त कर रहे थे।
डा.शाह ने कहा कि आज समारोह में उन्हें जो पत्रकारों की और से मांग पत्र दिया गया है। उसे प्रदेश के मुख्यमंत्री के सम्मुख प्रस्तुत करके सी मांगों पर विचार किया जाएगा तथा मागों को स्वीकृत कराने का प्रयास किया जाएगा। समारोह के विशिष्ट अतिथि विधान परिषद् सदस्य समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा कि पत्रकारिता जोखिम रा क्षेत्र है। पत्रकार खतरे मोल लेकर मिशन में जुटे हुए हैं। पत्रकारों की लेखनी समाज को दिशा दे सकती है। लोकतंत्र को जीवित रखने में पत्रकारिता का बड़ा योगदान है। क्योंकि लोकतंत्र समाज और जीवन में ी महत्वपूर्ण स्थान रखता है। लेकिन इस पेशे को स्वार्थी तत्वों से बचाकर रखना होगा। पत्रकारों को अन्याय, विषमता के खिलाफ संघर्ष करना पड़ता है। लोकतांत्रिक मूल्यों को जीवित रखने की ी उनपर बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने पत्रकारों की समस्याओं पर प्रदेश सरकार से वार्ता कर उनके समाधान का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम अध्यक्ष और एनयूजे के पूर्व अध्यक्ष पी.के.राय ने पत्रकारों की सामाजिक आर्थिक स्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पत्रकार विषम परिस्थितियों में काम करते हैं। लेकिन, उन्हें उनके कार्यों और श्रम का पूरा प्रतिफल नहीं मिल पाता है। इसके पूर्व समारोह में वरिष्ठ पत्रकार और उपजा के संस्थापक सत्येन्द्र शुक्ल का अिनन्दन किया गया। उपजा के प्रदेश अध्यक्ष रतन दीक्षित ने अिनन्दन पत्र पढा तथा श्री शुक्ल के पत्रकारिता के लिए किये गए योगदान से सी को अवगत कराया। इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए वरिष्ठ पत्रकार सत्येन्द्र शुक्ल ने कहा कि पत्रकारिता के स्तर को ऊंचा बनाए रखना जरुरी है। इसे किसी ी स्थिति में नीचे नहीं आने दें। उन्होंने पत्रकारों से अपील की कि वे अनावश्यक रूप से टीका टिप्पड़ी से बचें। मई दिवस समारोह में प्रदेश के प्रमुख सचिव श्रम शैलेष कृष्ण, पूर्व सूचना आयुक्त वीरेन्द्र सक्सेना, उपजा के पूर्व अध्यक्ष वीर विक्रम बहादुर मिश्र, वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार, रामदŸा त्रिपाठी, शिवशंकर गोस्वामी, राजीव शुक्ल, रवीन्द्र जायसयवाल, हेमन्त तिवारी, योगेश मिश्र, अरविन्द शुक्ला, देवकीनन्दन मिश्र, सत्येन्द्र अवस्थी, रजी रिजवी, आदर्श प्रकाश सिंह, तारकेश्वर मिश्रा, दिलीप अनिोहोत्री, जे.पी.शुक्ला, अशोक मिश्र, ारत सिंह, राजेश सिंह, टी.एस.त्रिवेदी समेत ारी संख्या में वरिष्ठ पत्रकार और उनके परिजन मौजूद थे।
समारोह में पत्रकारों की समस्याओं पर एक तेरह सूत्री मांग पत्र श्रम मंत्री को दिया गया। इसके पूर्व अतिथियों का परिचय उपजा के प्रदेश मंत्री सुाष सिंह ने कराया। संचालन उपजा के प्रदेश महामंत्री सर्वेश कुमार सिंह ने किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 03 May 2012 by admin
गाय, गंगा, गरीब और नारी की रक्षा के लिए कृत संकल्प भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता साध्वी उमा भारती का 52वां जन्मदिन आज धूम-धाम से मनाया गया। इस अवसर पर गोष्ठी का आयोजन और मरीजों को फल वितरित किया गया।
पं0 दीनदयाल सेवा प्रतिष्ठान, कार्यालय दारूलशफा में साध्वी उमा भारती के जन्म दिन पर आयोजित गोष्ठी में निवर्तमान महापौर डा0 दिनेश शर्मा ने कहा कि उमा भारती जी का नेतृत्व पे्ररणादायी है। गाय,गंगा,गरीब और नारी को लेकर उमा जी की चिंताओं में राष्ट्रभक्ति की झलक व देश के विकास की दिशा साफ दिखाई देती है। गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे पूर्व विधान परिषद सदस्य डा0 शिव कुमार अस्थाना ने कहा कि उमा जी केवल हिन्दू समाज की ही नहीं बल्कि पूरे राष्ट्र की नेता हैंे। गोष्ठी को निवर्तमान सभासदगण नानकचंद लखमानी, हृदयनारायण श्रीवास्तव और पंकज भार्गव ने भी संबोधित किया।
गोष्ठी के पश््चात सिविल अस्पताल पार्क रोड में भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं ने मरीजों को फल वितरित किया। गोष्ठी व फल वितरण कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बाबू राम निषाद, पूर्व पार्षद रागिनी रस्तोगी, अरूण मिश्र, प्रवीण मिश्र, राजकुमार, रूपेश पाण्डेय, नीलम प्रजापति, श्रीनेत्र पाण्डेय, वीरू जसवानी, नयन मिश्र, संजीव सिंह, प्रदीप सिंह, जुगूनी रावत, गोपाल अग्रवाल, विनय सिंह, रिंकू, माधुरी शुक्ला और सुनीता दुबे सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 03 May 2012 by admin
हे बाबू 1मई मजदूर दिवस काव आय ? कइसे मनावा जा थै ? इस तरह के अनेको प्रश्न है जिनके उत्त्तर की तलाश में है गांव देहात की गरीब महिलाएं व बच्चे। जहां एक ओर सरकार कागजों पर १ मई को मजदूर दिवस के रुप में मना रही है वहीं हकीकत इससे कही परे है। हजारों नही बल्कि कई कई लाख लोगों को दो जून की रोटी भी नसीब नहीं होती।
१ मई को सरकार मजदूर दिवस के रुप मे भले ही मनाती चली आ रही हो परन्तु शायद गांव देहात मे रहने वाले और और हाड़ तोड़ मेहनत कर अपनी रोजी रोटी का जुगाड़ करने वाले लोगो को इस बात की जानकारी ही नही है कि आखिर यह मजदूर दिवस क्या है और क्यों मनाया जाता है।
मझिला, बड़का, महरानी, चमेला जैसी अनेक महिलाएं और इनके छोटे छोटे बच्चे सुबह से लेकर शाम तक जीजान से जुटे रहते है ताकि उन्हे शाम को रोटी नसीब हो सके। जहां गांव देहात के लोग कई प्रकार के काम धंधे करके अपना पेट पालने की जुगत मे रहते है वही तराई के इलाको मे लोग बाध बनाकर रोजी रोटी की व्यवस्था करते है।
नदी के किनारे बसे गांवो के लोग तपती दोपहरी में अपने बीबी बच्चो के साथ साइकिल का पहिया जमीन मे गाड़कर बॅाध बनाते हुए बड़ी आसानी से देखे जा सकते है। गांव मे बाॅध बनाकर ये लोग जनपद के मुख्यालय और कुछ छोटी बड़ी बाजारो मे जाकर बेचते है और उससे मिलने वाले पैसे से अपना गुजारा करते है।
मजदूर दिवस होने के बावजूद भी हजारो के संख्या मे वे बच्चे जिनकी अभी स्कूल जाने की उम्र है, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, होटलो, चाय की दुकानों पर कप प्लेट धोते और चाय का गिलास लेकर बाबू बाबू करते आसानी से देखे जा सकते है।
यहां तक ही नही बल्कि ये छोटे छोटे बच्चे जिनके कंधो पर किताब कापियो से भरा बस्ता होना चाहिए। कूड़े का बोरा अपनी पीठ पर लादकर उसमे कागज के टुकड़े, रददी, शीशे की बोतले भरे हुए दिखाई पड़ते है।
भोर में उठकर पूरा दिन जगह जगह के चक्कर काटना और कूड़े का बोरा पीठ पर लादना शायद इनकी नियति बन चुका है। मुफलिसी में जीवन जीने वाले इन मजदूरो और नौनिहालो को आखिर कब समझ आयेगा बाल दिवस और मजदूर दिवस का मायने।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 03 May 2012 by admin
संयुक्त अभिसरण कार्यक्रम के अन्तर्गत जिले में प्रथम संस्था पहेली ने जिले के 58गांवों में सर्वे कर विभागीय योजनाओं का आंकलन किया। जहां शिक्षा पर करोड़ों खर्च के बाद भी गुणवत्ता ठीक नहीं मिली। वहीं आंगनबाड़ी केन्द्र सिर्फ पंजीरी बांटने तक ही सीमित रह गये। इसी सर्वे की रिपोर्ट को लेकर बुधवार को विकास भवन सभागार में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य विकास अधिकारी के सामने रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। रिपोर्ट को देखकर जहां सीडीओ ने प्रथम संस्था के कार्य पर खुशी व्यक्त की वहीं अधिकारियों को सर्वे में आई कमियों को दूर करने के निर्देश दिए। विकास भवन स्थित स्वर्ण जयन्ती सभागार में संयुक्त अभिसरण कार्यक्रम के तहत एक कार्यशाला का आयोजन किया गया कार्यशाला की शुरूआत मुख्य विकास अधिकारी आनन्द कुमार द्विवेदी ने दीप प्रज्वलित करके की। कार्यक्रम की शुरूआत होने के साथ ही प्रथम संस्था पहेली को सर्वे की रिपोर्ट दिखाने के निर्देश दिए। प्रथम संस्था के रिसर्च आफीसर सत्यम कुमार ने बताया कि जिले के 58गाँवों के 1180घरों पर कराए गए सर्वे में कच्चे-पक्के मकान, रहन-सहन, खान, पान स्वास्थ्य, शिक्षा, शौंचालय, विद्युत, पेयजल, जननी सुरक्षा योजना, प्रसव व्यवस्था व मनरेगा कार्य जाब कार्ड व राशन व्यवस्था का सर्वे कराया गया। जिसमें कई आश्चर्यजनक आंकड़े सामने आए हैं। बताया कि महत्वपूर्ण विभागों को ही लिया जाए तो मनरेगा में अभी भी सौ दिन का काम पाने वालों की संख्या कम है। रिपोर्ट को जिला योजना बनने से पूर्व विभागीय अधिकारियों को दी जाए ताकि उसे योजना में शामिल किया जा सके और कमियां दूर हो सकें। बैठक में पीडी श्रीनिवास मिश्र, डायट प्राचार्य मीरापाल, संयुक्त विकास कार्यक्रम अधिकारी नरेन्द्र मिश्रा, कार्यक्रम प्रबन्धक इकाई कर्वजन फैसीलेटर नवीनदास, राज्य परियोजना अधिकारी मंजीत सलूजा, यूएनडीपी की निर्मला पाण्डेय, योगेन्द्र शुक्ला, विवेक अवस्थी व अश्वनी दीक्षित मौजूद रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 03 May 2012 by admin
बिजली की अनियमित कटौती ने नगरवासियों को परेशान करके रख दिया है। दूसरी ओर भीषण गर्मी के साथ ही बिजली कटौती ने भी दुश्वारियां बढ़ा दी हैं शहर में जहां एक ओर 20घण्टे की आपूर्ति का चार्ट निर्धारित वहीं इन दिनों मात्र 14 से 16घण्टे की ही आपूर्ति हो रही है। जिससे लोगों का गर्मी से बुरा हाल है। आपूर्ति चार्ट के आधार पर तो कटौती हो नहीं रही है वहीं लोगों को अतिरिक्त कटैती का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन जिले में अघोषित कटौती के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। पिछले कुछ दिनों से गर्मी के तेवर लगातार बढ़ते जा रहे हैं एक तो भीषण गर्मी उस पर भी बिजली की बेतहाशा कटौती ने लोगों को परेशान करके रख दिया है। गौरतलब हो कि नगर में वैसे तो 20घण्टे की आपूर्ति चार्ट निर्धारित किया गया था लेकिन आपूर्ति चार्ट के स्थान पर अधिक कटौती का दंश लोगों को झेलना पड़ रहा है जिससे लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। बताते चलें कि एक तो बिजली विभाग ने शहर का आपूर्ति चार्ट बड़ा ही अटपटा दिया है जिसके अनुसार दिन में तो कटौती नहीं होती है लेकिन तड़के कटौती जरूर कर दी जाती है। दिन में भी दो से तीन घण्टे की कटौती तथा रात में आपात कटौती से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। रही सही कसर लोकल फाल्ट से पूरी हो जाती है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 03 May 2012 by admin
समाजवादी पार्टी, उत्तर प्रदेश द्वारा निर्णय लिया गया है कि आगामी लोकसभा चुनाव-2014 में, जो पदाधिकारी, नेता एवं कार्यकर्ता चुनाव लड़ने को इच्छुक हों, वह अपने आवेदन पत्र 31 मई,2012 तक प्रदेश कार्यालय में जमा करेगें। आवेदन पत्र पार्टी द्वारा निर्धारित छपे हुए फार्म पर दिया जाएगा। आवेदन पत्र के साथ 10 हजार रूपए बतौर शुल्क जमा करना होगा।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के सभी जिला/महानगर अध्यक्ष, महासचिव, साॅसद,पूर्व साॅसद, विधायक, पूर्व विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, राष्ट्रीय राज्य कार्यकारिणी के पदाधिकारी, सदस्यगण एवं सम्बद्ध प्रकोष्ठो के प्रदेश अध्यक्ष, जिला/महानगर अध्यक्ष, विधान सभा अध्यक्ष तथा प्रमुख नेतागण के नाम जारी परिपत्र में कहा है कि आवेदनकर्ता को समाजवादी पार्टी का सक्रिय सदस्य होना चाहिए। वह समाजवादी पार्टी बुलेटिनका भी आजीवन सदस्य हों। आवेदक के विरूद्ध समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यालय, जिला एवं महानगर पार्टी का सदस्यता धनराशि आदि का कोई बकाया नहीं होना चाहिए। इस सम्बन्ध में जिला/महानगर अध्यक्ष से प्रमाण पत्र प्राप्त कर आवेदन पत्र के साथ लगाना आवश्यक है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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