Archive | December 6th, 2011

1500 करोड़ रुपयों की जनहित की जिन 160 परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया गया

Posted on 06 December 2011 by admin

उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री माननीया सुश्री मायावती जी द्वारा परम्पूज्य बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर 06 दिसम्बर, 2011 को लगभग 1500 करोड़ रुपयों की जनहित की जिन 160 परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया गया, उनका संक्षिप्त विवरण निम्न प्रकार से है-

1.    ऊर्जा

माननीया मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पारेषण व वितरण तंत्र को सुदृढ़ करने हेतु 375.22 करोड़ रूपये की परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इनमें 302 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित 765 के0वी0 उन्नाव पारेषण उपकेन्द्र, 30 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित 132 के0वी0 दयालबाग आगरा पारेषण उपकेन्द्र और 40.22 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित 33/11 के0वी0 के 16 वितरण उपकेन्द्र शामिल हैं।

2.    जल निगम

माननीया मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश के बुन्देलखण्ड क्षेत्र में ग्रामीण जलापूर्ति हेतु सतही स्रोत पर आधारित कुल 275.98 करोड़ रूपये लागत की पाइप पेयजल योजनाओं का शिलान्यास किया। बुन्देलखण्ड के चित्रकूट जनपद के मऊ ग्राम में एक करोड़ 80 लाख रूपये की लागत से समूह पाइप पेयजल योजना, झांसी के रक्सा ग्राम में 21 करोड़ 40 लाख रूपये की लागत से, झांसी के करसुआ ग्राम में 20 करोड़ 92 लाख रूपये, महोबा के सिजहरी ग्राम में 3 करोड़ 21 लाख रूपये और महोबा जैथपुर ग्राम में 11 करोड़ 18 लाख रूपये की लागत से समूह पाइप पेयजल योजना का शिलान्यास किया।

3.    चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण

माननीया मुख्यमंत्री जी ने चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की 31.21 करोड़ रूपये की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें  लखनऊ के बलरामपुर चिकित्सालय में 03 करोड़ 15 लाख 33 हजार रूपये की लागत से 30 बेड वाले प्राइवेट वार्ड, 01 करोड़ 96 लाख 30 हजार की लागत से सी0एस0एस0डी0 की स्थापना, 01 करोड़ साढ़े चार लाख की लागत से ब्लड सेपरेशन यूनिट, राम मनोहर लोहिया चिकित्सालय में 1.5 करोड़ की लागत से डाॅयलेसिस यूनिट, 1 करोड़ 60 लाख की लागत से न्यू वार्ड ब्लाॅक, 50 लाख की लागत से माॅडल्यूलरोटि तथा 56 लाख 68 हजार की लागत से ओवर हेड टैंक का लोकार्पण तथा 01 करोड़ 53 लाख रूपये की लागत से रैंप का शिलान्यास शामिल है। इसके अलावा जनपद गोण्डा में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा 13 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, जे0पी0 नगर में 02 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और बलरामपुर के 02 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का लोकार्पण भी शामिल है।

4.    लोक निर्माण विभाग

161 करोड़ रूपये लागत के 16 मार्गों शिलान्यास-इनमें कानपुर नगर में लखनऊ-इटावा मार्ग का चैड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण, बहराइच में नानपारा बाईपास का चैड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण, इसके अलावा बहराइच, कुशीनगर, लखनऊ, सीतापुर, कानपुर नगर, मिर्जापुर, इलाहाबाद, सुल्तानपुर, ज्योतिबाफूले नगर तथा बस्ती में मार्गों का चैड़ीकरण सुदृढ़ीकरण।
560 करोड़ रूपये लागत से 24 सेतुओं का शिलान्यास, इसमें इलाहाबाद में नैनी रेलवे स्टेशन के समीप सम्पार संख्या 35बी पर 02 लेन का उपरिगामी सेतु निर्माण, लखनऊ अमौसी रेलवे स्टेशन के पास चार लेन उपरिगामी सेतु का निर्माण। इसी प्रकार जालौन, बस्ती, मुरादाबाद, बिजनौर, सीतापुर, अम्बेडकर नगर, बरेली, गाजीपुर, बहराइच, सुल्तानपुर, फैजाबाद, गोरखपुर, सहारनपुर, बांदा तथा कानपुर में उपरिगामी सेतु तथा अन्य सेतुओं का शिलान्यास शामिल है।

5.    राजकीय निर्माण निगम

82 करोड़ साढ़े चार लाख रूपये की लागत वाली 76 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 97 करोड़ 24 लाख 37 हजार रूपये की लागत वाली 79 परियोजनाओं का शिलान्यास किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Comments (0)

माननीया मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी के नेतृत्व में कृतज्ञ राष्ट्र की बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर को उनके 55वें परिनिर्वाण दिवसर पर भावभीनी श्रद्धांजलि

Posted on 06 December 2011 by admin

  • माननीया मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर 1500 करोड़ रूपये लागत की 160 विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया
  • बाबा साहेब को उत्तर प्रदेश की बी0एस0पी0 सरकार ने विभिन्न रूपों में पूरा-पूरा आदर-सम्मान दिया
  • कार्यकर्ता बाबा साहेब के संघर्षों से प्रेरणा लेकर जातिवादी मानसिकता से ग्रसित सभी विपक्षी पार्टियांें के दुष्प्रचार से सावधान रहें -माननीया मुख्यमंत्री जी
  • बी0एस0पी0 पर जब-जब हमला हुआ है, वह और मजबूत होकर उभरी है

उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमंत्री एवं बी0एस0पी0 की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती जी के नेतृत्व में देश के करोड़ों दलितों, पिछड़ों और उपेक्षित वर्गों को सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अधिकार दिलाने के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित करने वाले संविधान निर्माता, भारत रत्न, परम्पूज्य बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर जी की आज उनकी 55वें परिनिर्वाण दिवस (पुण्य तिथि) के मौके पर गोमतीनगर स्थित डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल पहुंचकर उनकी भव्य प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की एवं उनके सपनों का भारत बनाने का संकल्प दोहराया। इस मौके पर बौद्ध भिक्षुओं ने बुद्ध वन्दना की तथा उन्हें माननीया मुख्यमंत्री जी ने चीवर दान किया। इसके उपरान्त उन्होंनें वहां उपस्थित जनसमूह के बीच लगभग 1500 करोड़ रूपये लागत की जनहित की 160 विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास भी किया।
इस अवसर पर अपने संक्षिप्त सम्बोधन में उन्होंने अपनी तथा सरकार व पार्टी की ओर से परम्पूज्य बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनकी स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिये बी0एस0पी0 सरकार द्वारा प्रदेश में अनेकों महत्वपूर्ण काम किये गये हैं और आज भी विकास तथा जनहित से जुड़ी हुई, काफी परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया है। इसमें बुन्देलखण्ड क्षेत्र में ग्रामीण जलापूर्ति पर आधारित पाइप पेय जल योजनायें, ऊर्जा विभाग से सम्बन्धित योजनायें, लोक निर्माण विभाग से सम्बन्धित मार्गों, सेतुओं तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की विभिन्न योजनायें शामिल हैं।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आजादी के बाद से अब तक बी0एस0पी0 सरकार को छोड़कर केन्द्र तथा राज्यों में जो भी सरकारें सत्ता में रही हैं, उन्होंने जातीय मानसिकता से ग्रसित होकर दलित एवं पिछड़े वर्गों में समय-समय पर जन्मे महान संतों, गुरूओं व महापुरूषों की उपेक्षा करते हुए उनको उचित आदर सम्मान नहीं दिया। इसके विपरीत, उत्तर प्रदेश की बी0एस0पी0 सरकार ने इन महापुरूषों को विभिन्न रूपों में पूरा-पूरा आदर-सम्मान दिया है। उन्होंने कहा कि डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर ने संविधान का निर्माण करने के साथ ही इस देश में सदियों से जातीय-व्यवस्था के शिकार दबे-कुचले लोगों को उनके पैरों पर खड़ा करने तथा जिन्दगी के हर पहलू में आगे बढ़ाने के लिये कानूनी अधिकार प्रदान किये। उन्होंने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि इन वर्गों को इन अधिकारों से जितना फायदा मिलना चाहिए था, वह नहीं मिल सका। पूरे देश में, उत्तर प्रदेश की बी0एस0पी0 सरकार को छोड़कर, देश व राज्यों की सत्ता में आसीन रही सभी विपक्षी पार्टियों ने दबे-कुचले लोगों को अन्य वर्गों की बराबरी में लाने के लिये कोई कदम नहीं उठाया, बल्कि बहुजन समाज पार्टी के मूवमेन्ट को पीछे ढकेलने में लगी हुईं हैं।
सुश्री मायावती जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव को नजदीक देखकर विपक्षी दलों की नींद उड़ी हुई है, इसलिए आये दिन बी0एस0पी0, इसके मंत्रियों, विधायकों तथा पार्टी पदाधिकारियों के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी तथा टिप्पणी करते रहते हैं। इससे साफ जाहिर है कि बी0एस0पी0 सरकार के खिलाफ उनके पास बोलने के लिये कोई ‘‘मुद्दा’’ नहीं बचा है। भारी संख्या में उपस्थित जन-समुदाय का ध्यान आकृष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि परम्पूज्य डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर ने कठिन संघर्षों के बाद उन्हें कानूनी अधिकार दिलाया है। जातिवादी मानसिकता रखने वाली सभी विपक्षी पार्टियां विभिन्न हथकंडे अपनाकर दबे-कुचले वर्गों के लिये काम कर रही बी0एस0पी0 के खिलाफ उन्हें गुमराह करने का पूरा प्रयास करेंगी, जिससे सावधान रहने की जरूरत है और आशा व्यक्त की कि बी0एस0पी0 इन चुनौतियों का सामना करते हुए और ज्यादा मजबूत हो कर उभरेगी, जैसा कि पहले भी होता रहा है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बी0एस0पी0 के खिलाफ आधारहीन टिप्पणी करने वाले सभी विपक्षी दलों को मुहँतोड़ जवाब देने के लिये कार्यकर्ता तैयार रहें। विरोधियों की साजिशों तथा हमलों से घबराने की जरूरत नहीं है। बी0एस0पी0 पर जब-जब भी हमला हुआ है, वह और मजबूती से उभरी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2003 में इन्हीं साजिशों के कारण ही उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा, उस समय दिल्ली में एन0डी0ए0 की सरकार थी। साजिशों के चलते बी0एस0पी0 में तोड़-फोड़ करके सपा की सरकार बनवायी गयी। विपक्षी पार्टियों ने 2003 से 2007 तक बी0एस0पी0 के खिलाफ तमाम हथकंडे अपनाये, यह भी कहा जाने लगा था कि बी0एस0पी0 अब खत्म हो गयी है। लेकिन सन 2007 के आम चुनाव में बी0एस0पी0 अपने बूते पर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाकर सत्ता में वापसी की।
सुश्री मायावती जी ने कहा कि इस बार फिर चुनाव को करीब देखकर सभी विपक्षी दल बी0एस0पी0 के खिलाफ तरह-तरह के हथकंडे अजमा रहे हैं। उनके इस हमले से बी0एस0पी0 और मजबूत होगी तथा विधानसभा चुनाव में बी0एस0पी0 को ही फायदा मिलेगा। इतिहास गवाह है कि जब-जब बी0एस0पी0 तथा इसके मिशन पर हमला हुआ है, बी0एस0पी0 और मजबूत होकर उभरी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर की इस पुण्य तिथि पर यहां से यह संकल्प लेकर जायें कि विपक्षियों के तमाम आरोपों तथा हमलों को दरकिनार करते हुए केन्द्र तथा यू0पी0 में बी0एस0पी0 की सरकार बनाने के लिये जुट जायें।
डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर के इस कथन को कि ‘‘सामाजिक एवं आर्थिक असमानता समाप्त किये बगैर हमारी राजनैतिक आजादी का कोई अर्थ नहीं है,’’ को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का हर फैसला ‘‘सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय’’ की नीति पर आधारित है। बाबा साहेब ने दलितों, शोषितों, वंचितों एवं कमजोर वर्गों में जागरूकता पैदा करके एक सशक्त आवाज को बुलन्द किया और उन्हें सत्ता के केन्द्र तक पहंुचाने का मार्ग प्रशस्त किया। इसके अलावा उन्होंने पिछड़ों तथा धार्मिक अल्पसंख्यकों के हित व कल्याण के लिये भी संविधान में प्राविधान किये। इन वर्गों को आत्म-सम्मान व सामाजिक न्याय दिलाने के लिये बाबा साहेब डाॅ0 अम्बेडकर ने भारतीय संविधान में अनेक प्राविधान किये। परन्तु इतिहास की विडम्बना यह है कि दलित एवं अन्य पिछड़े वर्गों मेें जन्में महान संतों, गुरूओं, महापुरूषों की उपेक्षा कर उनका सही मूल्यांकन नहीं किया गया। उनके योगदान को आम जनता तक विशेषकर उस वर्ग के लोगों तक पहुंचाये जाने के समुचित प्रयास नहीं किये गये, जिसके लिये इन लोगों ने आजीवन संघर्ष किया था। इन महापुरूषों का सपना अभी अधूरा है, जिन्हें उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की बी0एस0पी0 सरकार पूरा करने का प्रयास कर रही है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अन्य पिछड़े वर्गाें को आज शिक्षा एवं सरकारी नौकरियों में जो आरक्षण की सुविधा मिली है, यह किसी और महापुरूष या पार्टी की देन नहीं, बल्कि बाबा साहेब डाॅ0 अम्बेडकर की ही देन है। बाबा साहेब के अथक प्रयासों के फलस्वरूप ही आज देश के सामाजिक व राजनैतिक परिवेश में व्यापक बदलाव आया है और समतामूलक समाज की स्थापना के लिये किये जा रहे प्रयासों को बल मिला है। बी0एस0पी0 सरकार ने सामाजिक परिवर्तन के लिए आजीवन संघर्ष करने वाले इन महान सन्तों, गुरूओं व महापुरूषों के आदर-सम्मान में निर्मित कराये गये भव्य स्थल, स्मारक, मूर्तियाँ, संग्रहालय, गैलरी, चैराहे और स्थापित भव्य पार्क आगे आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा के स्रोत बने रहेंगे।
सुश्री मायावती जी ने कहा कि उनकी सरकार ने अनुसूचित जाति/जन जाति के लोगों के आर्थिक व सामाजिक विकास के लिए डा0 अम्बेडकर ग्राम सभा विकास विभाग का गठन करते हुए अनुसूचित जाति/जन जाति बाहुल्य गांवों की तरक्की और खुशहाली के लिए डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर ग्राम सभा विकास योजना शुरू की। इस योजना के तहत चयनित अम्बेडकर गांवों में सभी आवश्यक सुविधायें मुहैय्या कराने की व्यवस्था की गयी है। योजना के प्रभावी क्रियान्वयन एवं मानीटरिंग के लिए अलग से सेल का गठन भी किया गया। डाॅ0 अम्बेडकर ग्रामों की अनुसूचित जाति की बस्तियों में सी0सी0रोड, के0सी0ड्रेन के साथ रोशनी हेतु सोडियम लाइट लगाये जा रहे हैं। अम्बेडकर ग्राम सभाओं की प्रत्येक दलित बस्तियों में ’’बहुउद्देशीय सामुदायिक केन्द्र’’ बनाये गये।
उल्लेखनीय है कि बाबा साहेब डाॅ0 अम्बेडकर के आदर-सम्मान में माननीया मुख्यमंत्री जी के सभी शासनकालों में अनेकों महत्वपूर्ण व ऐतिहासिक काम किये गये हैं, जिनमें प्रमुख इस प्रकार हैं, आगरा विश्वविद्यालय का नामकरण बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर किया गया। इसी विश्वविद्यालय में बाबा साहेब डा0 अम्बेडकर के नाम पर अम्बेडकर पीठ की भी स्थापना की गयी। डा0 अम्बेडकर के नाम पर अनुसूचित जाति/जनजाति कोचिंग सेंटर की स्थापना जनपद अलीगढ़ और आगरा में की गयी है। फैजाबाद मण्डल के अन्तर्गत अम्बेडकर नगर के नाम से नये जिले का गठन किया गया। वाराणसी में बाबा साहेब के नाम पर स्टेडियम का नामकरण तथा रामपुर में संग्रहालय व पुस्तकालय की स्थापना की गयी।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद बांदा में बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर मेडिकल कालेज, नोएडा तथा गे्रटर नोएडा में डा0 भीमराव अम्बेडकर मल्टी सुपर स्पेशियल्टी अस्पताल स्थापित कराये गये हैं। कानपुर में डाॅ0 अम्बेडकर इन्स्टीट्यूट आॅफ टेक्नाॅलाॅजी फार हैण्डीकैप्ड तथा जनपद आजमगढ़ में डाॅ0 अम्बेडकर भवन का निर्माण कराया गया। जनपद मैनपुरी तथा कन्नौज में डा0 भीमराव अम्बेडकर राजकीय महाविद्यालय की स्थापना की गयी। लखनऊ में डा0 भीमराव अम्बेडकर अन्तर्राष्ट्रीय खेल स्टेडियम तथा गे्रटर नोएडा में 500 सीटों वाले डा0 अम्बेडकर अनुसूचित जाति/जनजाति छात्रावास का निर्माण कराया गया। जनपद आगरा एवं गौतमबुद्ध नगर में डाॅ0 अम्बेडकर पार्क स्थापित किया गया। लखनऊ में डाॅ0 अम्बेडकर पर्यावरण म्यूजियम तथा डाॅ0 अम्बेडकर पर्यावरण परिसर का निर्माण कराया गया। बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ में अम्बेडकर पीठ की स्थापना तथा प्रशासनिक भवन संकुल का निर्माण कराया गया है।
इसके अलावा बाबा साहेब डाॅ0 अम्बेडकर की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के उद्देश्य से लखनऊ में भव्य ऐतिहासिक डा0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल की स्थापना की गयी है। साथ ही डा0 भीमराव अम्बेडकर विहार, डा0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन गैलरी, डा0 भीमराव अम्बेडकर स्मारक दृश्य स्थल, डा0 भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन प्रतिबिम्ब स्थल तथा सामाजिक परिवर्तन संग्रहालय आदि की स्थापना की गयी है। इसके अलावा आशियाना, लखनऊ में भव्य डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर सभागार का भी निर्माण कराया गया है। साथ ही बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर लघु उद्यमी प्रादेशिक पुरस्कार योजना एवं डाॅ0 अम्बेडकर निःशुल्क बोरिंग योजना तथा डाॅ0 अम्बेडकर कृषि ऊर्जा सुधार योजना भी प्रदेश में शुरू की गयी।
इस अवसर पर बी0एस0पी0 के राष्ट्रीय महासचिव श्री सतीश चन्द्र मिश्र, वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री श्री नसीमुद्दीन सिद्दकी, नगर विकास मंत्री श्री नकुल दुबे, सांसद, विधायक, पदाधिकारी, समर्थक, अनुयायी, प्रशंसक तथा सर्वसमाज के लोगों के साथ-साथ सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने परम्पूज्य बाब साहेब को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर उनका नमन किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Comments (0)

Censorship of the internet

Posted on 06 December 2011 by admin

Censorship of the internet - Forget the desirability issue for a minute, IS IT EVEN POSSIBLE??!!! Maybe Facebook, Google, etc will be asked to monitor/ remove offensive content, but what about the small blogs and vast numbers of websites that are too small to be checked? Jayant Chaudhary

After vehemently supporting Anna Hazare’s Jan Lokpal Bill in Parliament, Jayant Choudhary, MP (Lok Sabha) and General Secretary, Rashtriya Lok Dal today stood up for the freedom of speech and expression on the internet. Raising the issue under Rule 377 in the Lok Sabha, Jayant questioned the Government’s intent in the recent notification of Information Technology Rules. “The Google’s transparency report for Jul – Dec 2010 reports a 123% increase in demands for content removal by Indian Government and law enforcement. Google removed internet content on 22% of the Indian Government requests as opposed to 87% in USA, 100% in Turkey and so on. This indicates that a number of requests made by the Indian authorities were frivolous and aimed at propagating the ‘Government view’ rather than regulating illegal content” he stated.

The 2011 IT Rules discriminate against the medium of dispersion of information. The Intermediary Guidelines Rules prohibit sharing blasphemous, libelous, and disparaging information. These conditions are purely subjective in nature and they differ from the Press Council’s norms of journalistic conduct. A newspaper article considered ‘blasphemous’ is legal, but the same cannot be reproduced online. The Reasonable Security Practices Rules allow government agencies access to personal information from service providers through written complaints, whereas other crimes require warrants signed by magistrates.

Another draconian aspect of the rules on curbing freedom of speech is its very violation of the spirit of the IT Act, which had removed intermediary liability for content. Jayant Chaudhary stated that such expansive changes should have come through amendments in the main Act rather than being slipped through a subordinate legislation.

Though Internet users are less than 10% of India’s population, but the numbers are increasing significantly. The number of such users in the Media industry is perhaps the largest after the Infotech industry. It is important that the right of ordinary citizens to express themselves is not trampled upon by an over zealous regulatory environment. The new Indian regulations restrict Web content that, among other things, can be considered “disparaging,” “harassing,” “blasphemous” or “hateful.”

The new rules, quietly issued by the country’s Department of Information Technology in May, 2011, allow officials and private citizens to demand that Internet sites and service providers remove content they consider objectionable on the basis of a long list of criteria. The list of objectionable content is sweeping and includes anything that “threatens the unity, integrity, defense, security or sovereignty of India, friendly relations with foreign states or public order.” The rules highlight the ambivalence with which Indian officials have long treated freedom of expression.

Along with the new content regulations, the government also issued rules governing data security, Internet cafes and the electronic provision of government services. RLD’s National General Secretary and MP, Jayant’s stand brings out the lacunae in the subordinate legislation and points to the need for the government through its policy and legislative framework to enable an important medium like the internet to realize its potential and be accessible to the masses.
Sept 6, 2011

Information Technology Rules – Curbing Freedom of Speech
Note under Rule 377 RAISED BY SHRI JAYANT CHAUDHARY, MP, IN LOK SABHA IN THE MONSOON SESSION on Sept 6,2011

Google’s transparency report for Jul – Dec 2010 reports a 123% increase in demands for content removal by Indian Government and law enforcement. Google removed internet content on 22% of the requests as opposed to 87% - USA, 100% - Turkey. This indicates a number of requests made by the Indian authorities were frivolous and aimed at propagating the ‘Government view’ rather than regulating illegal content.

The 2011 IT Rules also discriminate against the medium of dispersion of information; the Intermediary Guidelines Rules prohibit sharing blasphemous, libelous, and disparaging information. These conditions are subjective and differ from the Press Council’s norms of journalistic conduct. A newspaper article considered ‘blasphemous’ is legal, but the same cannot be reproduced online. The Reasonable Security Practices Rules allow government agencies access to personal information from service providers through written complaints, whereas other crimes require warrants signed by magistrates.

The rules curb freedom of speech and violate the spirit of the IT Act, which removed intermediary liability for content. Such expansive changes should come through the act rather than subordinate legislation.

More Info
Jayant Chaudhary , a Member of Parliament from the Rashtriya Lok Dal, representing the Mathura Constituency, spoke out against the Indian governments draconian Internet Control Rules (IT Rules), in the recently concluded Lok Sabha session. According to a recently published transcript of the Lok Sabha session, on Tuesday, the 6th of September, Chaudhary pointed out the following:
- The 2011 Information Technology Rules also discriminate against the medium of dispersion of information
- The conditions mentioned in the rules (for removal of content), like blasphemous, libelous and disparaging information, are subjective and differ from the press Councils norms of journalistic conduct.
- The Reasonable Security Practices Rules allow Government agencies access to personal information from service providers through written complaints whereas where crimes requires warrants signed by magistrates.
- The rules curb freedom of speech and violate the IT Act which removed intermediary liability for content.
Frankly, these points have been made by us and other sections of the media for long, and even submissions by industry bodies raised some of these concerns. What Chaudhary pertinently points out is that such major changes should come through the act rather than the subordinate legislation, which leads us to the question – if these changes were to be made, why weren’t they included in the act itself? Why try and slip them in through the subordinate legislation.
Chaudhary has called for a review of the IT Rules. Given the opposition to the rules in their current form, what harm will it do for the government to put up this version of the rules for another round of consultation?

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Comments (0)

विश्व कल्याण की कामना से गीता का पाठ एवं हवन सम्पन्न हुआ

Posted on 06 December 2011 by admin

गीता जयन्ती के अवसर पर आज ऋषिकेश के प्रसिद्ध सन्त महामण्डेलेश्र तथा अन्र्तराष्ट्रीय गीता आश्रम के श्री महन्त श्री  स्वामी सुधर्मान्द सरस्वती के मार्गदर्शन में गोमती तट पर स्थित ऋषि आश्रम में आज आचार्यो द्वारा विश्व कल्याण की कामना से गीता का पाठ एवं हवन सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर बोलते हुए श्री स्वामी सुधर्मानन्द सरस्वती ने कहा कि विश्व कल्याण तभी सम्भव है जब लोग स्थित प्रज्ञ हों व स्थित प्रज्ञ होने का सन्देश केवल श्रीमद् भगवत गीता के शिक्षाओं को धारण करने से ही सम्भव है।
सन्त श्री ने कहा कि समूची दुनियां को वर्तमान की विसंगतियों (दैहिक, दैविक, भौतिक) से उबारने का एकमात्र रास्ता सनातन संस्कृति के अनुसरण और गीता की शिक्षाओं को धारण करने से ही सम्भव है। श्री स्वामी सुधर्मानन्द सरस्वती श्री गीता के उपदेशक है। सन्त श्री ने दुनिया के अनेक देशों में गीता के संदेशों के प्रचार-प्रसार का कार्य किया है। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा बुलाएगए सर्वधर्म सम्मेलन में भी स्वामी सुधर्मानन्द सरस्वती ने भाग लिया है।
ऋषि आश्रम में पूज्य ब्रम्हलीन जगदाचार्य श्री स्वामी नारादान्द सरस्वती जी महाराज के सानिध्य में गीता जयन्ती समारोह के इस असवर पर ऋषिराज काशी विश्वनाथ चतुर्वेदी, गांधीवादी चिन्तक श्रीस्वर्णकेतु भारद्वाज, पं0रमाकान्त चतुर्वेदी, शशि भूषण पाण्डेय, मनोज मिश्र आदि अनेक सुधीजन, भक्तगण व आचार्यगण उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Comments (0)

बसपा सरकार की सभी योजनाएं कागजों पर चल रही है

Posted on 06 December 2011 by admin

आज छः दिसम्बर की घटना इतिहास में दर्ज है। इसे बार-बार तूल देना अनावश्यक है। उच्च न्यायालय के निर्णय के बाद वहां भव्य राम मन्दिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होना चाहिए। सपा-बसपा-कांगे्रस मूल समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए अनावश्यक मुद्दों को उठा रही है। बसपा मंत्रिपरिषद के सभी सदस्य भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। प्रदेश की बसपा सरकार की सभी योजनाएं कागजों पर चल रही हे। पिछले साढ़े चार वर्षो से वह केन्द्र को चिट्ठी लिखकर काम चला रही है। उसकी सभी योजनाएं लूट-खसोट को ध्यान में रखकर बनाई जाती है। आम जनता की चिन्ता मायावती को नहीं है। यह बात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने आज लखनऊ में महामना मदनमोहन मालवीय विद्यालय में गीता जयन्ती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में आए इलेक्ट्रानिक चैनलों के संवाददातों के उत्तर में कही।
श्री शाही ने आरोप लगाया कि प्रदेश और केन्द्र की सरकारें कारपोरेट जगत के हित में आर्थिक नीतियां लागू करती। इसी के कारण महंगाई और भ्रष्टाचार लगातार बढ़ रहा है और आम जनता का जीवन मुश्किल होता जा रहा है। सपा-बसपा और कागें्रस तीनों ही जनहित के नाम पर ढांेग करती हैं। सोनिया और राहुल रायबरेली और अमेठी तथा मुलायम सिंह यादव सैफई से ऊपर उठकर कुछ भी नहीं सोच पाते। मायावती का ध्यान दौलत में ही केन्द्रीत रहता है जबकि सत्ता शीर्ष पर बैठे लोगों का दृष्टिकोण व्यापक होना चाहिए। श्री शाही ने कहा कि राजग की सरकारों ने पहले भी व्यापक दृष्टिकोण से ही जन कल्याणकारी नीतियां लागू की थी आज भी भाजपा नेतृत्व की सरकारें सुशासन देने के काम में बेजोड़ है।
प्रदेश अध्यक्ष शाही ने कहा कि प्रदेश की जनता जातिवादी, साम्प्रदायिक और भ्रष्ट राजनीति से ऊब चुकी है वह इनसे मुक्ति चाहती है। उन्हें लग रहा है कि भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो सुशासन दे सकती है। श्री शाही ने मायावती पर प्रदेश को लूटने तथा सड़क, पानी, बिजली की व्यवस्था करने में विफलता का आरोप लगाया। उन्होनंे कह कि अब सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है इसलिए उन्हें नई-नई कागजी योजनाएं याद आ रही हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Comments (0)

उत्तर प्रदेश की जनता को अपने झूठे बयानों से भ्रमित न करे

Posted on 06 December 2011 by admin

श्रंगेवरपुर/लखनऊ 6 दिसम्बर 2011, भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता व भाजपा लाओ-प्रदेश बचाओ अभियान की संयोजक उमा श्री भारती ने आज यहां मुख्यमंत्री मायावती को करारा जवाब देते हुए कहा कि वह उत्तर प्रदेश की जनता को अपने झूठे बयानों से भ्रमित न करे। उन्हें बताना ही पड़ेगा कि उनके भाई आनन्द व दूसरे परिवारिकजनों के बैंक खातों में कहां से अरबों रूपए जमा किया। इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी को फिर चुनौती दी कि केन्द्र सरकार की तमाम एजेंसियों के जरिए हमारे आरोपों के सबूतों की जांच करवाकर मैं गलत हॅंू तो मुझे या मायावती गलत हैं तो उनको जेल भेजने का साहस दिखाएं।
उन्होंने खुद को आयातित बताने वाली मायावती के बयान को खारिज करते हुए कहा कि वह सन्यासीं हैं और सन्यासी के लिए समूचा देश एक है। लूट उ0प्र0 की धरती पर हो या कहीं और उसे चुनौती देना मेरा धर्म है। मैं कहां से आई हॅू, यह सवाल नहीं है। सवाल मेरे आरोपों का है। जिनका जवाब मायावती को जनता को देना है। उन्होंने कहा कि मायावती के परिजनों के खातों में अरबों रूपए या उन निजी कंपनियों का है जिन्होंने किसानों की भूमि हड़पी है और उनका खून चूसा है या फिर यह धन उन सरकारी योजनाओं का है जो दलितों, पिछड़ों, गरीबों और बेरोजगारों के कल्याण के लिए थी।
सुश्री भारती ने कांगे्रस महासचिव राहुल गांधी पर फिर हमला बोला कि कांगे्रस और बसपा की नूरा कुश्ती नहीं चलेगी। केन्द्र सरकार को हमारे आरोपों के सबूतों की जांच करवानी ही पड़ेगी। वे यहा भाजपा लाओ-प्रदेश बचाओं अभियान के तहत नीर-नदी-नाविक यात्रा का उद्घाटन करते हुए जनसभा को संबोधित कर रही थी। सभा की अध्यक्षता छोटेलाल निषाद ने की। सभा में अभियान के समन्वयक शिवप्रताप शुक्ल, पूर्व सांसद मनोज सिन्हा, पूर्व सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त, पूर्व मंत्री नरेन्द्र सिंह गौर, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं यात्रा प्रभारी स्वतंत्र देव सिंह, योगेश शुक्ल, करन सिंह पटेल कई नेताओं ने अपने विचार व्यक्त किए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Comments (0)

मुख्यमंत्री ने राजनीति में अपने दोहरे चरित्र का रिकार्ड कायम कर दिया है

Posted on 06 December 2011 by admin

समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने राजनीति में अपने दोहरे चरित्र का रिकार्ड कायम कर दिया है। एक ओर वे शिलान्यास और लोकार्पण के शिलापटों की ढेर लगाकर प्रदेश के विकास का भ्रम जाल फैलाती है तो दूसरी ओर जो अपनी समस्याओं को लेकर अपनी आवाज उठाते हैं उन पर बेहरमी से लाठी डंडा बरसाती हैं। इसके बाद भी उनको यह शिकायत रहती है कि उनकी आलोचना के सिवाय विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं रहता है। आज बाबा साहब डा0 भीमराव अम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर 765 केबी उपकेन्द्र, उन्नाव के लोकार्पण के मौके पर अपने भाषण में मुख्यमंत्री ने अपनी थोथी घोषणाओं की औपचारिकता निभाते हुए न तो दलितो के कल्याण की कोई ठोस घोषणा की है और नही मंहगाई और भ्रष्टाचार पर नियंत्रण की बात कहीं है।
सच तो यह है कि मुख्यमंत्री को सत्ता और विपक्ष के धर्म की जानकारी नहीं है। अपनी सत्ता का दुरूपयेाग कर उन्होने लूट, वसूली और भ्रष्टाचार की जो परम्परा चलाई है उसका विरोध करना विपक्ष का धर्म है। लोकतंत्र में विरोध के प्रति सत्तापक्ष को जो सहिष्णुता दिखानी चाहिए उसका भी उनमें अभाव है। प्रदेश सरकार पूरी तरह बर्बर और क्रूर हो गई है। छात्रों, नौजवानों को हर तरह से हतोत्साहित करने और उनका मनोबल गिराने पर तुली हुई है। इलाहाबाद और लखनऊ में विरोध प्रदर्शन करते नौजवानों पर बेरहमी से लाठियां चलाकर बसपा सरकार ने जता दिया है कि वह तनिक से विरोध को भी बर्दाश्त नहीं करती है और बदले की कार्यवाही पर उतर आती है। उसका यह अलोकतंत्री चरित्र किसानों, व्यापारियों, वकीलों तथा शिक्षकों के प्रति भी दिखाई दिया है।
इलाहाबाद में विश्वविद्यालय के छात्र छात्रसंघ बहाली की मांग कर रहे थे। एकेडमिक कांउसिल द्वारा चुनाव के खिलाफ निर्णय से नाराज छात्र शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें बर्बरता से पीटना शुरू कर दिया जिसमें दो दर्जन से ज्यादा छात्र घायल हो गए। छात्रसंघ बहाली की मांग की खिलाफत में बसपा सरकार इसलिए है कि उसका नौजवानों, छात्रों पर कोई असर नहीं है। बसपा सिर्फ दलालों और अपराधियों की पार्टी रह गई है। समाजवादी पार्टी ही छात्रसंघों को लोकतंात्रिक व्यवस्था की एक सीढ़ी मानती है। समाजवादी युवा संगठन इसके लिए बराबर आंदोलनशील रहेे है। इसी से चिढ़ी मुख्यमंत्री ने छात्रों को बुरी तरह पिटवाया है।
सरकार की कुनीतियों के फलस्वरूप प्रदेश में बिजली संकट गहराता जा रहा है। राजधानी लखनऊ के कई क्षेत्रों में आए दिन अंधेरा रहता है। जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। मुख्यमंत्री केवल समझौता पत्रों पर हस्ताक्षरों और शिलापटों से ही बिजली पैदा कर रही है।  जन सामान्य की कठिनाईयों के प्रति ध्यान दिलाना भी उन्हें अच्छा नहीं लगता है। इसलिए विधान भवन पर प्रदर्शन कर रहे समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं को भी पुलिस उत्पीड़न का शिकार बनाया गया। साढ़े चार साल में उन्होने प्रदेश को जिस दुर्गति में ढकेला है प्रदेश के मतदाता जल्दी ही विधान सभा चुनावों में उसका शून्य रिपोर्ट कार्ड उनके हाथों में सौंप देगें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Comments (0)

डीजी ने देखी जेल कैदियो की बेबसी

Posted on 06 December 2011 by admin

मानवाधिकार डीजी सुनील कृष्णा ने सोमवार को अपरान्ह जिला कारागार का औचक निरीक्षण करके व्यवस्था का जायजा लिया कैदियो का रहने का स्तर खाने पीने की व्यवस्था दी जाने वाली हकीकत को जाना परखा । मुलाकात करने वालो को मुलाकाती घर जेेल कर्मियो की आवासो की मरम्मत कार्यो के बनवाने के भी निर्देश दिये इन सब से पहले बिजली विभाग के गेस्ट हाउस मे सीडीओ ऐ0के0 द्विवेदी एडीएम राकेश मिश्र सहित सभी प्रशासनिक अधिकारियो के साथ उन्होने बैठक भी की । सुनील कृष्णा ने पाकशाला, अस्पताल का निरीक्षण व्यवस्था पर समुचित सुधार का आदेश दिया । बन्दियो से वार्ता करते समय उनकी कठिनाईयो को जाचा परखा कुछ बन्दियो ने बताया कि जमानत हो जाने पर भी हमारी रिहाई नही हुई है उनकी हकीकत से भी वो रूबरू हुये । 30 बन्दियो ने बताया हमारी जमानत मिल चुकी है पर छोडा नही गया कारण डीजी को पता चला कि उनके जमानत दार ढूढे नही मिल रहे है इसलिये रिहाई रोक दी गई गम्भीर अपराधो मे लिप्त लोगो की जमानत हो जाती है पर हमारी नही हुई क्योकि हमारी जमानत लेने वाला हमे कोई नही मिला हम काफी समय से जेल मे बन्द है । सभी हकीकत को डीजी ने जाचा परखा जेल अधीक्षक ने बताया 50 कैदियो को हाईस्कूल और इन्टर के फार्म भरवाकर शिक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है तब डीजी ने मानवीय दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी इस मौके पर जाच अधिकारी शरद कुलश्रेष्ठ जेल अधीक्षक एस0आर0 सिह जेलर महेश गुप्ता उनके साथ रहे ।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Comments (0)

Advertise Here

Advertise Here

 

December 2011
M T W T F S S
« Nov   Jan »
 1234
567891011
12131415161718
19202122232425
262728293031  
-->









 Type in