Posted on 11 December 2011 by admin
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भारतीय जनता पार्टी ने कांगे्रस पर भाजपा का फोबिया होने का आरोप लगाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसी कांगे्रस मुख्य विपक्षी दल भाजपा से भयभीत और विक्षिप्त है। वह स्वयं आई0सी0यू0 में है लेकिन भाजपा को वेन्टीलेटर पर बता रही है। भयग्रस्त मानसिकता में ऐसे दुस्वप्न स्वाभाविक हैं। प्रदेश प्रवक्ता एवं सदस्य विधान परिषद सदस्य हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि डरे कांगे्रसी महामंत्री राहुल गांधी नदवा में कांगे्रसी बीमारी के उपचार के ही लिए गए थे। लेकिन कांगे्रसी अलोकप्रियता की बीमारी का उपचार अखबारी बयानबाजियों में नहीं है। राज्य में भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता का कारण पार्टी की प्रामाणिकता है और कांगे्रस की अलोकप्रियता का कारण केन्द्र का भ्रष्टाचार व प्रदेश में कांगे्रस सरकारों का लगभग 42 वर्ष का कुशासन है।
श्री दीक्षित ने प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के प्रश्नों पर भाजपा के प्रबल विरोध के चलते बैकफुट पर गई कांगे्रस की बुद्धि भी ’प्रत्यक्ष विदेश निवेश’ पर आश्रित है। कांगे्रस की अर्थनीति भी विदेशी है, भाजपा की विचारधारा और नीति परिपूर्ण स्वदेशी है।
भाजपा को विकास विरोधी बताने के कांगे्रसी आरोप का खण्डन करते हुए श्री दीक्षित ने कांगे्रस से पूछा कि महंगाई और भ्रष्टाचार के अलावा यू0पी0ए0 सरकार की उपलब्धि क्या है ? कांगे्रसनीत संप्रग ने श्री अटल बिहारी बाजपेई के नेतृत्व वाली राजग सरकार की तमाम विकास योजनाएं ठप्प कर दी हैं। राजग ने जो विकास कार्य 6 बरस में किए, उतने कार्य कांगे्रस 45 बरस में नहीं कर पाई। कांगे्रस के राज में लाखों किसानों ने आत्महत्या की हेै राजग के राज में किसान के्रडिट कार्ड जैसी किसान हितैषी योजनाएं बनी थी। कांगे्रस ने राष्ट्रीय स्वाभिमान को भी गिरवी रखा है।
मजहबी आरक्षण की कांगे्रसी मुहिम को वोट बैंक के लिए देश बांटने वाली करार देते हुए पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि कांगे्रस-सपा और बसपा में मजहबी वोट बैंक को लेकर गलाकाट प्रतिस्पर्धा है। तीनों का चरित्र एक है। भाजपा राज्य में सशक्त विकल्प बन रही है। इसीलिए कांगे्रस हलकान है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 11 December 2011 by admin
चन्द्र प्रकाश तिवारी, ए0सी0जे0एम0/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आगरा की विज्ञप्ति अनुसार उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार आज दिनांक 11-12-2011 (रविवार) को मा0 जिला जज श्री जकी उल्ला खान की अध्यक्षता में दीवानी परिसर में मेगा लोक अदालत का आयोजन किया गया जिसमें समस्त न्यायिक अधिकारी, अधिवक्तागण, बीमा कंपनी, रोडवेज के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने उपस्थित होकर भाग लिया।
उन्होंने बताया कि इस लोक अदालत में मोटर दुर्घटना प्रतिकर के कुल 06 वादों का निस्तारण कर के पीडित पक्ष को रू0 9,55,795-00 प्रतिकर राशि दिलायी, वादों का निस्तारण अपर जिला जज श्री इसरार अहमद, श्री एम0ए0 खान एवं मुकेश मिश्रा के व्दारा किया गया। इसके अतिरिक्त इस लोक अदालत में विशेष जज (दस्यु प्र0 क्षेत्र) श्री मो0 इकबाल के व्दारा 07 फौजदारी वादों का भी निस्तारण किया गया है।
परिवार न्यायालय के प्रधवन न्यायाधीश श्री सुदीप कुमार बनर्जी के व्दारा 03 वाद गुजारा भत्ता एवं 15 वैवाहिक वाद, कुल 18 वादों का निस्तारण एवं लघुवाद न्यायाधीश श्री उमेश प्रकाश के व्दारा एक सिविल वाद निस्तारित किया गया जबकि सिविल जज (सी0डी0) श्रीमती रीता गुप्ता के व्दारा एक उत्तराधिकार का वाद निस्तारित किया गया जिसमें धनराशि रू0 7,07,099-00 है। विभिन्न मजिस्ट्रेट न्यायालयों व्दारा कुल 375 दाण्डिक वादों का निस्तारण करके रू0 50,965-00 का जुर्माना राजकीय कोष में जमा कराया गया हैं।
लोक अदालत में 06 सिविल वादों का निस्तारण अपर सिविल जज (सी0डि0) श्री अजय पाल सिंह, श्री पंकज मिश्रा, कु0 फराह मतलूब एवं अपर लघुवाद न्यायाधीश श्री राजेश कुमार एवं अपर सिविल जज (जू0डि0) श्री योगेश दुबे के व्दारा किया गया। इस लोक अदालत में कुल 416 मामलों का निस्तारण किया गया हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 11 December 2011 by admin
भरावन क्षेत्र मे चुनावी अन्दाज मे एक सभा को सम्बोधित करते हुये प्रदेश के पूर्व मन्त्री डा0 अशोक बाजपेई ने जनता इन्टर कालेज भरावन मे कहा कि सूबे की जनता सरकार और पार्टी दोनो से ऊब चुकी है और छुटकारा पाने के लिये उचित समय के इन्तजार मे है वह उचित समय कुछ ही समय मे जनता को मिलने वाला है बसपा सरकार मे जो खाद 450 रू0 मे मिलनी चाहिये वह उसे एक हजार रूपये मिल रही है जनता इस सरकार को उखाड फेंकेगी सांसद ऊषा वर्मा ने कहा सण्डीला क्षेत्र हमेशा से सपा का रहा है भरावन की जनता कुवॅर महावीर सिह को एक परिवार की तरह मानती आई है। सुशीला सरोज ने इस अवसर पर कहा कि यहाॅ की जनता से हमारा पुराना लगाव है हंगामा करना हमारा मगसद कभी नही रहा परन्तु अब तस्वीर बदलनी चाहिये। जनता कब तक चुप बैठगी जनता की कमाई का गाढ़ा पैसा मूर्तिओं और पार्को पर खर्च हो रहा है जिलाध्यक्ष शराफत अली ने कहा कि सपाइओ पर जुल्मोसितम का कहर जो वरसा रखा है उसका बदला लेने जनता का काम है । कुवॅर महावीर सिह ने दलाली खत्म करने की बात कही सभा मे गाॅव के प्रधान परवनलाल, रामपाल, विमलेश तिवारी, अनिल वर्मा, दिनेश पाल सिह आदि मौजूद रहें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 11 December 2011 by admin
लोहा मन्डी रेलवेगंज के एक कारखाने मे वाहर से ताला लगा हुआ था मशीनो मे जंग लगी हुई पाई गयी यानि मशीन पूरी तरह से बन्द थी गुप्त सूचना के आधार पर जिला प्रशासन ने सिटी मजिस्ट्रेट लालमणि मिश्रा, सीओ सिटी त्रिभुवन सिह, मुख्य खाद निरीक्षक अमित प्रकाश, फूड इंस्पेक्टर वीरेन्द्र सिह और पुलिस विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से छापा मारी की। जेपी एण्ड कम्पनी के नाम से रजिस्टर्ड फर्म जो रामपाल गुप्ता के नाम से थी जिनका स्वर्गवास हो चुका है कारखाने की देखभाल उनका पुत्र अनिल और जगदीश जो उस समय फरार थे, चला रहे है कमलेश नामक नौकर निवासी उनौती थाना टढि़यावाॅ को हिरासत मे लेकर 158 टीन, 139 कनस्तर, 15 किलो खुला तेल बरामद हुआ तेल बनाने का केमिकल और पाउडर भी मिला कमरा सील कर दिया गया यह तेल शुद्व बता कर के 80 रूपये किलो की दर से बेचा जा रहा था । जानकारी के मुताबिक ये शुद्व तेल कानपुर से आता था ज्यादातर दुकान दार कस्बायी ग्रामीण क्षेत्रो के थे जो 65 रू0 मे लेकर 80 के भाव से बेचते थे बेचने का कार्य पिहानी चुंगी स्थिति एक दुकानदार के यहाॅ से सप्लाई होती थी । आशंका है यो बटर यलो ब्रान्ड तेल है जो लीवर और ह्रदय को नुकसान पहुचाता है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 11 December 2011 by admin
सिटी मोन्टेसरी स्कूल, आॅडिटोरियम में आयोजित हो रहे ‘‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 12वें अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’’ के तीसरे दिन आज 70 देशों से पधारे मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों और शान्ति प्रचारकों ने ‘‘अन्तर्राष्ट्रीय कानून व्यवस्था’’ का खुलकर समर्थन करते हुए कहा कि ‘अन्तर्राष्ट्रीय कानून व्यवस्था’ लागू करना समय की मांग है क्योंकि इसी व्यवस्था के जरिए विश्वव्यापी समस्याओं का समाधान निकाला जा सकता है। इस ऐतिहासिक अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन के तीसरे दिन आज 70 देशों से पधारे न्यायविदों व कानूनविदों ने जमकर चर्चा परिचर्चा की और ‘विश्व के 2 अरब बच्चों के सुरक्षित भविष्य’ एवं ‘प्रभावशाली अन्तर्राष्ट्रीय कानून’ पर व्यापक विचार-विमर्श किया, साथ ही साथ सी.एम.एस. छात्रों व शिक्षकों के विशाल ‘विश्व एकता मार्च’ का नेतृत्व कर विश्व एकता, विश्व शान्ति व भावी पीढ़ी के सुरक्षित भविष्य की जोरदार वकालत की। इससे पहले आज प्रात.कालीन सत्र का शुभारम्भ एमीरिटस के मुख्य न्यायाधीश एवं यूरोपियन कोर्ट आॅफ ह्यूमन राइट्स के न्यायाधीश न्यायमूर्ति विन्सेन्ट ए. डी. गैटानो ने किया जबकि समारोह की अध्यक्षता मैसीडोनिया से पधारे काॅस्टीट्यूशनल कोर्ट के प्रेसीडेन्ट न्यायमूर्ति ब्रांको नाओमास्की ने की। इस अवसर पर सी.एम.एस. छात्रों ने विश्व के न्यायविदों के समक्ष विश्व के दो अरब बच्चों की ओर से ‘सुरक्षित भविष्य’ की अपील प्रस्तुत की।
इस ऐतिहासिक सम्मेलन के तीसरे दिन की शुरुआत करते हुए एमीरिटस के मुख्य न्यायाधीश एवं यूरोपियन कोर्ट आॅफ ह्यूमन राइट्स के न्यायाधीश न्यायमूर्ति विन्सेन्ट ए. डी. गैटानो ने कहा कि इस सम्मेलन का उद्देश्य पूरे विश्व के बच्चों की भलाई है जिसका सशक्त माध्यम विश्व सरकार ही है। न्यायमूर्ति गैटानो ने आगे कहा कि युद्ध और मारा-मारी से कोई समस्या स्थायी रूप से नहीं सुलझाई जा सकती है। जब तक मानव अधिकारों का सम्मान नहीं होगा और सभी देशों को समानता का दर्जा नहीं दिया जायेगा, तब तक विश्व में शान्ति नहीं आ सकती है। ऐसे में प्रभावशाली अन्तर्राष्ट्रीय कानून व्यवस्था आज की महती आवश्यकता है। इस अवसर पर मैसीडोनिया से पधारे काॅस्टीट्यूशनल कोर्ट के प्रेसीडेन्ट न्यायमूर्ति ब्रांको नाओमास्की ने अपने सम्बोधन में कहा कि बच्चे चाहे अफगानिस्तान के हों, अमरीका के या ईराक के, सभी को स्वच्छ वायु, स्वच्छ जल और पोषक भोजन के साथ ही एक सुरक्षित भयरहित वातावरण में जीने का अधिकार होना चाहिए और यह व्यवस्था केवल प्रभावशाली अन्तर्राष्ट्रीय कानून द्वारा ही संभव है। श्री नाओमास्की ने आगे कहा कि कानून निष्पक्ष होता है, यह सभी को समान दृष्टि से देखता है क्योंकि इसकी नींव सत्य पर टिकी है।
जमैका सुप्रीम कोर्ट की मुख्य न्यायाधीश मैडम जस्टिस जाइला मैक्काला ने कहा कि प्रजातान्त्रिक विश्व सरकार का गठन अतिआवश्यक है। विश्व सरकार, विश्व संसद और अन्तर्राष्ट्रीय कानून व्यवस्था ही विश्व को बचाने में सक्षम होगी। संयुक्त राष्ट्र संघ का यह बदला रूप ही मानव जाति का कल्याण कर सकता है व आतंकवाद, अशिक्षा, बेरोजगारी और पर्यावरण सम्बन्धी समस्याओं को नियन्त्रित कर सकता है। इलाहाबाद एवं दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति ए. के. श्रीवास्तव ने कहा कि आज विश्व में कानून तो है लेकिन कई देश इसका सम्मान नहीं करते और अपनी मनमानी करते हैं। उन्होंने कहा कि दरअसल कोई देश, जाति या धर्म छोटा-बड़ा नहीं होता। कानून सबके लिए बराबर है और यही कानून की डोर मानव जाति को एक करती है। इसी प्रकार सर्बिया के कांस्टीट्यूशनल कोर्ट के जज न्यायमूर्ति सुश्री वेसना इलीस प्रीलीस एवं इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी.पी. सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
प्रातःकालीन सत्र के अन्तर्गत आज अलग-अलग समानान्तर सेशन्स भी आयोजित हुए जिसमें विभिन्न देशों से पधारे न्यायमूर्तियों ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा-परिचर्चा की। फिलीपीन्स सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति हिलेरियो जी. डेविड जूनियर की अध्यक्षता में पहला पैरालल सेशन ‘क्रिएटिंग अ कल्चर आॅफ यूनिटी एण्ड पीस’ विषय पर आयोजित हुआ जिसमें पीस एजुकेशन, क्रास कच्लरल अण्डरस्टैंडिंग, यूनिटी आॅफ रिलीजन, इण्टरफेथ डायलाॅग, इण्टरनेशनल टेरोरिज्म आदि विषयों पर व्यापक चर्चा हुई। इस अवसर न्यायमूति हिलेरिया जी. डेविड जूनियर ने कहा कि अपने-अपने बच्चों के बारे में सभी देष चिन्तित हैं खासतौर पर ऐसे समय में जब विष्व के विभिन्न हिस्सों में बच्चों की सुरक्षा, उम्मीदों व उनकी जिन्दगियों पर खतरा मंडराता दिखाई दे रहा है ऐसे में मैं उम्मीद करता हूँ कि इस सम्मेलन के प्रतिभागी सीएमएस के बच्चों से प्रेरणा लेंगे और इनकी उम्मीदों पर खरे उतरने का प्रयास करेंगे। इसी प्रकार ‘टुवार्डस इण्टरनेशनल लाॅ इन्फोर्सेबिलिटी’ विषय पर आयोजित एक अन्य पैरालल सेशन की अध्यक्षता जंजीबार के उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश माननीय न्यायमूर्ति श्री ओमर आ मक्कुनगू ने की जिसके अन्तर्गत ‘ज्यूडीशियल एजुकेशन, इण्टरनेशनल ज्यूडिशियल एक्टिविज्म, टीचिंग एण्ड ट्रेनिंग इन इण्टरनेशनल लाॅ एवं रिलेशनशिप बिटवीन इण्टरनेशनल लाॅ एण्ड डोमेस्टिक लाॅ’ जैसे विषयों पर चर्चा हुई। इस अवसर पर न्यायमूर्ति श्री ओमर आ मक्कुनगू ने कहा कि विश्व भर में बच्चों के हितों की रक्षा के लिए कई कानून बनाए गए हैं, लेकिन इन कानूनों के बावजूद बच्चों व आने वाली पीढियों का भविष्य इन कानूनों को लागू करने के तरीकों पर निर्भर है। उन्होने कहा कि विश्व को सबसे अच्छा उपहार जो हम दे सकते हैं वो है एक सुरक्षित, स्वस्थ, शिक्षित एवं सक्षम भावी पीढी। इसी प्रकार ‘इस्टेब्लिसिंग रूल आॅफ लाॅ’, ‘ग्लोबल गवर्नेन्स स्ट्रक्चर’ एवं ‘टैकलिंग ग्लोबल इश्यूज’ विषयों पर भी पैरालेल सेशन्स आयोजित हुए।
आज अपरान्हः सत्र में एक प्रेस कान्फ्रेन्स में मुख्य न्यायाधीशों के विचारों का निचोड़ पत्रकारों के समक्ष प्रस्तुत करते हुए सम्मेलन के संयोजक डा. जगदीश गाँधी, प्रख्यात शिक्षाविद् व संस्थापक, सी.एम.एस. ने बताया कि माननीय न्यायविदों का मानना है कि हम लोगों के बीच संस्कृति, मान्यताओं व सामाजिक मूल्यों की विभिन्नताएं होने के बावजूद हम सब भाई बहन हैं और जब तक हम इन विभिन्नताओं में एकता नहीं स्थापित करते, हम शान्ति व सुख से नहीं रह सकते। डा. गाँधी ने जानकारी दी कि लगभग सभी मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाशीशों व कानूनविदों की आम राय रही कि भारतीय संविधान का अनुच्छेद 51(सी) विश्व की समस्याओं का एक मात्र समाधान है। भारतीय संविधान विश्व के अकेला ऐसा संविधान है जो पूरे विश्व को एकता के सूत्र में जोड़ने की बात कहता है। अनुच्छेद 51(सी) में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि राज्य इस ओर प्रयासरत रहेगा कि अन्तर्राष्ट्रीय कानून के लिए आदर भाव हो। उन्होंने बताया कि सभी मुख्य न्यायाधीशों ने इस बात को माना कि वे मानवता की आवाज और बुलन्द कर सकते हैं परन्तु अन्तर्राष्ट्रीय कानून तभी प्रभावशाली रूप से लागू किया जा सकता है जब राजनीति से जुड़े लोग भी हमारे साथ मिलकर एक विश्व संसद बनाने का समर्थन दें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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