गीता जयन्ती के अवसर पर आज ऋषिकेश के प्रसिद्ध सन्त महामण्डेलेश्र तथा अन्र्तराष्ट्रीय गीता आश्रम के श्री महन्त श्री स्वामी सुधर्मान्द सरस्वती के मार्गदर्शन में गोमती तट पर स्थित ऋषि आश्रम में आज आचार्यो द्वारा विश्व कल्याण की कामना से गीता का पाठ एवं हवन सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर बोलते हुए श्री स्वामी सुधर्मानन्द सरस्वती ने कहा कि विश्व कल्याण तभी सम्भव है जब लोग स्थित प्रज्ञ हों व स्थित प्रज्ञ होने का सन्देश केवल श्रीमद् भगवत गीता के शिक्षाओं को धारण करने से ही सम्भव है।
सन्त श्री ने कहा कि समूची दुनियां को वर्तमान की विसंगतियों (दैहिक, दैविक, भौतिक) से उबारने का एकमात्र रास्ता सनातन संस्कृति के अनुसरण और गीता की शिक्षाओं को धारण करने से ही सम्भव है। श्री स्वामी सुधर्मानन्द सरस्वती श्री गीता के उपदेशक है। सन्त श्री ने दुनिया के अनेक देशों में गीता के संदेशों के प्रचार-प्रसार का कार्य किया है। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा बुलाएगए सर्वधर्म सम्मेलन में भी स्वामी सुधर्मानन्द सरस्वती ने भाग लिया है।
ऋषि आश्रम में पूज्य ब्रम्हलीन जगदाचार्य श्री स्वामी नारादान्द सरस्वती जी महाराज के सानिध्य में गीता जयन्ती समारोह के इस असवर पर ऋषिराज काशी विश्वनाथ चतुर्वेदी, गांधीवादी चिन्तक श्रीस्वर्णकेतु भारद्वाज, पं0रमाकान्त चतुर्वेदी, शशि भूषण पाण्डेय, मनोज मिश्र आदि अनेक सुधीजन, भक्तगण व आचार्यगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com