आज छः दिसम्बर की घटना इतिहास में दर्ज है। इसे बार-बार तूल देना अनावश्यक है। उच्च न्यायालय के निर्णय के बाद वहां भव्य राम मन्दिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होना चाहिए। सपा-बसपा-कांगे्रस मूल समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए अनावश्यक मुद्दों को उठा रही है। बसपा मंत्रिपरिषद के सभी सदस्य भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। प्रदेश की बसपा सरकार की सभी योजनाएं कागजों पर चल रही हे। पिछले साढ़े चार वर्षो से वह केन्द्र को चिट्ठी लिखकर काम चला रही है। उसकी सभी योजनाएं लूट-खसोट को ध्यान में रखकर बनाई जाती है। आम जनता की चिन्ता मायावती को नहीं है। यह बात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने आज लखनऊ में महामना मदनमोहन मालवीय विद्यालय में गीता जयन्ती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में आए इलेक्ट्रानिक चैनलों के संवाददातों के उत्तर में कही।
श्री शाही ने आरोप लगाया कि प्रदेश और केन्द्र की सरकारें कारपोरेट जगत के हित में आर्थिक नीतियां लागू करती। इसी के कारण महंगाई और भ्रष्टाचार लगातार बढ़ रहा है और आम जनता का जीवन मुश्किल होता जा रहा है। सपा-बसपा और कागें्रस तीनों ही जनहित के नाम पर ढांेग करती हैं। सोनिया और राहुल रायबरेली और अमेठी तथा मुलायम सिंह यादव सैफई से ऊपर उठकर कुछ भी नहीं सोच पाते। मायावती का ध्यान दौलत में ही केन्द्रीत रहता है जबकि सत्ता शीर्ष पर बैठे लोगों का दृष्टिकोण व्यापक होना चाहिए। श्री शाही ने कहा कि राजग की सरकारों ने पहले भी व्यापक दृष्टिकोण से ही जन कल्याणकारी नीतियां लागू की थी आज भी भाजपा नेतृत्व की सरकारें सुशासन देने के काम में बेजोड़ है।
प्रदेश अध्यक्ष शाही ने कहा कि प्रदेश की जनता जातिवादी, साम्प्रदायिक और भ्रष्ट राजनीति से ऊब चुकी है वह इनसे मुक्ति चाहती है। उन्हें लग रहा है कि भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो सुशासन दे सकती है। श्री शाही ने मायावती पर प्रदेश को लूटने तथा सड़क, पानी, बिजली की व्यवस्था करने में विफलता का आरोप लगाया। उन्होनंे कह कि अब सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है इसलिए उन्हें नई-नई कागजी योजनाएं याद आ रही हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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