1. विनोद हरित (विधायक-सिवाल खास मेरठ):- उन पर आरोप है कि उन्होने साथियों के साथ मिलकर संजीव त्यागी के नाम के व्यक्ति की कार लूट ली, पुलिस ने कार्यवाही नही की, परन्तु कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ, यू0 पी0 15 एन0 0081 नम्बर की इस बनो कार को पुलिस ने लिखा पढी मे लावारिस दिखाने का प्रयास किया था।
2. हाजी याकूब (विधायक-मेरठ शहर):- हाजी याकूब ने मुहम्मद पेगेम्बर पर कार्टून बनाने वाले डेनमार्क के कार्टूनिस्ट का सिर काटने वाले के लिए एक विशाल रैली में 51 करोड रूपये का इनाम और वजन के बराबर सोना देने की घोषणा की, सरेआम सुपारी देने जैसी इस कृत्य के विरोध में पुलिस ने जब कार्यवाही नही की तो भारतीय जनता पार्टी के नेता ने एफ.आई.आर दर्ज करवा दिया, परन्तु मुकदमा चलाने के लिए विशेष जाॅच प्रकोष्ठ (एस.आई.सी) को लखनऊ से अनुमति अभी तक नहीं मिली है। गत 17 फरवरी को हाजी याकूब ने मेरठ के हापुड अड्डा चैराहे के पास टैªफिक नियंत्रित कर रहे एक सिपाही चहन सिंह बालियान को थप्पड़ मार दिया और उसकी वर्दी फाड़ दी वो भी सी.औ और एस.औ के सामने अपमानित सिपाही सदर्भ मे अस्पताल में भर्ती हुआ। विधायक पर कार्यवाही न होने पर अपने इस्तीफे पर अड़ गया है।
3. योगेश शर्मा (विधायक हरितनापुर- मेरठ):- आरोप है कि विधायक के भाईयों ने मेरठ विकास प्रािधिकरण में ठेका लेने के लिए अपने फर्म रजिस्टर करवा रखें है और अपने प्रभाव के चलते ठेकों को उठातें हैं इसी कडी में उनके भई पवन वर्मा व राजन वर्मा ने (जिसे योगेश वर्मा ने ब्लाक प्रमुख भी बनवा रखा है) फर्जी तरीके से बैक डेट में Application को जमा करने के लिए मुख्य अभियन्ता पर दबाव बनाया, मुख्य अभियन्ता के मना करने पर उसके साथ गाली गलौच की गई, और दबंगई दिखाई गई, मीडियाकर्मी के वहां उपस्थित होने पर कारण मामला उजागर हो गया, शासन स्तर पर इसकी जांच की जा रही है। परन्तु कार्यवाही के आसार कम ही है।
4. रामवीर उपाध्याय, ऊर्जा मंत्री, उत्तर प्रदेश (विधायक- हाथरस):- अपने भतीजे की शादी में बिना अनुमति के सरकारी जमीन पर लगे बडे-बडे पेड़ कटवा दियें। कटिया डालकर बिजली चोरी की, मीडिया ने तस्वीर समेत उजागर किया, यह घटना गाजियाबाद की है, परन्तु शासन ने कोई कार्यवाही नहीं की क्योंकि बिजली मंत्री स्वंय अपने रिश्तदारों सहित बिजली चोरी में शामिल थें। कार्यवाही करे तो कौन ?
रामवीर उपाध्याय के उपर एक दशकपूर्व एक सड़क जाम करने के मामले में रिर्पोट तो दर्ज हुई। परन्तु बाद में वापस हो गई।
5. चैधरी गेंदालाल ( विधायक-सासनी-जिला हाथरस):- पत्नी के नाम से खरीदी गई भूमि पर हुए विवाद से चर्चा में आये इस मामले में उनकी पत्नी की तरफ से एफ.आई.आर भी कराई गई।
6. सुल्तान बेग ( विधायक-कांवर, जिला बरेली):- ट्रक के टायर चोरी करने का मुकदमा चला जेल चले गये। और फिर नाटकीय तरीके से बसपा में शामिल हो गये। कांवर से पुनः चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहें हैं।
7. शहजिल इस्लाम-वक्फ राज्य मंत्री, उत्तर प्रदेश (विधायक-भोजी पुरा जिला बरेली):- म्ंात्री महोदय स्वंय अपने ही गनर की हत्या में नामजद है, आगामी चुनाव में बसपा ने पुनः उन्हें भोजीपुरा से प्रत्याशी घोषित किया है।
8. विरेन्द्र सिंह (विधायक-बरेली कैन्ट):- बरेली के मन्दिर गोपेश्वर नाथ के पुजारी की हत्या में शामिल, मुकदमा दर्ज हो चुका है।
9. अवधेश वर्मा- (पिछड़ा वर्ग राज्य मंत्री, उत्तर प्रदेश):- विधायक ददरौल, शाहजहापुर
उन पर आरोप है कि उन्होने एक जमीन विवाद को लेकर एक पुजारी को हत्या करवा दी, यह मामला सन् 2008 का है, यह जमीन पिपरौला नामक स्थान के पास है और कांट शाना क्षेत्र के अन्तर्गत आता है, परन्तु मंत्री जी पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ।
उन्ही पर दुसरा आरोप है कि उन्होने बी.डी.सी प्रत्याशियों के अपहरण का प्रयास किया, परन्तु प्रदेश में बसपा की सरकार के चलते रिर्पोट तक दर्ज नहीं हुई।
10. हाजी हलीम (विधायक बुलन्दशहर):- देश के विख्यात ’अपोलो सर्कस’ के मालिक है हाजी अलीम सन् 2003 मे जब सर्कस मुजफ्फरनगर में चल रहा था तब हाजी अलीम और अनके भई युनूस पर सर्कस में काम करने वाली नेपाल की लड़कियों का यौन शोषण करने का मामला सामने आया, उन लड़कियों को बंधक बनाकर रखा गया था, मामले की रिपोर्ट दर्ज हुई।
11. गुड्डू पंडित:- गेगेंस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही हो चुकी शरिल्शयत गुड्डू पंडित बुलन्दशहर के डिबाई क्षेत्र से विधायक है, उनके विरूद्व आगरा और बागपत में भी अनेक मुकदमे और मामले दर्ज हैं, वर्तमान में वो जेल में बन्द हैं क्योंकि उन्होने ब्लाक के BDC Members को हपहत किया।
12. महेन्द्र सिंह (विधायक- कोल, अलीगढ़):- महेन्द्र सिंह पूर्व में प्रदेश मे मंत्री रह चुके हैं। माननीय पर चोरी करने के अरोपियो को थाने से छुड़ाने का आरोप है।
13. योगेन्द्र सागर (विधायक - बिल्सी, पीलीभीत):- माननीय पर आरोप है कि उन्होने एक लड़की का अपहरण कर उसके साथ बलात्कार किया, लड़की एक छात्रा है और उसका नाम ज्योति शर्मा है, इस मामले में उनका एक रिश्तेदार भी शामिल था, जिसका नाम तेजेन्द्र सागर है, तेजेन्द्र अभी जेल पहुंच चुका है, मामला न्यायालय में विचाराधीन है। विशेष बात यह है कि महोदय को पुनः इसी सीट से बसपा ने टिकट दिया है।
14. अनीस अहमद खां (अल्पंसख्यक कल्याण एवं हज विभागों के राज्य मंत्री- स्वतन्त्र प्रभार, उत्तर प्रदेश) विधायक बीसल पुर, जिला पीलीभीत:-
महोदय के खिलाफ कितने ही मामले दर्ज हुए परन्तु उनके रसूख केक चलते कार्यवाहीयों ने दम तोड़ दिया, उनका कुछ ना बिगड़ा, बसपाई उन्हे प्यार से ’फूल बाबू’ बुलाते हैं, वर्तमान में लोकायुक्त के पास उनके विरूद्ध मामला है जिसमे विधायक निधि के घोर दुरूपयोग का आरोप है।
15. शाहनवाज राना (विधायक-बिजनौर):- विधायक जी पर चुनावों में गड़बड़ी फैलाने का आरोप है उन्होने पर्यवेक्षक के साथ मारपीट की, अमद्रता-गाली गलोच की, अतः चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज हुआ। शासन ने उन्हे बचाने का पुरा प्रयास किया। मुकदमा वापस लेने की योजना बनाई, अतः शासन की इस मांग को कोर्ट ने ही reject कर दिया।
16. मो0 इकबाल (विधायक-चांदपरु, जिला बिजनौर):- नगर पालिका के चेयरमैन से जबरन कोेरे कागजो पर हस्ताक्षर करवाए, और उन कागजों का दुरूपोग कर उसके खिलाफ एक अपराधिक मामला दर्ज करा दिया, कोर्ट ने विधायक को ऊपर मामला रखनेे के लिए तलब किया है।
17. जुल्फिकार अहमद (विधायक-आगरा छावनी):- माननीय पर ड़केती का मामला दर्ज है, उन्होने एक फैक्ट्री में लूटपाट की और जान से मारने की धमकी दी, उनके इस कृत्य में उनके रिश्तेदार भी शामिल थें। शासन ने कार्यवाही करने पर हील हवाली दिखाई तब कोर्ट ने इन्टरफेयर किया, कोर्ट के आदेश पर धारा 395 सहित कई मामले दर्ज हुए। ये मामले मंटोला थाना मे दर्ज हुए।
18. नारायण सिंह सुमन (उघान मंत्री, उत्तर प्रदेश) - विधायक एत्मादपुर, आगरा:- कोर्ट के आदेश पर जनवरी 2010 में धारा 429, 467, 468, 120, 379, 427 और 504 आई.पी.सी के तहत मामला दर्ज हुआ। मामला जमीन के विवाद से जुड़ा था, और मामले में पुत्र और साथी भी शामिल थे।
19. स्वदेश विधायक - आगरा:- कोर्ट के आदेश पर जनवरी 2010 में धारा 429, 467, 468, 120, 379, 427 और 504 आई.पी.सी के तहत मामला दर्ज हुआ। ये उपर वर्णित नारायण सिंह सुमन (मंत्री जी) के सुपुत्र है, स्वंय विधायक है और इनका पुरा नाम स्वदेश उर्फ वीरू सुमन है।
20. सूरजपाल (विधायक-फतेहपुर सीकरी, जिला आगरा):- महोदय पर दिसम्बर 2010 में आई.पी.सी की धारा 147, 148, 149, 452, 307, 323, 504, 506, 427 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ। यह मुकदमा न्यू आगरा थाने में दर्ज हुआ। महोदय पर आरोप है कि उन्होने एक चाॅदी कारोबारी के घर जाकर उस पर कातिलाना हमला किया और मकसद था उस चांदी कारोबारी से पैसे वसूल करना।
21. शिव प्रसाद यादव (विधायक-भरथना, जिला इटावा):- विधायक जी एक डिग्री काॅलेज ज्ञानस्थली के प्रबन्धक है। उन पर आरोप यह है कि उनके काॅलेज के प्रधानाचार्य विनोद अवस्थी ने काॅलेज के कम्प्यूटर शिक्षक की पत्नी से 16 दिसम्बर 2010 को दुराचार किया। युवती का नाम सोनम उर्फ प्रीती थी। 20 दिसम्बर को उक्त शिक्षिक ने आत्महत्या कर ली। प्रधानाचार्य को बचाने के लिए विधायक ने कम्प्यूटर शिक्षक की पीड़ित पत्नी और परिवारजनों को झूठे आरोप में गिरफ्तार करवा कर जेल भिजवा दिया। सोनम पर पति को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का आरोप लगवाया गया।
विधायक जी को बचाने के लिए स्वंय विशेष डी.जी (डारेक्टर जनरल) उत्तर प्रदेश बृजलाल आगे आ गए। उधर मामले की जांच ए.ए.पी स्तर पर करवाई जा रही थी, और इधर स्वंय डी.जी प्रेस कांन्फ्रेंस करके विधायक जी को बचाने के लिए सोनम के बयान को झूठा सिद्ध करने के लिए सारे तर्क दे रहे थे। अतः कोर्ट के आदेश पर आरोपियों पर मुकदमा तो दर्ज हुआ परन्तु केस से विधायक जी का नाम तब भी पुलिस ने गायब कर दिया।
22. पुरूषोतम नरेश द्विवेदी (नरैनी, जिला बांदा):- द्विवेदी पर साथियों समेत शीलू नाम की लड़की के साथ बलात्कार व दुराचार करने का आरोप लगा, विधायक ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर दुराचार के बाद लड़की को चोरी के मामलें में जेल भिजवा दिया। 11 दिसम्बर की रात को हुए दुराचार से पीड़ित शीलू 12 को जेल में खून से लथ पथ कपडे़ पहनकर पंहुची थी। दुसरे दिन भी वो उन्ही कपड़ों में थी। मुददे के उछलने के बाद बांदा के एक अन्य विधायक विवके सिंह जब जेल में गए तो उसकी हालत देखकर नए कपड़े भिजवाये। सबूत मिटाने के लिए शीलू के कपड़े धो दिये गए। विधायक ने यह कृत्य अपने आवास में ही किया। शीलू एक माह से भी अधिक समय जेल में रही अन्य सियासी दलों के आगे आने के बाद और न्यायालय के हस्तक्षेप से शीलू को रिहा किया गया। उस पर लगाए आरोप झूठे पाये गए। विधायक ने स्वंय को बचाने की पुरेजोर कोशिश की। यहां तक कि स्वंय को नपुंसक तक घोषित किया। पत्नी से करवाया परन्तु भारी दबाब के चलते विधायक पुरूषोतम द्विवेदी, साथी राजेन्द्र शुक्ला, सुरेश नेता तथा रानरेश उर्फ रावण गर्ग पर बांदा सदर कोतवाली में दफा 376, 354, 323, 524 और 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। 15 जनवरी को शीलू जेल से रिहा हुई। मायावती ने कहा कि उसने ही शीलू को जेल से निकल वाया है जबकि शीलू ने स्पष्ट कहा कि उसकी रिहाई में मायावती का कोई रहम नहीं हैं। हाईकोर्ट के निर्देश पर उसे जेल से रिहा किया गया है। उसके बाद भी शीलू के भाई सोनू को किडनेप करने का प्रयास किया गया। अपने गांव सहबाजपुर से सुरक्षा हेतु शहर जाने की कोशिश कर रहे शीलू (पिता का नाम अच्छेलाल) को शहबाजपुर में ही रोककर रखा गया। अतः पांच अफसरों पर गाज गिरी, विवेचना अधिकारी, थानेदार, सीओ, एएसपी, और जेलर निलंबित हुए।
23. छोटे सिंह (विधायक-कालपी) जिला जालौन:- जालौन की रहने वाली दलित महिला राजरानी का आरोप है कि विधायक कालपी के इशारे पर उनके गैंग के एक सदस्य ने उसके साथ बलात्कार किया था। बाद में उसके पुत्र और पुत्री की भी हत्या कर दी गई।
आरोपों से विधायक जी के बचाने के लिए हमेशा की तरह बसपा विधायकों का ढाल बने विशेष डी.जी बृजलाल आगे आ गए। प्रेस कांफ्रेंस बुलाया, और विधायक जी पर लगे सारे आरोप गलत बताए।
24. राकेश धर त्रिपाठी (उच्च शिक्षा मंत्री, उ0 प्र0 सरकार):- आरोप है कि इलाहबाद में एक नाबालिग लड़की के अपहरण और सामूहिक दुराचार के आरोपियों को उच्च शिक्षा मंत्री का संरक्षण प्राप्त है। लड़की का अपहरण 19 जन को गांव के ही लड़को ने किया। उसके बाद उसके साथ सामूहिक दुराचार किया, बलात्कार की शिकार लड़की 23 जनवरी को मंत्री जी के हंडिया स्थित आवास से मिली। हमेशा की तरह विशेष डी.जी बृजलाल मंत्री जी के बचाव के लिए सामने आयें और कहा कि मंत्री जी के घर से लड़की के मिलने की बात पूरी तरह से भ्रामक है। राकेशधर के खिलाफ लोकायुक्त को एक और शिकायत मिली है। मंत्री पर एक महाविधालय की पं्रबन्धक ने संबद्धता के लिए सात लाख रूपये मांगने का आरोप लगाया है। जौनपुर के मधुपुर में डा0 संगीता द्धिवेदी ने नवयुग महाविधालय की स्थापना की है। जिसके लिए 31 जुलाई 2009 को शासन ने अनापक्ति प्रमाण पत्र जारी किया था। शासन स्तर पर गठिक हाई पावर कमेटी ने महाविधालय को पूर्वांचल विश्वविधालय जौनपुर से संबदता देने की सिफारिश करते हुए पत्रावली उच्च शिक्षा मंत्री को भेज दी थी। लेकिन छः माह गुजरने के बाद भी सम्बद्धता का अनुमोदन नही दिया गया।
25. जयवीर सिंह (सिंचाई यांत्रिक मंत्री, उ0 प्र0 सरकार):- इनके उपर मेहकमे के ही जे0 ई0 राजेन्द्र कुमार की हत्या का आरोप है। मृतक की बेटी सुनीता ने आरोप लगाया है कि उसके पिता राजेन्द्र कुमार (निवासी लक्ष्मीपुर, नगला कलार) सिंचाई विभाग मे जे0 ई0 थे। बीते साल 5 अगस्त को शिकोहाबाद में उनकी हत्या कर दी गई। ये अंजाम इसलिए भुगतना पड़ा क्योकि सिंचाई यांत्रिक की मंत्री अपने चेहते ठेकेदार को नाजायज भुगतान कराना चाहते थें। इस संदर्भ में सुनीता मायावती के काफिले के बीच में कूदकर किसी तरह उनसें मिली। मुख्यमंत्री ने उसे निधक्ष जांच का भरोसा दिलाया और चार दिन बाद अपने मंत्री को क्लीन चिट दे दी।
26. ठाकुर जयवीर सिंह (आर.ई.एस मंत्री-ग्रामीण अभियन्त्रण सेवा मंत्री-उ0 प्र0 सरकार):- अकबराबाद ब्लाक से प्रमुख पद का उन्ही की पार्टी बसपा से चुनाव लड़ी सुमन सागर न मंत्री पर चुनाव हराने का और उसके पति के अपहरण का आरोप लगाया। असने कहा कि चुनाव जिताने के लिए मंत्री उससे 30 लाख रूपये मांग रहे थें। नही दिये तो विरोधियों से मिल गए। और आवाज उठाने पर उसके पति और समर्थकों को उठा लिया। मुख्यमंत्री जी से मशक्कत के बाद मिलकर सुमन सागर से ये बातें बताई। कुछ ही घंटों बाद मायावती ने उसे पार्टी से निकाल दिया। विधायक जी अलीगढ़ के बेरोली क्षेत्र से विधायक हैं।
27. मलूक नागर (लघु सिंचाई मंत्री लखीराम नागर के सगे भाई व स्वंय धनाढय बसपा नेता):- मलूक नागर को मेरठ विकास प्राधिकरण ने डेढ़ करोड़ का डिकाल्टर घोषित किया है। प्राधिकरण की रक्षापुरम योजना में भूखंड आंवटित कराने के बाद भी उन्होने अभी तक पैसा नही जमा किया है।
28. कादिर राणा (बसपा सांसद-मुजफफरनगर):- अपराध के लंबे-चैड़े इतिहास से विभूषित कादिर राणा जी राणा-स्टील्स के सवामी हैं। उनकी फैक्ट्री पर बिजली का छापा पडा करोड़ों की चोरी सामने आई, परन्तु उनका बाल भी बांका ना हो सका, उन पर कार्यवाही करने वाले छोटे से लेकर बड़े तक सारे अफसर कर्मचारी नाप दिये गए। इसके अतिरिक्त डी0एम आवास पर पथराव व तोड़फोड़ करने का एक मामला भी कोर्ट में उनके खिलाफ चल रहा है।
29. बनारस जेल में बंद माफिया सरगना ब्रजेश ंिसंह की बसपा से गठजोड़:- ब्रजेश की पत्नी बसपा से विधायक है और भाई सुशील सिंह बसपा से विधायक हैं। ब्रजेश सिंह की यु0 पी0 पुलिस के विशेष डी0 जी0 ब्रजलाल और एस.टी.एफ के 16 सुबेन्द्र कुमार से मधुर सम्बन्ध हैं। यह आरोप किसी और नें नही परन्तु पेशेवर हत्यारा जीवा ने लगाया है। जीवा पर मंत्री ब्रजलाल द्धिवेदी और विधायक कृष्णानंद राय के हत्या का भी आरोप है, अब जीवा को आशंका है। कि ब्रजेश उसकी हत्या हरवा देगा। इसी भय से उसने यें रहस्य उद्घाटन किये। इसी बहाने अपराधियों, पुलिस व बसपा की सांठगांठ सामने आई है।
सुधीर अग्रवाल
भारतीय जनता पार्टी
राष्ट्रीय संयोजक
मानवाधिकार प्रकोष्ठ
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सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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