Categorized | Companies, मुम्बई

आइडिया ने 3G मनोरंजन को भारत में जनसंख्या नियंत्रण के लिए प्रयोग करने का सुझाव दिया

Posted on 27 July 2011 by admin

क्या आपके साथ ऐसा नहीं हुआ की रोमांचक वनडे क्रिकेट मैच या मजेदार टीवी धारावाहिक के बीच में बिजली चली गई और आपका मूड खराब हो गया, नतीजतन आप मनोरंजन का कोई और साधन खोजने लगे? हमारे देश में ऐसे कितने ही सामान्य परिवार हैं जिनके जीवन में मनोरंजन की कमी की वजह पति पत्नी बिना योजना के परिवार का विस्तार कर बैठते हैं और देश की आबादी में बढ़ोतरी कर देते हैं।

ब्रांड आइडिया ने इस समस्या का एक सरल व असरदार हल सुझाया है और वह है आइडिया 3ळ सेवाओं के साथ बाधारहित और नाॅन-स्टाॅप मनोरंजन। आइडिया का नई ब्रांड कैम्पेन एक बार फिर सामाजिक विषय पर आधारित है जो देश में बढ़ती जनसंख्या की चुनौती को सामने रखते हुए उसका एक सरल टेलीफोनी हल सुझाता है।

टेलीविज़न पर आइडिया के नए विज्ञापन में दिखाया जाता है कि ब्रांड ऐम्बैसडर अभिषेक बच्चन अपने एक दोस्त को समझा रहे हैं कि देश में अधिक जनसंख्या का मूल कारण लोगों के पास मनोरंजन के साधन उपलब्ध न होना है। वह बताते हैं कि आइडिया 3ळ और उसके कई ऐप्लीकेशन जैसे कि मोबाइल टीवी, गेमिंग, वीडियो काॅलिंग, सोशल नैटवर्किंग; सुपर फास्ट इंटरनैट पर नाॅन-स्टाॅप मनोरंजन प्रस्तुत करते हैं और लोगों को कनैक्ट रखने व उनका मन बहलाने में मददगार साबित होते हैं।

इस विज्ञापन में यह संदेश दिया जाता है कि ’नो आबादी, नो बरबादी’ क्योंकि लोग रहेंगे ’3ळ पे बिज़ी’। इस विज्ञापन का मूड हल्का-फुल्का और मजेदार है, किंतु फिर भी यह व्यापक स्तर पर दर्शकों से जुड़ता है; क्योंकि इसमें देश के विभिन्न भागों के लोगों को शामिल किया गया है जो एक साथ इस बात पर सहमति जताते हैं कि उनके मनोरंजन का एकमात्र साधन. टीवी. बिजली गुल होने पर बंद हो जाता है।

आइडिया सेल्युलर के चीफ मार्केटिंग आॅफिसर श्री शशि शंकर के अनुसार, ’’आइडिया के विज्ञापनों ने हमेशा बेहतरीन विचारों को दर्शाया है जिनमें समाज और हमारे जीने के तरीके को बदलने की शक्ति है। इस बार आइडिया ने 3ळ को आधार बनाया है जिसमें मनोरंजन करने की बेहद मजबूत क्षमता है और यह विचार व्यापक तौर पर लोगों को सही लगेगा, एक ऐसे मुद्दे पर जो देश के लिए चिंता का विषय है। दूसरी ओर यह विज्ञापन आइडिया के कुछ 3ळ आधारित मोबाइल ऐप्लीकेशंस को भी प्रचारित करेगा। इस कैम्पेन को प्रोमोट करने और जागरुकता फैलाने के लिए हमने संचार के सभी माध्यमों का इस्तेमाल करने की योजना बनाई है।’’

यह नया विज्ञापन आइडिया की लंबे समय से चली आ रही विज्ञापन श्रृंखला में एक नया जुड़ाव है जिसका संवाद ’वट् ऐन आइडिया, सरजी!’ बेहद मशहूर हो चुका है। इससे पहले ब्रांड आइडिया ऐसे कई विज्ञापन पेश कर चुका है जिनमें सरल टेलीफोनी सामधान के जरिए समाज के अहम मुद्दों को हल करने का संदेश दिया गया है, जैसेः ’जातिवाद’, ’सबके लिए शिक्षा’, ’लोकतंत्र’, ’वाॅक वैन यू टाॅक’, ’यूज़ मोबाइल, सेव पेपर’ और ’ब्रेक द लैंग्वेज बैरियर’।

यह नया विज्ञापन आइडिया की विज्ञापन एजेंसी लोवे द्वारा तैयार किया गया है।

आइडिया सेल्युलर लिमिटेड
आइडिया सेल्युलर भारत की तीसरी सबसे बड़ी मोबाइल आॅपरेटर कंपनी है जिसके 95 मीलियन से अधिक ग्राहक हैं। आइडिया नैटवर्क का ट्रैफिक एक बीलियन मिनट्स प्रति दिन है और इसका शुमार दुनिया के शीर्ष 10 आॅपरेटरों में होता है। आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए आइडिया उपभोक्ता स्पर्श बिंदुओं के सबसे व्यापक नैटवर्क के जरिए विश्व स्तरीय सेवाएं उपलब्ध कराती है। आइडिया नैशनल स्टाॅक ऐक्सचेंज (NSE) और बाॅम्बे स्टाॅक ऐक्सचेंज (BSE) में सूचीबद्ध है।
आइडिया सेल्युलर, सही मायनों में भारत के प्रथम बहुराष्ट्रीय निगम माने जाने वाले आदित्य बिड़ला समूह की एक कंपनी है। यह समूह दुनिया के 33 देशों में कार्यरत है और इसके लिए 42 राष्ट्रीयताओं वाले 132ए000 से अधिक कर्मचारी कार्य करते हैं। कंपनी के बारे में अधिक जानकारी के लिए देखेंः www.ideacellular.com और समूह के बारे में जानकारी के लिए देखेंः www.adityabirla.com

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.

Advertise Here

Advertise Here

 

November 2024
M T W T F S S
« Sep    
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930  
-->









 Type in