- भट्टा पारसौल वासी अपने क्षेत्र में राजनैतिक हस्तक्षेप नहीं चाहते
- जिला प्रशासन ने कांग्रेस पार्टी के अनुरोध पर रामलीला मैदान में किसान महापंचायत के आयोजन की अनुमति दी
गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी श्री हृदयेश कुमार ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा भट्टा पारसौल में किसान महापंचायत आयोजित किये जाने के लिए जिला प्रशासन गौतमबुद्ध नगर द्वारा अनुमति न दिये जाने संबंधी बयान को पूरी तरह से तथ्यों से परे बताते हुए कहा है कि ग्राम भट्टा पारसौल के निवासी इन गांवों के नाम पर कोई राजनीति नहीं चाहते।
जिलाधिकारी ने आज यहां बताया कि भट्टा पारसौल एवं आस-पास के गांवों के लोगों ने 02 जून, 2011 को लिखे गये एक पत्र के माध्यम से यह अनुरोध किया था कि इन गांवों के नाम पर कोई राजनीति न की जाये। वहां के ग्राम प्रधान एवं निवासी अपने गांव के साथ-साथ आस-पास के सभी गांवों में शान्तिपूर्ण माहौल तथा सामाजिक समरसता बनाये रखना चाहते हैं।
कांग्रेस पार्टी को भट्टा पारसौल में किसान महापंचायत के लिए अनुमति दिये जाने के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी देते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि 29 जून, 2011 को जिला अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी गौतमबुद्ध नगर द्वारा भट्टा पारसौल अथवा जेवर ब्लाक में प्रदेश स्तरीय किसान महापंचायत आयोजित करने हेतु अनुमति दिए जाने विषयक पत्र जिला प्रशासन को प्राप्त हुआ था। इस सम्बन्ध में जिला प्रशासन ने कांग्रेस पार्टी के जनपद अध्यक्ष को अवगत कराया कि कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित होने वाले प्रदेश स्तरीय किसान महापंचायत में बड़ी संख्या में विशिष्ट महानुभावों एवं जनता के भाग लेने की सम्भावना है। चंूकि इस रिमोट एरिया में अति विशिष्ट एवं विशिष्ट महानुभावों का बड़ी संख्या में पहले कभी आगमन नहीं हुआ है, जिसके दृष्टिगत महापंचायत में आने वाले अतिविशिष्ट एवं विशिष्ट महानुभावों की सुरक्षा एवं भीड़ के लिए आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने में जिला प्रशासन को कठिनाई होती। इसके अलावा विशिष्ट महानुभावों के आगमन के दौरान उनके जीवन भय के स्तर को देखते हुए सुरक्षा प्रबन्ध एवं अपरिहार्य स्थिति में चिकित्सा एवं अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने में काफी कठिनाई होती। इसे दृष्टिगत रखते हुए गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने कांग्रेस पार्टी के स्थानीय नेताओं से यह अनुरोध किया था कि गौतमबुद्ध नगर जिले के किसी उपयुक्त स्थान पर यदि वे किसान महापंचायत करने की अनुमति मांगे तो उस पर नियमानुसार विचार किया जायेगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि पुनः कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष द्वारा 30 जून, 2011 को जिलाधिकारी को पत्र लिखकर जेवर ब्लाक में कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति मांगी गयी। इसके पश्चात कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की ओर से जिलाधिकारी को 02 जुलाई, 2011 को पत्र लिखकर गौतमबुद्ध नगर के भट्टा-पारसौल, जेवर, दनकौर, बिलासपुर एवं दादरी में से किसी एक जगह किसान महापंचायत करने के लिए जिलाधिकारी से अनुमति मांगी गयी थी। इस पर जिला प्रशासन द्वारा विचार किया ही जा रहा था कि तभी उनकी ओर से 02 जुलाई, 2011 को ही जिलाधिकारी को एक अन्य पत्र प्राप्त हुआ, जिसमें कांग्रेस पार्टी ने नोएडा के सिटी सेन्टर अथवा रामलीला मैदान नोएडा स्टेडियम में किसान महापंचायत आयोजित करने की अनुमति देने का अनुरोध किया। जिला प्रशासन ने सम्यक विचारोपरान्त रामलीला मैदान में 09 जुलाई, 2011 को किसान महापंचायत करने की अनुमति प्रदान कर दी है।
श्री कुमार ने बताया कि प्रस्तावित किसान महापंचायत के आयोजन स्थल को लेकर कांग्रेस पार्टी के विभिन्न पदाधिकारियों द्वारा समय-समय पर पत्रों के माध्यम से आयोजन स्थल में बदलाव किया जाता रहा, जिसकी वजह से भ्रम की स्थिति बनी रही। ऐसा प्रतीत होता है कि किसान महापंचायत के आयोजन स्थल के सम्बन्ध में कांग्रेस के पदाधिकारी यह स्वयं तय नहीं कर पा रहे थे कि कार्यक्रम को किस स्थान पर आयोजित किया जाय। उन्होंनेे बताया कि जिला प्रशासन द्वारा कांग्रेस पार्टी को पहले ही अवगत करा दिया गया था कि यदि वे किसी उपयुक्त स्थान पर किसान महापंचायत के आयोजन की अनुमति का अनुरोध करेंगे तो उस पर सम्यक विचारोपरान्त निर्णय लिया जायेगा। चंूकि कांग्रेस पार्टी द्वारा सिटी सेन्टर/ रामलीला मैदान नोएडा स्टेडियम में किसान महापंचायत की अनुमति मांगी गयी थी, जिसके मद्देनजर जिला प्रशासन ने इस अनुरोध पर सम्यक विचारोपरान्त रामलीला मैदान में अविलम्ब किसान महापंचायत के आयोजन की स्वीकृति दे दी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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