Posted on 06 May 2010 by admin
लखनऊ - हरदोई जनपद निवासी पंकज द्विवेदी उम्र 21 वर्ष हृदय की गम्भीर बीमारी से पीड़ित हैं, इनका इलाज संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (पीजीआई) के कार्डियो वस्कुलर थोरेसिक सर्जरी (सीवीटीएस) विभाग में चल
रहा है। डाक्टरों ने इलाज में करीब पौने दो लाख रुपये व्यय की बात कही है।
पंकज की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वह इलाज का खर्च उठा सके, उसे आपकी मदद की आवश्यकता है। इच्छुक लोग पीजीआई निदेशक के कार्यालय में सम्पर्क कर सकते हैं। पंकज का सीआर नम्बर 2009651863 है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 06 May 2010 by admin
लखनऊ - युवाओं के आकर्षण का केन्द्र बनी सिविल सेवा परीक्षा मे मध्यम परिवार के युवा समीर पान्डे ने बाजी मार कर 487 रैंक प्राप्त की है।
बचपन से ही मेधावी छात्र रहा समीर का साहित्य के प्रति विशेश अनुराग रहा है और समाज सेवा के क्षेत्र में स्वयं सेवक के रूपमें कार्य करते समय परिजनों के अनुरोध भारतीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में बैठकर 487 रैंक प्राप्त कर सफलता ली है। समीर के अन्य मित्रों में लखनऊ के ही नितिन कगाड़े तथा परविन्दर सिंह को भी सफलता
मिली है।
समीर अपनी सफलता के लिये प्रयत्न गाईडेन्स के शिक्षक अनमोल का विशेष आभार व्यक्त करते हुये कहते है कि किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिये स्वयं की एकाग्रता के साथ-साथ परिजनों का सहयोग के बिना मंजिल हासिल नही हो सकती है। अपने बाबा के सपनों को साकार करने के लिये उनकी प्रेरणा ही सफलता के नये सोपान तय करने में सहायक हुई हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 05 May 2010 by admin
लखनऊ - टाईटन के नये ब्राण्ड रागा कार्निवाल के लांचिंग के मौके पर पहुची अभिनेत्री टीना दत्ता
Posted on 05 May 2010 by admin
लखनऊ- उत्तर प्रदेश शासन के वित्त (वेतन आयोग) द्वारा ए0सी0पी0 (सुनिश्चित कैरियर प्रोन्नयन) के अन्तर्गत सीधी भर्ती के किसी पद पर प्रथम नियमित नियुक्ति की तिथि से 10 वर्ष, 18 वर्ष एवं 26 वर्ष की अनवरत सन्तोषजनक सेवा के आधार पर तीन वित्तीय स्तरोन्नयन सम्बंधी लाभ दिया जायेगा। पूर्व के शासनादेश में यह लाभ 10,20 एवं 30 वर्ष पर अनुमन्य था। यह जानकारी प्रमुख सचिव वित्त ने दी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 05 May 2010 by admin
लखनऊ - उत्तर प्रदेश के खाद्य एवं रसद मन्त्री श्री राम प्रसाद चौधरी आगामी 07 मई को अपने कार्यालय कक्ष में विभागीय योजनाओं की समीक्षा करेंगे।
आयुक्त खाद्य एवं रसद श्री राजीव अग्रवाल ने यह जानकारी आज यहां दी। उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान गेहूं क्रय की स्थिति की विशेष रूप से समीक्षा की जायेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 05 May 2010 by admin
लखनऊ - मैक्स न्यूयॉर्क लाईफ इंश्योरेंस यह भारत की वरीयता प्राप्त जीवन बीमा कंपनी तथा एक्सिस बैंक भारत की निजी क्षेत्र की तीसरे नम्बर की बैंक ने आज एक दूसरे के साथ 10 सालों के लिए गठजोड़ किया है। इस प्रकार का यह पहला बैंकश्युरन्स करार है। मैक्स न्युयॉर्क लाईफ इंश्योरेंस ने बैंक के साथ कॉर्पोरेट एजेन्सी के रूप में सम्बन्ध प्रस्थापित किए है जो अपनें ग्राहकों को आदर्श जीवन बीमा सेवा देनें के लिए शाखाओं के नेटवर्क का अच्छा प्रयोग किया जा सकता है।
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इस गठजोड की घोषणा करते हुए मैक्स न्युयॉर्क लाईफ इंश्योरेंस के अध्यक्ष श्री अनलजित सिंह ने कहा मैक्स इण्डिया ने व्यावसायिक जोड़ीदारो के साथ विविध स्तरों पर यशस्वी सम्बंध प्रस्थापित किए है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 05 May 2010 by admin
लखनऊ - धनलक्ष्मी बैंक, भारत के सबसे तेजी से बढ़ने वाले निजी क्षेत्र के बैंकों में से एक, ने आज यूटीआई म्यूचूअल फण्ड (यूटीआई एमएफ) के साथ गठबंधन में प्रवेश की घोषणा की। समझौते के तहत, धनलक्ष्मी बैंक अपनी देशभर में 130 शहरों में फैली 270 शाखाओं के द्वारा यूटीआई एमएफ के सभी योजनाओं की पेशकश करेगी। गठजोड़ की घोषणा करते हुये, श्री डी0ए0 धनंनजय, हेड - ब्रोकिंग एण्ड डिस्ट्रीब्यूशन, धनलक्ष्मी बैंक, ने कहा, अपने मूल्यवान ग्राहकों की विभिन्न वित्तिय जरूरतों को पूरा करने के लिए बैंक ने यह एक औरकदम उठाया है। यूटीआई एमएफ के साथ यह गठजोड़ हमें मदद करेगा कि हम अपने ग्राहकों को गुणवत्ता वाला फण्ड दे सकें और इस प्रकार वित्तिय योजना बनाने के लिए अधिक विकल्पों और अवसरों को प्रदान करते हैं।
धनलक्ष्मी बैंक ने आईसीआईसीआई प्रुडेंसियल म्यूचुअल फण्ड और कोटक महिन्द्रा म्यूचुअल फण्ड के साथ वितरण समझौता किया है और निकट भविष्य में और नये उत्पाद और मूल्य विर्धत सेवायें शुरू करने की योजना बनायी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 05 May 2010 by admin
लखनऊ - उत्तर प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में बसपा सरकार ने सबसे ज्यादा गड़बड़ी की है। माध्यमिक परीक्षाएं, जिन स्थितियों में शिक्षा माफियाओं की मर्जी मुताबिक हुई हैं, उससे प्रदेश की साख बहुत घटी है। नकल का भयंकर रोग यू0पी0 बोर्ड की परीक्षाओं पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है। पीएमटी परीक्षाओं का भी यही हश्र रहा है।
लेकिन सबसे ताजा प्रकरण बी.एड. परीक्षाओं से सम्बंधित है जिससे लाखों छात्र-छात्राओं का भविष्य जुड़ा हुआ है। इस सरकार की प्रशासनिक पंगुता के कारण पहले तो प्रवेश परीक्षा में बैठने के लिए अंक सीमा (45 या 50 प्रतिशत) को लेकर हाय तोबा मची। डेढ लाख छात्रों की जिन्दगी पर जब संकट आया तो हाईकोर्ट तक को हस्तक्षेप करना पड़ा। जब परीक्षा की नौबत आई तो पर्चा लीक हो गया। कई जगहों पर यह पर्चा दस-बीस हजार रूपयों में खुलेआम बिकने लगा।
बी.एड. की प्रवेश परीक्षा 1274 केन्द्रों पर 5 मई,2010 को होनी थी और इसमें 6 लाख 92 हजार अभ्यर्थी शामिल हो रहे थे। विभिन्न परीक्षा केन्द्रो में कल से ही दूर-दूर से आकर छात्र-छा़त्राओं ने डेरा डाल दिया था। बहुतों के अभिभावक भी साथ आए थे। इन सबकों परीक्षाएं ऐन मौके पर रद्द होने से कितनी परेशानी हुई होगी, इसका अन्दाजा भला ऐसी कमरों में बैठे आला अफसरो को कैसे होगा ।
इस परीक्षा के पर्चे लीक होने के मामले की जॉच की औपचारिकता तो होगी ही पर इतना स्पष्ट है कि लखनऊ विश्वविद्यालय अपने कर्तव्य के निर्वहन में पूरी तरह अफसल रहा है और उसने इस परीक्षा को अपेक्षित गम्भीरता से नहीं लिया है। बस्तुत: सम्पूर्ण शिक्षातन्त्र बसपा राज में अस्त व्यस्त हो गया है। प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में मन्त्रियों की दिलचस्पी अपनी मुख्यमन्त्री को प्रसन्न करने के लिए ज्यादा से ज्यादा धन उगाही और इस क्षेत्र में बसपाइयों की भर्ती की रही है। स्कूल कालेजों को मान्यता देने के नाम पर धन उगाही का खुला खेल चल रहा है। कुछ मन्त्रियों को तो स्वयं मुख्यमन्त्री भी अकेले माल हड़प करने पर हड़का चुकी हैं।
मुख्यमन्त्री की प्राथमिकता पत्थर, पार्क और स्मारक हैं। ऐसी सरकार से शैक्षिक माहौल में सुधार की आशा करना व्यर्थ है। इस सरकार को इसलिए भी हटा दिया जाए क्योंकि उसके मन्त्री ज्यादातर अपराधिक छवि वाले हैं और वे शिक्षा के नाम पर उसका धंधा करने में विश्वास रखने वाले लोग हैं। समाजवादी पार्टी बी.एड. के लाखों अभ्यथियों के साथ हुए दुव्र्यवहार की निन्दा करती है और पर्चा लीक होने के कांण्ड की निश्पक्ष तथा उच्च स्तरीय जॉच की मांग करती है। इसमें मन्त्रियों की लापरवाही की भी जॉच होनी चाहिए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 04 May 2010 by admin
लेन-देन विवाद होने के कारण फंस गए जाल में
चित्रकूट - नकली नोटों का व्यापार करने वालों में लेन-देन करते समय आपस में झगड़ा हो गया। उनको आपस में झगड़ता देख आस-पास मौजूद लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस और युवकों की बीच हुई मुठभेड़ में तीन को गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि उनके कब्जे से 32 बोर का देशी रिवाल्वर व एक 315 बोर का तमंचा भी बरामद हुआ है। गिरफ्तार लोगों में से दो का तो लंबा आपराधिक इतिहास भी पुलिस द्वारा बताया जा रहा है। जिसमें हत्या, अपहरण समेत कई गम्भीर मामले दोनों के विरुद्ध विभिन्न जनपदों में चल रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार की दोपहर सीतापुर कस्बे के रामघाट के नजदीक स्थित पितृ स्मृति विश्राम गृह के दो नवयुवक एक अधेड़ व्यक्ति के ऊपर असलहा तान दो लाख रुपये साथी से मंगाने की बात कह रहे थे। इसी बीच किसी ने मामले की सूचना पुलिस अधीक्षक बीरबहादुर सिंह को दे दी। उन्होंने तत्काल चौकी प्रभारी सीतापुर इन्द्रपाल बुन्देला को मौके पर भेजा। पुलिस कर्मी तीन पार्टियां बनाकर कुछ ही देर में रामघाट पहुंच गए और युवकों को घेरने का प्रयास करने लगे। पुलिस को आता देख युवकों ने पुलिस पार्टी पर फायर करना शुरू कर दिया। जिसका बचाव करते हुए कुछ ही देर बाद दोनों नवयुवकों समेत अधेड़ को चौकी के सिपाही सन्तोष ओझा, सीताराम, चन्द्रमा तिवारी, भानु प्रताप व रामध्वज ने पकड़ने में सफलता पाई। पुलिस ने पकड़े गए दोनो नवयुवकों में से एक पास से 32 बोर का देशी रिवाल्वर व दूसरे के पास 315 बोर का तमंचा भी बरामद करते हुए सीतापुर पुलिस चौकी लाए। जहां उनकी पहचान शातिर अपराधी उमाकान्त पाण्डेय पुत्र श्यामसुन्दर निवासी रसिन व शैलेन्द्र उर्फ बउवा पुत्र जगपाल अलीगंज बान्दा के रूप में हुई। जिसमें उमाकान्त ने बताया कि उसकी कौशांबी निवासी राजेश तिवारी से दो लाख नकली नोट के बदले एक लाख के असली नोट देने का वायदा हुआ था। उसी का लेन-देन करने के लिए वे लोग रामघाट पहुंचे थे। जहां वह पहले से तय रणनीति के अनुसार अपने साथी शैलेन्द्र उर्फ बउवा को भी लिवा लाया था। जो दो लाख रुपये नकली नोट मिलते ही राजेश तिवारी व उसके आने वाले साथी को गोली मार रुपये लेकर रफूचक्कर हो जाता। उसने बताया कि लेकिन जब राजेश उसे अकेले मिला तो उसने नोट मांगे। इस पर राजेश ने उससे असली नोट दिखाने की बात कही उस वक्त तक राजेश का साथी कहीं नज़र नहीं आ रहा था। इसी बीच शैलेन्द्र उर्फ बउवा ने रिवाल्वर निकाल राजेश की कनपटी पर सटा दिया और फोन कर उससे अपने साथी को नकली नोटों के साथ बुलाने के लिए कहा। इसी बीच वे लोग पुलिस के हत्थे चढ़ गए और नकली नोट लेकर आया राजेश का अज्ञात साथी मौके से भागने में सफल रहा। वहीं कोतवाली प्रभारी सीडी गौड़ ने बताया कि उमाकान्त शातिर अपराधी है उसके ऊपर अपहरण समेत लूट के कई मामले दर्ज हैं और उसकी तलाश में पुलिस काफी समय से जुटी हुई थी। उन्होंने बताया कि शैलेन्द्र उर्फ बउवा बान्दा जिले का चर्चित अपराधी है। इसके खिलाफ भी दो दर्जन से अधिक मामले जनपद समेत विभिन्न थानों में चल रहे हैं। जिसमें बान्दा जिले का चर्चित दोहरा हत्याकाण्ड समेत बियर दुकान चलाने वाले युवक की नृशंसता पूर्वक हत्या का मामला शामिल है।
उन्होंने कहा कि काफी समय से यह जनपद चित्रकूट के आस-पास ही रहकर घटनाओं को अंजाम दे रहा था और उसकी व उमाकान्त की दोस्ती जेल में उस समय हुई थी जब दोनों अलग-अलग मामलों में बन्द थे। वहीं श्री गौड़ ने बताया कि राजेश तिवारी का आपराधिक रिकार्ड वे पड़ोसी जनपद कौशांबी से मंगवा रहे हैं ताकि इसके द्वारा किए गए दूसरे अपराधों की जानकारी हो सके। दूसरी ओर रामघाट में दोपहर के समय हुए इस मामले से लोगों में दहशत फैल गई कि नकली नोटों के कारोबारी यहां भी अपनी पैठ जमाने लगे हैं जिसमें लेन-देन के चक्कर में ही यह तीनों व्यक्ति पुलिस से मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार हुए हैं। पुलिस ने तीनों के खिलाफ 307, 12/14 आदि धाराओं में मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है।
Posted on 04 May 2010 by admin
• सौ दिन चले अढ़ाई कोस तीन साल में भी नहीं बा पाया एक भवन
• मामला विकास खण्ड दूवेपुर के चकरपुर के बाद महानपुर ग्राम का है
• सरकारी धन का खुले आम ग्राम प्रधान और तत्कालीन मुख्य सेविका शीबा जहीर ने किया बन्दर बॉट
सुलतानपुर - लापरवाही का मिशाल देखना हो तो विकास खण्ड दूवेपुर जाइये , जहॉ बाल पुश्टाहार योजना का माखौल किस तरह उड़ाया जा रहा है। जहॉ ऑगनबाड़ी केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की मंशा पर कुठारा घात करने में ऑगनबाडी केन्द्र को सम्भालने वाले ही जब अपने दाइत्यों का निर्वहन करने के बजाय केवल अपनी जेबें ही भरने में लग जायेंगें तो सरकार की मंशा कैसे पूरी होगी। बाल पुश्टाहार योजना के अन्तर्गत तीन से छ:वर्ष के बच्चों को स्वस्थ रखने और उनके देखभाल के लिए केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार ऑगन बाड़ी केन्द्रों का संचालन प्रत्येक जिले में कर रही है। इसी योजना के अन्तर्गत प्रत्येक विकास खण्डों में जहॉ बच्चों के बैठने के लिए ऑगनबाड़ी केन्द्र बनाने की योजना बनाई। कारण यह कि जो ऑगनबाड़ी के बच्चें इन संचालित केन्द्रों पर आते हैं उनका अपना कोई भवन नही हैं। क्यों कि ऑगनबाड़ी कार्यकत्री एव सहायिका इन बच्चों को प्राथमिक स्कूलों में बैठाते हैं जहॉ पर उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऑगनबाड़ी भवन निर्माण जो विभाग द्वारा कराया जाना था और उसके लिए विभाग ने घन भी मुहैया कराया लेकिन तीन साल बीतने नर भी आज तक ऑगानबाड़ी केन्द्र बन कर तैयार नहीेे हो पाया । इसके पूर्व 26 अप्रैल को पत्रकारों की टीम ने विकास खण्ड दूवेपुर का दौरा कर ग्राम चकरपुर में अर्धनिर्मित भवन जो सन 2007 से बन रहा है जो अभी तक बन कर तैयार नहीं हुंआ है। इसी तरह चकरपुर में तत्कालीन मुख्य सेविका का कार्यभार सीबा जहीर के पास था और यह ग्राम सभा महानपुर का भी कार्यभार शीबा जहीर के ही पास ही है। इस बाबत जव मुख्य सेविका शीबा जहीर से दूरभाष पर जा जानकारी लेने की कोशिश की गई तो उन्होने क्या कहा था उसे पुन: आगे हवाले दिया जा रहा है।
सौ दिन चले अढ़ाई कोस की कहावत पूरी चरितार्थ हो रही है दूबेपुर विकास खण्ड में इसी तरह का मामला प्रकाश में आया है। सन 2007 में दूवेपुर विकास खण्ड में कुछ ऑगनबाड़ी केन्द्र बनने के लिए जिला कार्यालय से धन अवमुक्त किया गया। एक ऑगनबाड़ी केन्द्र की लागत 150000(एक लाख पचास हजार रूप्ये )निर्धारित किया गया था। भवन निर्माण के लिए 75 हजार रूप्ये ग्राम प्रधान के खाते में भेज दिया गया। ग्राम प्रधान और सुपर वाइजर ने मिल कर भवन निर्माण का घन खाते से निकाल कर बन्दर बॉट कर लिया और आज लगभग तीन साल बाद भी उक्त भवन का निर्माण नहीं हो सका है। जिस समय यह योजना को क्रियािन्वत किया गया था उस समय दूवेपुर विकास खण्ड के सी0 डी0 पी0 ओ का कार्यभार सन्दीप शुक्ला देख रहे थे और मुख्य सेविका का कार्यभार शीबा जहीर के पास था। ग्राम सभा चकरपुर जो कि अम्बेडकर गॉव भी हैं। जिले के आला अधिकारियों का आना-जाना भी अक्सर लगा रहता हैं परन्तु इस तरफ अधिकारियो का ध्यान नहीं गया । यह सोचनीय विशय है। मौके पर जाने के बाद ग्राम चकरपुर एवं महानपुर में उक्त निर्माण स्थल को देखने से ही पता चल जाता हे कि सरकारी धन का बन्दर बॉट किस तरह किया गया जिसका जीता जागता उदाहरण यह अर्धनिर्मित भवन है। जिसकी तस्वीर आप के सामने है।इस बाबत जब ग्राम प्रधान से वार्ता की गई तो उसने बताया कि सुपरवाइजर नें उक्त भवन निर्माण एवं सामान आदि के लिए धन मॉगा तो हमने उन्हें भवन निर्मित करने के लिए धन मुहैया कराया दिया। और जब तत्कालीन पुख्य सेविका शीबा जहीर से दूरभाष से बात की गई तो और गा्रम प्रधान से हुई वार्ता की बात बताई गई तो मुख्य सेविका शीबा जहीर आपे से बाहर हो गई और कहने लगी कि ग्राम प्रधान की सारी जिम्मेदारी होती है उस कमीने से मेरी बात कराइये और असंस्दीय भाषा का प्रयोग करने लगी तथा असयंमित हो कर फोन से सम्बन्ध बिच्छेद कर दिया।
दूरभाष कटने के थोडी़ देर बाद फोन नम्बर 9506048229 से काल आई और धमकाते हुए कहा कि आप किस अधिकार से बात किया आप के लिए यह ठीक नहीं है और लगभग आठ मिनट तक फोन से धमकी भरे शब्दों में वार्ता करते रहै और अपने को मीडिया प्रभारी बताने लगे। जब इस अर्ध निर्मित भवन के मामले की जानकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमारे संज्ञान में भवन निर्माण की जानकारी नहीं हैं । यदि ऐसा है तो गलत हैं और इसकी जॉच होगी दोशियों के विरूद्ध कार्यवाही होगी। प्रश्न अब यह उठता है कि सरकारी धन का दुरूप्योग किस तरह हुआ और हमारे 3 साल से छ: साल के बच्चों के लिए बनने वाला भवन इन जिम्मेदार अधिकारियों के चलते प्राथमिक विद्यालय में बैठने के लिए मजबूर हैं जहॉ उन्हें कभी विद्यालय परिसर के पेड़ के नीचे बैठना पड़ता है और कभी विद्यालय के बरामदे में । कमोवेश ऐसी हालत हर जगह देश के ऑगनबाड़ी में आने वाले नौनिहालों के साथ हो रहा है।
अवधेशगुप्ता
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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