2007 से बन रहा है ऑगनबाड़ी भवन

Posted on 04 May 2010 by admin

•    सौ दिन चले अढ़ाई कोस तीन साल में भी नहीं बा पाया एक भवन
•    मामला विकास खण्ड दूवेपुर के चकरपुर के बाद महानपुर ग्राम का है
•    सरकारी धन का खुले आम ग्राम प्रधान और तत्कालीन मुख्य सेविका शीबा जहीर ने किया बन्दर बॉट

सुलतानपुर -  लापरवाही का मिशाल देखना हो तो विकास खण्ड दूवेपुर जाइये , जहॉ  बाल पुश्टाहार योजना का माखौल किस तरह उड़ाया जा रहा है।  जहॉ ऑगनबाड़ी केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की मंशा पर कुठारा घात करने में ऑगनबाडी केन्द्र को सम्भालने वाले ही जब अपने दाइत्यों का निर्वहन करने के बजाय केवल अपनी जेबें ही भरने में लग जायेंगें तो सरकार की मंशा कैसे पूरी होगी। बाल पुश्टाहार योजना के अन्तर्गत तीन से छ:वर्ष के बच्चों को स्वस्थ रखने और उनके देखभाल के लिए केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार ऑगन बाड़ी केन्द्रों का संचालन प्रत्येक जिले में कर रही है। इसी योजना के अन्तर्गत प्रत्येक विकास खण्डों में जहॉ बच्चों के बैठने के लिए ऑगनबाड़ी केन्द्र   बनाने की योजना बनाई। कारण यह कि जो ऑगनबाड़ी के बच्चें इन संचालित केन्द्रों पर आते हैं उनका अपना कोई भवन नही हैं। क्यों कि ऑगनबाड़ी कार्यकत्री एव सहायिका इन बच्चों को  प्राथमिक स्कूलों में बैठाते हैं जहॉ पर उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऑगनबाड़ी भवन निर्माण जो विभाग द्वारा कराया जाना था और उसके लिए विभाग ने घन भी मुहैया कराया लेकिन तीन साल बीतने नर भी आज तक ऑगानबाड़ी केन्द्र बन कर तैयार नहीेे हो पाया । इसके पूर्व 26 अप्रैल को पत्रकारों की टीम ने विकास खण्ड दूवेपुर का दौरा कर ग्राम चकरपुर में अर्धनिर्मित भवन जो सन 2007 से बन रहा है जो अभी तक बन कर तैयार नहीं हुंआ है। इसी तरह चकरपुर में तत्कालीन मुख्य सेविका का कार्यभार सीबा जहीर के पास था और यह ग्राम सभा महानपुर का भी कार्यभार शीबा जहीर के ही पास ही है। इस बाबत जव मुख्य सेविका शीबा  जहीर से दूरभा पर जा जानकारी लेने की कोशिश की गई तो उन्होने क्या कहा था उसे पुन: आगे हवाले दिया जा रहा है।  photo-1

सौ दिन चले अढ़ाई कोस की कहावत पूरी चरितार्थ हो रही है दूबेपुर विकास खण्ड में इसी तरह का मामला प्रकाश में आया है। सन 2007 में दूवेपुर विकास खण्ड में कुछ ऑगनबाड़ी केन्द्र बनने के लिए जिला कार्यालय से धन अवमुक्त किया गया। एक ऑगनबाड़ी  केन्द्र की लागत 150000(एक लाख पचास हजार रूप्ये )निर्धारित किया गया था। भवन निर्माण के लिए 75 हजार रूप्ये ग्राम प्रधान के खाते में भेज दिया गया। ग्राम प्रधान और सुपर वाइजर ने मिल कर भवन निर्माण का घन खाते से निकाल कर बन्दर बॉट कर लिया और आज लगभग तीन साल बाद भी उक्त भवन का निर्माण नहीं हो सका है। जिस समय यह योजना को क्रियािन्वत किया गया था उस समय दूवेपुर विकास खण्ड के सी0 डी0 पी0 ओ का कार्यभार सन्दीप शुक्ला देख रहे थे और मुख्य सेविका का कार्यभार शीबा जहीर के पास था। ग्राम सभा चकरपुर जो कि अम्बेडकर गॉव भी हैं। जिले के आला अधिकारियों का आना-जाना भी अक्सर लगा रहता हैं परन्तु इस तरफ अधिकारियो का ध्यान नहीं गया । यह सोचनीय विशय है।  मौके पर जाने के बाद  ग्राम चकरपुर एवं महानपुर  में उक्त निर्माण स्थल को देखने से ही पता चल जाता हे कि सरकारी धन का बन्दर बॉट किस तरह किया गया जिसका जीता जागता उदाहरण यह अर्धनिर्मित भवन है। जिसकी तस्वीर आप के सामने  है।इस बाबत जब ग्राम प्रधान से वार्ता की गई तो उसने बताया कि सुपरवाइजर नें उक्त भवन निर्माण एवं सामान   आदि के लिए धन मॉगा तो हमने उन्हें भवन निर्मित करने के लिए धन मुहैया कराया दिया। और जब तत्कालीन पुख्य सेविका शीबा जहीर से दूरभा से बात की गई तो और गा्रम प्रधान से हुई वार्ता की बात बताई गई तो मुख्य सेविका शीबा जहीर आपे से बाहर हो गई और कहने लगी कि ग्राम प्रधान की सारी जिम्मेदारी होती है उस कमीने से मेरी बात कराइये और असंस्दीय भाषा का प्रयोग करने लगी तथा  असयंमित हो कर फोन से सम्बन्ध बिच्छेद कर दिया।

दूरभा कटने के थोडी़ देर   बाद फोन नम्बर 9506048229 से काल आई और धमकाते हुए कहा कि आप किस अधिकार से बात किया आप के लिए यह ठीक नहीं है और लगभग आठ मिनट तक फोन से धमकी भरे शब्दों में वार्ता करते रहै और अपने को मीडिया प्रभारी बताने लगे। जब इस  अर्ध निर्मित भवन के मामले की जानकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमारे  संज्ञान  में  भवन निर्माण की जानकारी नहीं हैं । यदि ऐसा है तो गलत हैं और इसकी जॉच होगी दोशियों के विरूद्ध कार्यवाही होगी। प्रश्न अब यह उठता है कि  सरकारी धन का दुरूप्योग किस तरह हुआ और हमारे 3 साल से छ:  साल के बच्चों के लिए बनने वाला भवन इन जिम्मेदार अधिकारियों के चलते प्राथमिक विद्यालय में बैठने के लिए मजबूर हैं जहॉ उन्हें कभी विद्यालय परिसर के पेड़ के नीचे बैठना पड़ता है और कभी विद्यालय के बरामदे में । कमोवेश ऐसी हालत हर जगह देश के ऑगनबाड़ी में आने वाले  नौनिहालों के साथ हो रहा है।
अवधेशगुप्ता

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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