Posted on 17 March 2018 by admin
लखनऊ 17 मार्च, 2018
स्वच्छ भारत मिशन (आजीविका) के तहत प्रदेश के 25 जनपदों की एक कार्यशाला का आयोजन पंचायतीराज विभाग द्वारा यूनीसेफ के सहयोग से होटल हयात रिजेन्सी लखनऊ में किया गया।
चैधरी भूपेन्द्र सिंह राज्यमंत्री पंचायतीराज (स्वतंत्र प्रभार) ने कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कहा कि सभी मुख्य विकास अधिकारी एवं जिला पंचायतराज अधिकारी अपने-अपने जनपदों को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिये गहन रणनीति बनाकर कार्य करना सुनिश्चित करें। स्वच्छता कार्यक्रम को जन आंदोलन बनाकर ही सफलता प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता कार्यक्रम में धन का अभाव नहीं होने दिया जायेगा। श्री चैधरी ने यह भी कहा कि भविष्य में मुख्यमंत्री जी द्वारा स्वच्छता कार्यक्रम की समीक्षा की जायेगी।
अपर मुख्य सचिव, श्री चंचल कुमार तिवारी पंचायतीराज ने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा दो दिन पूर्व वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से समीक्षा की गयी है। समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री ने राज मिस्त्रियों, स्वच्छग्राहियों, पानी की व्यवस्था, दो गड्ढों वाले शौचालय के निर्माण के संबंध में जिलाधिकारियों से सीधे बात की।
निदेशक, स्वच्छ भारत (ग्रामीण) श्री आकाश दीप ने प्रतिभाग करने वाले 25 जनपदों के सी.डी.ओ. व जिला पंचायतराज अधिकारियों का हौसला अफजाई करते हुये माइक्रोप्लानिंग किये जाने, प्रतिदिन समीक्षा किये जाने, मैनपावर को ससमय मानदेय का भुगतान करने, अन्य विभाग के साथ समन्वय, स्थापित करने के संबंध में विस्तार से अवगत कराया। मिशन निदेशक ने यह भी कहा कि यह 25 जनपद जो स्वच्छता कार्यक्रम में पिछड़े हुये हैं। यदि ठान लें और रणनीति बनाकर मिशन मोड में कार्य करें तो, लक्षित परिणाम समय से प्राप्त कर सकते हैं।
यूनिसेफ के प्रोग्राम मैनेजर अमित मेहरोत्रा व वाश विशेषज्ञ चिरंजीवि तिवारी द्वारा भी प्रस्तुतिकरण किया गया।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के नोडल आफीसर योगेन्द्र कटियार द्वारा आये हुये सभी प्रतिभागियों का, मा0मंत्री जी, अपर मुख्य सचिव, यूनीसेफ एवं समस्त मुख्य विकास अधिकारियों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
Posted on 17 March 2018 by admin
लखनऊ 17 मार्च, 2018
खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में पूंजी निवेश, रोजगार सृृजन एवं राज्य की ग्रामीण आय में वृृद्धि की अपार संभावनाएं है। यह जानकारी प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक वर्ष में किए गयें कार्यो की उपलब्धियों के दौरान कही।
उन्होने बताया कि प्रदेश सरकार ने राजकीय खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी संस्थान, लखनऊ में सीटों की संख्या 30 से बढ़ाकर 40 की है। वर्तमान सत्र में 36 अभ्यार्थियों ने एम0एस0सी0 फूड टेक्नोलाॅजी की उपाधि प्राप्त करने हेतु अध्ययनरत है, जिससे खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों हेतु अतिरिक्त प्रशिक्षित मानव संसाधन सुलभ होंगे।
श्री मौर्य ने बताया कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योगो की स्थापना को प्रोत्साहित करने के उद््देश्य से उत्तर प्रदेश खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति-2017 प्रख्यापित की गयी, जिसमें खाद्य प्रसंस्करण उद्योगो की स्थापना /विस्तार एवं आधुनिकीकरण हेतु पूंजीगत उपादान एवं ब्याज उपादान की जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होने बताया कि योजना का लाभ प्राप्त करने हेतु उद्यमियों को आनलाइन पंजीकरण एवं आवेदन हेतु नवीन पोर्टल ूूूण्नचंहतपबनसजनतमण्बवउ लान्च किया गया है।
उप मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार के विशेष प्रयास से खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 03 मेगा फूड पार्को की सैद्धान्तिक स्वीकृृति प्रदान की है। उन्होने यह भी बताया कि यू0पी0 इन्वेस्टर्स समिट-2018 में खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में निवेश हेतु देश के प्रतिष्ठित उद्यमियों द्वारा एम0ओ0यू0 किए गये।
Posted on 17 March 2018 by admin
9 निजी क्षेत्र की, 1 सहकारी क्षेत्र की तथा 1 निगम क्षेत्र की
चीनी मिल ससमय भुगतान कराने में अव्वल
शत-प्रतिशत भुगतान करने वाली चीनी मिलें सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद, बरेली, लखनऊ, देवरिया तथा देवीपाटन परिक्षेत्र की
प्रदेश के गन्ना एवं चीनी आयुक्त स्तर पर गन्ना
मूल्य भुगतान का प्रतिदिन हो रहा अनुश्रवण
लखनऊ 17 मार्च , 2018
प्रदेश के गन्ना किसानों को त्वरित गन्ना मूल्य भुगतान कराने के मा. मुख्यमंत्री के आदेश क्रम में तथा गन्ना किसानों को उनका गन्ना मूल्य भुगतान ससमय सुनिश्चित कराने हेतु प्रदेश स्तर पर गन्ना मूल्य भुगतान का दैनिक अनुश्रवण करने के मा. गन्ना मंत्री के निर्देश पर गन्ना एवं चीनी आयुक्त स्तर पर गन्ना मूल्य भुगतान का दैनिक अनुश्रवण किया जा रहा है। फलस्वरूप पेराई सत्र 2017-18 में 09 निजी क्षेत्र की, 01 सहकारी क्षेत्र की तथा 01 निगम क्षेत्र की कुल 11 चीनी मिलों ने वर्तमान पेराई सत्र 2017-18 में गन्ना किसानों को शत-प्रतिशत भुगतान कर दिया है।
प्रदेश के गन्ना एवं चीनी आयुक्त, श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि मुख्यालय स्तर पर प्रतिदिन गन्ना मूल्य भुगतान का अनुश्रवण किया जा रहा है और वर्तमान पेराई सत्र में प्रदेश की 11 चीनी मिलों ने गन्ना किसानों को उनको देय गन्ना मूल्य का शत-प्रतिशत भुगतान कर दिया है, जिसमें 09 निजी क्षेत्र की, 01 सहकारी क्षेत्र की तथा 01 निगम क्षेत्र की चीनी मिल ससमय भुगतान कराने में अव्वल रही हैं।
सहारनपुर परिक्षेत्र की टिकोला जनपद मुजफ्फरनगर चीनी मिल ने रू.256.38 करोड़ (103.84 प्रतिशत) का भुगतान गन्ना किसानों को कर दिया है। इसी तरह मेरठ की निजी क्षेत्र की दौराला मिल ने रू.476.30 करोड ़(100.18 प्रतिशत) एवं निगम क्षेत्र की चीनी मिल मोहिद्दीनपुर, मेरठ ने रू.51.71 करोड (108.98 प्रतिशत)़, मुरादाबाद परिक्षेत्र की सहकारी चीनी मिल स्नेह रोड, बिजनौर ने रू.106.60 करोड (109.04 प्रतिशत)़ बरेली की पीलीभीत ने रू.413.19 करोड़ (104.46 प्रतिशत) और लखनऊ परिक्षेत्र की निजी क्षेत्र की 4 चीनी मिलें बिसवां, सीतापुर ने रू.292.86 करोड़ (105.20 प्रतिशत) हरियावां ने रू.286.71 करोड (100.79 प्रतिशत)़, लोनी ने रू.278.46 करोड (100.76 प्रतिशत), रूपापुर, हरदोई ने रू.160.30 करोड (101.01 प्रतिशत)़ का भुगतान गन्ना किसानों को अब तक कर दिया है।
पूर्वी क्षेत्र में देवरिया परिक्षेत्र की परसेन्डी चीनी मिल, बहराइच ने रू.153.65 करोड़ (111.32 प्रतिशत) तथा देवीपाटन परिक्षेत्र की हाटा चीनी मिल, कुशीनगर ने रू.209.68 करोड़ (101.43 प्रतिशत) का ससमय भुगतान गन्ना किसानों को किया है।
Posted on 17 March 2018 by admin
लखनऊ 17 मार्च, 2018
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने भारतीय नववर्ष/नवरात्र की सभी प्रदेश वासियों को हार्दिक शुभ कामनाएं दी है। उन्होंने अपने बधाई संदेश में कहा है कि भारतीय संस्कृति के अनुसार नया वर्ष चैत्र महीने के नवरात्र से शुरू होता है।
उप मुख्यमंत्री ने अपने बधाई संदेश में कामना की है कि यह नया वर्ष सभी प्रदेशवासियों के जीवन में सुख, समृद्धि एवं खुशहाली लेकर आये।
Posted on 17 March 2018 by admin
लखनऊ 17 मार्च 2018, भारतीय जनता पार्टी ने उपचुनाव परिणामों से अति उत्साहित विपक्ष को आइना दिखाया है। प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि गोरखपुर और फूलपुर उपचुनावों के परिणाम हमारे लिए अप्रत्याशित है, हम मंथन, समीक्षा के बाद नई रणनीति पर हम काम करने को तैयार है। कम मतदान और कार्यकर्ताओं के जीत के प्रति अति आत्मविश्वास में उदासीनता ही अप्रत्याशित परिणामों का कारण रही जिससे हमारा वोटर मतदान के लिए नहीं निकला। डा0 पाण्डेय ने कहा विपक्ष को दो सांसें लेने की मोहलत मिली है। अखिलेश जी, दो सांसों को सहेज को रखिए क्यों कि 2019 में इन्हें फिर उखड़ना है। डा0 पाण्डेय ने कहा कि सपा चुनाव लड़ी और बसपा ने राज्यसभा में अपना प्रत्याशी जिताने के लिए समर्थन दे दिया, लेकिन समक्ष से परे है कि अपने प्रत्याशियों की जमानत जब्त होने के बाद भी कांग्रेसी बल्लियों क्यों उछल रहे है। भाजपा बूथवार 65+ के फार्मूले पर चुनाव मैदान में उतरेगी।
डा0 पाण्डेय ने कहा कि बहिन मायावती ने जनता के बार-बार हर बार नकारे जाने पर दरक चुकी जमीन को सहजने के लिए गेस्ट हाउस कांड भुलाकर सपा का समर्थन कर दिया। भाजपा का पूर्व से ही मत रहा है कि सपा-बसपा आपस में मिले हुए है, बुआ-भतीजे की राजनीतिक मजबूरियों ने इसे जगजाहिर भी कर दिया। सपाई गुण्डों से आहत दलितों का सौदा कर एक बार फिर बहिन जी ने सपा से ही समझौता कर लिया है। यह बेमेल गठबंधन सिर्फ अवसरवादिता है। कम मतदान प्रतिशत से बुआ-बबुआ के पक्ष में आएं नतीजे तत्कालिक खुशी ही दे सकेंगे, 2014 की भांति बसपा की तरह ही दूरगामी नतीजे सपा व कांग्रेस के लिए भी शिफर ही होगें।
डा0 पाण्डेय ने कहा कि मोदी सरकार और योगी सरकार के अनवरत जनकल्याण के कार्यो से 2019 में उत्तर प्रदेश शतप्रतिशत भाजपा मय होगा। किसान कर्जमाफी, रोजगार के नवसृजित अवसर, भ्रष्टाचार पर विराम, अपराध पर लगाम ने उत्तर प्रदेश की आवो-हवा से सपाई-बसपाई घुटन को खत्म कर दिया है। सैफई के युवराज, कांग्रेस शहजादे और दौलत की बेटी सहित पूरा विपक्ष अतिउत्साह और आत्ममुग्धता में है। दो लोकसभा चुनावों के परिणामों ने 20 से ज्यादा दलों के नेताओं ने स्वयं को स्वयंभू राष्ट्रीय नेता मान लिया है। भाजपा बूथवार 65+ के फार्मूले पर चुनाव मैदान में उतरेगी जिससे हर बूथ पर 65 फीसदी से अधिक वोट भाजपा के पक्ष में होंगे। भाजपा की यह रणनीति सभी गठबंधनों की गांठे खोल देगी।
Posted on 17 March 2018 by admin
सुरेंद्र अग्निहोत्री,लखनऊ । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज फिर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान अखिलेश ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि हार के बाद मुख्यमंत्री विकास की बात करने लगे हैं ।
अखिलेश यादव ने कहा कि उपचुनाव के नतीजों से उत्तर प्रदेश को एक लाभ जरूर हुआ है कि कि सूबे के मुख्यमंत्री अब विकास की बात करने लगे हैं. अखिलेश ने कहा कि उनकी भाषा और सोच दूसरी दिशा में जा रही थी. लेकिन हमें अच्छा लगा कि अब वो विकास के कार्यों में रुचि लेने लगे हैं ।
अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गोरखपुर सीट पर बीजेपी की हार को लेकर भी तंज कसा. अखिलेश ने कहा, ‘मैं धन्यवाद देना चाहूंगा गोरखपुर की जनता का जिन्होंने यूपी की सरकार का एक साल पूरा होने पर उन्हें अच्छा रिटर्न गिफ्ट दिया है’ ।
बता दें कि गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी को करारी शिकस्त मिली है. गोरखपुर में बीेजपी उम्मीदवार की हार योगी आदित्यनाथ के लिए बड़ा झटका है. जिस पर अखिलेश ने चुटकी ली है ।
इस दौरान उन्होंने सीएम योगी को रोजगार के मुद्दे पर भी घेरा. अखिलेश ने कहा, ‘बीटीसी के बच्चे कल हमसे मिले थे. वो परेशान हैं. उनकी नियुक्ति इसलिए नहीं हो रही है, क्योंकि हमने की थी. हम तो कहते हैं कि कम से कम अपने लोगों को ही नौकरी दे दो ।अखिलेश ने ये भी कहा कि यूपी सरकार ने एक भी वायदा पूरा नहीं किया है. उन्होंने पूछा कि क्योटो कहां बना और एमओयू कहां गया ।इस दौरान बीजेपी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के दामाद नवल किशोर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए. अखिलेश यादव ने खुद उन्हें पार्टी ज्वाइन कराने का ऐलान किया ।इस अवसर पर आजम खान ने भी विचार व्यक्त किये।वही दूसरी ओर एक के कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने कहा कि हमने भाजपा के कारनामों को पकड़ा और जनता के सामने लेकर आ गए। जिसका उनको परिणाम मिल गया।अखिलेश यादव ने कहा कि गोरखपुर व फूलपुर लोकसभा उप चुनाव जीतने में हमारा कोई योगदान नहीं है। इन दोनों जगह से मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री हारे हैं। ऐसे में समाजवादी पार्टी की जीत में हमारा कोई योगदान नहीं है, खुद भाजपा अपने कारनामों की वजह से हारी है। उन्होंने यह भी कहा कि इस जीत में बहुजन समाज पार्टी का महत्वपूर्ण सहयोग जरूर रहा। इस जीत में मायावती ने सहयोग दिया, उनके समर्थन से उत्साह मिला और वोटबैंक में ज्यादा इजाफा हो गया। उन्होंने कहा कि भाजपा को पकौड़ा पॉलिटिक्स ने हराया है। उनको तो यहां पकौड़ा राजनीति ने हरा दिया। हमने चाय पर नहीं सच्चाई पर बात कर दी, इसलिए हम जीत गए। अखिलेश यादव ने कहा कभी हमें दूसरों से भी सीखना चाहिए। हमने तो इस बार भाजपा से से भी सीखा। देश में भाजपा ने धर्म के आधार पर सबसे ज्यादा राजनीति की है। हम समाजवादी लोग कभी विकास का रास्ता भूलने वाले नहीं हैं। अगर भाजपा एथिक्स की बात करे तो बेहद अच्छी बात है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा हमें एथिक्स न सिखाए। अब तो मन करता है कि अगर हम कहीं से निकले और पता चल जाए कि सामने खड़ा शख्स भाजपाई है तो हम तो तुरंत उसके सामने लाल टोपी पहन लें।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन पर अखिलेश ने कहा कि मैंने तो हमेशा बसपा की मुखिया मायावती को बुआ की तरह सम्मान दिया। हम चाहते हैं कि रिश्ते बने रहें। हम उत्तर प्रदेश की राजनीति में ज्यादा रूचि ले रहे हैं, देश की नहीं। अखिलेश यादव से जब पूछा गया कि यदि 2019 में सपा-बसपा एक साथ आ जाएं तो भाजपा को 50 सीटों का नुकसान हो सकता है। ऐसे में आप क्या तीसरे मोर्चे की संकल्पना को देख रहे हैं। क्या उसकी अगुआई के लिए तैयार हैं। इस पर अखिलेश ने कहा कि वह इतने ऊंचे सपने नहीं देखते। वह फिलहाल यूपी की सियासत में ही मशरूफ हैं। इससे ज्यादा कुछ नहीं सोच रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के उपचुनाव की बात करें तो हमारी पार्टी पिछले काफी समय से जमीनी स्तर पर काम कर रही थी। इसको देखकर इस बार जनता ने समाजवादियों की मदद की, क्योंकि हमने उन्हें मदद की थी।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली पर अखिलेश यादव ने चुटकी लेते हुए कहा कि योगी जी की रफ्तार बहुत तेज है। यदि इसी तरह से वह चलते रहे तो जल्द ही पीएम मोदी को ओवरटेक कर जाएंगे। अब तो हम भी चाहते हैं कि वह इसी तरह चलते रहें ताकि हमको भी आशीर्वाद मिलता रहे। उन्होंने कहा कि गोरखपुर के साथ फूलपुर का चुनाव हारने के बाद से ही हालांकि सीएम योगी आदित्यनाथ की भाषा बदल गई है। उसकी एक बड़ी वजह यह भी है कि समाजवादियों ने भाजपा का झूठ को पकड़ लिया है।जब उनसे सवाल पूछा गया कि अब दो उपचुनावों को जीतने के बाद आप ईवीएम पर दोष देना तो बंद कर देंगे तो अखिलेश यादव ने कहा कि जहां तक ईवीएम का सवाल है तो मेरा यह कहना है कि जब ईवीएम में खराबी आती है तो उसको ठीक किया जा सकता है। इसी तरह यदि यह ठीक है तो उसको खराब भी किया जा सकता है। जब बैलेट सामने पड़ेगा और उस पर ठप्पा लगाकर वोट डलेगा, तब जनता का गुस्सा निकलेगा। गोरखपुर-फूलपुर के नतीजों को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि जहां दो-दो सीएम हरा दिए गए हों, उससे बड़ा जनआंदोलन क्या होगा।अखिलेश यादव से यह भी पूछा गया कि आपने पहले कहा था कि पिता मुलायम सिंह यादव से आपने केवल 300 दिनों के लिए अध्यक्ष की कुर्सी ली है और तय समय के बाद आप उनको यह पद लौटा देंगे। अखिलेश ने मुस्कुराते हुए कहा कि मुलायम सिंह ने अब मुझे आशीर्वाद दे दिया है। वह अब त्याग के रास्ते पर हैं। सत्ता जाने के बाद अब नेताजी नाराज भी नहीं होते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि पुरानी बातों को भूलकर ही नई बातें की जाती हैं। अब नेताजी (मुलायम सिंह यादव) नाराज नहीं होते हैं, क्योंकि अब सरकार नहीं हैं। उपचुनाव में जीतने के बाद सब खुश थे। नेताजी भी काफी खुश थे।
Posted on 17 March 2018 by admin
लखनऊ 17 मार्च 2018, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि पिछली बार गेहूँ और धान की खरीद में रिकार्ड कायम करने के बाद योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने अब किसान भाइयों के लिए नई ऐतिहासिक नीति बनाकर उनकी आय दुगुनी करने की दिशा में बड़ा फैसला लिया है। इस नीति से न सिर्फ किसान भाइयों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी बल्कि उनका मनोबल भंी बढ़ेगा।
प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि इतना ही नहीं मुख्यमंत्री जी की अगुवाई में सरकार ने चीनी मिलों, गन्ना समितियों और गन्ना किसानों को पुरस्कार देने का फैसला करके किसान भाइयों को प्रोत्साहित करने का फैसला किया है। इससे किसान भाइयों में खेती किसानी को लेकर उत्साह बढ़ेगा और कृषि क्षेत्र का विकास होगा।
शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि प्रदेश सरकार किसान भाइयों की तरक्की के लिए संकल्पित है और इस दिशा में हर रोज प्रयास हो रहे हैं। सरकार ने इसी के मद्देनजर वाराणसी में अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान सेंटर के लिये काम शुरू कर दिया है। साथ ही खेत में गन्ना रहने तक गन्ना खरीद करने के निर्देश दिए हैं। इतना ही नहीं किसान भाइयों की मदद के लिए किसान बीमा योजना को भी और बेहतर ढंग से लागू कर दिया गया है। श्री त्रिपाठी ने कहा कि सरकार ने गेहूँ का समर्थन मूल्य 110 रूपए बढ़ाकर 1735 रूपए कर दिया है। साथ ही भरपूर गेहूँ खरीद का लक्ष्य तय करके गेहूँ खरीद के लिये नौ संस्थाएँ और 5500 गेहूँ खरीद क्रय केंद्र बनाए हैं। किसान भाइयों को धुलाई और ढुलाई के लिए दस रूपए प्रति कुंतल अतिरिक्त देने का फैसला किया है।
प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि किसान भाइयों की कर्ज माफी करने के साथ ही योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने किसान भाइयों का बकाया भुगतान कराया। साथ ही गेहूँ और गन्ने का आरटीजीएस से तुरंत भुगतान कराना भी सुनिश्चित कराया। इससे बिचैलियों का खेल खत्म हुआ और किसान भाइयों का फायदा हुआ। इस बार गेहूँ खरीद में सरकार फिर ऐसे ही रिकार्ड कायम करेगी।