Posted on 05 March 2018 by admin
-मन की बात श्रेष्ठ भारत निर्माण के लिए।
-प्रधानमंत्री गरीबों तथा आम लोंगो के मसीहा है।
-उर्दू भाषा में मन की बात पुस्तक का विमोचन।
लखनऊ 05 मार्च 2018, अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध लखनऊ में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कार्यक्रम मन की बात उर्दू संस्करण पुस्तक का विमोचन भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल जी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम प्रदेश चिकित्सा शिक्षा तथा प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टण्डन ने भी अपने विचार रखे। पुस्तक का उर्दू अनुवाद जावेद मालिक द्वारा किया गया है। कार्यक्रम में अपने विचारों को रखते हुए सुनील बसल जी ने कहा कि मन की बात प्रधानमंत्री और जनता के बीच सीधे संवाद का न सिर्फ पहला अपितु सर्वाधिक लोकप्रिय कार्यक्रम है जिसका 12 अन्य भाषाओं में भी अनुवाद किया गया है।
श्री बंसल ने कहा कि मन की बात कार्यक्रम के कई अनुवाद किताब का विमोचन में सुनील बंसल जी ने कहा जावेद मालिक जी ने बहुत अच्छा कार्य किया है। प्रधानमंत्री जी की बात ऊर्दू भाषी लोंगो तक पूरी दुनियां में जाएगी उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री जी की मन की बात सबसे बड़ी विशेषता समाज की छोटी से छोटी समस्याओं को रेखांािकत करना तथा उसका समाधान प्र्रस्तुत करना। श्री बंसल ने कहा कि मोदी जी लोकप्रियता आज पूरी दुनियां में है इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है कि वह गरीबों, किसानों, युवाओं, महिलाओं, व्यापार और उद्योग जगत के लोंगो सभी के सशक्तीकरण के लिए कार्य रहे है और श्रेष्ठ भारत के निर्माण को कृत संकल्पित है।
श्री बंसल ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीबों तथा आम लोंगो के मसीहा है इसलिए मन की बात के माध्यम समाज के प्रत्येक समस्या पर चर्चा करते तथा समस्या निदान के लिए लोगो को प्रेरित करते है। जो इस किताब को आप ने लिखा, जो संवाद होना चाहिए समाज में संवाद की कमी हो गई है। अब मन की बात कार्यक्रम से मन की बात का मकसद जनता से संवाद स्थापित करना है। प्रधानमंत्री प्रत्येक महीने की आखरी रविवार को मन की बात कार्यक्रम मे देश की जनता से संवाद करते है। पार्टी के लोगों को, युवा वर्ग से सीधे संवाद स्थापित करना चाहिए।
मन की बात कार्यक्रम के कारण बंद पडे रेडियों बाहर आ गए एवं गांव के लोगो से भी संवाद शुरू हो गया है। दूर के लोग भी मन की बात सुनने में दिलचस्पी लेने लगे। सब को मिलकर इस भारत देश के लिए कार्य करना है। सबके साथ संवाद स्थापित करना है। समाज में बदलाओ की शुरूवात हो गया है इसे आगे बढाना है। भारत को श्रेष्ठ भारत बनाना है।
Posted on 05 March 2018 by admin
- दलित व पिछड़ा समाज का विकास भाजपा की प्रतिबद्धता
- मोदी सरकार द्वारा गरीबों, दलितों व पिछड़ों को विकास का सीधा लाभ दिलाने से परेशान सपा, बसपा
- दलितों व पिछड़ों को झूठे नारे व दावे से विकास से वंचित रखने वाले सपा, बसपा के झांसे में अब नहीं आएगी जनता
लखनऊ 05 मार्च 2018, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार की योजनओं, नीतियों व कार्यक्रमों से अति दलित और अति पिछड़े समुदाय का सम्मान, विकास व उत्थान प्रत्यक्ष व तीव्र गति से हो रहा है। चूंकि विकसित दलित व पिछड़ा समाज सपा, बसपा व विपक्षी दलों से झूठे नारों व दावों का हिसाब मांगेगा। इसीलिए सपा व बसपा दलितों व पिछड़ों, गांव व गरीब को समर्पित मोदी सरकार के खिलाफ साजिशों साझीदार बनकर गुमराह करने में जुटे हैं। लेकिन दलित व पिछड़ा समाज सपा व बसपा के धोखे का करारा जवाब देगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा अति दलितों व अति पिछड़ों को विकास का लाभ दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। देश में दलित व पिछड़े समाज से सर्वाधिक सांसद व विधायक भाजपा ने बनाए हैं। मोदी सरकार व योगी सरकार के बजट में अति दलितों व अति पिछड़ों की लोक कल्याणकारी योजनाओं में विशेष ध्यान रखा गया है। मोदी सरकार की सौभागय योजना के तहत मुफ्त बिजली कनेक्शन, बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ के तहत बालिकाओं को सुरक्षित भविष्य, स्वच्छता मिशन के तहत शौचालय निर्माण, उज्जवला योजना के तहत मुफ्त रसोई गैस सिलेंडर, किसानों के हित की योजनाओं, मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना जैसे अनेक केंद्रीय का लाभ सबसे अधिक व सीधे अति दलित व अति पिछड़े समाज को मिल रहा है। प्रदेश में भाजपा की योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद अति दलितों व पिछड़ों को रोजगारयुक्त, समृद्ध और विकास के समान अवसर उपलब्ध कराने की प्रधानमंत्री मोदी की मंशा को पंख लग गए हैं।
डॉ. पांडेय ने कहा कि अब तक झूठे नारों व भाई-भतीजा वाद चलाकर जनता को विकास से वंचित करके जनता को गरीबी व पिछड़ेपन के मकड़जाल में फंसाकर रखने वाले सपा-बसपा व विपक्ष को अति दलितों व अति पिछड़ों का विकास देखा नहीं जा रहा है। मोदी व योगी सरकार द्वारा अति दलितों व अति पिछड़ों को विकास की मुख्यधारा में शामिल कराने से सपा व बसपा खतरा महसूस करते रहे हैं। यह वजह है कि सपा व बसपा दलितों, गरीबों, किसानों के खिलाफ षडयंत्र में भीतर से एक-दूसरे के साथ रहे हैं। पिछली सपा सरकार के दौरान बसपा शासन के भ्रष्टाचार के 52 मामले लोकायुक्त के पास आए, लेकिन सपा सरकार ने इन मामलों की जांच कराने के बजाय भ्रष्टाचारियों को बचाने का प्रयास किया। यह लोक कल्याणकारी विकास कार्यो के लिए जनता के धन को व्यक्तिगत व पारिवारिक लाभ के लिए सत्ता प्राप्त करने के सपा व बसपा की मंशा का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की योजनाओं से लाभान्वित अति दलित व अति पिछड़े समाज के लोग जागरूक हो चुके हैं वह विकास व सामाजिक उत्थान के बाधक सपा व बसपा के सूपडे को पूरी तरह से सफायाकरने वाले है।
Posted on 05 March 2018 by admin
जयपुर 05 मार्च । राज्यपाल श्री कल्याण सिंह पूर्णतः स्वस्थ हैं। श्री सिंह अभी दिल्ली में हैैं। वे मंगलवार 6 मार्च को दिल्ली से अलीगढ़ जायेंगे। अलीगढ़ में 7 मार्च को श्री सिंह की पोती पूर्णिमा सिंह का विवाह समारोह है।
राज्यपाल श्री सिंह को बदलते मौसम के प्रभाव से सामान्य सर्दी-जुकाम होने पर सवाई मानसिंह अस्पताल, जयपुर द्वारा जाँच रिपार्ट में स्वाइन फ्लू पाॅजीटिव बताये जाने पर अपोलो अस्पताल, दिल्ली में पुनः जाँच कराई गई, जहाँ श्री सिंह को स्वाइन फ्लू नही पाया गया।
राज्यपाल श्री सिंह की नियमित स्वास्थ्य जाँच व उपचार का परामर्श अपोलो अस्पताल से लिया जाता है। एस.एम.एस. अस्पताल, जयपुर द्वारा दी गई जाँच रिपार्ट को गम्भीरता से लिया है एवं ऐसा किन परिस्थितियों में हुआ, इसकी उच्चस्तरीय जाँच कराये जाने हेतु राज्य सरकार से आग्रह किया गया है। जाँच के बाद अपोलो अस्पताल ने राज्यपाल श्री कल्याण सिंह को घर जाने की अनुमति दे दी है।
Posted on 05 March 2018 by admin
लखनऊ। राम सहाय अध्यक्ष कल्याण परिषद भारत एवं उपाध्यक्ष भारत विकास परिषद को रेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परमार्शदात्री समिति रेलवे बोर्ड का सदस्य मनोनीत किया गया है। श्री राम सहाय को बोर्ड द्वारा यह अधिकार दिये गये हैं कि वह उत्तर पूर्व रेल के किसी भी स्टेशन पर किसी डब्बे या कम्पार्टमेंन्ट में किन्हीं व्यक्तियों को बिना वैद्य टिकट या पास के यात्रा करने का संदेह होने पर, तत्समय उपलब्ध किसी स्टेशन मास्टर, टिकट कलेक्टर या चल टिकट परीक्षक को अपनी उपस्थिति में जांच के करने के लिए बुला सकते हैं। इन्हें स्टेशनों पर किताब की दुकानों और किताब के ठेलों तथा ठेकेदारों अथवा विभागीय तौर से चलाये जाने वाले एवं वेडिंग संस्थापनांे और गाड़ियों में लगे भोजयानों (पेन्ट्रीकार) के निरीक्षण के लिए भी अधिकृत किया गया है। श्री राम सहाय इससे पूर्व समाजिक संगठनों द्वारा सामाजिक, शैक्षिक, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक सहित समाजोत्थान के कार्यो में कर्मठतापूर्वक राष्ट्रिय स्तर पर कार्य करते रहे हैं। श्री सहाय को सामाजिक सौहार्द बनाने व राष्ट्रीय एकता के लिए भारत सरकार द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका हैं।