लखनऊ 17 मार्च, 2018
स्वच्छ भारत मिशन (आजीविका) के तहत प्रदेश के 25 जनपदों की एक कार्यशाला का आयोजन पंचायतीराज विभाग द्वारा यूनीसेफ के सहयोग से होटल हयात रिजेन्सी लखनऊ में किया गया।
चैधरी भूपेन्द्र सिंह राज्यमंत्री पंचायतीराज (स्वतंत्र प्रभार) ने कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कहा कि सभी मुख्य विकास अधिकारी एवं जिला पंचायतराज अधिकारी अपने-अपने जनपदों को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिये गहन रणनीति बनाकर कार्य करना सुनिश्चित करें। स्वच्छता कार्यक्रम को जन आंदोलन बनाकर ही सफलता प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता कार्यक्रम में धन का अभाव नहीं होने दिया जायेगा। श्री चैधरी ने यह भी कहा कि भविष्य में मुख्यमंत्री जी द्वारा स्वच्छता कार्यक्रम की समीक्षा की जायेगी।
अपर मुख्य सचिव, श्री चंचल कुमार तिवारी पंचायतीराज ने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा दो दिन पूर्व वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से समीक्षा की गयी है। समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री ने राज मिस्त्रियों, स्वच्छग्राहियों, पानी की व्यवस्था, दो गड्ढों वाले शौचालय के निर्माण के संबंध में जिलाधिकारियों से सीधे बात की।
निदेशक, स्वच्छ भारत (ग्रामीण) श्री आकाश दीप ने प्रतिभाग करने वाले 25 जनपदों के सी.डी.ओ. व जिला पंचायतराज अधिकारियों का हौसला अफजाई करते हुये माइक्रोप्लानिंग किये जाने, प्रतिदिन समीक्षा किये जाने, मैनपावर को ससमय मानदेय का भुगतान करने, अन्य विभाग के साथ समन्वय, स्थापित करने के संबंध में विस्तार से अवगत कराया। मिशन निदेशक ने यह भी कहा कि यह 25 जनपद जो स्वच्छता कार्यक्रम में पिछड़े हुये हैं। यदि ठान लें और रणनीति बनाकर मिशन मोड में कार्य करें तो, लक्षित परिणाम समय से प्राप्त कर सकते हैं।
यूनिसेफ के प्रोग्राम मैनेजर अमित मेहरोत्रा व वाश विशेषज्ञ चिरंजीवि तिवारी द्वारा भी प्रस्तुतिकरण किया गया।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के नोडल आफीसर योगेन्द्र कटियार द्वारा आये हुये सभी प्रतिभागियों का, मा0मंत्री जी, अपर मुख्य सचिव, यूनीसेफ एवं समस्त मुख्य विकास अधिकारियों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया।