21मार्च इंडियन जस्टिस पार्टी के प्रदेश महासचिव इसरार उल्ला सिद्दीकी ने मा0 मुख्यमंत्री जी पत्र के माध्यम से पूछा है कि वर्ष 2007 में
शहीद हुए पीपीएस डाॅ0 मणि प्रसाद पाठक की पत्नी को कब उ0प्र0 सरकार इंसाफ दिलायेगी क्या मा0 मुख्यमंत्री जिम्मेदार उच्चाधिकारियों से पूछकर कोई कार्यवाही करेंगे।
श्री सिद्दीकी ने कहा कि वोट बैक की लालच में सपा सरकार के मुखिया ने कुंडा मे शहीद सीओ जिला उल हक की पत्नी परवीन को घटना के फौरन ही बाद प्रदेश सरकार ने नौकरी देने की पेशकश कर दी युवा मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता को देखते हुए इंजपा इस कार्य की प्रशंसा करती है लेकिन प्रदेश में और भी ऐसे परवीन जैसे मामले है जिनको उच्चाधिकारियों की लापरवाही भ्रष्टाचार के कारण इंसाफ नहीं मिला है शहीद पीपीएस डाॅ0 मणि प्रसाद पाठक की पत्नी मधुलिका छह साल से पति की जगह नौकरी की आस लगाए बैठी है। पर लापरवाह भ्रष्टाचारी अधिकारियों की वजह से अब तक उनकी उम्मीद पूरी न हो सकी है। शहीद पीपीएस अफसर का परिवार इलाहाबाद के बलरामपुर हाउस में सिर्फ फैमिली पेंशन के सहारे गुजर बसर पर मजबूर है। गाजीपुर के निवासी डाॅ0 मणि प्रसाद पाठक पीपीएस अफसर थे वर्ष 2007 में वह कानपुर के कलक्टरगंज कानपुर के सीओ के पद पर तैनात थे। साथ ही वह स्पेशल ग्रुप के प्रभारी भी थे। बीस हजार के इनामी डकैत श्याम बहेलिया और उसके साथी अखिलेश सिंह को पकड़कर वह लौट रहे थे तभी कानपुर के पहले उनकी दुर्घटना में मौत हो गयी थी तब पूर्ववर्ती सरकार ने उन्हें शहीद का दर्जा दिया और राजकीय सम्मान के साथ नोयडा में उनका अतिम संस्कार किया गया था तत्कालीन डीजीपी ने मणि प्रसाद की पत्नी मधूलिका को पुलिस महकमें में ओएसडी की नौकरी देने का लिखित आश्वासन दिया था।
श्री सिद्दीकी ने कहा कि देश के लिए मर मिटने वाले जवानों के परिवार के साथ ऐसी हरकते की जायेगी तो कोई भी माँ बाप अपने बेटे को देश के लिए मर मिटने के लिए नहीं देगा इंजपा मा0 मुख्यमंत्री से माँंग करती है कि शहीद डाॅ0 मणि प्रसाद पाठक की पत्नी को इंसाफ देते हुए लापरवाह, भ्रष्टाचारी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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