षैलेन्द्र सिंह की पहली किताब फक नोज़ बेस्ट सेलर सूची की ओर तेजी से बढ़ रही है। 25 सालों के दौरान बाधाओं को पार करते हुए और मनोरंजन, मीडिया और संचार में जादू करते हुए षैलेन्द्र सिंह को लगा कि उन्होंने कई पाठ सीख लिए हैं। बीमारी के साथ लम्बे संघर्श, मृत्यु और आत्म संदेह के बाद उन्हें लगा कि उनके पास कुछ ज्ञान का संचय हो गया है। एक या दो लोगों से मिलकर उन्हें अपने जीवन के परिदृष्य में बदलाव लाकर अपनी षर्त पर जीवन जीने को प्रेरित करने के लिए उन्होंने फक नोज़ रिलीज़ की। रुपा पब्लिकेषन्स के द्वारा प्रकाषित, यह किताब पूरे देष में अपने सटीक और स्पश्ट वार्तालाप के साथ दोस्तों और प्रषंसकों के बीच लोकप्रिय हो गई।
भारत के युवा आईकन और आॅल राऊन्ड सुपरस्टार युवराज़ सिंह ने इस किताब के बारे में कहा, ‘‘यह किताब दिल से लिखी गई है और इसमें मनोरंजक पक्ष भी दिखता है। मैं इस बुक को रोचकता के साथ पढ़ रहा हूं और मुझे विष्वास है कि युवा भारत को भी यह पसंद आएगी।’’
पसंदीदा कवि, प्रितिष नन्दी ने कहा, ‘‘फक नोज़ के पहले कुछ पन्ने पढ़ने के बाद मैं अपनी हंसी को रोक न सका। षैलेन्द्र सिंह की आत्मकथा जीवन की दिग्दर्षिका बन गई। यह एक षानदार प्रयास है।’’
टेलीविजन मेगास्टार, रोहित राॅय ने ट्वीट किया, ‘‘3 ईडियट्स फिल्म में राजू ने जो किया था, षैलेन्द्र ने फक नोज़ के द्वारा प्रिन्ट के माध्यम से हमें वही दिया है। यह बिल्कुल अलग है, लेकिन फिर भी हमसे जुड़ा है। अपनी भावनाओं की ओर बढ़ें।’’
सारगर्भित और अपने खुद के स्टाईल में लिखी गई फक नोज़ 25 वर्श से कम उम्र के करोड़ो भारतीयो द्वारा अपनी पहली किताब के रूप में पढ़ी जा रही है है। और पुराने पढने वालों के लिए फक नोज एक ताजा एवं हास्यमयी अन्तराल प्रदान करती है।
षैलेन्द्र को बीटीडीटी- बीन देयर, डन दैट है। कुछ लोग उन्हें स्पोटर््स मार्केटिंग गुरु के तौर पर जानते हैं, कुछ एडवरटाईजि़ंग हस्ती के तौर पर या बाॅलिवुड प्रोड्यूसर के तौर पर और कई लोग उन्हें डील मेकर मानते हैं। उन्होंने भारत के सबसे बड़े ब्रान्डों के लिए मषहूर और लम्बे समय के अभियान डिजाईन किए हैं, भारत के सम्मानित क्रिकेटरों के जाॅकस्ट्रैप्स को समायोजित करने में योगदान दिया है और देष की सबसे बड़ी सेलिब्रिटीज़ के लिए कॅरियर और ईगो का लाॅन्च किया है। उन्होंने म्यूजि़क फेस्टिवल्स के द्वारा भारत के युवाओं के साथ सीधा संचार स्थापित किया है और वे एषिया के सबसे बड़े म्यूजि़क प्रमोटर के रुप में उभर कर आ रहे हैं, उन्होंने साठ से अधिक बाॅलिवुड मूवीज़ प्रोड्यूस की हैं। उन्होंने एचआईवी/एड्स, कैन्सर और पाईरेसी पर अवेयरनेस अभियानों में काम किया है। पुस्तक लेखन के क्षेत्र में यह उनका पहला प्रयास है।
जब उनसे पूछा गया कि एक लेखक बनकर आपको कैसा लगता है? क्या आपकी किताब बेस्ट सेलर होगी? या क्या आप अगली पीढ़ी के राॅबिन षर्मा हैं? तो षैलेन्द्र सिंह ने काफी गंभीर स्वर में कहा, ‘‘फक नोज़’’
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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